झुंझुनू जिले के दर्शनीय स्थल - places to visit in Jhunjhunu District / झुंझुनू जिले के आसपास घूमने वाली प्रमुख जगह
झुंझुनू राजस्थान राज्य का मुख्य जिला है। झुंझुनू राजस्थान की राजधानी जयपुर से करीब 180 किलोमीटर दूर है। झुंझुनू जिला राजस्थान राज्य में, राजस्थान और हरियाणा की सीमा पर स्थित है। झुंझुनू जिला शेखावाटी क्षेत्र के अंतर्गत आता है, क्योंकि प्राचीन समय में यहां पर शेखावत शासकों का शासन हुआ करता था। इसलिए यह शेखावाटी क्षेत्र कहलाता है। शेखावाटी में घूमने के लिए बहुत सारी जगह है। झुंझुनू आप सड़क माध्यम के द्वारा पहुंच सकते हैं और यहां पर घूम सकते हैं। शेखावाटी क्षेत्र के झुंझुनू जिले में घूमने के लिए बहुत सारी जगह है। चलिए जानते हैं - झुंझुनू जिले में घूमने के लिए कौन-कौन सी जगह है।
झुंझुनू में घूमने की जगह - Jhunjhunu mein ghumne ki jagah
नेहरू पार्क झुंझुनू - Nehru Park Jhunjhunu
नेहरू पार्क झुंझुनू जिले में स्थित एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह पार्क झुंझुनू में कलेक्टर ऑफिस के पास में स्थित है। नेहरू पार्क बहुत बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है। नेहरू पार्क में बच्चों के खेलने के लिए बहुत सारे झूले और फिसलपट्टी हैं। नेहरू पार्क में चारों तरफ फूलों वाले पौधे लगे हुए हैं। यहां आकर अच्छा लगता है। यहां सुबह एवं शाम के समय वाकिंग के लिए आया जा सकता है।
नेहरू पार्क के आसपास और भी बहुत सारे पार्क है, जहां पर घूमने के लिए जाया जा सकता है। यहां पर शहीद स्मारक पार्क देखने के लिए मिलता है, जो बहुत सुंदर है। यहां शहीद करणी रामदेव मेमोरियल पार्क देखने के लिए मिलता है। यहां शहीद करणी रामदेव की मूर्ति के दर्शन करने मिलते है। आप यहां पर आकर अच्छा समय बिता सकते हैं।
बादलगढ़ का किला झुंझुनू - Badalgarh Fort Jhunjhunu
बादलगढ़ का किला झुंझुनू जिले का एक प्रसिद्ध किला है। यह प्राचीन किला है। यह किला अब खंडहर अवस्था में देखने के लिए मिलता है। यह किला झुंझुनू जिले के बीचो-बीच बना हुआ है। इस किले का निर्माण नवाब फैजल खान के द्वारा 16वीं शताब्दी में करवाया गया था। यह किला एक ऊंची पहाड़ी पर स्थित है। पहाड़ी के चारों तरफ हरियाली देखने के लिए मिलती है। बादलगढ़ किला धार्मिक सद्भावना का संदेश देता है। इस किले के एक तरफ आपको दुर्गा जी का मंदिर देखने के लिए मिलता है और किले के दूसरे तरफ हजरत इस्माइल रहमतुल्लाह अलैह की दरगाह देखने के लिए मिलती है। यह किला हिंदू मुस्लिम भाईचारे का प्रतीक है। किले के अंदर दुर्गा मां और बजरंगबली पर छोटे मंदिर का निर्माण करवाया गया है। किले का मुख्य द्वार दक्षिण दिशा में है।
बादल गढ़ किला पहाड़ी की सबसे ऊंचाई पर स्थित है। इससे पूरे शहर का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिल जाता है। किले में आपको ऊंची ऊंची दीवारें देखने के लिए मिलती हैं। यहां पर आपको मकबरे देखने के लिए मिलते हैं। आप यहां पर आ कर अपना अच्छा समय बिता सकते हैं। यह झुंझुनू में घूमने लायक एक मुख्य जगह है। यहां पर आकर अच्छा समय बिताया जा सकता है। यहां पर आप बरसात के समय आएंगे, तो आपको और भी ज्यादा अच्छा लगेगा।
मेड़तनी की बावड़ी झुंझुनू - Mertani Baori Jhunjhunu
मेड़तनी की बावड़ी झुंझुनू में घूमने वाली एक मुख्य जगह है। यह ऐतिहासिक स्थल है। यह एक सुंदर बावड़ी है। इस बावड़ी का निर्माण हिंदू शासक शार्दुल सिंह शेखावत की रानी मेड़तनी ने करवाया था। इस बावड़ी का निर्माण सन 1783 ई में करवाया गया था। इसी वजह से इस बावड़ी का नाम मेड़तनी बावड़ी रखा गया।
इस बावड़ी में नीचे जाने के लिए सीढ़ियां बनी हुई है। यहां पर एक विशाल प्रवेश द्वार देखने के लिए मिलता है, जो बहुत सुंदर लगता है। पहले इस बावड़ी में नीचे उतरकर लोग स्नान किया करते थे। मगर अभी इस बावड़ी की हालत बहुत खराब है और इसका देखरेख नहीं की जा रही है, जिससे यह बावड़ी धीरे-धीरे ध्वस्त होती जा रही है। इस बावड़ी के पानी में चमत्कारिक गुण है, जिसके कारण इस बावड़ी के पानी में स्नान करने से कुष्ठ रोग दूर होता है। पहले यहां पर कुष्ठ रोगी लोग स्नान किया करते थे। यहां पर कुष्ठ रोगियों का जमावड़ा लगा रहता था। मगर अभी सरकार की अनदेखी के कारण बावड़ी की हालत खराब है।
मनसा देवी मंदिर झुंझुनू - Mansa Devi Temple Jhunjhunu
मनसा देवी मंदिर झुंझुनू में स्थित एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर मनसा देवी को समर्पित है। मनसा का मतलब होता है मन की इच्छा को पूरी करने वाली। मनसा देवी का मंदिर झुंझुनू में एक ऊंची पहाड़ी पर स्थित है। मंदिर में आने के लिए सीढ़ियां बनी हुई है। मंदिर बहुत सुंदर है और आप यहां पर आ कर अच्छा अनुभव कर सकते हैं। मंदिर में आपको और भी देवी देवताओं के दर्शन करने के लिए मिल जाते हैं। यहां पर हनुमान जी और शंकर जी का मंदिर है। यहां चारों तरफ पहाड़ियों का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है।
रानी सती मंदिर झुंझुनू - Rani Sati Temple Jhunjhunu
रानी सती मंदिर झुंझुनू जिले का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर एक पहाड़ी पर स्थित है। यह मंदिर बहुत ही भव्य है। रानी सती एक महारानी थी, जिनके पति की मृत्यु युद्ध के दौरान हो गई थी और वह सती हो गई थी। उन्हें यहां के लोग देवी के रूप में मानने लगे और उनकी पूजा करने लगे और उनका यहां पर मंदिर बनाया गया है। यह मंदिर बहुत ही भव्य है और बहुत बड़ा है। यहां पर आकर आपको बहुत अच्छा लगेगा।
इस मंदिर में हर साल बहुत बड़ा मेला लगता है, जिसमें दूर दूर से लोग आते हैं। मेले में सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध रहती हैं। मंदिर परिसर में और भी बहुत सारे देवी देवताओं की मूर्तियां विराजमान है, जिनके दर्शन किए जा सकते हैं। यहां पर शिव भगवान जी, विष्णु भगवान जी एवं अन्य बहुत सारे देवी देवता विराजमान है। यहां आकर बहुत अच्छा लगता है और मन को शांति मिलती है।
खेतड़ी महल झुंझुनू - Khetri Mahal Jhunjhunu
खेतड़ी का महल झुंझुनू का एक मुख्य पर्यटन स्थल है। यह एक प्राचीन महल है। खेतड़ी के महल को झुंझुनू का हवा महल भी कहा जाता है। इस महल में दरवाजे एवं खिड़कियां नहीं है। खेतड़ी के महल का निर्माण भोपाल सिंह के द्वारा 1770 में किया गया था। भोपाल सिंह सरदूल सिंह के पोते हैं।
खेतड़ी के महल को देखकर ही जयपुर के सवाई प्रताप सिंह जी ने 1799 में हवा महल का निर्माण किया था। हवामहल विश्व प्रसिद्ध है। खेतड़ी के महल की स्थापत्य कला बहुत ही सुंदर है। इस किले में आपको गलियारे देखने के लिए मिलते हैं। किले में स्तंभ बने हुए हैं, जो बहुत सुंदर हैं। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं।
श्री बंधे का बालाजी मंदिर झुंझुनू - Shree Bandhe ka Balaji Mandir Jhunjhunu
श्री बंधे का बालाजी मंदिर झुंझुनू का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर बालाजी भगवान को समर्पित है। यह मंदिर बहुत सुंदर है। यह मंदिर झुंझुनू में चुरु बाईपास रोड पर स्थित है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। श्री बालाजी मंदिर बहुत सुंदर है। यह मंदिर बहुत अच्छी तरह से बना हुआ है। मंदिर के गर्भ गृह में बालाजी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं।
श्री बंधे का बालाजी मंदिर के पास में एक बहुत बड़ा ग्राउंड बना हुआ है, जहां पर शादी वगैरा के फंक्शन किए जा सकते हैं। मंदिर के आस पास बहुत सारे पेड़ पौधे लगे हुए हैं, जो बहुत अच्छे लगते हैं। यहां पर आकर आप अपना बहुत अच्छा समय व्यतीत कर सकते हैं।
श्री रुपाणा धाम बालाजी मंदिर झुंझुनू - Shri Rupana Dham Balaji Temple Jhunjhunu
श्री रुपाणा धाम बालाजी मंदिर झुंझुनू के पास घूमने की एक मुख्य जगह है। यह मंदिर झुंझुनू के पास भीमसर में बना हुआ है। यह मंदिर बालाजी भगवान और शिव भगवान जी को समर्पित है। मंदिर में हनुमान जी की बहुत ही भव्य प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर शिव शंकर जी का शिवलिंग देखने मिलता है, जो बहुत ही भव्य है और बड़ा है।
श्री रुपाणा धाम आकर अच्छा लगता है। मंदिर के चारों तरफ का वातावरण बहुत अच्छा है। मंदिर के बाहर गार्डन भी बना हुआ है, जहां पर बैठा जा सकता है और शांति से समय बिताया जा सकता है। यहां पर हनुमान जयंती के समय और शिवरात्रि के समय बहुत सारे लोग आते हैं।
श्री श्याम मंदिर झुंझुनू - Shree Shyam Mandir Jhunjhunu
श्री श्याम मंदिर झुंझुनू का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर झुंझुनू में बगड़ नगर पालिका में स्थित है। यह मंदिर श्री श्याम बाबा जी को समर्पित है। यह मंदिर बहुत सुंदर है और मंदिर में आकर बहुत अच्छा लगता है। मंदिर में आपको श्याम बाबा जी की सुंदर प्रतिमा देखने के लिए मिलती है।
मंदिर के पास में फतेहसागर तालाब देखने के लिए मिलता है। फतेह सागर तालाब प्राचीन है और तालाब के किनारे प्राचीन संरचना बनाई गई है, जो बहुत ही सुंदर लगती है। आप यहां पर आकर घूम सकते हैं। यह मंदिर मुख्य सड़क पर स्थित है।
स्नेह राम लाडिया हवेली झुंझुनू - Sneh Ram Ladia Haveli Jhunjhunu
स्नेह राम लाडिया हवेली झुंझुनू में घूमने की एक मुख्य जगह है। यह हवेली झुंझुनू के मांडवा में स्थित है। यह मांडवा में घूमने लायक एक मुख्य जगह है। यह एक प्राचीन हवेली है। इस हवेली में आपको प्राचीन वस्तुओं का संग्रह देखने के लिए मिलता है। यह हवेली बहुत सुंदर है। बहुत सारी फिल्मों की, इस हवेली की शूटिंग हुई है। इस हवेली में एंटीक चीजों को संभाल कर रखा गया है।
स्नेह राम लाडिया हवेली में प्रवेश के लिए शुल्क लगता है। इस हवेली में आपको सुंदर सुंदर पेंटिंग देखने के लिए मिलती है। स्नेही राम लाडिया एक व्यापारी थे। यह हवेली उनका निवास स्थान थी। यह हवेली पब्लिक के लिए ओपन कर दी गई है। यह झुंझुनू में घूमने वाली एक प्रमुख जगह है।
श्री गोगा जी मंदिर मांडवा झुंझुनू - Shri Goga Ji Temple Mandwa Jhunjhunu
श्री गोगा जी मंदिर मांडवा का पर्यटन स्थल है। श्री गोगा जी मंदिर झुंझुनू जिले के मांडवा तहसील में स्थित है। यह मंदिर बहुत सुंदर और बहुत बड़ा है। मंदिर के अंदर गर्भ गृह में श्री गोगा महाराज जी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। इस मंदिर को गोगामेडी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर बहुत प्रसिद्ध है। मंदिर के अंदर और भी बहुत सारे देवी देवताओं के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। आप यहां पर आ कर मंदिर के दर्शन कर सकते हैं। यह श्री जाहरवीर गोगा जी का जन्म स्थान है।
प्राचीन भैरव मंदिर मांडवा झुंझुनू - Ancient Bhairav Temple Mandwa Jhunjhunu
प्राचीन भैरव मंदिर मांडवा का एक दर्शनीय स्थल है। प्राचीन भैरव मंदिर झुंझुनू जिले के मांडवा तहसील में स्थित है। यह मंदिर प्राचीन है। इस मंदिर में आपको एक बड़ा सा तालाब देखने के लिए मिलता है। तालाब के किनारे पर, प्राचीन संरचनाएं बनी हुई है और सीढ़ियां बनी हुई है और यहां पर भैरव बाबा जी का मंदिर बना हुआ है। आप यहां पर आकर घूम सकते हैं।
यहां पर आश्रम भी बना है और चारों तरफ पेड़ पौधे लगे हैं। यहां आ कर अच्छा लगता है और मन को शांति मिलती है। यह मंदिर मांडवा से मुकुंदगढ़ रोड की तरफ जाने वाले मार्ग पर स्थित है। यह मंदिर मुख्य सड़क पर स्थित है। आप यहां पर आसानी से पहुंच सकते हैं और मंदिर घूम सकते हैं।
घोड़ीवारा बालाजी मंदिर झुंझुनू - Ghodiwara Balaji Temple Jhunjhunu
घोड़ीवारा बालाजी मंदिर झुंझुनू जिले का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर झुंझुनू जिले के मुकुंदगढ़ नगर में बना हुआ है। यह मुकुंदगढ़ नगर के पास घूमने के लिए मुख्य जगह है। यह मंदिर झुंझुनू जिले से मुकुंदगढ़ जाने वाली मुख्य सड़क में बना हुआ है। यहां पर आसानी से पहुंचा जा सकता है और मंदिर घूमा जा सकता है। इस मंदिर में आपको हनुमान जी की बहुत बड़ी प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। यह प्रतिमा करीब 50 फुट ऊंची है। मंदिर के अंदर बालाजी भगवान की बहुत सुंदर प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं।
घोड़ीवारा बालाजी मंदिर को रोड वाले बालाजी के नाम से भी जाना जाता है। यहां पर आपको और भी बहुत सारे मंदिर देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर आपको राम दरबार, शिव मंदिर, साईं नाथ जी का मंदिर, तिरुपति बालाजी के मंदिर देखने के लिए मिलते हैं। मंदिर के पीछे एक बहुत बड़ा पार्क बना हुआ है, जहां पर आप शांति से बैठ सकते हैं। यहां पर आपको आकर बहुत अच्छा लगेगा। यहां पर प्रसाद की बहुत सारी दुकान है, जहां से आप भगवान को अर्पित करने के लिए प्रसाद ले सकते हैं। यहां पर खाने-पीने की भी बहुत सारी दुकान है। यह झुंझुनू जिले की सबसे अच्छी जगह है और आपको यहां पर आकर मजा आएगा।
मुकुंदगढ़ का किला झुंझुनू - Mukundgarh Fort Jhunjhunu
मुकुंदगढ़ का किला झुंझुनू जिले का एक मुख्य आकर्षण स्थल है। मुकुंदगढ़ झुंझुनू जिले का एक प्रमुख नगर है और मुकुंदगढ़ में घूमने के लिए बहुत सारी जगह है, जिनमें से यह किला भी एक है। मुकुंदगढ़ का यह किला एक प्राइवेट प्रॉपर्टी है। इसलिए किले के अंदर जाने की मनाही है। मगर किले को आप बाहर से देख सकते हैं। यह एक प्राचीन किला है और बहुत ही सुंदर दिखता है। किले की दीवार, खिड़कियां, प्रवेश द्वार बहुत सुंदर है। आप यहां जाकर किले को बाहर से देख सकते हैं।
डॉ राम नाथ ए पोद्दार हवेली म्यूजियम झुंझुनू - Dr. Ram Nath Haveli A Poddar Haveli Museum Jhunjhunu
डॉ रामनाथ आ पोदार हवेली म्यूजियम झुंझुनू जिले का एक मुख्य आकर्षण स्थल है। यह हवेली बहुत सुंदर है। पोदार हवेली संग्रहालय झुंझुनू जिले के नवलगढ़ तहसील में स्थित है। यह नवलगढ़ में घूमने के लिए एक मुख्य जगह है और यहां पर देश-विदेश से पर्यटक घूमने के लिए आते हैं। इस हवेली का निर्माण 1902 में करवाया गया था। इस हवेली में बहुत सारी गैलरी बनाई गई है, जहां पर अलग-अलग वस्तुओं को प्रदर्शित किया गया है। यहां पर कपड़े, पगड़ी, म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट, मूर्तियाँ, राजस्थान के किलो की अलग-अलग गैलरी देखने के लिए मिलती है। हवेली में कई अच्छे चित्र अंकित है। आगे की ओर रेलगाड़ियां, मोटर और गणगौर की सवारी का दृश्य है। यहां पर उच्च कोटि का संगमरमर पत्थर और लकड़ी की नक्काशी का सुंदर संग्रह देखने के लिए मिलता है।
इस हवेली का निर्माण 1920 में सेठ आनंदी लाल पोद्दार के द्वारा करवाया गया था। यह हवेली दो मंजिला है। हवेली की दीवारों, खिड़कियों और प्रवेश द्वार में बहुत सुंदर काम किया गया है। इस हवेली को म्यूजियम में कन्वर्ट कर दिया गया था। इसे कांति कुमार आर पोद्दार ने म्यूजियम में परिवर्तित करवाया था, जो आनंदीलाल पोदार के पोते थे। इस हवेली के संस्थापक भारत छोड़ो आंदोलन के समय कांग्रेस के एक मुख्य सदस्य थे। यह झुंझुनू में घूमने वाली एक मुख्य जगह है।
कमल मोरारका हवेली संग्रहालय झुंझुनू - Kamal Morarka Haveli Museum Jhunjhunu
कमल मोरारका हवेली संग्रहालय झुंझुनू जिले का एक मुख्य पर्यटन स्थल है। झुंझुनू जिला शेखावटी रीजन का एक मुख्य जिला है। शेखावाटी में घूमने वाली बहुत सारी जगह है। कमल मोरारका हवेली संग्रहालय शेखावाटी रीजन का पर्यटन स्थल है।
इस हवेली संग्रहालय में आपको बहुत सारी वस्तुओं का संग्रह देखने के लिए मिलता है। संग्रहालय में आपको फ्रेस्कोइस पेंटिंग देखने के लिए मिलती है, जो बहुत ही सुंदर है। यह पेंटिंग आकर्षण का मुख्य केंद्र है।
कमल मोरारका हवेली संग्रहालय में प्रवेश के लिए शुल्क लिया जाता है। यहां पर एंट्री फीस 70 रूपए एक व्यक्ति का लिया जाता है। यहां पर आपको बहुत सारी एंटीक चीजें देखने के लिए मिलती है। इस हवेली का डिजाइन, दरवाजे, खिड़कियां बहुत सुंदर है। यह हवेली झुंझुनू जिले के नवलगढ़ तहसील में स्थित है। यह नवलगढ़ तहसील में घूमने लायक जगह है।
विज्ञान उद्यान झुंझुनू - Science Park Jhunjhunu
विज्ञान उद्यान झुंझुनू जिले का एक टूरिस्ट स्पॉट है। विज्ञान उद्यान झुंझुनू जिले के नवलगढ़ तहसील में स्थित है। इस उद्यान में आपको बहुत सारे साइंस से संबंधित प्रोजेक्ट देखने के लिए मिलते हैं, जो बहुत मजेदार रहते हैं और बच्चे यहां पर आकर बहुत इंजॉय कर सकते हैं। यहां पर बहुत सारे भारतीय वैज्ञानिकों के बारे में जानकारी दी गई है। यहां पर आप को बहुत बड़ा गार्डन देखने के लिए मिलता है, जिसमें डायनासोर के स्टेचू रखे गए हैं। गार्डन में रॉकेट भी रखा गया है।
इस विज्ञान उद्यान का उद्घाटन डॉक्टर राजकुमार शर्मा के द्वारा 2013 में किया गया था। यह उद्यान नवलगढ़ मुख्य सड़क में स्थित है। आप यहां पर आसानी से पहुंच सकते हैं। यह राजस्थान में स्थित सबसे अच्छे साइंस पार्क में से एक है। यहां पर आ कर आपको मजा आएगा। यह विज्ञान उद्यान नवलगढ़ बस स्टैंड एवं नवलगढ़ रेलवे स्टेशन से काफी करीब है। आप यहां पर आराम से पहुंच सकते हैं और पार्क घूम सकते हैं।
मोहनी सती माता मंदिर झुंझुनू - Mohani Sati Mata Temple Jhunjhunu
रानी सती माता मंदिर झुंझुनू जिले में नवलगढ़ के पास घूमने के लिए एक मुख्य जगह है। यह मंदिर नवलगढ़ के पास झांझर नाम के गांव में स्थित है। यह मंदिर बहुत ही भव्य मंदिर है। मंदिर में श्री शक्ति मोहनी माता की प्रतिमा देखने के लिए मिलती है, जो बहुत ही सुंदर है। मंदिर में अन्य देवी देवताओं की प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। मंदिर की दीवारें एवं छत में सुंदर पेंटिंग बनाई गई है, जो आकर्षक लगती है। आप यहां पर आकर घूम सकते हैं।
स्वामी विवेकानंद मंदिर झुंझुनू - Swami Vivekananda Temple Jhunjhunu
स्वामी विवेकानंद मंदिर झुंझुनू जिले का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर झुंझुनू जिले के खेतड़ी में घूमने के लिए मुख्य जगह है। यह मंदिर स्वामी विवेकानंद जी को समर्पित है। खेतड़ी झुंझुनू का एक मुख्य नगर है। खेतड़ी शेखावाटी रीजन में स्थित है। यह शेखावाटी का दर्शनीय स्थल है। श्री राम कृष्ण मंदिर में आपको आर्ट गैलरी, मेडिटेशन रूम और म्यूजियम देखने के लिए मिलता है। म्यूजियम की, जो बिल्डिंग है, वह राजा अजित सिंह का महल हुआ करता था, जिसे वर्तमान में म्यूजियम में कन्वर्ट कर दिया गया है। राजा अजीत सिंह स्वामी विवेकानंद के शिष्य थे। यहां पर आपको राजपूताना कल्चर देखने के लिए मिलता है। महाराजा अजीत सिंह खेतड़ी के राजा थे।
इस संग्रहालय को अजीत विवेक संग्रहालय के नाम से जाना जाता है। इस संग्रहालय में प्रवेश के लिए शुल्क लिया जाता है। इस संग्रहालय में, स्वामी विवेकानंद के जीवन से संबंधित बहुत सारी बातों को बताया गया है। यहां पर राजा अजीत सिंह जी की भी बहुत सारी जानकारी मिलती है। यह संग्रहालय बहुत ही सुव्यवस्थित तरीके से बना हुआ है और इस महल के बाहर एक बड़ा सा गार्डन देखने के लिए मिलता है, जो पेड़ पौधों से घिरा हुआ है। यहां पर आकर आपको बहुत सारी जानकारियां मिल जाती हैं। रामकृष्ण मंदिर मुख्य खेतड़ी नगर में स्थित है और आप यहां पर आसानी से पहुंच सकते हैं।
सुख महल झुंझुनू - Sukh Mahal Jhunjhunu
सुख महल झुंझुनू जिले का एक मुख्य पर्यटन स्थल है। यह झुंझुनू जिले के खेतड़ी में स्थित है। खेतड़ी एक सुंदर शहर है और खेतड़ी में घूमने के लिए बहुत सारी जगह है, जिनमें से सुख महल भी एक है। सुख महल एक ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ है। सुख महल दो मंजिला महल है। सुख महल को प्राचीन समय में खेतड़ी के शासक गेस्ट हाउस के रूप में प्रयोग करते थे। यहां पर स्वामी विवेकानंद जी भी रुके थे। खेतड़ी के सुख महल से चारों तरफ का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। यहां पर आप घूमने के लिए आ सकते हैं और अपना अच्छा समय बिता सकते हैं।
भोपालगढ़ का किला झुंझुनू - Bhopalgarh Fort Jhunjhunu
भोपालगढ़ का किला झुंझुनू जिले का एक मुख्य ऐतिहासिक स्थल है। यह किला झुंझुनू जिले के खेतड़ी तहसील में स्थित है। खेतड़ी तहसील शेखावाटी क्षेत्र के अंतर्गत आती है। भोपालगढ़ का किला शेखावाटी के पर्यटन स्थलों में से एक है। आप यहां पर आकर घूम सकते हैं। भोपालगढ़ किले के चारों तरफ पहाड़ियां है। भोपालगढ़ किले का निर्माण, खेतड़ी के महाराजा अजीत सिंह के द्वारा करवाया गया था। यह किला चारों ओर ऊंची ऊंची दीवारों से घिरा हुआ है।
भोपालगढ़ किले के अंदर राजा रानी का कमरा और श्री कृष्ण जी का मंदिर देखने के लिए मिलता है। किले की दीवारों एवं छतों में पेंटिंग की गई है, जो बहुत सुंदर है। यहां पर मुरल पेंटिंग की गई है। आप इस किले में घूमने के लिए आ सकते हैं। बरसात भोपालगढ़ किले में घूमने का सबसे अच्छा सीजन है। यहां पर आकर अच्छा लगता है। आप यहां दिन के समय घूम सकते हैं। रात के समय यहां पर घूमना थोड़ा रिस्की हो सकता है। यह किला झुंझुनू में घूमने वाली मुख्य जगहों में से एक है।
श्री चौमुखा भैरूजी मंदिर खरकड़ा धाम झुंझुनू - Shri Chaumukha Bhairuji Temple Kharkada Dham Jhunjhunu
श्री चौमुखा भैरव जी मंदिर खरकड़ा धाम झुंझुनू जिले का एक टूरिस्ट स्पॉट है। यह मंदिर झुंझुनू जिले के खेतड़ी तहसील के पास घूमने के लिए एक मुख्य जगह है। यह मंदिर खरकड़ा गांव में स्थित है। आप यहां पर आराम से पहुंच सकते हैं। मंदिर तक आने के लिए सड़क की व्यवस्था है। यह मंदिर एक उची पहाड़ी पर बना हुआ है। इस मंदिर में भैरव बाबा की बहुत सुंदर मूर्ति के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। भैरव बाबा की मुख्य मंदिर के पहले यहां पर शिव भगवान जी की मूर्ति देखने के लिए मिलती है।
यहां पर भैरव बाबा को शराब का प्रसाद चढ़ाया जाता है। यहां पर फरवरी माह में एक मेला लगता है, जिसमें दूर दूर से लोग घूमने के लिए आते हैं। इस मेले में कुश्ती की प्रतियोगिता होती है। इस मंदिर के बारे में कहा जाता है, कि यहां आकर आप, जो भी इच्छा मांगते हैं। वह जरूर पूरी होती है। यह झुंझुनू में प्रसिद्ध जगहों में से एक है।
श्री महामाया माता मंदिर झुंझुनू - Shri Mahamaya Mata Temple Jhunjhunu
श्री महामाया माता मंदिर झुंझुनू जिले का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर झुंझुनू जिले के बगड़ के पास माखर गांव में स्थित है। यहां पर एक ऊंची पहाड़ी पर यह मंदिर बना हुआ है। श्री माया देवी, देवी दुर्गा का ही रूप है। यह मंदिर पहाड़ी के ऊपर बना हुआ है। यह मंदिर बहुत सुंदर है। गर्भ गृह में माता के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर बहुत बड़ी-बड़ी चट्टानें देखने के लिए मिलती है। यहां पर क्षेत्रपाल जी के भी दर्शन करने के लिए मिलते हैं। लोग उन्हें तेल चढ़ाते हैं। इस मंदिर से गांव का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। यहां नवरात्रि में बहुत भीड़ लगती है।
बिरला विज्ञान केंद्र झुंझुनू - Birla Science Center Jhunjhunu
बिरला विज्ञान केंद्र झुंझुनू जिले का एक मुख्य आकर्षण स्थल है। बिरला विज्ञान केंद्र झुंझुनू जिले में पिलानी में स्थित है। यह मुख्य पिलानी शहर में स्थित है। यहां पर आपको बहुत सारी वस्तुएं देखने के लिए मिलती हैं, जो साइंस से संबंधित है। संग्रहालय में प्रवेश के लिए शुल्क लिया जाता है। संग्रहालय के टाइम सुबह 9:15 से 12:45 और 3:00 से 5:00 बजे तक है। संग्रहालय सोमवार को बंद रहता है और सरकारी छुट्टी के दिन भी संग्रहालय बंद रहता है। ठंड के समय संग्रहालय की टाइमिंग अलग रहती है।
बिरला संग्रहालय बहुत बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है। बिरला संग्रहालय में, आपको भारत की पहली कार देखने के लिए मिलती है, जिसका निर्माण बिरला संस्थान के द्वारा किया गया था। इस कार का प्रयोग दिल्ली, बनारस और कोलकाता में किया गया था। इस संग्रहालय में और भी बहुत सारी वस्तुओं को प्रदर्शित किया गया है। यहां पर बहुत सारे मॉडल प्रदर्शित किए गए हैं। यहां पर कार का मैन्युफैक्चर किस तरह से किया जाता है, खदानों में काम कैसे होता है, लाइट कैसे बनाई जाती है, यह सभी चीजें यहां पर बताई गई है। यहां पर बिरला संस्थान का हेलीकॉप्टर देखने के लिए मिलता है। यह जगह बहुत अच्छी तरह से मैनेज की गई है और संग्रहालय के बाहर और अंदर आपको बहुत सारी वस्तुओं को दिखाया गया है। यहां पर विंटेज गाड़ियों का बहुत अच्छा प्रदर्शन किया गया है। आप इस संग्रहालय में आकर बहुत सारी जानकारी हासिल कर सकते हैं। यह झुंझुनू में घूमने की सबसे अच्छी जगह है।
शिवगंगा झुंझुनू - sivaganga jhunjhunu
शिवगंगा झुंझुनू जिले के पिलानी में घूमने वाली एक मुख्य जगह है। शिवगंगा एक बहुत सुंदर गार्डन है। यह गार्डन गोलाकार में बना हुआ है और इस गार्डन में नहर बनी हुई है। इस गार्डन में तरह-तरह के पेड़ पौधे लगे हुए हैं। गार्डन में आ कर बहुत अच्छा लगता है। अगर आप शहर की जिंदगी से थोड़ा राहत पाना चाहते हैं, तो आप यहां पर आकर घूम सकते हैं। आपको अच्छा लगेगा।
शिवगंगा पार्क में शिव भगवान जी का बहुत बड़ा स्टेचू देखने के लिए मिलता है। यहां पर गौतम बुद्ध जी की प्रतिमा भी देखने के लिए मिलती है। यह गार्डन पिलानी नगर में BITS कंपलेक्स में बना हुआ है।
सरस्वती मंदिर झुंझुनू - Saraswati Mandir Jhunjhunu
सरस्वती मंदिर झुंझुनू का एक प्रसिद्ध मंदिर है। सरस्वती मंदिर झुंझुनू जिले में पिलानी में स्थित है। यह मंदिर BITS कांपलेक्स में स्थित है। मंदिर का निर्माण 1959 में करवाया गया था। यह मंदिर सफेद मार्बल से बना हुआ है। यह मंदिर नागर शैली में बना हुआ है। यह मंदिर बहुत बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है। यह मंदिर विद्या की देवी सरस्वती जी को समर्पित है। मंदिर में देवी मां की बहुत ही सुंदर प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। मंदिर की दीवारें और पिलर में बहुत सुंदर नक्काशी की गई है। मंदिर में आपको गर्भगृह, अंतराल, मुख मंडप देखने के लिए मिलता है। मंदिर के बाहर बहुत बड़ा गार्डन बना हुआ है।
सरस्वती मंदिर बहुत सुंदर बना हुआ है। मंदिर का गर्भगृह का शिखर बहुत ही आकर्षक लगता है। शिखर की बाहरी दीवारों में नक्काशी की गई है, जो देखने लायक है। मंदिर के बाहर बहुत बड़ा बगीचा देखने के लिए मिलता है। बगीचे में तरह तरह के पौधे लगे हुए हैं। यहां पर आकर अच्छा अनुभव किया जा सकता है। मंदिर के प्रवेश द्वार में हाथियों की बड़ी प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। यह मंदिर एक ऊंचे प्लेटफार्म पर बनाया गया है। आप यहां पर आकर घूम सकते हैं। आपको अच्छा लगेगा और शांति मिलेगी।
शाकंभरी माता मंदिर उदयपुरवाटी झुंझुनू - Shakambhari Mata Temple Udaipurwati Jhunjhunu
शाकंभरी माता मंदिर झुंझुनू जिले का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर झुंझुनू जिले के उदयपुरवाटी तहसील में घूमने के लिए मुख्य स्थान है। यह मंदिर उदयपुरवाटी तहसील से करीब 15 किलोमीटर दूर अरावली पर्वत श्रेणी पर स्थित है। यहां पर शाकंभरी माता शाकं के रूप में प्रकट हुई थी। यह मंदिर बहुत प्राचीन है। मंदिर के गर्भ गृह में माता के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर गर्भ गृह में ब्रह्माणी और रुद्राणी के रूप में माता विराजमान है। दोनों प्रतिमा के बीच में एक छोटी सी मुख्य प्रतिमा विराजमान है। यह मंदिर एक शक्ति पीठ के रूप में प्रसिद्ध है।
शाकंभरी माता मंदिर में प्राचीन समय से अखंड ज्योति जल रही है, जो आज तक जल रही है। मंदिर में आने का रास्ता भी बहुत अच्छा है। बरसात में इस जगह पर घूमने के लिए आया जा सकता है, क्योंकि बरसात के समय यहां पर चारों तरफ हरियाली देखने के लिए मिलती है और अरावली पर्वत श्रेणी हरियाली की चादर ओढ़ लेती है। इस मंदिर में आकर सभी इच्छाएं पूरी होती है। इसलिए लोग यहां पर दूर-दूर से घूमने के लिए आते हैं। नवरात्रि में यहां पर बहुत अधिक संख्या में लोग घूमने के लिए आते हैं। मंदिर के पास प्रसाद एवं खाने पीने की बहुत सारी दुकानें हैं, जहां से माता को अर्पित करने के लिए प्रसाद लिया जा सकता है। यह झुंझुनू में घूमने की सबसे अच्छी जगहों में से एक है।
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