बांसवाड़ा जिले के दर्शनीय स्थल - Major places to visit in Banswara District / बांसवाड़ा जिले के आसपास घूमने वाली प्रमुख जगह
बांसवाड़ा राजस्थान राज्य का मुख्य जिला है। बांसवाड़ा राजस्थान की राजधानी जयपुर से करीब 500 किलोमीटर दूर है। बांसवाड़ा की मुख्य नदी माही नदी है। माही नदी बांसवाड़ा राज्य की बाउंड्री बनाते हुए बहती है। बांसवाड़ा में अनास नदी भी बहती है। बांसवाड़ा का नाम बांसवाड़ा इसलिए पड़ा, क्योंकि कहा जाता है, कि यहां पर बांस के बहुत ज्यादा पेड़ हुआ करते थे। बांसवाड़ा राजस्थान राज्य में, राजस्थान और मध्य प्रदेश की सीमा पर स्थित है। बांसवाड़ा जिले में पहुंचने के लिए सड़क माध्यम उपलब्ध है। बांसवाड़ा में घूमने के लिए बहुत सारी जगह है। चलिए जानते हैं - बांसवाड़ा में घूमने लायक कौन कौन सी जगह है।
बांसवाड़ा में घूमने की जगह - Banswara Mein ghumne ki jagah
गौरी शंकर उपाध्याय पार्क बांसवाड़ा - Gauri Shankar Upadhyay Park Banswara
गौरी शंकर उपाध्याय पार्क बांसवाड़ा का एक मुख्य पार्क है। यह पार्क बांसवाड़ा का मुख्य दर्शनीय स्थान है। यह पार्क बांसवाड़ा जिले के मध्य में स्थित है। इस पार्क को उपाध्याय पार्क के नाम से भी जाना जाता है। इस पार्क में प्रवेश के लिए शुल्क लगता है। यह पार्क बहुत सुंदर और बहुत बड़ा है। इस पार्क में विभिन्न प्रकार के पेड़ पौधे लगे हुए हैं। यहां पर फूलों वाले बहुत सारे प्लांट लगे हुए हैं। आप यहां पर आकर अपना अच्छा समय बिता सकते हैं। यहां पर बच्चों के खेलने के लिए झूले लगे हुए हैं।
उपाध्याय पार्क पर जिम करने के लिए बहुत सारे यन्त्र लगे हुए हैं। यहां पर जानवरों की बहुत सारे स्टेचू देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर हाथी, शेर, जिराफ, हिरण के स्टेचू देखे जा सकते हैं। यहां पर खाने-पीने की भी बहुत सारे ऑप्शन मिल जाते हैं और काफी कम रेट पर अच्छा फास्ट फूड मिल जाता है। आप यहां पर आकर बहुत मजे कर सकते हैं। यहां पर सुबह के समय मॉर्निंग वॉक के लिए आया जा सकता है। यहां पर सुबह के समय 6 से 9 बजे तक पार्क में एंट्री फ्री रहती है।
हाटकेश्वर महादेव मंदिर बांसवाड़ा - Hatkeshwar Mahadev Temple Banswara
हाटकेश्वर महादेव मंदिर बांसवाड़ा का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह मंदिर बांसवाड़ा जिले में सागरोड में स्थित है। इस मंदिर में आप घूमने के लिए आ सकते हैं। यह मंदिर प्राचीन है। यह मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है। यहां आकर अच्छा लगता है। यहां पर आपको एक बड़ा सा डैम भी देखने के लिए मिलता है। यहां चारों तरफ हरियाली देखने के लिए मिलती है। यहां पर आपको सरवानिया बांध देखने के लिए मिलता है। यह बांध बहुत बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है। आप यहां पर आ कर अपना अच्छा समय बिता सकते हैं।
विट्ठल देव मंदिर बांसवाड़ा - Vitthal Dev Temple Banswara
विट्ठल देव जी का मंदिर बांसवाड़ा का प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यह मंदिर बांसवाड़ा से करीब 14 किलोमीटर दूर है। यह मंदिर बहुत सुंदर है। यह प्राचीन स्थल है। यहां पर आपको सुंदर प्रवेश द्वार देखने के लिए मिलता है, जो नक्काशी दार है। मंदिर के मुख्य गर्भ गृह में विट्ठल देव जी की प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। विट्ठल देव मंदिर का गर्भगृह बहुत सुंदर है। पूरा गर्भगृह कांच से सजा हुआ है। यहां आ कर बहुत अच्छा लगता है। यहां पर आपको एक नदी देखने के लिए मिलती है, जिसमें छोटा सा डैम बनाया गया है। बरसात के समय, जब ओवरफ्लो होकर पानी बहता है। तब बहुत ही सुंदर लगता है। आप यहां पर आकर अपना अच्छा समय बिता सकते हैं।
विट्ठल देव मंदिर से थोड़ी ही दूरी पर आपको नीलकंठ महादेव मंदिर देखने के लिए मिलता है। यह मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है। यह मंदिर बहुत सुंदर है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर चारों तरफ हरियाली और पेड़ पौधे देखने के लिए मिलते हैं।
मां त्रिपुरा सुंदरी मंदिर बांसवाड़ा - Maa Tripura Sundari Temple Banswara
मां त्रिपुरा सुंदरी मंदिर बांसवाड़ा का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर पूरे राजस्थान राज्य में प्रसिद्ध है। यह मंदिर एक प्रमुख शक्तिपीठ है। मां त्रिपुर सुंदरी मंदिर बांसवाड़ा जिले में उमराई गांव के पास स्थित है। आप यहां पर आकर घूम सकते हैं। यह मंदिर बहुत बड़ा और बहुत सुंदर है। मंदिर में आपको माता की बहुत सुंदर प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। यह प्रतिमा काले पत्थर की बनी है और माता की मूर्ति बहुत सुंदर है। माता की मूर्ति में आपको नौ देवियों के भी दर्शन करने के लिए मिलते हैं। माता वस्त्र और फूलों से सुसज्जित रहती है।
मां त्रिपुरा सुंदरी मंदिर में आपको बड़ा सा गार्डन देखने के लिए मिलता है। गार्डन में झूले लगे हुए हैं, जहां पर बहुत इंजॉय किया जा सकता है। गार्डन में चारों तरफ पेड़ पौधे लगे हुए हैं। मंदिर में ठहरने के लिए धर्मशाला भी है। यहां पर भोजन के लिए व्यवस्था है। अगर आप यहां दूर से आते हैं, तो यहां पर आकर ठहर सकते हैं और भोजन भी कर सकते हैं। मंदिर परिसर में ही आपको हनुमान जी का मंदिर देखने के लिए मिलता है। हनुमान मंदिर में हनुमान जी की प्रतिमा बहुत सुंदर है।
त्रिपुर सुंदरी मंदिर के पास में ही आपको नीलकंठ महादेव जी का मंदिर देखने के लिए मिलता है। मंदिर के पास में बड़ा सा तालाब है, जिसका पानी पारदर्शी है और बहुत सुंदर लगता है। यहां पर चारों तरफ पेड़ पौधे लगे हुए हैं। यहां आकर अच्छा समय बिताया जा सकता है। यह बांसवाड़ा में घूमने लायक एक मुख्य जगह है।
त्रिपुर सुंदरी मंदिर बहुत प्राचीन है। इस मंदिर का निर्माण काल सम्राट कनिष्क काल से पूर्व का है। प्राचीन समय में यहां पर गढ़ पोली महानगर था। नगर में तीन दुर्ग थे - सीतापुरी, शिवपुरी, विष्णुपुरी। इस क्षेत्र में लोहार जाति के लोग, खान से कच्चा लोहा निकालकर हथियार और कृषि औजार बनाते थे। गुजरात मालवा एवं मारवाड़ के राजा मां त्रिपुर सुंदरी के उपासक थे। त्रिपुर सुंदरी मंदिर में नवरात्रि के समय बहुत ज्यादा भीड़ लगती है। आप यहां पर आकर घूम सकते हैं। आपको अच्छा लगेगा। मंदिर के बाहर बहुत सारी प्रसाद की दुकान देखने के लिए मिलती है, जहां से आप माता को अर्पित करने के लिए प्रसाद ले सकते हैं। यह मंदिर बहुत अच्छी तरह से बनाया हुआ है। मंदिर लाल बलुआ पत्थर से बना हुआ है और इसमें सुंदर डिटेलिंग की गई है। आप अगर बांसवाड़ा घूमने के लिए आते हैं, तो आप इस मंदिर में जरूर घूमने के लिए आए। आपको अच्छा लगेगा।
रामकुंड बांसवाड़ा - Ramkund Banswara
रामकुंड बांसवाड़ा जिले का दर्शनीय स्थल है। रामकुंड बांसवाड़ा एक मुख्य धार्मिक स्थल है। रामकुंड बांसवाड़ा जिले में तलवाड़ा नगर के पास स्थित है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं और अपना बहुत अच्छा समय बिता सकते हैं। यह जगह चारों तरफ से प्राकृतिक परिदृश्य से घिरी हुई है। यहां पर आपको एक गहरी गुफा देखने के लिए मिलती है।
इस जगह के बारे में कहा जाता है, कि प्राचीन समय में जब राम जी वनवास में घूम रहे थे, तो इस जगह पर भी आए थे। यहां पर आपको गहरी गुफा के अंदर पानी देखने के लिए मिलता है। यहां पर शिव भगवान जी का शिवलिंग के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां आकर अच्छा समय बिताया जा सकता है। यह बांसवाड़ा का पिकनिक स्पॉट है।
सिद्धिविनायक मंदिर बांसवाड़ा - Siddhivinayak Temple Banswara
सिद्धिविनायक मंदिर बांसवाड़ा शहर का एक मुख्य दर्शनीय स्थल है। यह मंदिर बांसवाड़ा जिले में तलवाड़ा नगर में स्थित है। यह मंदिर गणेश जी को समर्पित है। इस मंदिर में आपको गणेश जी की लाल रंग की बहुत सुंदर प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। मंदिर का गर्भगृह चांदी धातु से सजा हुआ है और बहुत सुंदर लगता है।
यह मंदिर बांसवाड़ा से करीब 12 किलोमीटर दूर है। आप यहां घूमने के लिए आ सकते हैं। यह मंदिर बहुत ही अच्छी तरह से बना हुआ है। यह मंदिर लाल बलुआ पत्थर से बना हुआ है और मंदिर की दीवारों पर सुंदर नक्काशी देखने के लिए मिलती है। मंदिर का प्रवेश द्वार बहुत ही आकर्षक लगता है। आप यहां पर आकर घूम सकते हैं।
भीमकुंड महादेव धाम बांसवाड़ा - Bhimkund Mahadev Dham Banswara
भीमकुंड महादेव धाम बांसवाड़ा जिले के प्रमुख दर्शनीय स्थल है। यह एक प्राकृतिक जगह है। यहां पर आपको पहाड़, नदियां और झरने का दृश्य देखने के लिए मिलता है। यह जगह धार्मिक रूप से भी बहुत ज्यादा प्रसिद्ध है। भीम कुंड महादेव धाम बांसवाड़ा जिले में अरुर नाम के गांव में स्थित है। आप यहां पर अपने वाहन से आसानी से पहुंच सकते हैं। यहां पर आपको एक प्राचीन कुंड देखने के लिए मिलता है। इस जगह के बारे में कहा जाता है, कि यहां पर पांच पांडवों ने निवास किया था। यहां पर वह अपने वनवास काल के दौरान रुके थे। यहां पर आपको एक बड़ी सी गुफा देखने के लिए मिलती है।
भीमकुंड महादेव धाम पर एक कुंड बना हुआ है, जो हमेशा पानी से भरा रहता है। इस कुंड में स्नान किया जा सकता है। बरसात के समय यहां पर आपको सुंदर झरना देखने के लिए मिलता है। यह झरना पहाड़ों के बीच से बहता है और बहुत ही आकर्षक लगता है। आप यहां पर बरसात के समय घूमने को आएंगे, तो आपको बहुत अधिक मजा आएगा। यहां पर आपको भगवान शिव के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर शिवलिंग विराजमान है। यहां पर मंदिर बना हुआ है। आप यहां पर आकर आनंद का अनुभव कर सकते हैं।
मंडलेश्वर महादेव मंदिर बांसवाड़ा - Mandleshwar Mahadev Temple Banswara
मंडलेश्वर महादेव मंदिर बांसवाड़ा जिले का एक धार्मिक स्थल है। यह मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है। यह मंदिर प्राचीन है। यह मंदिर बांसवाड़ा जिले के गढ़ी तहसील के परहेरा गांव में स्थित है। यह या मंदिर परहेरा तालाब के किनारे बना हुआ है। यहां पर आकर, आप शांति से अपना समय बिता सकते हैं। मंदिर के बाहर सुंदर नक्काशी देखने के लिए मिलती है। यह मंदिर बहुत सुंदर लगता है। यहां पर, जो तालाब बना हुआ है। उसे परहेरा तालाब के नाम से जानते हैं और यह तालाब बहुत बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है।
श्री भगोरेश्वर महादेव जी का मंदिर बांसवाड़ा - Shri Bhagoreshwar Mahadev Ji Temple Banswara
श्री भगोरेश्वर महादेव जी का मंदिर बांसवाड़ा का एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यह मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है। यह मंदिर बहुत सुंदर है। यह मंदिर बांसवाड़ा जिले के गढ़ी तहसील के भगोरा गांव में स्थित है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर आपको बहुत बड़ा और बहुत सुंदर मंदिर देखने के लिए मिलता है। मंदिर के अंदर गर्भगृह में शिवलिंग विराजमान है।
श्री भगोरेश्वर महादेव मंदिर बहुत ही अच्छी तरह बनाया गया है। मंदिर का शिखर बहुत सुंदर लगता है। मंदिर परिसर में आपको दुर्गा जी, हनुमान जी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। मंदिर के पास से ही नदी बहती है, जिसका दृश्य बहुत सुंदर रहता है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं और अच्छा समय बिता सकते हैं। यहां पर हनुमान जी और शिव भगवान जी की बड़ी प्रतिमाएं देखने के लिए मिलते हैं। मंदिर से कुछ ही दूरी पर आपको भगोरा तालाब भी देखने के लिए मिलता है, जो बहुत बड़ा है और बहुत सुंदर है। आपको यहां पर आकर अच्छा लगेगा।
रणछोड़ जी मंदिर बांसवाड़ा - Ranchod Ji Temple Banswara
रणछोड़ जी का मंदिर बांसवाड़ा का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर बांसवाड़ा जिले में माही नदी के किनारे मोटागांव में स्थित है। आप यहां पर आकर घूम सकते हैं। आपको अच्छा लगेगा। यहां पर हर माह की पूर्णिमा में रणछोड़ जी का श्रृंगार किया जाता है, उन्हें सजाया जाता है। यहां पर, जो भी व्यक्ति मनोकामना मांगता है। उसकी मनोकामना पूरी होती है। यह वागड़ का वृंदावन है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। आपको अच्छा लगेगा।
बेणेश्वर धाम बांसवाड़ा - Beneshwar Dham Banswara
बेणेश्वर धाम बांसवाड़ा जिले के पास घूमने के लिए एक प्रमुख जगह है। यह एक धार्मिक स्थल है। इस जगह को लेकर बहुत सारी मान्यताएं हैं। यह जगह बहुत प्रसिद्ध है। यहां पर तीन नदियों सोम, जखम और माही नदी का संगम हुआ है। इन नदियों के बीच में एक टापू बना हुआ है, जिसमें महादेव जी विराजमान है। यहां पर महादेव जी का, जो शिवलिंग है। वह टूटा हुआ है। यहां पर टूटे हुए शिवलिंग की पूजा की जाती है। यहां पर प्रतिवर्ष माघ शुक्ल एकादशी से कृष्ण पंचमी तक एक विशाल मेला भरता है। यह मेला आदिवासियों के लिए प्रमुख है, क्योंकि इस मेले में जितने भी दुकानें रहती है। वह आदिवासियों के द्वारा लगाई जाती है। इस मेले में आदिवासी लोग अपने हाथों से बनी हुई बहुत सारी चीजें बेचते हैं।
इस मेले को आदिवासियों का कुंभ कहा जाता है। यहां पर झूले एवं अन्य तरह के बहुत सारे मनोरंजक साधन रहते हैं, जो बहुत ही अच्छे लगते हैं। यहां पर बहुत ही इंजॉय किया जा सकता है। बेणेश्वर धाम डूंगरपुर जिले से करीब 70 किलोमीटर दूर स्थित है। यहां पर आप बांसवाड़ा और डूंगरपुर से घूमने के लिए आ सकते हैं। आप यहां पर आकर बहुत अच्छा अनुभव कर सकते हैं। यहां पर महाशिवरात्रि के समय बहुत भीड़ लगती है। बहुत सारे लोग यहां पर आते हैं। यहां माघ पूर्णिमा को संगम स्थल पर डुबकी लगाना शुभ माना जाता है। यह बांसवाड़ा की घूमने वाली जगह है और आप यहां पर आकर शांति का अनुभव कर सकते हैं।
बेणेश्वर मंदिर के पास ही में आपको मावजी महाराज का मंदिर देखने के लिए मिलता है। मावजी महाराज महाराज एक संत थे, जिन्होंने यहां पर योग साधना की थी। यहां पर मावजी जी महाराज पैनोरमा भी बना हुआ है, जो राजस्थान सरकार के द्वारा प्रबंधित किया जाता है। आप यहां पर घूम कर मावजी जी महाराज के बारे में बहुत सारी जानकारी हासिल कर सकते हैं। यहां पर उनकी बहुत सारी पेंटिंग, मूर्तियां और जानकारी को दिखाया गया है। यहां पर आपको गोंड समाज का ब्रह्मा मंदिर भी देखने के लिए मिलता है। यहां पर नदियों का बहुत सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। आप इस टापू में पुल के द्वारा पहुंच सकते हैं और अपना समय शांति से बिता सकते हैं।
श्री गोपेश्वर महादेव मंदिर बांसवाड़ा - Shri Gopeshwar Mahadev Temple Banswara
श्री गोपेश्वर महादेव मंदिर बांसवाड़ा का एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यह मंदिर बांसवाड़ा जिले में खमेरा में स्थित है। यह मंदिर बहुत सुंदर है। इस मंदिर में आपको शंकर भगवान जी की बहुत बड़ी प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। यह प्रतिमा काले रंग की है। यहां पर शिवलिंग विराजमान है। यहां पर, जो शिवलिंग आपको देखने के लिए मिलता है। वह स्वयंभू है अर्थात स्वयं प्रकट हुआ है। यहां पर महाशिवरात्रि के समय और सावन सोमवार के समय बहुत सारे लोग भगवान शिव के दर्शन करने के लिए आते हैं। यहां पर चारों तरफ का वातावरण प्राकृतिक है।
गोपेश्वर महादेव मंदिर से थोड़ी ही दूरी पर आपको भाटिया तालाब देखने के लिए मिलता है। भाटिया तालाब बहुत बड़ा है और बहुत सुंदर है। यहां चारों तरफ से प्राकृतिक माहौल से घिरा हुआ है। बरसात में जब यह तालाब ओवरफ्लो होकर बहता है। तब इस तालाब का दृश्य देखने लायक लगता है। यह तालाब झरने की तरह बहता है और बहुत ही ज्यादा आकर्षक लगता है। आप यहां पर सावन में घूमने के लिए आ सकते हैं।
माही बांध बांसवाड़ा - Mahi Dam Banswara
माही बांध बांसवाड़ा जिला का एक मुख्य एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह बांध माही नदी पर बना हुआ है। माही बांध को माही बजाज सागर बांध के नाम से भी जाना जाता है। यह बांध जामन लाल बजाज के नाम पर रखा गया है। जामन लाल बजाज एक महान फ्रीडम फाइटर थे और एक नेता थे। इस बांध का निर्माण 1972 से 1983 के बीच में किया गया है।
माही बांध राजस्थान के सबसे बड़े बांधों में से एक है। इस बांध पर 16 गेट बने हुए हैं। यह बांध जब बरसात में, पूरी तरह पानी से भर जाता है। तब उसके गेट खोले जाते हैं, जिसका दृश्य बहुत ही जबरदस्त होता है। इस बांध के भराव क्षेत्र में बहुत सारे टापू देखने के लिए मिलते हैं, जो बहुत सुंदर लगते हैं।
माही बांध बांसवाड़ा जिले से करीब 16 किलोमीटर दूर है। यह बांध मध्य प्रदेश और राजस्थान की सीमा पर बना हुआ है। आप यहां पर आकर अपना अच्छा समय व्यतीत कर सकते हैं। यह बांध मुख्य तौर से सिंचाई और बिजली उत्पादन के लिए बनाया गया है। बरसात के समय बांध के चारों तरफ का दृश्य बहुत ही सुंदर रहता है। बांसवाड़ा में यह पिकनिक के लिए एक अच्छी जगह है। आप यहां घूमने के लिए आ सकते हैं।
चाचा कोटा बांसवाड़ा - Chacha Kota Banswara
चाचा कोटा बांसवाड़ा का एक दर्शनीय स्थल है। यह जगह माही सागर बांध के भराव क्षेत्र में स्थित है। यहां पर आपको चारों तरफ सुंदर वादियों देखने के लिए मिलती है। बरसात में यह जगह हरियाली से भर जाती है। आपको यहां पर आकर बहुत आनंद आएगा।
साईं बाबा मंदिर बांसवाड़ा - Sai Baba Mandir Banswara
साईं बाबा का मंदिर बांसवाड़ा का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह मंदिर साईं बाबा जी को समर्पित है। यह मंदिर बांसवाड़ा जिले में, बांसवाड़ा से रतलाम जाने वाली हाईवे सड़क पर स्थित है। आप यहां पर बहुत आसानी से पहुंच सकते हैं। यह मंदिर बहुत ही अच्छी तरह से बना हुआ है। मंदिर के अंदर साईं बाबा जी की प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। मंदिर के चारों तरफ का दृश्य प्राकृतिक है। आपको यहां पर आकर अच्छा लगेगा।
कागदी पिकअप झील बांसवाड़ा - Kagdi Pickup Lake Banswara
कागदी पिकअप झील बांसवाड़ा का एक मुख्य पर्यटन स्थल है। यहां बांसवाड़ा मुख्य शहर से करीब 3 किलोमीटर दूर है। यहां पर आप अपनी गाड़ि या बाइक से आ सकते हैं। आपको यहां पर एक बहुत बड़ी झील देखने के लिए मिलती है। इस झील का पानी माही बांध से आता है। यह झील बांसवाड़ा में घूमने लायक जगह है। यहां पर आप आसानी से पहुंच सकते हैं। यहां पर आपको घूमने के लिए सुंदर गार्डन मिलता है। गार्डन में बहुत सारे झूले और जिम करने वाले यंत्र लगाए गए हैं। यहां पर आप आकर अपना अच्छा समय बिता सकते हैं।
कागदी पिकअप झील में आपको बहुत सारे पक्षी देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर आप बोटिंग का आनंद ले सकते हैं। यहां पर बच्चों को बहुत मजा आएगा, क्योंकि यहां पर बहुत सारे झूले हैं। आप यहां पर आकर पिकनिक बना सकते हैं। यह जगह अच्छी है।
मंदारेश्वर महादेव मंदिर बांसवाड़ा - Mandareshwar Mahadev Temple Banswara
मंदारेश्वर महादेव मंदिर बांसवाड़ा का टूरिस्ट प्लेस है। यह मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है। यहां पर आपको एक प्राकृतिक गुफा देखने के लिए मिलती है, जिस में शिव भगवान जी का शिवलिंग विराजमान है। यहां पर पत्थर का बहुत बड़ा शिवलिंग देखने के लिए मिलता है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। आपको अच्छा लगेगा। यहां पर नंदी महाराज जी की भी मूर्ति देखने के लिए मिलती है, जो बहुत बड़ी है और सुंदर है।
यहां पर शंकर भगवान जी की मूर्ति विराजमान है। यह जगह बहुत ही आकर्षक लगती है। चारों तरफ का दृश्य प्राकृतिक है। चारों तरफ पेड़ पौधे लगे हुए हैं। यहां पर आकर आप शांति का अनुभव कर सकते हैं। यहां पर सावन सोमवार के समय बहुत सारे भक्त भगवान शिव के दर्शन करने के लिए आते हैं। यहां पर भगवान शिव का जब श्रृंगार किया जाता है। तब भगवान शिव का शिवलिंग और अधिक आकर्षक लगता है। यहां पर आकर आपको शांति मिलेगी। यह बांसवाड़ा की सबसे अच्छी जगह है।
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