डिंडोरी जिले के दर्शनीय स्थल - Places to visit in Dindori | डिंडोरी जिले के आसपास घूमने के स्थान
डिंडोरी जिले के बारे में जानकारी
डिंडोरी मध्य प्रदेश का प्रमुख जिला है। डिंडोरी मध्य प्रदेश
की राजधानी भोपाल से गरीब 400 किलोमीटर दूर है। डिंडोरी जिला नर्मदा नदी के किनारे
बसा हुआ है। नर्मदा नदी डिंडोरी जिले की मुख्य नदी है। डिंडोरी जिला मंडला, जबलपुर,
कटनी, अनूपपुर जिले से घिरा हुआ है। डिंडोरी जिला पहाड़ और जंगल से घिरा हुआ है।
डिंडोरी जिले में बहुत सारे पर्यटन स्थल है, जहां पर जाकर आप
अच्छा समय बिता सकते हैं। डिंडोरी जिले में प्राकृतिक, ऐतिहासिक और धार्मिक पर्यटन
स्थल देखने के लिए मिलते हैं।
डिंडोरी जिला में घूमने के लिए बहुत सारी जगह है। आप यहां पर
आकर बहुत सारी जगह घूम सकते हैं। डिंडोरी जिले में घूमने के लिए कौन-कौन सी जगह है,
जहां पर आप अपना समय बिता सकते हैं।
डिंडोरी में घूमने की जगह - Dindori me ghumne ki jagah
कारोपानी कृष्ण मृग संरक्षण स्थल डिंडोरी - Karopani Krishna Deer Sanctuary Dindori
कारोपानी कृष्ण मृग संरक्षण स्थल डिंडोरी का एक मुख्य पर्यटन
स्थल है। यह डिंडोरी जिले में कारोपानी ग्राम में स्थित है। यहां पर पहुंचने के लिए
सड़क मार्ग उपलब्ध है। यहां पर आसानी से आ सकते हैं। कारोपानी गांव नर्मदा नदी के किनारे
स्थित है। यह गांव मुख्य सड़क से 1 किलोमीटर दूर है। यहां पर आपको जंगल देखने के लिए
मिलता है।
यहां पर आपको बहुत सारे हिरण देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर
मुख्य रूप से कृष्ण मृग देखने के लिए मिलता है। यह स्थल कृष्ण मृग का संरक्षण एरिया
है। यहां पर कृष्ण मृग बहुत अधिक संख्या में पाए जाते हैं और यहां वहां घूमते हुए देखने
के लिए मिल जाते हैं। आप यहां पर आकर घूम सकते हैं। यहां पर आपको और भी बहुत सारे हिरण
देखने के लिए मिलेंगे। यहां पर आपको और भी जंगली जानवर और पक्षियों की प्रजातियां देखने
के लिए मिल जाती है। आप यहां पर नर्मदा नदी में जाकर स्नान भी कर सकते हैं।
रामघाट लक्ष्मण मांडवा डिंडोरी - Ramghat Laxman Mandwa Dindori
रामघाट लक्ष्मण मांडवा डिंडोरी जिले का एक प्रमुख पर्यटन स्थल
है। यहां पर आपको नर्मदा नदी के किनारे सुंदर घाट देखने के लिए मिलता है। यहां पर मंदिर
पर बना हुआ है। यहां पर नर्मदा नदी में सुंदर झरना बना हुआ है। यहां पर चट्टानों के
बीच से नर्मदा नदी झरना के रूप में बहती है और बहुत सुंदर लगती है। यहां पर नर्मदा
नदी असंख्य धाराओं में बांटकर बहती है और बहुत ही सुंदर लगती है।
आप यहां पर आकर अच्छा समय बिता सकते हैं। रामघाट लक्ष्मण मांडवा
का धार्मिक महत्व भी है। कहा जाता है कि यहां पर भगवान श्री राम ने अपने वनवास काल
के दौरान यहां आए थे और यहां पर विश्राम किया था। लक्ष्मण जी ने यहां पर मंडप बनाया
था। इसलिए इस जगह को लक्ष्मण मांडवा के नाम से जाना जाता है।
आप यहां पर आकर इस जगह में घूम सकते हैं। यहां आकर अच्छा लगता है और शांति मिलती है। यहां
चारों तरफ प्राकृतिक दृश्य देखने के लिए मिलता है। यहां पर आप मंदिर में भी घूम सकते
हैं। यहां पर आश्रम भी बना हुआ है, जहां पर परिक्रमा वासी रुक सकते हैं। यहां पर आप
अन्य मंदिरों में जा सकते हैं।
घुघवा राष्ट्रीय उद्यान डिंडोरी - Ghughwa National Park Dindori
घुघवा राष्ट्रीय उद्यान डिंडोरी का एक प्रमुख आकर्षण स्थल है।
घुघवा राष्ट्रीय उद्यान डिंडोरी से करीब 70 किलोमीटर दूर स्थित है। घुघवा राष्ट्रीय
उद्यान घुघवा मल गांव में बना हुआ है। यहां
पर आपको पेड़ पौधों के फॉसिल देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर आपको करोड़ों वर्ष पुराने
फॉसिल देखने के लिए मिलते हैं। यह पार्क बहुत बड़े एरिया में बनाया गया है।
घुघवा राष्ट्रीय उद्यान निवास शाहपुरा मार्ग पर बना हुआ है।
यहां पर आप आसानी से आ सकते हैं। घुघवा राष्ट्रीय उद्यान में आपको संग्रहालय और पार्क
देखने के लिए मिलता है। यहां पर आपको जीवाश्म के बारे में जानकारी मिलेगी। इस पार्क
में आपको पौधों के जीवाश्म देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर 6 करोड़ वर्ष पहले के जीवाश्म
रखे गए हैं।
यहां पर आप पौधे के तने, फूल, फल, बीज के जीवाश्म देख सकते हैं।
यहां पर डायनासोर के अंडे और समुद्री जीवो के जीवाश्म भी रखे हुए हैं। इस जगह पर नारियल
और ताड़ के जीवाश्म भी देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर आप अपने परिवार और दोस्तों के
साथ घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर आकर अच्छा लगता है। यहां पर आपको आकर मजा आएगा।
इस पार्क में प्रवेश के लिए शुल्क लिया जाता है।
यह मध्य प्रदेश का इकलौता राष्ट्रीय उद्यान है जहां पर पेड़
पौधों के जीवाश्म देखने के लिए मिलते हैं और उन्हें संरक्षित करके रखा गया है। आप यहां
पर आकर घूम सकते हैं। आपको यहां अच्छा लगेगा।
रानी अवंती बाई स्मारक स्थल डिंडोरी - Rani Avanti Bai Memorial Site Dindori
रानी रघुवंशी बाई स्मारक स्थल डिंडोरी में घूमने लायक जगह है।
रानी अवंती बाई एक महान क्रांतिकारी थी। उन्होंने 1857 की क्रांति में अंग्रेजों के
साथ युद्ध किया और वीर गति को प्राप्त हुई। रानी अवंती बाई की समाधि रामगढ़ में बनी
हुई है।
रामगढ़ डिंडोरी जिले से करीब 23 किलोमीटर दूर एक छोटा सा गांव
है। रामगढ़ अमरपुर विकासखंड के अंतर्गत आता है। यह गांव पहाड़ी से घिरा हुआ है। यहां
पर आप घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर एक नदी भी बहती है। यह जगह बहुत सुंदर है।
यहां पर आकर आपको प्राकृतिक सुंदरता देखने के लिए मिलेगी।
रामगढ़ में अवंती बाई की समाधि बनाई गई है। यहां पर अवंतीबाई
को समर्पित एक गार्डन बनाया गया है। यहां पर उनकी मूर्ति भी देखने के लिए मिलती है।
यहां पर आकर अच्छा लगता है। यहां पर रानी अवंती बाई के किले के अवशेष भी देखे जा सकते
हैं। यहां पर आने के लिए सड़क मार्ग उपलब्ध है। आप यहां आराम से पहुंच सकते हैं और
घूम सकते हैं।
ऋण मुक्तेश्वर महादेव मंदिर डिंडोरी - Rin Mukteshwar Mahadev Temple Dindori
ऋण मुक्तेश्वर महादेव मंदिर डिंडोरी का एक प्रसिद्ध मंदिर है।
इस मंदिर को कुकुरमठ के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर डिंडोरी से करीब 14 किलोमीटर
दूर स्थित है। यह मंदिर कुकरमठ गांव में बना हुआ है। यहां पर आप आसानी से आ सकते हैं।
यह मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है। यह मंदिर के चबूतरे पर बना हुआ है।
कुकरमठ मंदिर के गर्भगृह में शिवलिंग के दर्शन करने के लिए मिलते
हैं। मंदिर की दीवारों में नक्काशी की गई है। मंदिर के गर्भ गृह में बहुत ही आकर्षक
शिवलिंग देखने के लिए मिलता है। यहां पर गार्डन भी बनाया गया है। यहां पर मंदिर के
बारे में जानकारी लिखी गई है।
कुकरमठ मंदिर बलुआ पत्थर से बना हुआ है। यहां पर आप घूमने के
लिए आ सकते हैं। यह मंदिर डिंडोरी जिले के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है। यहां
पर आप सूर्योदय से सूर्यास्त तक घूमने के लिए आ सकते हैं। यह मंदिर परमार कालीन है।
मंदिर के पूर्व दिशा में सीढ़ियां बनी हुई है, जिससे आप मंदिर में प्रवेश कर सकते हैं।
भू योजना के आधार पर मंदिर चौकोर आकार में बना है। यहां पर आपको
चौकोर आकार का गर्भगृह देखने के लिए मिलता है। मंदिर के गर्भ ग्रह के मध्य में शिवलिंग
विराजमान हैं। यह शिवलिंग एक पत्थर से बना हुआ है और बहुत ही आकर्षक लगता है। यह शिवलिंग
प्राचीन है।
लोगों के अनुसार इस मंदिर का निर्माण एक बंजारे ने करवाया था,
जिसने अपने स्वामी भक्त कुत्ते की समाधि के ऊपर मंदिर का निर्माण कराया था। कुत्ते
को कुकुर कहा जाता है। संभवत इसलिए इस स्थान का नाम को कुकुरमठ कहा जाता है।
परंतु कुछ विद्वानों के अनुसार मंदिर का निर्माण कलचुरी राजा
कोकल्य देव के सहयोग से गुरु शंकराचार्य ने गुरु ऋण से मुक्ति पाने के लिए करवाया था।
इसलिए इस मंदिर को ऋण मुक्तेश्वर मंदिर के नाम से जाना जाता है।
प्राचीन साहित्य में यह मंदिर एक जैन मंदिर के रूप में वर्णित
है। इस मंदिर का निर्माण 10वीं से 11वीं शताब्दी के बीच में हुआ है। आप यहां पर आकर
घूम सकते हैं। यह मंदिर बहुत सुंदर है। आप यहां पर आकर पिकनिक मना सकते हैं। आप यहां
पर अपनी फैमिली और दोस्तों के साथ घूमने के लिए आ सकते हैं। यह डिंडोरी में घूमने के
लिए सबसे अच्छे स्थानों में से एक है।
हल्दी करेली पिकनिक स्पॉट डिंडोरी - Haldi Kareli Picnic Spot Dindori
हल्दी करेली पिकनिक स्पॉट डिंडोरी का एक मुख्य दर्शनीय स्थल
है। यह डिंडोरी के पास घूमने के लिए एक पिकनिक स्पॉट है। यहां पर आप अपनी फैमिली और
दोस्तों के साथ आ सकते हैं। हल्दी करेली डिंडोरी जिले से करीब 50 किलोमीटर दूर है।
हल्दी करेली जंगल के अंदर स्थित एक सुंदर जगह है। यहां पर चारों तरफ घना जंगल है।
यहां पर बुढनेर नदी बहती है, जो बहुत सुंदर लगती है। यहां पर
बड़ी-बड़ी चट्टानें हैं, जिनके बीच से बुढनेर नदी बहती है और यहां पर सुंदर झरना देखने
के लिए मिलता है। यहां पर आकर आप प्राकृतिक दृश्यों का आनंद उठा सकते हैं।
हल्दी करेली को मिनी गोवा के नाम से भी जाना जाता है। हल्दी
करेली में बड़ी-बड़ी चट्टानें है, जो बहुत सुंदर लगती हैं। यह चट्टानें काफी बड़े क्षेत्र
में फैली हुई है। यह चट्टाने पीले कलर की है और जब इसमें सूरज की रोशनी पड़ती है। तब
यह चट्टानें और भी ज्यादा आकर्षक दिखती हैं।
बरसात के समय यहां पर बहुत सारे लोग आते हैं। बरसात के समय यहां
चारों तरफ हरियाली देखने के लिए मिलती है। यहां पर आप अपने दोस्तों के साथ घूमने के
लिए आ सकते हैं। यह जगह समनापुर ब्लॉक में हल्दी करेली गांव के पास है। आप यहां पर
आराम से पहुंच सकते हैं।
देवनाला झरना डिंडोरी - Devnala Waterfall Dindori
देवनाला झरना डिंडोरी का एक मुख्य प्राकृतिक पर्यटन स्थल है।
यह झरना ग्राम पंचायत खैरदा गांव में स्थित है जो अमरपुर ब्लॉक के अंतर्गत आता है।
देवनाला झरना मंडला डिंडोरी हाईवे रोड से थोड़ा दूरी पर स्थित है। यहां पर आपको प्राचीन
गुफा और जलप्रपात देखने के लिए मिलती है। यह झरना बहुत खूबसूरत है। यहां पर ऊंची चट्टानों
से पानी गिरता है। यहां पर एक कुंड में पानी गिरता है। झरने के नीचे आपको शिव मंदिर
देखने के लिए मिलता है। यहां पर आकर बहुत अच्छा लगता है। यहां पर बहुत बड़ा कुंड है।
यहां पर आकर आप अच्छा समय बिता सकते हैं।
आप देवनाला झरना पर सड़क मार्ग से आ सकते हैं। बरसात के समय
यहां पर पानी की बहुत अधिक मात्रा रहती है। गर्मी के समय यहां पर पानी सूख जाता है।
यहां पर आकर अच्छा लगता है। आप यहां पर आकर अच्छा समय बिता सकते हैं। आप यहां पर फैमिली
और दोस्तों के साथ घूमने के लिए आ सकते हैं। यह बरसात में घूमने के लिए सबसे अच्छी
जगह है।
दोगाना जलप्रपात डिंडोरी - Dogana Falls Dindori
दोगाना जलप्रपात डिंडोरी का एक प्रमुख दर्शनीय स्थल है। यह जलप्रपात
डिंडोरी से करीब 65 किलोमीटर दूर है। यह जलप्रपात गौरा कनहारी गांव में बना हुआ है।
यह जलप्रपात जंगल के अंदर बना हुआ है। आप यहां
पर घूमने के लिए आ सकते हैं। यह जलप्रपात बुढनेर
नदी पर बना हुआ है। यह जलप्रपात बहुत सुंदर है।
दोगाना जलप्रपात में पतली पतली नालीनुमा संरचनाएं बनी हुई है,
जिससे होकर बुढनेर नदी का पानी बहता है और बहुत सुंदर लगता है। इस जलप्रपात को लोग
दो कदम से लांग सकते है। इसलिए इस जलप्रपात को दोगाना जलप्रपात कहा जाता है। यहां पर
आपको बहुत सारे छोटे-छोटे झरने देखने के लिए मिलते हैं। आप यहां पर आकर अच्छा समय व्यतीत
कर सकते हैं। यह चारों तरफ प्राकृतिक सुंदरता देखने मिलती है।
अग्नि झोझा जलप्रपात डिंडोरी - Agni Jhojha Falls Dindori
अग्नि झोझा जलप्रपात डिंडोरी जिले का एक प्राकृतिक पर्यटन स्थल
है। यह जलप्रपात घने जंगल के अंदर बना हुआ है। यह जलप्रपात गौरा कनहारी गांव के पास
में बना हुआ है। यहां पर आप घूमने के लिए आ सकते हैं। यह जलप्रपात बहुत सुंदर है। यहां
पर चारों तरफ घना जंगल है। यह जलप्रपात चट्टानों के ऊपर से बहता है और बहुत ही आकर्षक
लगता है।
बरसात के समय यहां पर पानी की मात्रा बहुत ज्यादा रहती है। यहां
चारों तरफ प्राकृतिक सौंदर्य देखने के लिए मिलता है। आप यहां पर आकर अच्छा समय बिता
सकते हैं। यहां पर आप बाइक और कार से पहुंच सकते हैं। यहां पर आने के लिए सड़क है।
कीकर कुंड जलप्रपात डिंडोरी - Kikar Kund Falls Dindori
कीकर कुंड जलप्रपात डिंडोरी का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। कीकर
कुंड जलप्रपात मेहदवानी ब्लॉक में स्थित है। यह जलप्रपात दनदना नदी पर बना हुआ है।
यह जलप्रपात बहुत ही आकर्षक लगता है। यह जलप्रपात एक कुंड में गिरता है। जलप्रपात के
पास मंदिर बना हुआ है। यहां पर आप आकर घूम सकते हैं और अपना अच्छा समय बिता सकते हैं।
यहां पर बरसात के समय बहुत सारे लोग घूमने के लिए आते हैं। बरसात
के समय झरने में पानी की बहुत अधिक मात्रा रहती है। यहां पर आपको शिव भगवान के भी दर्शन
करने के लिए मिलते हैं। यहां आकर बहुत अच्छा लगता है। यहां पर चारों तरफ प्राकृतिक
सौंदर्य देखने के लिए मिलता है। यह झरना कठोतिया गांव के पास में बना हुआ है। आप यहां
पर आराम से पहुंच सकते हैं।
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