भीलवाड़ा जिले के दर्शनीय स्थल - Places to visit in Bhilwara / भीलवाड़ा के आसपास घूमने वाली प्रमुख जगह
भीलवाड़ा राजस्थान में राज्य का मुख्य जिला है। भीलवाड़ा राजस्थान की राजधानी जयपुर से करीब 250 किलोमीटर दूर है। भीलवाड़ा में बनास नदी बहती है। भीलवाड़ा में बस द्वारा या ट्रेन द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है। भीलवाड़ा में घूमने के लिए बहुत सारी जगह है। चलिए जानते हैं - भीलवाड़ा में घूमने के लिए कौन-कौन सी जगह है।
भीलवाड़ा में घूमने की जगह - Bhilwada Mein ghumne ki jagah
श्री हरणी महादेव मंदिर भीलवाड़ा - Shri Harni Mahadev Temple Bhilwara
श्री हरणी महादेव मंदिर भीलवाड़ा का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह धार्मिक स्थल है। यह मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है। हरणी महादेव मंदिर में एक प्राचीन गुफा देखने के लिए मिलती है। इस गुफा में शिवलिंग विराजमान है। शिवलिंग के बारे में कहा जाता है, कि यह शिवलिंग स्वयंभू है, अर्थात यह धरती से स्वयं उत्पन्न हुआ है। मंदिर के बाहर परिसर में नंदी महाराज की प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। नंदी महाराज की प्रतिमा पीतल की बनी हुई है। यह प्रतिमा बहुत बड़ी है। इस प्रतिमा के कानों में लोग मनोकामनाएं मांगते हैं और कहा जाता है, कि मनोकामना पूरी होती है।
हरणी महादेव मंदिर बहुत ही अच्छी तरह से बना हुआ है। मंदिर बहुत ही सुव्यवस्थित है। यहां पर आकर सकारात्मक शक्ति मिलती है। यह मंदिर बहुत प्राचीन है। बरसात के समय यहां कर अच्छा लगता है। यह मंदिर मुख्य शहर से करीब 9 किलोमीटर दूर है। आप यहां पर बाइक से या पब्लिक ट्रांसपोर्ट से घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर अनेकों देवी-देवताओं के मंदिर बने हुए हैं। यहां पर ब्रह्मा जी, विष्णु जी के मंदिर बने हुए हैं। यहां पर हर साल महाशिवरात्रि में मेले का आयोजन होता है। यह मेला 3 दिनों का रहता है। इस मेले में दूर-दूर से लोग आते हैं। यहां मेला बहुत ही भव्य रहता है। यह भीलवाड़ा में घूमने की सबसे अच्छी जगह है।
चामुंडा माता मंदिर भीलवाड़ा - Chamunda Mata Temple Bhilwara
चामुंडा माता मंदिर भीलवाड़ा में स्थित एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ है। यह मंदिर भीलवाड़ा में हरणी महादेव मंदिर की तरफ जाने वाली सड़क पर स्थित है। इस मंदिर में पहुंचने के लिए सीढ़ियां हैं। इस मंदिर से आपको सूर्यास्त का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है, जो बहुत ही जबरदस्त रहता है। इसके अलावा यहां पर आपको भीलवाड़ा सिटी का दृश्य भी देखने के लिए मिलता है।
चामुंडा माता मंदिर प्रकृति प्रेमी व्यक्ति को बहुत पसंद आएगी, क्योंकि यहां पर चारों तरफ पहाड़ी का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। यह मंदिर चामुंडा माता को समर्पित है। यहां से पूरे भीलवाड़ा सिटी का दृश्य देखा जा सकता है। चामुंडा माता मंदिर तक आने के लिए सीढ़ियां है। सीढ़ियों से ट्रैकिंग कर के मंदिर तक पहुंचने का सफर बहुत ही रोमांचक रहता है। मंदिर के गर्भ गृह में चामुंडा माता की मूर्ति के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। मंदिर के बाहर भी बहुत सारी मूर्तियां विराजमान है। मंदिर बहुत ही अच्छी तरह से बना है। नवरात्र में यहां पर भीड़ लगती है।
स्मृति वन भीलवाड़ा - Smriti Van Bhilwara
स्मृति वन भीलवाड़ा में स्थित एक मुख्य पर्यटन स्थल है। यहां यह एक सुंदर गार्डन है। इस गार्डन में आपको बहुत सारी जगह देखने के लिए मिलती है, जो बहुत ही मनोरंजक है और यहां पर अच्छा समय बिताया जा सकता है। इस गार्डन में आपको हर्बल गार्डन देखने के लिए मिलता है, जहां विभिन्न तरह के औषधीय प्लांट लगाए गए हैं। यहां पर रोज गार्डन भी है, जहां पर गुलाब की विभिन्न तरह की प्रजातियां देखने के लिए मिलती है।
स्मृति वन पर छोटा सा वाटरफॉल भी बना हुआ है। यहां बच्चों के खेलने के लिए प्ले ग्राउंड बना हुआ है और खेलने के लिए बहुत सारे उपकरण है। यहां पर छोटी सी झील बनी हुए है। झील के चारों तरफ बाउंड्री बनी हुई है और बैठने के लिए जगह भी है। यहां पर वाकिंग ट्रेक है, जहां पर आप घूमने का मजा ले सकते है। यहां पर आप आकर बहुत एंजॉय कर सकते हैं और अपना बहुत अच्छा समय बिता सकते हैं। यह पार्क शाम के 7:30 बजे तक खुला रहता है। यह पार्क भीलवाड़ा नगर निगम के द्वारा प्रबंधित किया जाता है।
गांधी सागर पार्क भीलवाड़ा - Gandhi Sagar Park Bhilwara
गांधी सागर पार्क भीलवाड़ा का एक मुख्य पर्यटन स्थल है। यह पाक मुख्य भीलवाड़ा शहर में स्थित है। यह पार्क गांधी सागर झील के किनारे बनी हुई है। यह झील बहुत बड़े क्षेत्र में फैली हुई है। झील के बीच में टापू भी बना हुआ है। गांधी सागर झील के बाजु में गांधी सागर पार्क बना हुआ है। यह पार्क बहुत ही सुंदर तरीके से बना हुआ है। पार्क में बहुत सारे झूले हैं और जिम करने के लिए यंत्र है, जिसमें सभी लोग आकर जिम कर सकते हैं। यह पार्क मुख्य शहर में स्थित है। इसलिए आप यहां पर आसानी से घूमने के लिए आ सकते हैं। आपको अच्छा लगेगा। यह भीलवाड़ा में घूमने लायक जगह है।
श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर भीलवाड़ा - Shri Panchmukhi Hanuman Mandir Bhilwara
श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर भीलवाड़ा में स्थित एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर मुख्य शहर में स्थित है। मंदिर के बाहर प्रसाद की बहुत सारी दुकान है, जहां पर आप भगवान को अर्पित करने के लिए प्रसाद ले सकते हैं। मंदिर के गर्भ गृह में हनुमान जी की पांच मुख वाली प्रतिमा देखने के लिए मिलती है, जो बहुत ही भव्य लगती है। मंदिर में श्री राम जी, माता सीता जी और लक्ष्मण जी के दर्शन करने के लिए भी मिलते हैं ,मंदिर में शिव मंदिर भी बना हुआ है।
नेहरू गार्डन भीलवाड़ा - Nehru Garden Bhilwara
नेहरू गार्डन भीलवाड़ा का एक फेमस गार्डन है। यह भीलवाड़ा में घूमने की फेमस जगह है। यह गार्डन बहुत अच्छी तरह से बनाया गया है। इस गार्डन का प्रबंधन भीलवाड़ा नगर निगम के द्वारा किया जाता है। इस गार्डन के पास ही में आपको एक बड़ी सी चीज देखने के लिए मिलती है, जिसे धांधोलाई झील कहा जाता है।
नेहरू गार्डन को लव गार्डन के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि भीलवाड़ा में कपल्स के घूमने के लिए एक अच्छी जगह है। यहां पर आप आकर अपना समय अच्छे से बिता सकते हैं। खाने पीने के लिए, गार्डन के बाहर बहुत सारे ठेले मिल जाते हैं, जहां से आप खाना खा सकते हैं। यहां पर बहुत सारे झूले लगे हैं, जहां पर आप इंजॉय कर सकते हैं और झील का सुंदर दृश्य भी देख सकते हैं। लव गार्डन से थोड़ी दूर पर आपको राजीव गांधी उद्यान भी देखने के लिए मिलता है।
अधरशिला महादेव मंदिर भीलवाड़ा - Adharshila Mahadev Temple Bhilwara
अधरशिला महादेव मंदिर भीलवाड़ा शहर का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह भीलवाड़ा में घूमने वाली मुख्य जगह है। आधारशिला महादेव मंदिर भीलवाड़ा मुख्य शहर से करीब 10 किलोमीटर दूर है। यहां पर चारों तरफ हरियाली देखने के लिए मिलती है। यहां पर एक पहाड़ी के नीचे शिव मंदिर बना हुआ है। यहां पर एक बड़ी सी चट्टान के नीचे मंदिर बना हुआ है। मंदिर में शिवलिंग और नंदी महाराज के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यह जो शिवलिंग है। वह पत्थर का है और प्राकृतिक है। मंदिर को पक्का बना दिया गया है। यहां पर चारों तरफ सुंदर गार्डन बना हुआ है। गार्डन में पेड़ पौधे लगे हैं। बरसात में यह जगह बहुत सुंदर लगती है।
महादेव मंदिर को आधारशिला या अधरशिला मंदिर इसलिए कहा जाता है, क्योंकि यहां पर एक बड़ी सी चट्टान छोटी सी जगह पर टिकी हुई है। यह बिना किसी सहारे के इतनी बड़ी चट्टान छोटी सी जगह पर टिकी हुई है और उसके नीचे ही शिवलिंग विराजमान है। इसलिए इसे आधारशिला महादेव मंदिर कहा जाता है। वर्षा ऋतु में यह स्थान बहुत ही रमणीय हो जाता है।
इको पार्क हमीरगढ़ भीलवाड़ा - Eco Park Hamirgarh Bhilwara
इको पार्क हमीरगढ़ में घूमने लायक एक मुख्य जगह है। पयह एक प्राकृतिक पर्यटन स्थल है। यहां पर बहुत सारे जीव जंतु पाए जाते हैं। यहां पर आपको पक्षी एवं वन्य जीव की बहुत सारी प्रजातियां देखने के लिए मिलती है। यहां पर आपको वन्यजीव में खरगोश, जैकाल, अजगर, सेही, चिंकारा, हायना, नीलगाय, जंगली सूअर देखने के लिए मिल जाते हैं। यहां पर पक्षियों की भी बहुत सारी प्रजातियां देख सकते हैं। यहां पर मोर, उल्लू, गौरैया, तोता, कबूतर, कोयल, सफेद तीतर, बुलबुल, देखने के लिए मिलते हैं, जो बहुत ही सुंदर रहते हैं।
इस पार्क में प्रवेश के लिए शुल्क लिया जाता है। यहां पर आपको जंगल का सुंदर नजारा देखने के लिए मिलता है। यहां पर आपकी गाड़ी का भी चार्ज लिया जाता है। आप यहां पर बहुत सारे वॉच टावर बने हुए हैं, जहां से आप जंगल का सुंदर दृश्य देख सकते हैं।
यहां बरसात में आ कर बहुत अच्छा लगता है, क्योंकि यहां पर चारों तरफ हरियाली रहती है। यहां पर व्यूप्वाइंट बने हुए हैं, जहां से आप सूर्यास्त का भी बहुत सुंदर दृश्य देख सकते हैं। इको पार्क हमीरगढ़ भीलवाड़ा से करीब 15 किलोमीटर दूर है। यह भीलवाड़ा के हमीरगढ़ में स्थित है। आप यहां पर बाइक और कार से पहुंच सकते हैं।
श्री त्रिवेणी संगम शिव मंदिर भीलवाड़ा - Shree Triveni Sangam Shiv Mandir Bhilwara
श्री त्रिवेणी संगम शिव मंदिर भीलवाड़ा का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर भीलवाड़ा जिले में मांडलगढ़ में स्थित है। यह मंदिर 3 नदियों के संगम पर स्थित है। इसे त्रिवेणी संगम के नाम से जाना जाता है। यह 3 नदियां हैं - बानस, बेइच और मेनाली नदी। तीनों नदियों का संगम बहुत सुंदर है। संगम में आप स्नान कर सकते हैं। यहां पर बहुत सारे लोग स्नान करते हैं। यहां पर नदी में मछलियां भी देखने के लिए मिलती हैं, जिन्हें दाना डाला जा सकता है।
त्रिवेणी संगम शिव मंदिर बहुत सुंदर है। मंदिर की बाहरी दीवारों में नक्काशी की गई है। मंदिर का गर्भगृह भी बहुत सुंदर है और इसे काँच से सजाया गया है। मंदिर के गर्भगृह में शिवलिंग के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर महाशिवरात्रि को बहुत बड़ा पर्व मनाया जाता है, जिसमें बहुत बड़ा मेला लगता है। इस मेले में दूर-दूर से लोग आते हैं।
श्री बाण माता मंदिर भीलवाड़ा - Shri Baan Mata Mandir Bhilwara
श्री बाण माता मंदिर भीलवाड़ा का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर भीलवाड़ा जिले में गोवाटा गांव में स्थित है। यह मंदिर गोवटा बांध के पास बना हुआ है। गोवाटा मंदिर के बारे में कहा जाता है, कि यहां पर लकवे और शारीरिक बीमारी से ग्रसित रोगों का इलाज होता है। यहां पर बहुत सारे लोग अपनी बीमारियों का इलाज करवाने के लिए आते हैं।
बाण माता को गोवाटा माता के नाम से भी जाना जाता है। मंदिर के पास में ही मेनाली नदी पर सुंदर बांध बना हुआ है, जिसका दृश्य देखने लायक रहता है और यह बांध बरसात के समय ओवरफ्लो होकर बहता है, जो बहुत ही सुंदर लगता है। यहां पर आप आकर अपना अच्छा समय बिता सकते हैं और गोवटा माता के दर्शन कर सकते हैं। यह बांध भीलवाड़ा जिले के मांडलगढ़ तहसील के गोवाटा गांव में स्थित है।
मांडलगढ़ का किला भीलवाड़ा - Mandalgarh Fort Bhilwara
मांडलगढ़ का किला भीलवाड़ा का एक ऐतिहासिक स्थल है। यह किला भीलवाड़ा जिले में मांडलगढ़ में स्थित है। यहां पर पहाड़ी पर यह किला बना हुआ है। यह किला खंडहर अवस्था में स्थित है। आपको बस इसके अवशेष ही देखने के लिए मिलते हैं। इस किले में आपको पैदल ट्रैकिंग करके आना पड़ता है। इस किले में आपको प्राचीन बुर्ज, दीवारें और खिड़कियां देखने के लिए मिल जाती हैं।
मांडलगढ़ का किला पर एक जलाशय भी बना हुआ है, जो बहुत सुंदर है। जलाशय के किनारे पानी तक पहुंचने के लिए सीढ़ियां बनी हुई है। यहां पर आपको प्राचीन मंदिर देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर जैन और हिंदू धर्म के मंदिर बने हुए हैं। यहां पर शिव भगवान जी का प्राचीन मंदिर बना हुआ है। इस मंदिर की दीवारों पर सुंदर नक्काशी की गई है, जो देखने लायक है। यहां पर आकर आप घूम सकते हैं और अपना अच्छा समय बिता सकते हैं। यहां पर भगवान आदिनाथ का मंदिर बना हुआ है, जो प्राचीन है और बहुत सुंदर है। किले से आपको चारों तरफ का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। यहां पहाड़ी के नीचे एक जलाशय बना हुआ है। यह जलाशय बहुत बड़ा है और किले से जलाशय का दृश्य बहुत सुंदर लगता है।
गुप्तेश्वर महादेव मंदिर भीलवाड़ा - Gupteshwar Mahadev Temple Bhilwara
गुप्तेश्वर महादेव मंदिर भीलवाड़ा जिले का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह मंदिर भीलवाड़ा जिले में मांडलगढ़ में स्थित है। यह मंदिर प्रकृति के बीच में स्थित है। यहां पर आपको पहाड़ियां, जंगल और नदी देखने के लिए मिलती है। यहां पर झरना भी है, जो बरसात के समय रहता है और बहुत ही सुंदर लगता है। यहां पर आप आकर अच्छा अनुभव कर सकते हैं। यह जगह प्रकृति प्रेमी के लिए स्वर्ग के समान है।
यहां पर मंदिर बना हुआ है, जहां पर शिवलिंग विराजमान है। यहां पर सावन सोमवार और महाशिवरात्रि के समय बहुत सारे भक्त भगवान शिव के दर्शन करने के लिए आते हैं। यहां आकर अच्छा लगता है। यह भीलवाड़ा में घूमने लायक एक मुख्य जगह है। आप यहां पर आ सकते हैं।
मेनाल जलप्रपात भीलवाड़ा - Menal Falls Bhilwara
मेनाल जलप्रपात भीलवाड़ा का एक पिकनिक स्पॉट है। मेनाल जलप्रपात मेनाल नदी पर बना हुआ है। यह जलप्रपात बहुत सुंदर है। यह जलप्रपात ऊंची चट्टानों से नीचे गिरता है। यह एक कुंड में गिरता है। यह जलप्रपात बरसात के समय देखने के लिए मिलता है। यहां पर बरसात के समय बहुत सारे लोग घूमने के लिए आते हैं। यहां पर व्यूप्वाइंट भी बना हुआ है, जहां से जलप्रपात का सुंदर दृश्य देखा जा सकता है।
मेनाल जलप्रपात बिजोलिया मांडलगढ़ हाईवे सड़क में ही स्थित है। आप यहां पर आसानी से पहुंच सकते हैं। यहां पर आने के लिए कोई दिक्कत नहीं होगी। यह मेनाल नाम की जगह पर स्थित है। आप यहां पर आते हैं, तो बरसात के समय ही आए। गर्मी में आने का कोई फायदा नहीं है।
प्राचीन शिव मंदिर भीलवाड़ा - Ancient Shiva Temple Bhilwara
प्राचीन शिव मंदिर भीलवाड़ा का एक मुख्य आकर्षण स्थल है। यह मंदिर भीलवाड़ा में मेनाल में स्थित है। इस मंदिर को मेनाल शिव मंदिर या महानाल मंदिर एवं मठ के नाम से जाना जाता है। यह मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है। इस मंदिर को चौहान वंश के शासकों ने बनवाया था। यह शिव संप्रदाय का एक बड़ा केंद्र था। यहां पर 11 वीं सदी में इस भव्य मंदिर का निर्माण किया गया था। इस मंदिर का निर्माण भूमिज शैली में किया गया है।
इस मंदिर के योजना में एक गर्भगृह, अंतराल, समवर्ण छत वाला एक रंगमंडप तथा एक छोटे प्रवेश मंडप के साथ उसके सामने स्थित एक नंदी मंडप सम्मिलित है। मंदिर की बाहरी दीवारों पर प्रतिमाएं बनी हुई है। यह प्रतिमाएं बहुत सुंदर है और आकर्षक लगती हैं। मुख्य मंदिर के उत्तर पश्चिम में दो अन्य लघु मंदिर स्थित है। यह गणेश जी और गौरी को समर्पित है।
मेनाल शिव मंदिर की दीवारों में बहुत सारे देवी देवताओं की प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। इस मंदिर में हाथी, घोड़े और यौन से संबंधित बहुत सारी प्रतिभाएं हैं। यहां पर आकर अच्छा लगता है। आप जब मेनाल आते हैं, तो आप मेनाल जलप्रपात घूमने के साथ-साथ शिव मंदिर भी घूमना।
जोगणिया माता मंदिर भीलवाड़ा - Jogania Mata Temple Bhilwara
जोगणिया माता मंदिर भीलवाड़ा में स्थित एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर एक शक्तिपीठ के रूप में जाना जाता है। यह मंदिर भीलवाड़ा जिले में पाल्का गांव में स्थित है। इस मंदिर में माता की बहुत सुंदर मूर्ति देखने के लिए मिलती है। माता का
गर्भ ग्रह बहुत सुंदर है। माता के ऊपर छत्र चढ़ाया गया है। माता से सिर पर चांदी का मुकुट है। माता फूलों से सुसज्जित है। माता की प्रतिमा सिंदूरी कलर की है। यहां पर आपको शेर की प्रतिमा भी देखने के लिए मिलती है। यहां पर शिवलिंग के भी दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यह मंदिर प्राचीन है और यहां आकर अच्छा लगता है। नवरात्रि में यहां पर बहुत ज्यादा भीड़ लगती है। बहुत सारे भक्त यहां पर माता के दर्शन करने के लिए आते हैं।
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