बारां जिला के दर्शनीय स्थल - Places to visit near Baran district / बारां जिला के आसपास घूमने वाली जगह
बारां राजस्थान राज्य का मुख्य जिला है। बारां राजस्थान की राजधानी जयपुर से करीब 260 किलोमीटर दूर है। बारां जिला में बहुत सारी नदियां बहती है। बारां जिले की मुख्य नदी पार्वती और परवन है। इसके अलावा यहां पर बहुत सारी सहायक नदियां बहती है - ल्हसी और बिलासी नदी और बहुत सारे बरसाती नाले यहां पर बहते हैं। बारां जिला में हरी-भरी घाटियां देखने के लिए मिलती है। रामगढ़ में आपको एक क्रेटर देखने के लिए मिलता है, जो बहुत सुंदर है। यह जिला हथौड़ी क्षेत्र का एक नगर है। इस जिले को कोटा जिले से अलग करके एक नए जिले के रूप में विकसित किया गया था। बारां जिले में घूमने के लिए बहुत सारी जगह है। चलिए जानते हैं - बारां जिले में घूमने लायक कौन कौन सी जगह है।
बारां में घूमने की जगह - Baran me ghumne ki jagah
मनिहारा महादेव मंदिर बारां - Manihara Mahadev Temple Baran
मनिहारा महादेव मंदिर बारां जिले का एक मुख्य धार्मिक पर्यटन स्थल है। यह मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है। यह मंदिर बहुत प्राचीन है। यह मंदिर करीब 600 साल पुराना है। यह मंदिर मुख्य शहर से 3 किलोमीटर दूर स्थित है। इस मंदिर में शंकर जी और हनुमान जी की प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। मंदिर के पास में ही एक बड़ा सा तालाब देखने के लिए मिलता है, जो बहुत सुंदर लगता है। तालाब के चारों तरफ पेड़ पौधे लगे हुए हैं। आप इस मंदिर में घूमने के लिए आ सकते हैं और अपना बहुत अच्छा वक्त व्यतीत कर सकते हैं। मनिहारा मंदिर के पास गार्डन भी बना हुआ है। यहां पर महाशिवरात्रि और सावन सोमवार में बहुत सारे लोग घूमने के लिए आते हैं। यहां आ कर अच्छा अनुभव होता है।
यहां पर तालाब में आपको बहुत सारी मछलियां और कछुए देखने के लिए मिलते हैं। आप मछली और कछुआ को दाना भी डाल सकते हैं। शाम के समय यहां का वातावरण बहुत अच्छा रहता है। यह बारां जिले का प्रसिद्ध टूरिस्ट प्लेस है।
भण्ड देवरा शिव मंदिर रामगढ़ बारां - Bhand Devra Shiv Mandir Ramgarh Baran
भण्ड देवरा शिव मंदिर रामगढ़ बारां जिले का एक प्राचीन मंदिर है। यह धार्मिक स्थल है। यह मंदिर बारां जिले से 40 किलोमीटर दूर रामगढ़ नाम की जगह पर स्थित है। यहां पर आपको बहुत ही सुंदर एक क्रेटर देखने के लिए मिलता है, जिसके बारे में कहा जाता है, कि यहां पर बहुत सालों पहले कोई बड़ा मीटीरोइट टकराया था, जिसकी वजह से यह केटर बना था। यह क्रेटर बहुत सुंदर है। यहां पर घना जंगल है। ऊंचे पहाड़ है और सुंदर तालाब भी देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर प्राचीन समय में राजा महाराजाओं द्वारा बनाए गए मंदिर देखने के लिए मिलता है, जिस में भंड देवरा शिव मंदिर बहुत महत्वपूर्ण है।
क्रेटर के बीचो-बीच भांड देवरा शिव मंदिर बना हुआ है। मंदिर के पास में ही एक तालाब बना हुआ है, जो इस जगह की खूबसूरती को और भी ज्यादा बढ़ा देता है। यहां पर चारों तरफ पेड़ पौधे लगे हुए हैं। यहां बरसात के समय आप घूमने के लिए आएंगे, तो आपको और भी आनंद आएगा। इस मंदिर को मिनी खजुराहो के नाम से जाना जाता है। इस मंदिर की दीवारों में आपको कामुक प्रतिमाएं देखने के लिए मिलती है। यहां पर बहुत सारी प्रतिमाएं हैं। दीवारों में और भी बहुत सारी प्रतिमाएं बनाई गई है, जो इसकी भव्यता को बढ़ाती हैं।
इस मंदिर का निर्माण पंचायतन शैली में किया गया है। इस मंदिर से प्राप्त शिलालेख के अनुसार इस मंदिर का निर्माण 10 वीं शताब्दी में, मालवा के नागवंशी राजा मलय वर्मा ने अपने शत्रु पर विजय प्राप्त करने के पश्चात करवाया था। अपने इष्ट देव शिव के प्रति कृतज्ञता प्रकट करते हुए राजा ने मंदिर उन्हीं को समर्पित किया था। कालांतर में मेडवंशीय क्षत्रिय राजा त्रिश वर्मा ने 1162 ईस्वी में इसका जीर्णोद्धार करवाया था।
इस मंदिर में आपको गर्भगृह, सभा मंडप, अंतराल, शिखर एवं जगती देखने के लिए मिलती है। सभा मंडप में आठ विशाल कलात्मक स्तंभ है। जिन पर यक्ष, किन्नर, कीचक, विद्याधर, देवी देवता, अप्सराएं एवं मिथुन आकृतियां बनी हुई है। आपको यह जगह जरूर पसंद आएगी और आप बारां आते हैं, तो आपको रामगढ़ जरूर जाना चाहिए। यह बारां में घूमने वाली मुख्य जगह है।
रामगढ़ माता का मंदिर बारां - Ramgarh Mata Temple Baran
रामगढ़ माता का मंदिर बारां जिले का एक मुख्य मंदिर है। यह मंदिर बारां जिले में, रामगढ़ में स्थित है। यह मंदिर ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ है। यह मंदिर रामगढ़ में बने क्रेटर में ही स्थित है। इस मंदिर में पहुंचने के लिए सीढ़ियां है। सीढ़ियों से आप चढ़कर इस मंदिर में जा सकते हैं। मंदिर के गर्भ गृह में माता की सुंदर प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। मंदिर के ऊपर से चारों तरफ का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। आप यहां पर आ कर अपना अच्छा समय बिता सकते हैं। यह जगह बहुत सुंदर है और बरसात के समय, तो यह जगह हरियाली से घिर जाती है। यह का आकार आप ऊपर से देख सकते हैं, जो बहुत ही जबरदस्त लगता है। यह रामगढ़ में घूमने लायक एक मुख्य जगह है।
रामगढ़ का किला बारां - Ramgarh Fort Baran
रामगढ़ का किला रामगढ़ का प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह स्थल प्राचीन है। यहां पर आपको रामगढ़ का किला देखने के लिए मिलता है। यह किला खंडहर अवस्था में बना हुआ है। यह पहाड़ी के ऊपर बना हुआ है। इस किले में घूमने के लिए जा सकते हैं। यह किला एक पहड़ि में बना है।
इस क्रेटर के अंदर आपको प्राचीन धर्मशाला और तीन तालाब देखने के लिए मिलते हैं। इन तालाबों में पानी हमेशा भरा रहता है। यहां पर जंगल का सुंदर दृश्य देखा जा सकता है। आप यहां पर आकर आनंद का अनुभव कर सकते हैं।
शाहाबाद का किला बारां - Shahabad Fort Baran
शाहाबाद का किला बारां का एक प्रसिद्ध किला है। शाहाबाद का किला बारां जिले का दर्शनीय स्थल है। यह किला बारां जिले से 80 किलोमीटर दूर शाहाबाद नाम की जगह पर बना हुआ है। यह किला एक ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ है। किले के चारों तरफ घना जंगल है और प्राकृतिक दृश्य देखने के लिए मिलता है। यह किला बहुत सुंदर है। इस किले के परकोटे के अंदर बाला किला बना हुआ है, जो संभवत राजपरिवार के आंतरिक निवास के रूप में इस्तेमाल किया जाता होगा। इस किले में आपको सुंदर छतरियां, अस्तबल, कुएं, बावड़ी, झरोखे देखने के लिए मिलते हैं, जो दर्शनीय है। किले के चारों तरफ का दृश्य बहुत ही लुभावना है। किले के अंदर राजा का सभा स्थल देखने के लिए मिलता है। जो राजा मंत्रण के लिए उपयोग किया करते थे।
शाहबाद दुर्ग का निर्माण 8 और 9वीं शताब्दी के मध्य हुआ था। यहां का इतिहास हम्मीर वंशीय चौहान राजाओं से जुड़ा हुआ है। इस किले का निर्माण राजा मुकुट मणि देव नाम के प्रसिद्ध राजा के द्वारा किया गया था। उन्होंने 1512 ईस्वी में, इस घाटी के ऊपर एक दुर्ग का निर्माण करवाया। इस किले में और भी बहुत सारे राजाओं ने शासन किया है। इस किले में मुगल और मराठा शासकों ने राज्य किया है।
प्राचीन समय में इस किले की रक्षा के लिए यहां पर दीवारों पर आपको तोप देखने के लिए मिलती हैं। यहां पर नवलगढ़ तोप सबसे पुरानी है और यह तोप 25 किलोमीटर की दूरी तक घात करती है। आप इस किले में घूमने के लिए आ सकते हैं और इस किले से चारों तरफ का सुंदर दृश्य देख सकते हैं। यहां आपका बहुत अच्छा समय कटेगा और बरसात के समय आप इस किले में घूमने के लिए आएंगे, तो आपको ज्यादा मजा आएगा। आप यहां पर आते हैं, तो अपने साथ पानी और खाने पीने का सामान जरूर लेकर आये, क्योंकि यहां पर थोड़ी सी ट्रेकिंग भी करने के लिए आपको मिल जाएगी। मगर यहां आपको मजा बहुत आएगा। यह बारां में घूमने की सबसे अच्छी जगह है।
कपिलधारा तीर्थ बारां - Kapildhara Teerth Baran
कपिलधारा तीर्थ बारां जिले का एक मुख्य धार्मिक स्थल है। यह जगह अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए भी प्रसिद्ध है। यह जगह कपिल मुनि जी की तपोस्थली है और यहां पर आपको सुंदर झरना भी देखने के लिए मिलता है। इस स्थान पर आकर 12 वर्षों तक कपिल मुनि जी ने तपस्या की थी, उन्हें जल की आवश्यकता होने पर मां सरस्वती के आवाहन करने पर जलधारा प्रकट हुई थी। इसलिए इसका नाम कपिलधारा पड़ा। आपको मुख्य मंदिर में प्राचीन गुफा देखने के लिए मिलती है। मुख्य मंदिर में आपको कपिल मुनि के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर आपको जलप्रपात देखने के लिए मिलता है, जो बहुत सुंदर है और बरसात के समय यह बहुत ही आकर्षक लगता है।
यहां पर आप जलप्रपात में नहाने का मजा भी ले सकते हैं। यहां पर प्राचीन कुंड भी बने हुए हैं। यह जगह भंवरगढ़ से 12 किलोमीटर दूर है और नाहरगढ़ से 10 किलोमीटर दूर है। आप यहां पर अपने वाहन से पहुंच सकते हैं। यहां पर आने के लिए पक्की सड़क की व्यवस्था है। थोड़ी दूरी पर कच्ची सड़क भी है। मगर आप यहां पर दोपहिया और चार पहिया वाहन से आसानी से पहुंच सकते हैं। यह पिकनिक के लिए एक अच्छा स्थल है। यह बारां जिले का एक पिकनिक स्पॉट है।
नाहरगढ़ किला बारां - Nahargarh Fort Baran
नाहरगढ़ किला बारां जिले का एक मुख्य प्राचीन ऐतिहासिक स्थल है। यहां पर आपको एक प्राचीन किला देखने के लिए मिलता है। यह किला चारों ओर से दीवार से घिरा हुआ है और किले के अंदर आपको एक दरगाह देखने के लिए मिलती है और एक मंदिर भी देखने के लिए मिलता है। किले के अंदर मां आशा पाल मंदिर बना हुआ है। किले में आपको मोटी मोटी दीवार और बुर्ज देखने के लिए मिलते हैं। किले के पास ही में एक तालाब भी बना हुआ है, जो आप देख सकते हैं। यह किला बारां जिले के नाहरगढ़ गांव में स्थित है। आप यहां पर आकर घूम सकते हैं।
बेताली बांध बारां - Betali Dam Baran
बेताली बांध बारां जिले का एक मुख्य पर्यटन स्थान है। यह बांध बारां जिले में छबड़ा तहसील में स्थित है। यह बांध छाबड़ा तहसील के भूलो गांव में बना हुआ है। यह बारां जिले से 75 किलोमीटर दूर है। बेताली बांध चारों तरफ से पहाड़ियों से घिरा हुआ है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं और बांध के सुंदर दृश्य को देख सकते हैं। बरसात के समय जब बांध का पानी ओवरफ्लो होता है। तब यह बहुत सुंदर लगता है। यहां से सनसेट का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। यहां पर आप आकर बहुत सुंदर सुंदर पिक क्लिक कर सकते हैं।
शेरगढ़ का किला बारां - Shergarh Fort Baran
शेरगढ़ का किला बारां जिले का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह किला बारां जिले में परवन नदी के किनारे बना हुआ है। यह परवन नदी के बाएं किनारे पर स्थित है। भौगोलिक स्थिति के कारण इस किले को जलदुर्ग और वन दुर्ग की श्रेणी में रखा जाता है। इस किले का नाम सूर्यवंश के शासक शेरशाह सूरी के मालवा अभियान के अंतर्गत, इस स्थान पर अपना आधिपत्य स्थापित करने के पश्चात पड़ा था। इस किले से आपको परवन नदी का बहुत ही सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। इस किले में आपको बहुत सारी प्राचीन स्थल देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर प्राचीन बौद्ध मंदिर के खंडहर अवशेष और तोप देखने के लिए मिलते हैं। जो किले में ही यहां-वहां बिखरी पड़ी हुई है। यहां पर हिंदू देवी देवताओं की प्रतिमाएं भी देखने के लिए मिलती है।
शेरगढ़ का प्राचीन नाम कोषवर्धन था। यहां से प्राप्त अभिलेख के अनुसार 790 ईस्वी में शेरगढ़ पर, सामंत देवदत्त शासन करता था, जिसने यहां बौद्ध मंदिर और विहार का निर्माण करवाया था। यह किला दो भागों में विभक्त है। प्रथम भाग में शहरपनाह, देवालय, जैन प्रतिमाएं, अभिलेख तथा हवेलियां विद्यमान है। जबकि दूसरे भाग में दुर्ग की ऊंची दीवारें, राजपूत शैली के दो मंजिला महल, बारूद घर, तोपखाना, घुड़साल, मंदिर व बावड़ी आदि बनाए गए हैं। आपको इनमें कलात्मक सौंदर्य देखने के लिए मिलता है। यह जगह प्राकृतिक सुंदरता से परिपूर्ण है। इस किले की स्थापत्य कला भी उत्कृष्ट है। यहां पर आप आकर घूम सकते हैं। यहां पर आप आते हैं, तो अपने साथ पानी की बोतल और खाना जरूर लाएं, क्योंकि यहां आस-पास व्यवस्था नहीं है। यहां आपको आकर चारों तरफ प्राकृतिक दृश्य देखने के लिए मिलता है। यह पिकनिक के लिए परफेक्ट जगह है। यहां पर आप बरसात के समय घूमने को आएंगे, तो आपको ज्यादा मजा आएगा, क्योंकि बरसात के समय यहां पर चारों तरफ हरियाली रहती है।
गुगोर का किला बारां - Gugor Fort Baran
गुगोर का किला बारां जिले में घूमने वाली एक मुख्य स्थान है। यह एक प्राचीन किला है। गुगोर का किला राजस्थान राज्य में, राजस्थान और मध्य प्रदेश की सीमा पर स्थित है। यह किला बारां जिले के छबड़ा तहसील के पास, छाबड़ा तहसील से करीब 5 से 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक दर्शनीय स्थल है। यह किला बारां जिले से 65 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह किला पार्वती नदी के किनारे बना हुआ है। इस किले के आसपास आपको बहुत सारे स्थल देखने के लिए मिलते हैं, जो प्राचीन हैं और देखने योग्य है। यहां पर आपको प्राचीन छतरियां, शतरंज का चबूतरा, रानी महल, बाबा की दरगाह देखने के लिए मिलती है, जो अब खंडहर होते जा रहे हैं। मगर यह बहुत ही सुंदर है। किले में आपको बड़े-बड़े बुर्ज, दीवारें, खींची राजाओं के राज महल देखने के लिए मिलते हैं।
गुगोर किले से आपको पार्वती नदी का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। कहा जाता है, कि प्राचीन समय में मुगल की ओर से आक्रमण होने पर खींची राजाओं की रानियों ने जल में कूदकर जल जौहर किया था। इसलिए इस स्थान को रानी दाह के नाम से भी जाना जाता है। यहां पर बरसात के समय आकर घूमने में बहुत मजा आता है, क्योंकि बरसात के समय यहां पर चारों तरफ हरियाली रहती है और पारवती नदी में पानी रहता है।
किले के पास ही में भड़का जलप्रपात है, जहां पर आप घूम सकते हैं। यह जलप्रपात बरसात के समय देखने के लिए मिलता है और भड़का जलप्रपात पार्वती नदी पर बना हुआ है। आपको जलप्रपात में आकर बहुत मजा आएगा। किले के पास ही में आपको बिजासन माता जी का मंदिर देखने के लिए मिलता है। यहां पर पार्वती नदी का बहुत ही सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। यहां पर पार्वती नदी का बहाव क्षेत्र बहुत चौड़ा और घुमावदार है। यहां पर आप आकर इंजॉय कर सकते हैं।
श्री बिजासन माता जी मंदिर बारां - Shri Bijasan Mata Ji Mandir Baran
श्री बिजासन माता मंदिर बारां जिले का एक धार्मिक स्थल है। यह मंदिर छाबड़ा तहसील के गुगोर गांव में स्थित है। यह मंदिर राजस्थान और मध्य प्रदेश की बॉर्डर एरिया में बना हुआ है। यह मंदिर पार्वती नदी के किनारे बना हुआ है। यह मंदिर बहुत बड़ा और बहुत सुंदर है। यह मंदिर बिजासन माता जी को समर्पित है।
इस मंदिर में बसंत पंचमी के समय बहुत बड़ा मेला आयोजित होता है। यह मेला बहुत प्रसिद्ध है और इस मेले में दूर-दूर से लोग घूमने के लिए आते हैं। इस मेले में तरह-तरह की दुकानें लगती है और इसमें झूले भी लगते हैं, जिसका यहां पर आने वाले लोग मजे लेते हैं। बरसात में इस मंदिर में आप घूमने के लिए आ सकते हैं, क्योंकि बरसात में इस जगह का दृश्य देखने के लायक रहता है। आपको प्राकृतिक दृश्य देखने के लिए मिलता है। यह जगह बहुत सुंदर है। श्री बिजासन माता को गुगोर वाली माता जी के नाम से भी जाना जाता है। मंदिर में आपको बिजासन माता जी, हनुमान जी और भी बहुत सारे देवी देवताओं के दर्शन करने के लिए मिलते हैं।
गड़गच मंदिर बारां - Gadgach Temple Baran
गड़गच मंदिर बारां जिले का एक प्राचीन मंदिर है। यह मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है। यह मंदिर संभवतः दसवीं और ग्यारहवीं सती ईस्वी में निर्मित किया गया था। यह प्रतिहार स्थापत्य शैली का प्रभाव स्पष्ट होता है। मंदिर की योजना में आपको गर्भगृह, अंतराल, सभा मंडप तथा मुख्य मंडप देखने के लिए मिलता है। यहां पर आपको मंदिर के भग्नावशेष देखने के लिए मिलते हैं। भग्नावशेष से आप अंदाजा लगा सकते हैं, कि यहां पर एक विशाल मंदिर हुआ करता था, जो पूरी तरह बर्बाद हो चुका है।
इस स्थल पर आपको बहुत सारी प्रतिमाएं देखने के लिए मिलेगी, जो इधर-उधर बिखरी पड़ी हुई है। यहां पर मिले परमार लेख के अनुसार यह मंदिर 13 वी शदी में अस्तित्व में था। यह मंदिर पूर्वअभिमुखी था। मंदिर का बाह्य भाग अत्यंत अलंकृतहै। गड़गच मंदिर बारां जिले में अटरू गांव में स्थित है। आप यहां पर आकर घूम सकते हैं और इस मंदिर को देख सकते हैं।
मनोहर थाना बांध बारां - Manohar Thana Dam Baran
मनोहर थाना बांध बारां जिले का फेमस टूरिस्ट स्पॉट है। यह बांध बारां जिले के मनोहर थाना गांव में स्थित है। यह बांध बहुत सुंदर है। मनोहर थाना बांध कालीनदा नदी पर बना हुआ है। बरसात में, बांध का दृश्य देखने लायक रहता है, क्योंकि बरसात के समय जब पानी ओवरफ्लो होकर बहता है, तो यह सुंदर झरने की तरह दिखता है। यहां पर आप आकर घूम सकते हैं। आपको अच्छा लगेगा।
मनोहर थाना का किला बारां - Manohar Thana Fort Baran
मनोहर थाना का किला बारां जिले का एक मुख्य टूरिस्ट प्लेस है। यह किला बारां जिले में मनोहर थाना गांव में स्थित है। यह किला दो नदियों के बीच में बना हुआ है। यह किला राजस्थान का दूसरा जल दुर्ग है। यह किला चारों तरफ से घने पेड़ पौधों से घिरा हुआ है। यहां पर आप आकर घूम सकते हैं। वैसे यह किला अब खंडहर में तब्दील हो गया है। किले में आपको इसके प्राचीन बुर्ज, दीवारें देखने के लिए मिल जाते हैं। यह किला देखने में बहुत ही मस्त लगता है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं और इस दुर्ग को देख सकते हैं। इस किले के पास में ही जैन मंदिर देखने के लिए मिलता है, जो प्राचीन है।
सीताबाड़ी बारां - Sitabari Baran
सीताबाड़ी बारां जिले में स्थित एक धार्मिक स्थल है। सीताबाड़ी बारां जिले के कलवारा में स्थित है। यहां पर आपको बहुत सारे मंदिर देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर राम मंदिर, लक्ष्मण मंदिर, सीता माता मंदिर, शिव मंदिर, सूर्य मंदिर, लवकुश मंदिर देखने के लिए मिलता है। यहां पर आपको राम कुंड सीता कुंड लक्ष्मण कुंड लव कुश कुंड देखने के लिए मिलते हैं। इन कुंडों में स्नान कर सकते हैं। यह जगह बहुत अच्छी तरह से बनाई हुई है।
यहां पर आपको श्री कृष्ण मंदिर देखने के लिए मिलता है, जो बहुत सुंदर है और प्राकृतिक सुंदरता से घिरा हुआ है। आप इस जगह में आकर बहुत अच्छा अनुभव कर सकते हैं। यहां पर आपको भगवान शिव का मंदिर देखने के लिए मिलता है। यहां पर ठहरने के लिए धर्मशाला बनाई गई है, जहां पर अगर आप दूर से आते हैं, तो यहां पर रुक सकते हैं।
सीताबाड़ी में मेला भरता है। इस मेले को सीताबाड़ी मेले के नाम से जाना जाता है। इस मेले में बहुत सारी दुकानें लगती है और तरह-तरह के झूले लगते हैं। इस मेले को लघु कुंभ के नाम से भी जाना जाता है। आप यहां पर आकर बहुत अच्छा अनुभव कर सकते हैं। यहां पर आपको जंगल का सुंदर दृश्य भी देखने के लिए मिलता है। जंगल के अंदर भी बहुत सारे मंदिर बने हुए हैं। आप यहां पर आकर अच्छा अनुभव कर सकते हैं। यह बारां में घूमने लायक मुख्य जगह है।
बिलासी बांध बारां - Bilasi Dam Baran
बिलासी बांध बारां जिले का एक मुख्य दर्शनीय स्थान है। यह बारां जिले के भंवरगढ़ के पास स्थित है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर बहुत बड़ा जलाशय बना हुआ है। बरसात के समय जलाशय का पानी ओवरफ्लो होकर बहता है, जिसका दृश्य देखने लायक रहता है। यहां पर जलाशय का, जो पानी बहता है। वह झरने की तरह लगता है और यहां पर आकर आप अच्छा समय व्यतीत कर सकते हैं। यहां पर शाम के समय सूर्यास्त का भी बहुत जबरदस्त दृश्य देखने के लिए मिलता है। यह बांध बिलासी नाम की नदी पर बना हुआ है। आप यहां पर आकर इंजॉय कर सकते हैं।
कन्यादह बिलासगढ़ बारां - Kanyadah Bilasgarh Baran
कन्यादह बिलासगढ़ बारां जिले का एक प्रमुख प्राचीन ऐतिहासिक स्थल है। विलासगढ़ प्राचीन समय में एक समृद्ध नगर हुआ करता था। यहां पर आपको बहुत सारे हिंदू और जैन मंदिर के अवशेष देखने के लिए मिलते हैं। इस जगह को कन्यादह इसलिए कहा जाता है, क्योंकि यहां पर विलासी नदी में, राजकुमारी उदलदे और उनकी बहनों ने नदी में कूदकर जौहर किया था। इसलिए इस जगह को कन्यादह के नाम से जाना जाता है, लोगों के अनुसार राजकुमारी अपनी इज्जत को बचाने के लिए नदी में कूद गई थी। क्योंकि विलासगढ़ में मुस्लिम आक्रमणकारियों का हमला हो गया था और विलास गढ़ के राजा को मार दिया गया था और मुस्लिम आक्रमणकारियों की नजर राजकुमारी पर थी। इसलिए राजकुमारी अपनी अस्मत बचाने के लिए नदी में कूद गई। इसे जल जौहर का नाम दिया गया है और जिस जगह पर वह कूदी थी। वहां पर गहरी खाई बन गई और तब से इस जगह को कन्यादह के नाम से जाना जाने लगा।
विलासगढ़ प्राकृतिक सुंदरता से घिरी हुई है। यहां का नजारा बहुत सुंदर है। यहां पर आपको बहुत सारे मंदिर के अवशेष देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर मंदिरों की सुंदर-सुंदर प्रतिमाएं यहां-वहां बिखरी पड़ी है। इनमें से विष्णु भगवान जी की प्रतिमा बहुत सुंदर है। गणेश भगवान जी की, विष्णु भगवान के वराह अवतार की प्रतिमा देखने लायक है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। कन्यादह विलासगढ़ बारां जिले के किशनगढ़ तहसील में स्थित है। यह जगह परवन नदी की सहायक नदी विलासी के किनारे स्थित है। यह कोटा से 116 किलोमीटर दूर स्थित है। यहां पर आप बरसात के समय घूमने आएंगे, तो आपको ज्यादा मजा आएगा।
नागदा महादेव मंदिर और गौमुख बारां - Nagda Mahadev Temple and Gaumukh Baran
नागदा महादेव मंदिर और गौमुख बारां जिले का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह जगह प्राकृतिक सुंदरता से भी घिरी हुई है। यहां पर आपको एक गौमुख देखने के लिए मिलता है, जिसमें निरंतर जलधारा बहती रहती है और इस जलधारा का स्त्रोत अज्ञात है। यह जलधारा 365 दिन ऐसे ही बहती रहती है। इस जलधारा का पानी ठंडा रहता है। यहां पर एक कुंड बना दिया गया है, जिसमें बहुत सारे लोग स्नान करते हैं।
यहां पर शिव भगवान जी का मंदिर भी है, जहां पर लोग दर्शन करते हैं। यहां पर आपको कालीसिंध नदी का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। यह जगह बारां जिले के अंता तहसील से 3 या 4 किलोमीटर दूर काली सिंध नदी के किनारे स्थित है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। आपको अच्छा लगेगा। यहां पर बरसात के समय बहुत सारे लोग घूमने के लिए आते हैं।
ब्रह्माणी माता मंदिर बारां - Brahmani Mata Temple Baran
ब्रह्माणी माता मंदिर बारां जिले का एक फेमस धार्मिक स्थल है। ब्राह्मणी माता मंदिर बारां जिले की अंता तहसील में सोरसन गांव में स्थित है। आप इस मंदिर में घूमने के लिए आ सकते हैं। यह मंदिर 1 शक्ति पीठ के रूप में पूजा जाता है। यहां पर आकर आपको ब्राह्मणी माता के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यह मंदिर बहुत प्राचीन है। मंदिर के बारे में कहा जाता है, कि मंदिर में एक ज्योत जल रही है, जो करीब 400 सालों से निरंतर चल रही है।
ब्रह्माणी माता मंदिर के चारों तरफ प्राकृतिक दृश्य देखने के लिए मिलता है। यहां पर एक बहुत बड़ा जलाशय बना हुआ है, जिसे ब्राह्मणी माता सरोवर के नाम से जाना जाता है। इस जलाशय में नौकायन की सुविधा भी उपलब्ध है। यहां पर आप नौकायान का मजा ले सकते हैं। यहां पर आकर अच्छा लगता है।
सोरसन ब्रह्माणी माता अभ्यारण बारां - Sorsan Brahmani Mata Sanctuary Baran
ब्राह्मणी माता अभ्यारण बारां जिले का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह बारां जिले की अंता तहसील में स्थित है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर मुख्य रूप से काले हिरण का संरक्षण किया जाता है। यहां पर आपको बहुत सारे जंगली जानवर देखने के लिए मिल सकते हैं। यहां पर आपको हिरण, जंगली छिपकली, बंदर और भी बहुत सारे जानवर देखने के लिए मिल सकते हैं। इसके अलावा आपको यहां पक्षियों की भी बहुत सारी प्रजाति देखने के लिए मिलती है। यहां पर खूबसूरत जंगल है। यहां पर आकर आपको बहुत अच्छा लगेगा।
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