जालौर जिले के दर्शनीय स्थल - Major places to visit in Jalore District / जालौर जिले के आसपास घूमने वाली प्रमुख जगह
जालौर राजस्थान का एक मुख्य जिला है। जालौर राजस्थान की राजधानी जयपुर से करीब 400 किलोमीटर दूर है। जालौर में आपको अरावली पर्वत श्रेणी देखने के लिए मिलती है। जालौर में जवाई नदी और सुकरी नदी बहती है। जालौर जिले में बेहतरीन किसम का ग्रेनाइट पत्थर पाया जाता है, जो भारत और दुनिया में सप्लाई किया जाता है। यहां पर बहुत सारी खदानें हैं, जहां से ग्रेनाइट पत्थर निकाला जाता है। जालौर किले में तोप खाना है। जहां पर प्राचीन समय में तोपों का निर्माण किया जाता था यह जालौर किले का मुख्य आकर्षण स्थल है। जालौर में घूमने के लिए बहुत सारी जगह है। चलिए जानते हैं - जालौर में घूमने लायक कौन कौन सी जगह है।
जालौर में घूमने की जगह - Jalore Mein ghumne ki jagah
जालौर का किला - Jalore Fort
जालौर का किला, जालौर जिले का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह किला प्राचीन है। यह किला एक ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ है। किले तक जाने के लिए करीब 1000 सीढ़ियां हैं। जालौर किले से पूरे शहर का बहुत ही सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। किले से सूर्यास्त तक सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। आप अगर जालौर के लिए घूमने के लिए जाते हैं, तो अपने साथ पानी और कुछ खाने के लिए जरूर रख लें। क्योंकि आपको यहां पर चढ़ते समय थकान हो सकती है।
जालौर के किले का निर्माण कन्हाड़ देव चौहान ने करवाया था।जालौर का किला में बहुत सारे राजपूत शासकों ने शासन किया है। यहां पर विभिन्न कालों में प्रतिहार, परमार, चालुक्य, चौहान, राठौर आदि राजपूत राजवंशों ने शासन किया है। इस दुर्ग में 1311-12 ईसवी में दिल्ली के सुल्तान अलाउदीन खिलजी द्वारा आधिपत्य कर लिया गया था। इस प्रकार जालौर पर मुसलमानों का अधिकार हो गया था। कालांतर में, 1607 में जोधपुर के महाराजा गजसिंह ने इस किले को पठानों से जीत लिया।
जालौर का किला विशाल है और बड़ी बड़ी मोटी मोटी दीवारों से घिरा हुआ है। इस किले में प्रवेश के लिए चार दरवाजे हैं। जिसमें सूरजपोल, ध्रुवपोल, चांदपोल और सिरेपोल है। इस दुर्ग के अंदर बहुत सारे ऐतिहासिक स्थल है। यहां पर महाराजा मानसिंह का महल एवं झरोखे, दो मंजिला रानी महल, शस्त्रागार, अन्न भंडार, जैन मंदिर, चामुंडा मंदिर, जोगमाया के मंदिर, संत मलिक दरगाह आदि प्रमुख है। आप जालौर के किले में जाकर इन सभी स्थलों पर घूम सकते हैं। आपको यहां पर आकर अच्छा लगेगा। बरसात के समय यह जगह बहुत ही ज्यादा खूबसूरत हो जाती है। यह जालौर में घूमने की सबसे अच्छी जगह है।
सिरे मंदिर जालौर - Sire Mandir Jalore
सिरे मंदिर जालौर जिले का एक धार्मिक स्थल है। यह मंदिर भी अरावली पर्वत श्रेणियों पर बना हुआ है। यह मंदिर एक ऊंची चोटी पर बना हुआ है। मंदिर तक जाने के लिए सीढ़ियां बनी हुई है। मंदिर तक जाने के लिए पक्का मार्ग है। आप मंदिर तक ट्रैकिंग करके, पैदल जा सकते हैं। यहां पर आपको बहुत मजा आने वाला है। चारों तरफ आपको पहाड़ियों का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। यह मंदिर नाथ संप्रदाय के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है।
यह जगह स्वामी जालंधर नाथ जी और श्री शांतिनाथ जी महाराज की तपोभूमि है। यहां पर उनका मंदिर बना हुआ है। यहां पर आपको शिव मंदिर भी देखने के लिए मिलता है। यह शिव मंदिर प्राचीन है। इसमें शिवलिंग के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर छोटा सा उद्यान भी बनाया हुआ है, जो बहुत सुंदर है। यहां पर आकर आपको बहुत अच्छा लगेगा। यहां पर आपको एक बावड़ी भी देखने के लिए मिलती है। बावड़ी के पास में हाथी की विशाल प्रतिमा बनाई गई है। यहां पर आपको स्वामी जालंधर नाथ जी की तपस्या स्थली देखने के लिए मिलती है। स्वामी जालंधर नाथ जी की तपोस्थली को अब मार्बल पत्थर से अच्छी तरह बना दिया गया है। बरसात के समय, आप इस जगह पर आएंगे, तो आपको बहुत आनंद आएगा। क्योंकि बरसात में यहां पर चारों तरफ हरियाली रहती है। इस मंदिर से जालौर शहर का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। यहां पर अगर आप शाम को आएंगे, तो आपको सनसेट का भी दृश्य देखने के लिए मिलेगा।
सुंदरदेव तालाब जालौर - Sunderdev Pond Jalore
सुंदरदेव तालाब जालौर शहर के बीचोंबीच स्थित एक सुंदर स्थल है। यह जगह अद्भुत है। यहां पर आपको तालाब में बहुत सारी मछलियां देखने के लिए मिलती है। आप मछलियों को खाना देते हैं, तो यहां पर हजारों मछलियां एक साथ आ जाती हैं, जो देखने में बहुत ही अद्भुत लगती है।
यहां पर तालाब के पास में हनुमान जी का और मजिसा माताजी का मंदिर है, जिन्हें आप घूम सकते हैं। आपको यहां पर आकर शांति मिलेगी। यहां पर व्यूप्वाइंट भी बनाया गया है, जहां पर आप फोटो क्लिक कर सकते हैं। यहां पर आपको तालाब के किनारे बैठ कर इस जगह के सुंदर वातावरण को इंजॉय कर सकते हैं।
श्री मरुधर पार्श्वनाथ मंदिर जालौर - Shri Marudhar Parshvanath Temple Jalore
श्री मरुधर पार्श्वनाथ मंदिर जालौर का एक प्रमुख जैन धार्मिक स्थल है। यह मंदिर जालौर जिले में भागली में स्थित है। इसे भागली जैन मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर पूरा मार्बल से बना हुआ है। इस मंदिर में मार्बल की बहुत ही सुंदर नक्काशी देखने के लिए मिलती है। मार्बल की छत, खंबे, दीवारें पूरी तरह मार्बल से बनाई गई हैं।
मंदिर के मुख्य गर्भगृह में, पार्श्वनाथ जी की बहुत ही सुंदर प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर आपको आकर बहुत अच्छा लगेगा। यहां पर जैन धर्म लोगों के लिए ठहरने के लिए और भोजन की व्यवस्था है। यहां पर आकर अच्छा लगता है। यह मंदिर मुख्य हाईवे सड़क पर स्थित है, तो यहां पर आसानी से पहुंचा जा सकता है। यह मंदिर जालौर के भागली में स्थित है।
श्री कैलाश धाम जालौर - Shri Kailash Dham Jalore
श्री कैलाश धाम जालौर जिले का एक पवित्र धार्मिक स्थल है। यहां मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है। यह मंदिर जालौर जिले में बिशनगढ़ में स्थित है। यह मंदिर मुख्य हाईवे सड़क पर बना हुआ है, तो आप यहां पर आसानी से पहुंच सकते हैं। यहां पर आकर आपको शिव भगवान जी की बहुत बड़ी प्रतिमा देखने के लिए होती है। यह प्रतिमा खुले आकाश के नीचे विराजमान हैं।
यहां पर आपको एक गुफा देखने के लिए मिलती है, जिसमें शिवलिंग के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर 12 ज्योतिर्लिंग के दर्शन आप कर सकते हैं। शिवलिंग भगवान जी की प्रतिमा के सामने नंदी भगवान जी की प्रतिमा विराजमान है। यहां पर बहुत बड़ा गार्डन बना हुआ है। यहां पर आप घूमने के लिए आ सकते हैं। आपको यहां पर आकर आनंद का अनुभव होगा। यह जगह बहुत सुंदर है। चारों तरफ हरियाली और पेड़ पौधे लगे हुए हैं।
श्री धुंधलेश्वर महादेव मंदिर जालौर - Shree Dhundleshwar Mahadev Temple Jalore
श्री धुंधलेश्वर महादेव मंदिर जालौर का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह मंदिर जालौर जिले के बिशनगढ़ में सरुपुरा गांव में स्थित है। यह मंदिर प्रसिद्ध है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर आकर अच्छा लगता है। यहां पर आपको महादेव जी के शिवलिंग के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यह मंदिर बहुत प्राचीन हैं।
धुंधलेश्वर महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि और सावन सोमवार में बहुत सारे लोग घूमने के लिए आते हैं। मंदिर का प्रवेश द्वार बहुत ही भव्य है। यहां आकर अच्छा लगता है। यहां पर आकर लोगों की इच्छाएं पूरी होती है। इसलिए लोग यहां पर आकर भगवान शिव के दर्शन करते हैं।
श्री कटकेश्वर महादेव मंदिर जालौर - Shri Katkeshwar Mahadev Temple Jalore
श्री कटकेश्वर महादेव मंदिर जालौर का एक प्रमुख मंदिर है। यह एक धार्मिक स्थल है। यह मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है। यह मंदिर जालौर जिले के मायलावास क्षेत्र में स्थित है। यह मंदिर ऐसराणा पर्वत पर बना हुआ है। मंदिर तक जाने के लिए सीढ़ियां बनी हुई है। मंदिर तक आप पैदल, ट्रैकिंग करके पहुंच सकते हैं। मंदिर से चारों तरफ का बहुत सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। मंदिर के गर्भ गृह में शिवलिंग के दर्शन करने के लिए मिलते हैं।
यहां पर आपको चारों तरफ ऊंची ऊंची चट्टाने देखने के लिए मिलती है। यहां पर महाशिवरात्रि और सावन सोमवार में बहुत सारे लोग घूमने के लिए आते हैं। यहां आकर बहुत अच्छा लगता है।
श्री सुरेश्वर महादेव मंदिर जालौर - Shri Sureshwara Mahadev Temple Jalore
श्री सुरेश्वर महादेव मंदिर जालौर का एक मुख्य धार्मिक स्थल है। यह मंदिर शंकर भगवान जी को समर्पित है। यह मंदिर जालौर जिले के पांडगरा ग्राम में बना हुआ है। यह मंदिर ऐसराणा पर्वत पर बना हुआ है। मंदिर तक जाने के लिए सीढ़िया बनी हुई है। यहां पर आपको बहुत सारे बंदर देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर आपको चारों तरफ का सुंदर नजारा देखने के लिए मिलता है। यहां पर सुंदर पहाड़ी हैं। बरसात के समय यह जगह बहुत ही आकर्षक हो जाती है। यहां पर आपको झरना भी देखने के लिए मिल जाता है। यहां पर बरसात के समय बहुत सारे लोग आते हैं। यहां पर सावन सोमवार और महाशिवरात्रि के समय बहुत भीड़ रहती है।
जब आप मंदिर पहुंच जाओगे, तो आपको यहां पर एक गुफा देखने के लिए मिलती है और गुफा के अंदर शिवलिंग विराजमान है। यहां पर, जो आपको शिवलिंग देखने के लिए मिलता है। वह स्वयं भू है और यहां पर एक चट्टान को शिवलिंग के रूप में पूजा जाता है। यह गुफा छोटी सी है। यहां पर आपको बहुत सारी सावधानी भी देखने के लिए मिलती है, जिसमें सांप के बारे में यहां पर सावधान किया गया है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं।
कानीवाड़ा हनुमान मंदिर जालौर - Kaniwada Hanuman Mandir Jalore
कानीवाड़ा हनुमान मंदिर जालौर जिले का प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर जालौर जिले में कानीवाड़ा ग्राम में स्थित है। यहां पर आपको हनुमान जी की प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। हनुमान जी की प्रतिमा बहुत ही अद्भुत है। यहां पर हनुमान जी की प्रतिमा जमीन से निकली हुई एक चट्टान है, जिसे हनुमान जी के रूप में पूजा जाता है। यह प्रतिमा खुले आकाश के नीचे रखी हुई है।
यहां पर आपको पंचमुखी हनुमान जी के दर्शन करने के लिए मिल जाते हैं। यहां पर दीवारों में बंदरों की मूर्तियां बनाई गई है। यहां पर श्री राम मंदिर भी देखने के लिए मिलता है। यहां पर शनिवार और मंगलवार के दिन बहुत सारे भक्त हनुमान जी के दर्शन करने के लिए आते हैं। इस मंदिर के बारे में कहा जाता है, कि यहां पर आकर मनोकामनाएं पूरी होती है। इसलिए यहां पर दूर-दूर से लोग आते हैं और हनुमान जी के दर्शन करते हैं।
नीलकंठ महादेव मंदिर जालौर - Neelkanth Mahadev Temple Jalore
नीलकंठ महादेव मंदिर जालौर का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर जालौर जिले के भीनमाल तहसील में स्थित है। यह मंदिर बहुत सुंदर है। पूरा मंदिर सफेद संगमरमर से बना हुआ है। मंदिर के अंदर महादेव के शिवलिंग के दर्शन करने के लिए मिलते हैं।
यह मंदिर मुख्य सड़क पर बना हुआ है। यह भीनमाल के बस स्टैंड के पास में बना हुआ है। यहां पर आप घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर आपको अच्छा लगेगा। यहां पर बगीचा भी बना हुआ है।
श्री क्षेमंकरी माता मंदिर जालौर - Shri Kshemankari Mata Mandir Jalore
श्री क्षेमंकरी माताजी का मंदिर जालौर का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर जालौर जिले में भीनमाल तहसील में स्थित है। यह मंदिर एक ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ है। मंदिर तक जाने के लिए सीढ़ियां बनी हुई है। यह मंदिर बहुत ही सुंदर बना हुआ है। पूरा मंदिर मार्बल से बना हुआ है और बहुत ही आकर्षक लगता है। मंदिर के अंदर क्षेमंकरी माता जी की बहुत ही सुंदर प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। माता की प्रतिमा गहनों और वस्त्रों से सुसज्जित है। यहां पर आपको चारों तरफ पहाड़ियों का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिल जाता है। यहां पर बहुत सारे बंदर भी है।
श्री क्षेमंकरी मंदिर में ठहरने के लिए सुविधा उपलब्ध है। यहां पर खाने पीने की सुविधा भी उपलब्ध है। यहां पर गाड़ी पार्किंग की सुविधा भी उपलब्ध है। यह मंदिर पहाड़ी पर स्थित है। पहाड़ी तक पहुंचने के लिए, यहां पर सीढ़ियां और सड़क मार्ग दोनों उपलब्ध है। यहां पर आकर आपको अच्छा लगेगा।आप यहां बरसात के समय आएंगे, तो आप को और अधिक अच्छा लगेगा।
सुंधा माता मंदिर जालौर - Sundha Mata Temple Jalore
सुंधा माता मंदिर जालौर जिले का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर पूरे राजस्थान में प्रसिद्ध है। यह मंदिर जालौर जिले के रानीवाड़ा तहसील में स्थित है। यह मंदिर भीनमाल से करीब 20 किलोमीटर दूर है और जालौर जिले से 65 किलोमीटर दूर है। यह मंदिर ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ है। यह मंदिर जिस पहाड़ी पर बना हुआ है, उसे सुंधा पर्वत के नाम से जाना जाता है। सुंधा माता मां चामुंडा देवी का ही रूप है। मंदिर के गर्भगृह में, माता की बहुत सुंदर प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं।
सुंधा माता का मंदिर बहुत पुराना है। माता के मंदिर तक पहुंचने के लिए सीढ़ियों वाला मार्ग उपलब्ध है। यहां पर रोपवे की सुविधा भी उपलब्ध है। आप यहां पर रोपवे के द्वारा मंदिर के ऊपर तक जा सकते हैं। मंदिर के गर्भ गृह में माता के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। मंदिर को बहुत अच्छे तरह से बनाया गया है। पूरा मंदिर सफेद मार्बल से बना हुआ है। यहां पर नवरात्रि के समय बहुत भीड़ लगती है।
मंदिर के पीछे की तरफ आपको सैंड डून्स देखने के लिए मिलता है, जो बहुत सुंदर है। यहां पर चारों तरफ पहाड़ी के बीच में सैंड डून्स का अलग ही मजा देता है। यहां पर आकर आप रेत में खेलने का मजा ले सकते हैं। यहां से आपको चारों तरफ का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। बरसात के समय यह जगह बहुत ही आकर्षक होती है। यहां पर बरसात के समय झरना देखने के लिए मिलता है। यहां पर बहुत सारी दुकानें लगी रहती है, जहां से आप तरह-तरह के सामान ले सकते हैं।
72 जिनालय जैन मंदिर जालौर - 72 Jinalaya Jain Temple Jalore
72 जिनालय जैन मंदिर जालौर जिले का एक मुख्य धार्मिक स्थल है। यह जैन धार्मिक स्थल है। यह मंदिर जालौर जिले के भीनमाल तहसील से करीब 6 किलोमीटर दूर मुख्य सड़क पर स्थित है। यहां पर आपको 72 जैन मंदिर देखने के लिए मिलते हैं, जिसमें 72 जैन तीर्थकारों की मूर्तियों को रखा गया है। यहां पर आपको भूत, भविष्य और वर्तमान के तीर्थकार देखने के लिए मिलते हैं।
यह मंदिर बहुत ही सुंदर तरीके से बनाए गए हैं और यह मंदिर बहुत बड़े क्षेत्र में फैले हुए हैं। आप यहां पर आकर घूम सकते हैं। आपको अच्छा लगेगा। यह पूरा मंदिर सफेद मार्बल से बना हुआ है। इनमें बहुत ही सुंदर कारीगरी की गई है। यहां पर आपको धर्मशाला देखने के लिए मिलती है, जहां पर ठहर सकते हैं। यहां पर सुंदर गार्डन बना हुआ है।
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