बीकानेर जिले के दर्शनीय स्थल - Places to visit in Bikaner District / बीकानेर जिले के आसपास घूमने वाली प्रमुख जगह
बीकानेर राजस्थान राज्य का एक मुख्य जिला है। बीकानेर राजस्थान की राजधानी जयपुर से करीब 330 किलोमीटर दूर है। बीकानेर में बीकानेरी भुजिया बहुत प्रसिद्ध है। बीकानेरी भुजिया भारत के हर घर में खाने के लिए मिलती है। भुजिया के नाम से बीकानेर प्रसिद्ध है। बीकानेर शहर को राव बिकाजी जी ने बसाया था। इसलिए इस शहर का नाम बीकानेर पड़ा। बीकानेर शहर में घूमने के लिए बहुत सारे दर्शनीय स्थल मौजूद है। चलिए जानते हैं - बीकानेर शहर में घूमने के लिए कौन-कौन सी जगह है।
बीकानेर में घूमने की जगह - Bikaner mein ghumne ki jagah
जूनागढ़ का किला बीकानेर - Junagadh Fort Bikaner
जूनागढ़ का किला बीकानेर का एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यह प्राचीन किला है। जूनागढ़ किला बीकानेर शहर के बीचो-बीच बना हुआ है। इस किले को प्राचीन समय में चिंतामणि किला एवं बीकानेर किले के नाम से जाना जाता था। मगर बीसवीं शताब्दी के प्रारंभ में इस किले का नाम बदलकर जूनागढ़ रख दिया गया। बीसवीं शताब्दी में किले में रहने वाला राज परिवार लालगढ़ महल में स्थानांतरण हुआ था।
जूनागढ़ किला का निर्माण बीकानेर के शासक राजा राय सिंह के शासन काल में किया गया था। इस किले का निर्माण राजा राय सिंह के प्रधानमंत्री करमचंद की निगरानी में किया गया था। इस किले में बड़ी-बड़ी दीवार और गहरी खाई का निर्माण भी किया गया है। ताकि शत्रुओं के आक्रमण से किले को सुरक्षित रखा जा सके।
जूनागढ़ किले के परिसर में बहुत सारे स्थल हैं, जो घूमने लायक हैं। जूनागढ़ किले में बहुत सारे महल बने हुए हैं। यहां पर संग्रहालय देखने के लिए मिलता है, जहां पर बहुत सारी प्राचीन वस्तुओं का संग्रह करके रखा गया है। जूनागढ़ किले के अंदर करण महल, अनूप महल, गज महल, फूल महल, छत्तर महल देखने के लिए मिलता है। यहां पर शाही उद्यान देखने के लिए मिलता है, जो बहुत सुंदर है। जूनागढ़ किले के अंदर कैफिटेरिया है, जहां पर खाने पीने का सामान मिलता है।
जूनागढ़ किले के ठीक सामने एक सुंदर झील है। इस झील को सूरसागर झील कहते हैं। यह झील भी आकर्षण का मुख्य केंद्र है और बहुत सुंदर है। इस झील का निर्माण बीकानेर के शासकों के द्वारा करवाया गया था। बीकानेर किले के घूमने के बाद, इस झील के किनारे आकर आप बैठ सकते हैं और झील के सुंदर नजारे को देख सकते हैं। इस झील का सही तरीके से रखरखाव नहीं किया जा रहा है। मगर यह झील बहुत सुंदर है और यहां पर अच्छा समय बिताया जा सकता है। इस झील के किनारे सीढ़ियां बनी हुई है।
जूनागढ़ किले में प्रवेश करने के लिए शुल्क लिया जाता है। यहां पर संग्रहालय और किले में प्रवेश का अलग-अलग शुल्क लिया जाता है। अगर आप बीकानेर घूमने के लिए जाते हैं, तो आपको जूनागढ़ किले में जरूर घूमने के लिए जाना चाहिए। यह बीकानेर शहर की सबसे अच्छी जगह है।
गंगा राजकीय संग्रहालय बीकानेर - Ganga State Museum Bikaner
गंगा राजकीय संग्रहालय बीकानेर में घूमने वाली एक मुख्य जगह है। गंगा राजकीय संग्रहालय मुख्य बीकानेर शहर में स्थित है। यह संग्रहालय दो मंजिला है। इस संग्रहालय में बहुत सारी वस्तुएं प्रदर्शित की गई है। यहां पर राजा महाराजा की जीवन शैली को दिखाया गया है। यहां पर पुरानी तलवार, बंदूक, तीर कमान, पुराने सिक्के दिखाए गए हैं। यह संग्रहालय बहुत ही सुव्यवस्थित तरीके से बना हुआ है।
इस भवन में श्री गंगा स्वर्ण जयंती संग्रहालय, सार्वजनिक पुस्तकालय तथा टाउन हॉल स्थित है। इस भवन का उद्घाटन बीकानेर नरेश महाराजा श्री करणी सिंह जी बहादुर ने 4 सितंबर 1954 को किया। इस भवन को कुंवर जसवंत सिंह ने राज्य के सार्वजनिक निर्माण विभाग की देखभाल से बनाया था। यह भवन बहुत अच्छी तरह से बना हुआ है। यहां पर आपको पुरानी मूर्तियां, तलवारे, महाराजाओं की मूर्तियां, बंदूकें, वन्य प्राणी के स्ट्रक्चर, पेंटिंग यह सभी चीजें यहां पर देखने के लिए मिल जाती हैं। इस संग्रहालय में प्रवेश के लिए शुल्क लिया जाता है। यहां पर आपको बहुत सारी जानकारी हासिल हुई की।
श्री भैरुनाथ मंदिर कोडमदेसर बीकानेर - Shri Bhairunath Mandir Kodamdesar Bikaner
श्री भैरूनाथ टेंपल बीकानेर जिले का एक मुख्य आकर्षण स्थल है। इस मंदिर को कोडमदेसर भैरूनाथ मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर बीकानेर से करीब 25 किलोमीटर दूर होगा। यह मंदिर शिव भगवान जी के अवतार भैरव बाबा को समर्पित है। यह मंदिर ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ है। मंदिर तक पहुंचने के लिए सीढ़ियां बनी हुई है। यह मंदिर बहुत सुंदर है। मंदिर में भैरूनाथ बाबा जी की बहुत ही अद्भुत प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। ऐसी प्रतिमा शायद ही दुनिया में कहीं और स्थापित हो। यहां पर भैरूनाथ बाबा की, जो प्रतिमा है। उनका बहुत बड़ा मुख है। भैरवबाबा के मुख भक्तगण प्रसाद खिलाते हैं। अपने हाथों से मिष्ठान, मेवा भगवान को खिलाए जाते हैं।
मंदिर के पीछे बड़ा सा तालाब है। इस तालाब में बहुत सारी मछलियां है। यहां पर आप मछलियों को दाना डाल सकते हैं। यहां का दृश्य बहुत ही मनोरम रहता है। मंदिर में भैरव बाबा की मूर्ति खुले आसमान के नीचे विराजमान है। पूरा मंदिर मार्बल से बना हुआ है। यहां पर बहुत सारे कुत्ते देखने के लिए मिलते हैं। कुत्ते भैरव बाबा की सवारी हैं। मगर कुत्ते किसी को भी हानि नहीं पहुंचाते हैं।
श्री भांडा शाह जी का मंदिर बीकानेर - Shree Bhanda shah ji ka mandir bikaner
श्री भांडा शाह जी का मंदिर बीकानेर का प्रसिद्ध मंदिर है। यह जैन मंदिर है। यह मंदिर श्री सुमति नाथ जैन मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर के गर्भ गृह में सुमति नाथ जी की सुंदर प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यह मंदिर बहुत आकर्षक है। मंदिर की दीवारों, स्तंभों, छतों, मंडप में सुंदर पेंटिंग देखने के लिए मिलती है। मंदिर की दीवारों में मूर्तियां बनी हुई है, जो बहुत आकर्षक लगती है। मंदिर की मंडप में मानव जीवन से संबंधित बहुत सारे चित्र बने हुए हैं और जैन तीर्थकारों के भी चित्र बने हुए हैं, जो बहुत आकर्षक लगते हैं। मंदिर के स्तंभों में भी फूलों की नक्काशी बनी हुई है। पूरा मंदिर रंग बिरंगा है। आप बीकानेर घूमने के लिए आते हैं, तो आपको इस मंदिर में जरूर घूमना चाहिए।
श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर बीकानेर - Shri Laxmi Nath Temple Bikaner
श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर बीकानेर का प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह मंदिर प्राचीन है। यह मंदिर विष्णु भगवान जी और लक्ष्मी माता जी को समर्पित है। मंदिर में विष्णु भगवान जी और लक्ष्मी माता जी की बहुत सुंदर प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। मंदिर में सुंदर आर्टवर्क देखने के लिए मिलता है। यह आर्ट वर्क चांदी से किया गया है। मंदिर में जन्माष्टमी, रामनवमी दिवाली, गीता जयंती के समय बहुत बड़ा उत्सव मनाया जाता है।
श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर सफेद और लाल बलुआ पत्थर से बना हुआ है। मंदिर के बाहर बहुत सारे कबूतर देखने के लिए मिलते हैं, जिन्हें दाना डाला जा सकता है। मंदिर में भगवान श्री कृष्ण जी की बहुत ही सुंदर प्रतिमा विराजमान है। यहां पर हनुमान जी की सुंदर प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिल जाते हैं। मंदिर को नगर सेठ के नाम से जाना जाता है। श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर में कृष्ण जन्माष्टमी के समय बहुत बड़ा उत्सव मनाया जाता है। यहां पर बहुत सारे लोग आते हैं। यहां पर रात भर भजन कीर्तन होते हैं। मंदिर परिसर बहुत बड़ा है, जहां पर बहुत सारे देवी देवता विराजमान है। यहां पर गार्डन बना हुआ है। जहां पर आप घूम सकते हैं और शांति से बैठ सकते हैं। यह मंदिर बहुत सुंदर है और मंदिर का गर्भ ग्रह बहुत ही आकर्षक है। मंदिर का शिखर भी देखने लायक है।
गजनेर वन्यजीव अभयारण्य बीकानेर - Gajner Wildlife Sanctuary Bikaner
गजनेर वन्य जीव अभ्यारण बीकानेर में घूमने का स्थान है। गजनेर वन्य जीव अभ्यारण बीकानेर से करीब 32 किलोमीटर दूर है। यह अभ्यारण बहुत सुंदर है। यहां पर बहुत सारे जंगली जीव देखने के लिए मिल जाते हैं। यहां पर बहुत बड़ी झील है, जिस पर माइग्रेट बर्ड्स देखने के लिए मिलती है। यहां आकर अच्छा समय बिताया जा सकता है।
गजनेर वन्यजीव अभ्यारण प्राचीन समय में बीकानेर के शासकों का आखेट स्थल हुआ करता था। यहां पर गजनेर झील में बहुत सारे जानवर गर्मी के समय अपनी प्यास बुझाने के लिए आते हैं। यह अब एक प्रोटेक्टेड एरिया है। यहां पर बहुत अच्छा लगता है।
गजनेर महल बीकानेर - Gajner Mahal Bikaner
गजनेर महल बीकानेर में घूमने लायक जगह है। गजनेर महल के पास में हीं आपको बहुत बड़ी गजनेर झील देखने के लिए मिलती है। यह झील बहुत बड़े क्षेत्र में फैली हुई है। इस झील में आप बोटिंग का मजा ले सकते हैं। यह महल बहुत सुंदर है और बहुत ही भव्य है। इस महल को होटल में बदल दिया गया है। यहां पर आप ठहर सकते हैं और इस महल को देख सकते हैं और इस महल की सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं।
गजनेर महल के चारों तरफ का वातावरण बहुत सुंदर है। चारों तरफ हरे भरे पेड़ पौधे और झील का नजारा बहुत ही आकर्षक है। झील में बहुत सारी मछलियां और विदेशी पक्षी देखने के लिए मिल जाते हैं, जो ठंड के समय यहां पर आते हैं। इसके अलावा यहां पर स्थानीय प्रजातियों के पंछी भी देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर आकर अच्छा समय बिताया जा सकता है।
लालगढ़ पैलेस बीकानेर - Lalgarh Palace Bikaner
लालगढ़ पैलेस बीकानेर का एक सुंदर महल है। यह महल प्राचीन है। इस महल का निर्माण बीकानेर के महाराजा श्री गंगा सिंह जी ने किया था। यहां महल 1902 से 1926 के बीच में बना है। यह महल बहुत बड़ा है। यह महल बलुआ पत्थर से बना हुआ है। यह महल बहुत सुंदर लगता है। इस महल के एक हिस्से को होटल के रूप में परिवर्तित कर दिया गया है, जहां पर ठहरा जा सकता है और शाही सुविधा का लाभ उठाया जा सकता है। इस महल की कारीगरी बहुत ही सुंदर है। यह महल इंडियन, यूरोपियन, मुगल वास्तुकला में बनाया गया है। यहां पर एक म्यूजियम भी है। यहां पर प्राइवेट लाइब्रेरी भी है। यहां की दीवारें और छत में बहुत ही सुंदर डिजाइन किया गया है।
लालगढ़ पैलेस में बहुत बड़ा गार्डन भी बना हुआ है, जो बहुत सुंदर है। यहां पर बहुत सारे पेड़ पौधे लगे हुए हैं। इस महल में एक कैफिटेरिया भी है, जहां पर खाने पीने का सामान मिल जाता है। यहां पर पार्किंग के लिए अच्छी जगह है। लालगढ़ पैलेस में प्रवेश के लिए शुल्क लिया जाता है।
सादुल सिंह म्यूजियम बीकानेर - Sadul Singh Museum Bikaner
सादुल सिंह म्यूजियम बीकानेर के दर्शनीय स्थल में से एक है। सादुल सिंह म्यूजियम, लालगढ़ महल के पास में स्थित है। यह एक प्राइवेट म्यूजियम है। इस म्यूजियम में बहुत सारी पुरानी वस्तुओं का संग्रह करके रखा गया है। यहां पर आपको बीकानेर के महाराजा जैसे सादुल सिंह, गंगा सिंह, कर्णी सिंह के बारे में बहुत सारी जानकारी मिलेगी। यहां पर बीकानेर के शासक और ब्रिटिश शासकों के बीच में संबंधों के बारे में भी बताया गया है। यहां पर प्राचीन सिक्के, पुरानी पेंटिंग, ट्रॉफी, शो पीस, ड्रेस, देखने के लिए मिलते हैं।
सादुल सिंह म्यूजियम पर महाराजाओं की तस्वीरों को रखा गया है। यहां पर चांदी से बने हुए सामान रखे गए हैं। इस संग्रहालय में प्रवेश के लिए शुल्क लिया जाता है। यह संग्रहालय लालगढ़ पैलेस के पास में स्थित है, जिससे आप यहां पर घूम सकते हैं और बहुत सारी वस्तुओं के बारे में जान सकते हैं। यहां पर म्यूजियम में आपको शॉप भी देखने के लिए मिलती है, जहां से आप अपने लिए सामान खरीद कर लेकर जा सकते हैं।
लालेश्वर शिव मंदिर बीकानेर - Laleshwar Shiv Mandir Bikaner
लालेश्वर शिव मंदिर बीकानेर में घूमने वाली जगह है। यह एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर शिव जी को समर्पित है। यहां पर विराजमान शिवलिंग काले कलर के हैं और चौमुखी है। यह शिवलिंग बहुत सुंदर लगता है। यहां पर पीतल की नंदी की प्रतिमा विराजमान है। इस मंदिर को शिव बारी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह मुख्य बीकानेर शहर से करीब 5 से 6 किलोमीटर दूर है। मंदिर परिसर में जलकुंड बना हुआ है, जिसके बीच में शिव भगवान जी की प्रतिमा विराजमान है, जो बहुत सुंदर लगती है। यहां पर बावली भी देखने के लिए मिलती है, जिसमें लोग सिक्के डालते हैं।
लालेश्वर शिव मंदिर पर शूटिंग सेंटर भी है, जहां पर निशानेबाजी की जाती है। मंदिर के पीछे बहुत बड़ा उद्यान भी है, जहां पर बैठ सकते हैं और उद्यान में बहुत सारे पेड़ पौधे लगे हुए हैं। यहां आकर मन को शांति मिलती है। यह मंदिर पूरे बीकानेर शहर में प्रसिद्ध है। यहां पर महाशिवरात्रि और सावन सोमवार में बहुत सारे भक्त आकर, शिव भगवान जी के दर्शन करते हैं।
श्री करणी माता मंदिर बीकानेर - Shri Karni Mata Mandir Bikaner
श्री करणी माता मंदिर बीकानेर का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह एक अनोखा मंदिर है, क्योंकि इस मंदिर में हर जगह चूहे देखने के लिए मिलते हैं। इस मंदिर को चूहे वाली माता का मंदिर भी कहा जाता है। इस मंदिर में चारों तरफ चूहे ही चूहे रहते हैं और चूहे मजे से खाना पीना खाते हैं और स्वतंत्र होकर घूमते रहते हैं यहां पर। इस मंदिर के बारे में कहा जाता है, कि अगर काले चूहे के बीच में सफेद चूहा दिख जाता है, तो बहुत ही शुभ होता है और लोग यहां पर चूहों को खाना डालते हैं।
करणी माता का मंदिर बीकानेर से करीब 30 किलोमीटर दूर देशनोक में स्थित है। यहां पर आप स्वयं के वाहन से या पब्लिक ट्रांसपोर्ट से पहुंच सकते हैं। करणी माता का मंदिर बहुत सुंदर बना हुआ है। मंदिर के बाहर, बहुत सारी प्रसाद की दुकान है, जहां पर माता को अर्पित करने के लिए प्रसाद दिया जाता है और श्रद्धालु माता को प्रसाद अर्पित करते हैं। माता के गर्भ गृह में भी चूहे रहते हैं। माता का जो प्रसाद रहता है। उसमें भी चूहे घूमते रहते हैं। यहां पर पंडित जी उसी प्रसाद को भक्त को देते है।
इन चूहों के बारे में कहा जाता है, कि इन चूहों से किसी प्रकार की बीमारी नहीं फैलती है। लोग मंदिर पर बहुत बिलीव करते हैं और दूर-दूर से इस मंदिर पर घूमने के लिए आते हैं। यह मंदिर पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। इस मंदिर के बारे में बहुत सारी डॉक्यूमेंट्री भी बनी हुई है। आप बीकानेर घूमने के लिए आते हैं, तो इस मंदिर में भी घूम कर माता के दर्शन कर सकते हैं।
यहां पर करणी माता म्यूजियम भी है, जहां पर करणी माता के बारे में बहुत सारी जानकारी मिलती है। करणी माता के जन्म से लेकर उनके महानिर्वाण तक के जीवन की जानकारी दी जाती है। यहां पर करणी माता की बहुत सारी तस्वीरें और मूर्तियां भी हैं।
मुकीम मंदिर बीकानेर - Mukim Mandir Bikaner
मुकीम मंदिर बीकानेर शहर का एक मुख्य पर्यटन स्थल है। यह धार्मिक स्थल है। यह बिश्नोई कम्युनिटी का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यहां पर जंभेश्वर गुरु की समाधि देखने के लिए मिलती है। जंभेश्वर गुरु बिश्नोई समाज के संस्थापक थे। यहां पर उनकी समाधि के ऊपर मंदिर बनाया गया है। यह मंदिर बहुत सुंदर है। पूरा मंदिर मार्बल से बना हुआ है। मंदिर के ऊपर एक बड़ा सा गुंबद देखने के लिए मिलता है, जो बहुत सुंदर है। मंदिर के अंदर समाधि स्थल मौजूद है। यह मंदिर बीकानेर में मुकीम गांव में स्थित है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं।
इस मंदिर को मुक्ति धाम मुकाम के नाम से भी जाना जाता है। गुरु जंभेश्वर एक महान संत थे। इन्होंने हरी नाम का जाप किया। इन्होंने हमेशा पेड़ पौधों और जानवरों की रक्षा करने का संदेश दिया। यहां फरवरी और मार्च के महीने पर विशाल मेला लगता है, जिसमें दूर दूर से लोग यहां पर आते हैं। यह मंदिर बहुत सुंदर है और यह मंदिर ताजमहल की तरह दिखता है।
कपिल सरोवर और कपिल मुनि मंदिर बीकानेर - Kapil Sarovar and Kapil Muni Temple Bikaner
कपिल मुनि मंदिर बीकानेर में स्थित एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर बीकानेर में कोलायत में स्थित है। यह मंदिर बहुत सुंदर है। कपिल मुनि मंदिर में, कपिल मुनि जी की सफेद पत्थर की बनी हुई प्रतिमा विराजमान है, जो बहुत सुंदर लगती है। इसके अलावा यहां पर एक विशाल सरोवर भी है। इस सरोवर को कपिल सरोवर के नाम से जाना जाता है। यह सरोवर बहुत सुंदर है। सरोवर के किनारे बहुत सारे मंदिर बने हुए हैं, जहां पर घुमा जा सकता है। यहां पर पंच मंदिर बने हुए हैं, जहां पर शिव भगवान जी, राम भगवान जी और भी बहुत सारे देवी देवताओं की प्रतिमा विराजमान है।
कपिल सरोवर के किनारे शिव मंदिर पर बना हुआ है, जहां पर शिव भगवान जी के दर्शन किए जा सकते हैं। यहां पर गऊघाट बना हुआ है, जहां पर गाय की मूर्ति देखने के लिए मिलती है। सरोवर के किनारे बैठने के लिए जगह बनाया गया है। जहां से सरोवर का सुंदर दृश्य देखा जा सकता है। कोलायत बीकानेर से करीब 30 किलोमीटर दूर होगा। आप यहां पर आकर आनंद का अनुभव कर सकते हैं। यह जगह सुंदर है। यह बीकानेर की सबसे अच्छी जगह में से एक है।
बजरंग धोरा हनुमान मंदिर बीकानेर - Bajrang Dhora Hanuman Mandir Bikaner
बजरंग धोरा हनुमान मंदिर बीकानेर का प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर हनुमान जी को समर्पित है। यह मंदिर मुख्य बीकानेर शहर से करीब 7 किलोमीटर दूर है। यह मंदिर सैंड डून्स के बीच में स्थित है। यहां पर आकर हनुमान जी का सुंदर मंदिर देखने के लिए मिल जाता है। यहां पर सभी तरह की व्यवस्थाएं उपलब्ध है। यहां पर आकर हनुमान जी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं और श्री राम जी, माता सीता जी और लक्ष्मण जी के दर्शन करने के लिए मिल जाते हैं। हनुमान जी की यहां पर बहुत अद्भुत प्रतिमा विराजमान है।
रामपुरिया हवेली बीकानेर - Rampuria Haveli Bikaner
रामपुरिया हवेली बीकानेर जिले का एक मुख्य पर्यटन स्थल है। यह हवेली देखने में बहुत ही आकर्षक है। इस हवेली को आपने बहुत सारी मूवी और नाटक में जरूर देखा होगा। इस हवेली की वास्तुकला बहुत शानदार है। इस हवेली का संरक्षण भारत सरकार के द्वारा किया जाता है। इस हवेली के दरवाजे और खिड़कियां बहुत ही आकर्षक है।
रामपुरिया हवेली लाल बलुआ पत्थर से बनी हुई है और पूरी हवेली नक्कशी दार है। हवेली को बाहर से देखा जा सकता है। मगर हवेली के अंदर जाने की मनाही है। हवेली बाहर से ही बहुत सुंदर दिखती है। रामपुरिया हवेली बीकानेर शहर के बीचोबीच स्थित है। आप यहां पर जाकर इस सुंदर हवेली को देख सकते हैं।
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