उज्जैन के रामघाट और चित्रगुप्त मंदिर के दर्शन
Ujjain Ramghat and Pishachmukteshwar Temple (84 Mahadev Temple)
रामघाट उज्जैन शहर का प्रमुख धार्मिक स्थल है। रामघाट उज्जैन शहर में महाकाल मंदिर से करीब 1 किलोमीटर दूर होगा। यह घाट बहुत सुंदर है। यह घाट शिप्रा नदी के किनारे बना हुआ है। इस घाट के किनारे बहुत सारे प्राचीन मंदिर बने हुए हैं। यहां पर आकर बहुत अच्छा लगता है। यहां पर, जो भी लोग आते हैं। वह शिप्रा नदी में स्नान जरूर करते हैं। यहां पर बहुत सारे लोग मछलियों को दाना डालते हैं। यहां पर बोटिंग का मजा लेते हैं। घाट के किनारे गुरु नानक साहब जी का गुरुद्वारा भी देखने के लिए मिलता है। यह गुरुद्वारा रामघाट के दूसरे तरफ है। घाट के दूसरे तरफ जाने के लिए पुल बना हुआ है, जिससे आप आसानी से जा सकते हैं और दूसरी तरफ में घाट में भी घूम सकते हैं।
हम लोगों के उज्जैन भ्रमण के सफर में, रामघाट भी घूमने के लिए गए थे। रामघाट महाकालेश्वर मंदिर से 1 किलोमीटर दूर होगा। मगर हम लोग उज्जैन के जंतर मंतर घूमने के बाद, रामघाट घूमने के लिए गए थे। रामघाट में शिप्रा नदी बहती है और शिप्रा नदी के किनारे घाट बना हुआ है। यह घाट शिप्रा नदी के किनारे बहुत दूर तक फैला हुआ है। घाट में बहुत सारे प्राचीन मंदिर देखने के लिए मिलते हैं। इस घाट पर हम लोग अपनी स्कूटी से पहुंच गए और घाट के किनारे हम लोगों ने अपनी गाड़ी खड़ी कर दी है और घाट के किनारे जाकर बैठ गए। यहां पर बहुत सारे लोग नहा रहे थे और बहुत सारे लोग पूजा कर रहे थे। रामघाट में बहुत सारी पूजा होती है। यहां पर बहुत शांति मिलती है। ऐसा लग रहा था कि, हम लोग यहीं बैठे रहे।
उज्जैन का रामघाट में बहुत सारे शिव मंदिर देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर छोटे-छोटे मंदिर बने हुए हैं, जहां पर शिवलिंग विराजमान है। जब हम लोग यहां गए थे। तब बहुत सारे लोग यहां पर नहाने का मजा ले रहे थे। शिप्रा नदी एक पवित्र नदी है और लोग यहां पर आकर अपने पाप धोते हैं। वैसे हमने कोई पाप नहीं किया है, तो हमें धोने की जरूरत भी नहीं है। यह मजाक है। रामघाट के किनारे हम लोगों को अति प्राचीन चित्रगुप्त मंदिर देखने के लिए मिला। यहां पर पंडित जी बैठे थे और यहां पर कालसर्प पूजा और पित्र दोष पूजा होती है। यहां पर राहु केतु को शांत करने के लिए भी पूजा की जाती है।
रामघाट के किनारे पिशाचमुक्तेश्वर महादेव मंदिर भी स्थित है। पिशाचमुक्तेश्वर महादेव मंदिर 84 महादेव मंदिरों में से एक है। इस महादेव मंदिर का अपना महत्व है। इस महादेव मंदिर के बारे में कहा जाता है, कि यह रामघाट का सबसे प्राचीन मंदिर है और इस घाट में भगवान श्री रामचंद्र जी ने माता सीता जी के साथ शिप्रा नदी में स्नान करके महादेव जी का पूजन किया था। पिशाचमुक्तेश्वर शिवलिंग के दर्शन एवं जल चढ़ाने से, जो भी प्राणी रहता है। वह प्रेत योनि व अधोगति से मुक्त होकर मोक्ष को प्राप्त होता है। यह मंदिर रामघाट में शिप्रा नदी के किनारे ही बना हुआ है। यह प्राचीन मंदिर है। गर्भगृह में शिवलिंग विराजमान है और गर्भगृह के बाहर मंडप में नंदी भगवान जी विराजमान है। श्री राम जी ने राम घाट के किनारे भगवान शिव की पूजा करी थी। इसलिए इस घाट को रामघाट के नाम से जाना जाता है।
रामघाट में आगे बढ़ने पर, हम लोगों को श्री वेदमाता गायत्री मंदिर भी देखने के लिए मिला। रामघाट में बहुत सारी दुकानें लगी थी, जहां पर कुप्पी मिल रही थी और उस कुप्पी में लोग शिप्रा नदी का जल भरकर अपने घर में लेकर जाते हैं। यहां पर पूजा पाठ के लिए भी बहुत सारा सामान मिल रहा था। लोग यहां पर शिप्रा नदी की पूजा कर रहे थे। रामघाट में हमें अति प्रचीन नागचंद्रेश्वर मंदिर भी देखने के लिए मिला। मगर इस समय यह मंदिर बंद है। आगे चलने पर हमें शिप्रा नदी का आरती स्थल देखने के लिए मिला।
शिप्रा नदी का आरती स्थल बहुत प्राचीन है। यहां पर रोज शाम के समय शिप्रा नदी की आरती की जाती है। शिप्रा नदी एक पवित्र नदी है। यहां पर शिप्रा नदी पर वार्षिक उत्सव भी मनाया जाता है। शिप्रा नदी की आरती के समय बहुत सारे लोग यहां पर आते हैं और आरती में शामिल होते हैं। शाम के समय यहां पर बहुत अच्छा लगता है और यहां पर लोग मछलियों को खाना भी खिलाते हैं। शाम के समय जब हम लोग रामघाट घूमने के लिए आए थे। तब यहां पर दो बच्चे हम लोगों को मछली का दाना खरीदने के लिए बोल रहे थे। यहां पर बहुत सारे लोग मछलियों को दाना भी डालते हैं। बहुत प्यारे बच्चे थे, मगर हम लोगों ने उनसे दाना नहीं खरीदा। हम लोग यहां पर शाम के समय थोड़े टाइम के लिए आए थे। रामघाट घूमने के बाद, हम लोग अपने उज्जैन के सफर में आगे घूमने के लिए निकल गए हैं।
रामघाट आप घूमने के लिए आते हैं, तो रामघाट के दूसरे तरफ गुरुनानक जी के गुरुद्वारा घूमने जा सकते है। यह गुरुद्वारा प्राचीन है और बहुत फेमस है। आपके पास समय रहता है, तो इस गुरुद्वारे में आप जरूर घूमने जाएं। रामघाट के दूसरे तरफ भूखी माता का मंदिर है। भूखी माता मंदिर में जाने के लिए पुल बना हुआ है। आप पुल से रामघाट के दूसरे तरफ जाकर इस मंदिर में भी घूम सकते हैं। हम लोग इस मंदिर में नहीं गए थे। मगर आप इस मंदिर में जाकर माता के दर्शन कर सकते हैं। भूखी माता मंदिर में बहुत सुंदर मंदिर है और प्राचीन मंदिर है। रामघाट में सभी लोग नहाते हैं और यहां पर घाट में गहराई में जाने की मनाही है। घाट के किनारे ही लोग नहा सकते हैं, क्योंकि पानी गहरा है और डूबने की संभावना रहती है। इसलिए किनारे नहाने के लिए कहा जाता है।
राम घाट कहां पर है - Where is Ram ghat
रामघाट उज्जैन का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। रामघाट उज्जैन में शिप्रा नदी के किनारे बना हुआ है। रामघाट महाकाल मंदिर से 1 किलोमीटर दूर है। रामघाट में कार और बाइक से पहुंचा जा सकता है। यहां पर बाइक और कार को खड़े करने की अच्छी जगह है।
रामघाट उज्जैन का फोटो - Photo of Ramghat Ujjain
रामघाट का दृश्य |
रामघाट शिप्रा नदी का सुंदर दृश्य |
श्री धर्मराज, चित्रगुप्त मंदिर रामघाट |
शिप्रा नदी आरती स्थल रामघाट |
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