कोटा जिले के दर्शनीय स्थल - Places to visit in Kota / कोटा जिले के आसपास घूमने वाली प्रमुख जगह
कोटा राजस्थान का एक प्रमुख जिला है। कोटा राजस्थान की राजधानी जयपुर से करीब 250 किलोमीटर दूर है। कोटा शहर बहुत प्रसिद्ध है। कोटा शहर इसलिए प्रसिद्ध है। क्योंकि कोटा अपनी कोचिंग संस्थानों के लिए प्रसिद्ध है। इसे भारत की कोचिंग राजधानी भी कहा जाता है। इस शहर में लाखों विद्यार्थी विभिन्न तरह की परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए आते हैं। यहां पर बड़े-बड़े कोचिंग संस्थानों के अलावा और भी छोटे-मोटे कोचिंग संस्थान हैं। यहां पर विद्यार्थी प्रतियोगी परीक्षाएं, एनईईटी, एआईआईएमएस और आईआईटी की तैयारी करते हैं।
कोटा में, कोटा स्टोन में पाया जाता है, जो वर्ल्ड फेमस है और कोटा इसके लिए भी बहुत प्रसिद्ध है। कोटा में घूमने के लिए बहुत सारी जगह है। कोटा में रोमांटिक प्लेस हैं, जहां पर कपल्स घूम सकते हैं। कोटा के आसपास भी घूमने के लिए बहुत सारी जगह है, जहां पर जाकर अच्छा समय बिताया जा सकता है। चलिए जानते हैं, कि - कोटा में घूमने लायक कौन कौन सी जगह है।
कोटा में घूमने की जगह - Kota mein ghumne ki jagah
सेवन वंडर्स पार्क कोटा - Seven Wonders Park Kota
सेवन वंडर्स पार्क कोटा शहर का एक मुख्य पर्यटन स्थल है। यह एक सुंदर पार्क है। यह पार्क किशोर सागर तालाब के किनारे बना हुआ है। यह पार्क बहुत बड़े एरिया में फैला हुआ है। इस पार्क का मुख्य आकर्षण है - दुनिया के सात अजूबों का एक ही जगह होना। अर्थात दुनिया के सात अजूबों का छोटा स्ट्रक्चर यहां पर बनाया गया है, जो हूबहू दुनिया के सात अजूबों के समान है। यहां पर आपको ताजमहल, एफिल टावर, लीनिंग टावर ऑफ पीसा, पिरामिड, स्टैचू ऑफ लिबर्टी, द क्राइस्ट रिडीमर, कोलोसियम देखने के लिए मिल जाता है। यह सभी बहुत सुंदर है और बहुत ही आकर्षक लगते हैं।
सेवन वंडर्स पार्क में बहुत सारे झूले है, जहां पर बच्चे लोग काफी इंजॉय कर सकते हैं। पार्क में किशोर सागर तालाब है, जिसमें बोटिंग की सुविधा उपलब्ध है। आप यहां पर बोटिंग का मजा भी ले सकते हैं। शाम के समय यहां का माहौल बहुत अच्छा रहता है, क्योंकि शाम के समय यहां पर लाइटिंग होती है और पूरा पार्क लाइट से जगमगा जाता है। यहां पर बहुत सारे स्टाल भी लगे रहते हैं, जहां पर आप खाने पीने का मजा ले सकते हैं।
पार्क में, जो भी सेवन वंडर्स बने हैं। उनमें भी रंगीन लाइट जलाई जाती है, जिससे सेवन वंडर्स की खूबसूरती और भी ज्यादा बढ़ जाती है। यहां पर सेवन वंडर के बारे में आपको जानकारी भी दी गई है।
इस पार्क में प्रवेश के लिए एंट्री शुल्क लिया जाता है। यहां पर पार्किंग की सुविधा उपलब्ध है। यहां पर आप अपने दोस्तों और फैमिली वालों के साथ घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर फव्वारे भी देखने के लिए मिलते हैं, जो बहुत सुंदर है। यह कोटा में घूमने वाली मुख्य जगह है।
जग मंदिर कोटा - Jag Mandir Kota
जग मंदिर कोटा शहर का एक मुख्य आकर्षण स्थल है। जग मंदिर कोटा शहर में किशोर सागर तालाब के बीच में बना हुआ है। इस मंदिर में पहुंचने के लिए आप बोट के द्वारा आ सकते हैं। यह मंदिर लाल बलुआ पत्थर से बना हुआ है। यह मंदिर बहुत सुंदर लगता है। मंदिर की दीवारों में हिंदू देवी देवताओं की पेंटिंग बनी हुई है, जो बहुत ही आकर्षक है।
जगमंदिर को कोटा के शासकों द्वारा बनवाया गया था। यह पैलेस 17वीं शताब्दी में बनाया गया है। यह पैलेस राजपूती वास्तुकला में बना हुआ है। यह बहुत सुंदर है और आप यहां पर आकर घूम सकते हैं। इसकी दीवारें, छत और पिलर बहुत ही सुंदर है और इनमें नक्काशी की गई है, जो देखने लायक है। यहां पर आकर आपको अच्छा लगेगा।
कोटा राजकीय संग्रहालय - Kota State Museum
कोटा राजकीय संग्रहालय कोटा शहर का एक मुख्य स्थल है। कोटा राजकीय संग्रहालय को ब्रज विलास भवन राजकीय संग्रहालय के नाम से भी जाना जाता है। कोटा राजकीय संग्रहालय कोटा में किशोर तालाब के पास में ही स्थित है। कोटा संग्रहालय में आपको मूर्तियों का बहुत सुंदर कलेक्शन देखने के लिए मिलता है। संग्रहालय में 1857 में हुए स्वतंत्रता संग्राम के बारे में भी बहुत सारी जानकारी मिलती है। यहां पर प्राचीन बंदूकें, पत्थर, भाले, छुरी, विभिन्न प्रकार की तलवारे, शोपीस, पेंटिंग देखने के लिए मिल जाती है, जो बहुत ही सुंदर लगती है।
इस संग्रहालय में प्रवेश के लिए शुल्क लिया जाता है। संग्रहालय के बाहर एक बड़ा सा जलकुंड भी देखने के लिए मिलता है, जो बहुत सुंदर लगता है। आप यहां पर आकर बहुत सारी जानकारी हासिल कर सकते हैं।
कोटा चिड़ियाघर - Kota Zoo
कोटा चिड़ियाघर कोटा जिले का एक मुख्य पर्यटन स्थल है। कोटा चिड़ियाघर को कोटा जूलॉजिकल पार्क के नाम से भी जाना जाता है। यह चिड़ियाघर किशोरपुरा तालाब के किनारे बना हुआ है। यह चिड़ियाघर बहुत बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है। इस पार्क में बहुत सारे जंगली जानवर देखने के लिए मिलते हैं। इस पार्क में प्रवेश के लिए शुल्क लिया जाता है। यहां पर बहुत कम एंट्री चार्ज लिया जाता है। यहां पर मात्र 20 रूपए भारतीय व्यक्ति का एंट्री चार्ज लिया जाता है। यह चिड़ियाघर सुबह 8 बजे से शाम के 5:30 बजे तक खुला रहता है। गर्मियों में 6:30 बजे तक खुला रहता है। यह चिड़ियाघर मंगलवार को बंद रहता है।
इस चिड़ियाघर में आपको देखने के लिए बहुत सारे जंगली जीव मिल जाते हैं। इस चिड़ियाघर में आपको टाइगर, अजगर, बंदर, नीलगाय, चीतल, चिंकारा, कृष्ण, मृग, सांभर, इग्रेट, पहाड़ी कछुआ, पानी का कछुआ, राजहंस बदक, पैंथर, घड़ियाल, नीलगाय, मगरमच्छ, चिंकारा, हवासील देखने के लिए मिलते हैं। यह दोस्तों और फैमिली के साथ समय बिताने के लिए बहुत अच्छी जगह है। यहां पर आपको बहुत सारे पेड़ पौधे और फूलों वाले प्लांट भी देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर आप अच्छा समय बिता सकते हैं। यह कोटा की सबसे फेमस जगह है।
लकी बुर्ज कोटा - Lucky Burj Kota
लकी बुर्ज कोटा शहर का एक मुख्य टूरिस्ट स्पॉट है। यहां पर बहुत सुंदर प्राचीन टावर बना हुआ है जो बहुत ही आकर्षक लगता है। लकी बुर्ज को लक्खी बुर्ज के नाम से भी जाना जाता है। लकी बुर्ज का निर्माण 18वीं शताब्दी में कोटा के दीवान जालिम सिंह झाला के द्वारा करवाया गया था। यह किशोर सागर तालाब के किनारे बना हुआ है और यह घूमने के लिए एक अच्छी डेस्टिनेशन है।
आप लकी बुर्ज पर आकर फोटोग्राफी कर सकते हैं। यहां पर चारों तरफ पेड़ पौधे देखने के लिए मिलते हैं, जो यहां पर और ज्यादा खूबसूरती को जोड़ देते हैं। आप यहां पर आ कर घूम सकते हैं और अपना अच्छा समय बिता सकते हैं।
कोटा बैराज - Kota Barrage
कोटा बैराज कोटा जिले का एक मुख्य स्थल है। यह एक मुख्य बांध है। यह बांध चंबल नदी पर बना हुआ है। यह चंबल वैली प्रोजेक्ट का चौथा सबसे बड़ा बांध है। इसके अलावा चंबल वैली प्रोजेक्ट में, गांधी सागर बांध, राणा प्रताप सागर बांध, जवाहर सागर बांध बने हुए हैं। यह बांध मुख्य तौर पर सिंचाई के उद्देश्य बनाया गया है। यह बांध 1960 में बनकर तैयार हो गया था। यह बांध कोटा शहर के पास में स्थित है। यहां पर आकर अच्छा समय बिताया जा सकता है।
कोटा बैराज से चंबल नदी को बहुत करीब से देखा जा सकता है। कोटा बैराज में आपको बांध के एक तरफ अथाह पानी देखने के लिए मिलता है और दूसरी तरफ पथरीली चट्टान में देखने के लिए मिलती है। कोटा बैराज में 19 गेट है और बरसात के समय जब पानी बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। तब यहां गेट खोले जाते हैं, जिससे इस बांध का नजारा और भी आकर्षक हो जाता है। यहां पर बहुत सारे कबूतर देखने के लिए मिलते हैं, जिससे जिन्हें दाना खिलाया जा सकता है। ठंड के समय यहां पर बहुत सारे विदेशी वर्ड्स भी देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर बिजली बनाने के लिए एक हाइड्रो स्टेशन है। यहां पर आप अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां कोटा रेलवे स्टेशन से 10 किलोमीटर दूर है। आप यहां अपने वाहन से या ऑटो से घूमने के लिए आ सकते हैं। यह कोटा की सबसे अच्छी जगह है।
गोविंद धाम कोटा - Govind Dham Kota
गोविंद धाम कोटा शहर में स्थित एक मुख्य मंदिर है। यह मंदिर कोटा में चंबल नदी के किनारे बना हुआ है। यह मंदिर बहुमंजिला है। इस मंदिर में संकट मोचन श्री हनुमान जी, शनि भगवान जी, भगवान श्री शिव शंकर जी और भगवान विष्णु के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यह मंदिर कोटा बस स्टैंड से करीब 5 किलोमीटर दूर है। यहां आकर अच्छा लगता है और शांति मिलती है।
श्री वेंकटेश भगवान मंदिर कोटा - Sri Venkatesh Bhagwan Mandir Kota
श्री वेंकटेश भगवान मंदिर कोटा शहर का एक प्रमुख मंदिर है। इस मंदिर को तिरुपति बालाजी मंदिर के नाम से जाना जाता है। यह मंदिर चंबल नदी के पास में ही बना हुआ है। यह मंदिर बहुत सुंदर है। मंदिर का प्रवेश द्वार बहुत ही आकर्षक है। मंदिर के गर्भ गृह में तिरुपति बालाजी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। मंदिर बहुत ही अच्छी तरह से व्यवस्थित है। यहां पर आकर अच्छा लगता है और आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर शांति मिलती है।
गोदावरी धाम कोटा - Godavari Dham Kota
गोदावरी धाम कोटा शहर का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर हनुमान जी को समर्पित है। यह मंदिर कोटा जिले में चंबल उद्यान के पास में बना हुआ है। इस मंदिर में हनुमान जी की बहुत सुंदर प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। इस मंदिर का प्रवेश द्वार बहुत आकर्षक है, क्योंकि मंदिर के प्रवेश द्वार में एक स्वान की आकृति बनाई गई है, जो देखने में बहुत ही आकर्षक लगता है।
गोदावरी धाम मंदिर बहुत ही सुंदर तरीके से बना हुआ है। यहां पर बहुत सारे देवी देवताओं के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर हनुमान जी के, गणेश जी के, श्री राम जी सीता जी और लक्ष्मण जी के, भैरव नाथ जी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर गौशाला बनी हुई है, जहां पर गायों को रखा गया है और गायों की सेवा की जाती है। यहां पर शनिवार और मंगलवार को बहुत सारे भक्त हनुमान जी के दर्शन करने के लिए आते हैं। आप भी यहां पर आकर अपना अच्छा समय व्यतीत कर सकते हैं।
चंबल उद्यान कोटा - Chambal Garden Kota
चंबल उद्यान कोटा शहर का एक मुख्य आकर्षण स्थल है। यह उद्यान बहुत बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है। यह उद्यान चंबल नदी के किनारे बना हुआ है। आप यहां पर आकर अच्छा समय बिता सकते हैं। इस उद्यान में प्रवेश के लिए टिकट लिया जाता है। यहां पर आकर चंबल नदी में बहुत सारे बर्ड्स देखने के लिए मिल जाती है। गार्डन में बहुत सारे खूबसूरत स्ट्रक्चर भी बनाए गए हैं, जो आप देख सकते हैं, जो आकर्षक लगते हैं। गार्डन के पास में खाने पीने के लिए बहुत सारे रेस्टोरेंट है, जहां पर आप खाने पीने का सामान ले सकते हैं। इस गार्डन में चारों तरफ हरियाली देखने के लिए मिलती है। पेड़ पौधे देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर रंगीन फूलों के पौधे लगे हुए है।
चंबल उद्यान में टॉय ट्रेन है, जिससे पूरे उद्यान में घुमा जा सकता है। यहां पर लक्ष्मण झूला है, जिसका आनंद उठाए जा सकते हैं। यहां पर चंबल नदी के किनारे अच्छे से शांति से समय बिताया जा सकता है। चंबल नदी के दूसरी तरफ चंबल पावर प्लांट बना हुआ है, जिसे आप यहां से देख सकते हैं। आप यहां पर चंबल नदी में बोटिंग का भी मजा ले सकते हैं, जो बहुत मजेदार रहता है। आप यहां पर आकर अच्छा समय व्यतीत कर सकते हैं।
कोटा गढ़ पैलेस - Kota Garh Palace
कोटा गढ़ पैलेस कोटा जिले का एक मुख्य आकर्षण स्थल है। यह एक प्राचीन महल है। कोटा गढ़ पैलेस को, कोटा का किला और सिटी पैलेस के नाम से जाना जाता है। यह पैलेस कोटा जिले में चंबल नदी के किनारे बना हुआ है। यह पैलेस बहुत सुंदर है। इस पैलेस को अब म्यूजियम में बदल गया है। यहां पर बहुत सारी प्राचीन वस्तुओं का संग्रह देखने के लिए मिल जाता है। इस पैलेस में प्रवेश के लिए टिकट लिया जाता है। यहां पर अगर आप फोटो क्लिक करना चाहते हैं, तो उसके लिए भी अलग से चार्ज लगता है।
कोटा गढ़ पैलेस पर आपको बहुत सारी वस्तुओं का संग्रह देखने के लिए मिल जाता है। यहां पर आपको वाद्य यंत्र देखने के लिए मिलता है, जो पानी में तैरता है। यहां पर आपको बंदूके, गोल यंत्र, पुरानी पेंटिंग, जानवरों के स्ट्रक्चर जिनमें भूसा भरकर यहां पर रखा गया है, महाराजा का कमरा, शोपीस देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर पुरानी पेंटिंग भी देखने के लिए मिलती है। महल का प्रवेश द्वार बहुत ही भव्य है। प्रवेश द्वार में हाथियों की सुंदर प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं और अच्छा समय बिता सकते हैं। आपको यहां पर चंबल के महाराजाओं के बारे में बहुत सारी जानकारी भी मिलेगी।
शिवपुरी धाम कोटा - Shivpuri Dham Kota
शिवपुरी धाम कोटा शहर का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर कोटा के अलावा मध्यप्रदेश और राजस्थान में प्रसिद्ध है। यह मंदिर शिव जी भगवान जी को समर्पित है। इस मंदिर में 525 शिवलिंग के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर एक विशाल शिवलिंग बना हुआ है और शिवलिंग की जलहरी के किनारे छोटे शिवलिंग विराजमान है। शिवलिंग की जलहरी वाला भाग में, पानी भरा हुआ है। यहां पर पशुपतिनाथ भगवान जी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं, जिनकी मूर्ति सफेद पत्थर की बनी हुई है और बहुत सुंदर लगती है।
शिवपुरी धाम की स्थापना सन् 1985 में श्री ब्रह्मलीन राणा रामपुरी जी नागा बाबा के कर कमलों द्वारा की गई थी। उन्होंने 525 शिवलिंग का संकल्प, नेपाल पशुपति जी के धाम पर लिया और कोटा आने के बाद महाराज जी के द्वारा भवसागर महादेव जी की स्थापना कराई गई थी। बाबा राणा रामपुरी महाराज बाबा की 1987 में मृत्यु हो गई और वह देवलोक सुधार गए। उसके बाद नागा बाबा श्री सनातन पुरी जी ने सन 2007 में, इस जगह की पुनः स्थापना करें।
शिवपुरी धाम में देश-विदेश से भक्त भगवान शिव के दर्शन करने के लिए आते हैं। यहां पर महाशिवरात्रि और सावन सोमवार के समय मंदिर को बहुत अच्छी तरह से सजाया जाता है और यहां पर उत्सव का माहौल रहता है। यहां पर आपको और भी बहुत सारे देवी देवताओं के दर्शन करने के लिए मिल जाते हैं। यहां पर कार्तिकेय जी, गणेश जी, राम भगवान जी माता सीता जी, नंदी महाराज जी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां आकर अच्छा लगता है और मन शांत होता है। यह कोटा में घूमने लायक एक मुख्य जगह है।
खड़े गणेश जी का मंदिर कोटा - Khade ganesh ji ka mandir kota
खड़े गणेश जी का मंदिर कोटा शहर का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर कोटा शहर में रंगबाड़ी में स्थित है। इस मंदिर में गणेश जी की प्रतिमा बहुत ही अद्भुत है, क्योंकि यहां पर गणेश जी की प्रतिमा खड़ी हुई अवस्था में देखने के लिए मिलती है, जो कम जगह देखने के लिए मिलती है। यहां पर आकर अच्छा लगता है।
मंदिर के बाहर बहुत सारे प्रसाद की दुकान है, जहां पर गणेश जी को चढ़ाने के लिए लड्डू दिए जाते हैं। आप यहां से लड्डू खरीद कर गणेश जी को अर्पित कर सकते हैं। मंदिर के बाहर एक बगीचा भी बना हुआ है, जिसे गणेश उद्यान कहा जाता है। यह बगीचा बहुत बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है और बहुत सुंदर लगता है। इस बगीचे में बहुत सारे पेड़ पौधे लगे हुए हैं और इस बगीचे में बहुत सारे झूले लगे हुए हैं, जहां पर बच्चे लोग और बड़े लोग भी इंजॉय कर सकते हैं। मंदिर में आपको एक कुंड देखने के लिए मिलता है, जिसमें कछुए हैं। मंदिर में आकर अच्छा लगता है। मंदिर के बाहर बहुत सारी प्रसाद की दुकान है, जहां पर गणेश जी को अर्पित करने के लिए लड्डू मिलते हैं।
प्राचीन श्री कर्णेश्वर धाम कोटा - Ancient Shri Karneshwar Dham Kota
श्री कर्णेश्वर महादेव मंदिर कोटा जिले का एक मुख्य मंदिर है। यह मंदिर कोटा जिले में अनंतपुरा झालावारा रोड में स्थित है। यह मंदिर प्राकृतिक परिदृश्य में स्थित है। यहां पर आकर शिव शंकर जी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर शिव शंकर के चार मुख देखने के लिए मिलते हैं। यह बहुत ही अद्भुत लगता हैं।
श्री कर्णेश्वर मंदिर को कंसुआ महादेव के नाम से भी जाना जाता है। यहां पर बरसात के समय आकर अच्छा समय बिताया जा सकता है, क्योंकि बरसात के समय, यहां पर मंदिर के बाहर बरसाती नदी बहती है, जिस में नहाने का मजा लिया जा सकता है। यह जगह प्राकृतिक रूप से बहुत खूबसूरत है। यहां पर मानसून में चारों तरफ हरियाली देखने के लिए मिलती है। यहां पर आकर अच्छा समय बिताया जा सकता है।
गडरिया महादेव मंदिर कोटा - Gadaria Mahadev Temple Kota
गडरिया महादेव मंदिर कोटा शहर का एक प्रमुख दर्शनीय स्थल है। यह मंदिर शिव शंकर जी को समर्पित है। यहां पर बहुत सुंदर भू दृश्य देखने के लिए मिलता है। यहां पर चंबल नदी की सुंदर घाटी देखने के लिए मिलती है, जो आकर्षण का मुख्य केंद्र है। यह घाटी बहुत ही ज्यादा आकर्षक है। यहां चंबल नदी का घुमावदार मोड़ देखने के लिए मिलता है। बरसात के समय यहां पर बहुत सारे झरने देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर प्राकृतिक माहौल देखकर मन को बहुत शांति मिलती है।
गडरिया महादेव मंदिर कोटा राजस्थान से करीब 20 किलोमीटर दूर है और यहां पर आप टैक्सी से, कार या बाइक से पहुंच सकते हैं। यहां पर पहाड़ी एरिया है, जहां पर आप जाकर इस सुन्दर दृश्य को देख सकते हैं। यहां पर प्रवेश के लिए शुल्क भी लिया जाता है। मगर यहां पर अच्छा लगता है और यहां पर आप अच्छा समय बिता सकते हैं। यह कोटा से डाबी जाने वाले राजमार्ग पर पड़ता है। राजमार्ग से थोड़ा अंदर जाना पड़ता है।
गेपरनाथ महादेव मंदिर कोटा - Geparnath Mahadev Temple Kota
गेपरनाथ महादेव मंदिर कोटा जिले के पास घूमने के लिए एक मुख्य पर्यटन स्थल है। गेपरनाथ महादेव मंदिर में आपको शिव मंदिर और गेपरनाथ जलप्रपात दोनों ही देखने के लिए मिलता है। यह जगह प्राकृतिक सुंदरता से भरी हुई है। यहां पर एक सुंदर घाटी देखने के लिए मिलती है। यहां पर बरसात के समय जलप्रपात बहता है और पहाड़ियों से छोटे-छोटे झरने बहते हैं। यह जगह बरसात के समय बहुत खूबसूरत हो जाती है। आप यहां पर आकर घूम सकते हैं और अपना बहुत अच्छा समय बिता सकते हैं। यह जगह कोटा से रावतभाटा जाने वाले राजमार्ग में स्थित है। आप यहां पर आकर, इस जगह की खूबसूरती को देख सकते हैं।
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