श्यामजी सांका मंदिर या श्याम जी की छतरी नरसिंहगढ़ - Shyamji Sanka Mandir or Shyamji ki Chhatri Narsinghgarh
श्यामजी सांका मंदिर नरसिंहगढ़ का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर श्री कृष्ण जी को समर्पित है। मंदिर में आपको श्री कृष्ण जी और राधा जी की मूर्ति देखने के लिए मिल जाएगी। यह मंदिर नरसिंहगढ़ का सबसे सुंदर मंदिर है, क्योंकि इस मंदिर में बहुत ही सुंदर शिल्प कला देखने के लिए मिलेगी। यहां पर दीवारों में मूर्तियां इतनी सुंदर लगती है, जैसे लगता है, कि वह अभी जीवित हो जाएंगे। श्यामजी सांका मंदिर को श्याम जी की छतरी के नाम से भी जाना जाता है और यह नरसिंहगढ़ तहसील में सांका नाम के गांव में बना हुआ है।
हम लोग नरसिंहगढ़ के 16 खंबा घूमने के बाद, श्यामजी सांका मंदिर घूमने के लिए गए। यह मंदिर बहुत ही बढ़िया है और हम लोग को बहुत ही अच्छा लगा। मंदिर के बाजू में एक छोटे से नदी बहती है या इसे बरसाती नाला भी कह सकते हैं। बरसात के टाइम नदी में बहुत ज्यादा पानी भर जाता होगा। मगर हम लोग सर्दी के समय गए थे, तो नाले में उतना ज्यादा पानी नहीं था। श्यामजी सांका मंदिर के पास पार्किंग की अच्छी व्यवस्था है और यहां पर सुंदर गार्डन भी देखने के लिए आपको मिल जाता है।
श्यामजी सांका मंदिर चारों तरफ से ऊंची ऊंची दीवारों से घिरा हुआ है। मंदिर का, जो प्रवेश द्वार है। वह भी बहुत शानदार है। मंदिर के सामने दोनों तरफ सुंदर गार्डन बना हुआ है। आप प्रवेश द्वार से अंदर जाएंगे, तो आपको मुख्य मंदिर देखने के लिए मिलेगा। मुख्य मंदिर एक बहुत ऊंचे चबूतरे पर बना हुआ है। मंदिर तक जाने के लिए सीढ़ियां बनी हुई है और मंदिर के चारों तरफ चबूतरे की दीवारों में बहुत ही सुंदर नक्काशी देखने के लिए मिल जाती है। यहां पर विभिन्न देवी-देवताओं की प्रतिमाओं को बनाया गया है, जो बहुत ही जबरदस्त है। यहां पर हाथी, शेर, मोर इन सभी की प्रतिमाएं भी आपको देखने के लिए मिल जाती हैं।
मुख्य मंदिर के सामने सीढ़ियों के दोनों तरफ गणेश जी की प्रतिमा दीवार पर देखने के लिए मिलती है, जो बहुत ही सुंदर लगती है। गणेश जी की मूर्ति के ऊपर, आपको शेर की मूर्ति देखने के लिए मिलती है, जो बहुत अच्छी लगती है और उसके ऊपर आपको हाथी की मूर्ति देखने के लिए मिलती है, जो बहुत ही जबरदस्त है। हाथी की मूर्ति में, प्राचीन समय में राजा जिस तरह से हाथी की सवारी करते थे। उस तरह से मूर्ति को बनाया गया है और मूर्ति बहुत अच्छी लगती है। मगर यह मूर्तियां भी खंडित है। मंदिर की जो सीढ़ियां हैं। उसमें भी बहुत सुंदर डिजाइन देखने के लिए मिलेगी। हर एक सीढी में अलग-अलग डिजाइन बनाई गई है। मंदिर में राधा जी और कृष्ण जी की मूर्ति विराजमान है। राधा जी और कृष्ण जी की मूर्ति सफेद पत्थर की है। वस्त्रों से मूर्ति सजी हुई थी, जो बहुत ही सुंदर लग रही थी। मूर्ति की परिक्रमा करना और ऊपर चढ़कर फोटो लेना मना था। आप नीचे से फोटो ले सकते थे। हम लोगों ने भगवान श्री कृष्ण और राधा जी के दर्शन किए हैं। उसके बाद हम लोग ने नीचे आकर परिक्रमा करें और मंडप पर बने सुंदर चित्रों को देखा, जो बहुत ही अच्छे लग रहे थे।
श्री कृष्ण और राधा रानी के दर्शन करने के बाद, हम लोग मंदिर परिसर में थोड़ा और अंदर गए। तो हम लोगों को शिव जी का मंदिर देखने के लिए मिला। शिव जी का मंदिर भी बहुत सुंदर था। यह मंदिर एक ऊंचे मंडप के ऊपर बना हुआ था। शिव जी के मंदिर की, जो दीवारें थी। बाहरी दीवार में बहुत ही सुंदर मूर्ति कला देखने के लिए मिले। गर्भगृह में शिवलिंग विराजमान था और गर्भगृह के बाहर मंडप में नंदी भगवान जी की प्रतिमा विराजमान थी। यह मंदिर भी बहुत सुंदर लग रहा था।
शिव मंदिर के सामने, गणेश जी की प्रतिमाएं दीवारों पर बनी थी, जो बहुत सुंदर लग रहे थे। मंदिर के दर्शन करने के बाद, हम लोग बाहर आए। बाहर हम लोग को गार्डन देखने के लिए मिला। यहां पर गांव के बहुत सारे लोग आकर बैठे थे। मंदिर से थोड़ी दुरी पर दुकानें भी हैं, जहां से अगर आप खाने पीने का सामान लेना चाहते हो, तो ले सकते हैं। यहां पर पीने के पानी की व्यवस्था भी थी। यहां पर गांव का प्राथमिक विद्यालय था। यहां पर आकर हम लोग को बहुत अच्छी लगा। नरसिंहगढ़ में हम लोग को यह जगह सबसे ज्यादा पसंद आई।
श्यामजी की छतरी या श्यामजी सांका का मंदिर का इतिहास - History of Shyamji Sanka Temple
श्यामजी की छतरी या श्यामजी सांका मंदिर का निर्माण राजपूत शासक महाराजा श्याम सिंह खींची की पत्नी भाग्यवती द्वारा कराया गया था। इसी छतरी के पूर्व की ओर गणेश, भैरव व द्वारपाल के अंकन वाला शिव मंदिर बना हुआ है। इस छतरी को श्री देवनारायण के मंदिर के नाम से भी जाना जाती है। इस मंदिर का निर्माण 16वीं 17वीं सदी में हुआ था।
श्यामजी की छतरी या श्यामजी सांका मंदिर कहां पर है - Where is Shyamji ki Chhatri or Shyamji Sanka Mandir
श्यामजी की छतरी या श्यामजी सांका मंदिर नरसिंहगढ़ का एक प्रसिद्ध मंदिर है और यह मंदिर बहुत सुंदर पर है। यह मंदिर नरसिंहपुर तहसील से करीब 20 किलोमीटर दूर है। यह मंदिर सांका नाम के गांव में है। अगर आप नरसिंहगढ़ से इस मंदिर में घूमने के लिए आते हैं, तो आपको कुछ सड़क कच्ची मिलेगी और मंदिर तक जाने की सड़क पक्की है। श्यामजी सांका मंदिर तक बहुत आसानी से पहुंचा जा सकता है। मंदिर की तरफ जाने के लिए जगह जगह पर आपको छोटे-छोटे बोर्ड मिल जाएंगे। तो आप आराम से पहुंच सकते हैं और आप गांव के किसी भी व्यक्ति से मंदिर जाने का रास्ता पूछते है , तो वह आपको गाइड कर देते हैं। तो आप श्यामजी सांका मंदिर आराम से आ सकते हैं।
श्यामजी सांका मंदिर नरसिंहगढ़ की फोटो - Photo of Shyamji Sanka Mandir Narsinghgarh
मंदिर का प्रवेश द्वार |
शिव भगवान जी का मंदिर |
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