भरतपुर जिले के दर्शनीय स्थल - Major places to visit in Bharatpur District / भरतपुर जिले के आसपास घूमने वाली प्रमुख जगह
भरतपुर राजस्थान का एक प्रमुख जिला है। भरतपुर राजस्थान की राजधानी जयपुर से करीब 185 किलोमीटर दूर है। भरतपुर राजस्थान राज्य में, राजस्थान और उत्तर प्रदेश की सीमा पर स्थित है। भरतपुर एक प्राचीन शहर है। भरतपुर जिले में बहुत सारी सुंदर सुंदर जगह देखने के लिए मिलती है। भरतपुर जिले के आसपास घूमने के लिए बहुत सारी जगह है। भरतपुर, मथुरा की सीमा के पास में लगता है, जिससे कृष्ण जी की नगरी वृंदावन, मथुरा, गोवर्धन यह सभी जगह आप घूम सकते हैं। भरतपुर से फतेहपुर सीकरी और आगरा भी घूमने के लिए जाया जा सकता है। भरतपुर में बहुत सारी जगह है, जहां पर घूमने के लिए जाया जा सकता है। चलिए जानते हैं - भरतपुर में घूमने लायक कौन कौन सी जगह है।
भरतपुर में घूमने की जगह - Bharatpur mein ghumne ki jagah
लोहागढ़ दुर्ग भरतपुर - Lohagarh Fort Bharatpur
लोहागढ़ दुर्ग भरतपुर जिले का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यह एक प्राचीन किला है। यह किला पूरे भारत में प्रसिद्ध है। इस किले की बनावट बहुत ही सुंदर है। यह किला भरतपुर मुख्य जिले में स्थित है। लोहागढ़ किले को लौहगढ़ किला एवं भरतपुर दुर्ग के नाम से भी जाना जाता है। इस किले के चारों तरफ पानी की नहर बनाई गई है और इसमें पानी भरा गया है। आप वर्तमान में, लौहगढ़ किला को देखने जाएंगे, तो आपको अभी भी किले के चारों तरफ नहर देखने के लिए मिलेगी और उसमें पानी भरा देखने के लिए मिलता है।
लोहागढ़ किले की बाहरी दीवार सपाट है, जिससे जो भी आक्रमणकारी रहता था। उसको किले पर आक्रमण करने और विजय पाना असंभव रहता था, क्योंकि किले की दीवारें मिट्टी से बनी हुई थी। जब लोहागढ़ किले में आक्रमण किया जाता था, तो मिट्टी की दिवार में तोप के गोले धस जाया करते थे और किले को किसी भी तरह की हानि नहीं हुआ करती थी। किले तक पहुंचने के लिए, नहर को पार करना पड़ता था। नहर में मगरमच्छ एवं अन्य जहरीले जीव रहा करते थे। किले की दीवारें सपाट थी, जिससे किले की दीवारों पर चढ़ना नामुमकिन था। प्राचीन समय में यह किला एक अजेय किला हुआ करता था। इस किले में मुगल सेना और अंग्रेजों ने विजय प्राप्त नहीं कर पाये थे।
लोहागढ़ के किले का निर्माण जाट शासक महाराजा सूरजमल ने करवाया था। इस किले का निर्माण 1733 ईस्वी को करवाया गया था। इस किले में प्रवेश के लिए प्राचीन समय में 12 द्वार हुआ करते थे। यह किला करीब 285 साल पुराना है। इस किले के चारों तरफ चौड़ी और मजबूत दीवार बनाई गई है। इन दीवारों पर तोप के गोलों का असर नहीं होता है। इस किले के अंदर घूमने के लिए बहुत सारे स्मारक है, चलिए उनके बारे में भी जानते हैं -
किशोरी महल भरतपुर - Kishori Mahal Bharatpur
किशोरी महल लोहागढ़ दुर्ग के अंदर स्थित है। यह महल बहुत सुंदर है। इस महल का निर्माण महाराजा सूरजमल के द्वारा अपने परिवार के निवास हेतु करवाया गया था। यह महल 18वीं शताब्दी में बनवाया गया था। महाराजा सूरजमल की प्रिय महारानी किशोरी इस महल में निवास करती थी। इसलिए महाराजा सवाई विजेंद्र सिंह ने इसका नाम किशोरी महल रख दिया और यह नाम आज भी प्रचलित है और लोग इस महल को किशोरी महल के नाम से जानते हैं।
किशोरी महल के ऊपरी भाग पर स्थित छतरियां बहुत सुंदर है और इसके प्रवेश द्वार भी आकर्षक है। किशोरी महल के सामने महाराजा सूरजमल की बहुत ही सुंदर प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। इस प्रतिमा में महाराजा सूरजमल घोड़े पर सवार है। यह प्रतिमा एक ऊंचे चबूतरे पर बनी हुई है। यहां पर आपको लोहा गढ़ पैलेस और इसके निर्माण के बारे में बहुत सारी जानकारी मिलती है। इसके अलावा यहां पर भरतपुर के इतिहास के बारे में भी जानकारी मिलती है।
किशोरी महल में घूमने के लिए किसी भी प्रकार का कोई चार्ज नहीं लिया जा सकता है। इस महल के ज्यादातर हिस्से बंद है। आप महल का बाहरी हिस्सा देख सकते हैं। यह महल राजपूत और मुगल वास्तुकला में बनाया गया है। यह महल बहुत ही सुंदर दिखता है। इस महल में बहुत सुंदर सुंदर स्कल्पचर, प्राचीन लिपि और बहुत सारी वस्तुओं को प्रदर्शित किया गया है। किशोरी महल की दीवारों और छतों में सुंदर डिजाइन बनाए गए हैं, जो बहुत ही आकर्षक लगता है।
श्री बांके बिहारी मंदिर भरतपुर - Shri Banke Bihari Mandir Bharatpur
श्री बांके बिहारी मंदिर भरतपुर का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह एक धार्मिक स्थल है। यह मंदिर लोहागढ़ किले के अंदर स्थित है। यह मंदिर प्राचीन है। इस मंदिर में आपको सुंदर कलाकृतियां देखने के लिए मिलती है। इस मंदिर की दीवारों, प्रवेश द्वार, खिड़कियों, बालकनी में बहुत ही सुंदर नक्काशी देखने के लिए मिलती है। मंदिर के गर्भ गृह में श्री कृष्ण जी और राधा जी की मूर्ति देखने के लिए मिलती है। यह मूर्ति काले पत्थर की बनी हुई है। यह मूर्ति 4 फीट ऊंची है। मूर्ति के हाथ में मुरली है। इस मूर्ति के बारे में कहा जाता है, कि इस मूर्ति को नागा साधु ने भरतपुर के महाराजा को दिया था।
इस मंदिर का निर्माण 1760 में करवाया गया था। मंदिर के गर्भ गृह में, श्री कृष्ण जी के साथ राधा जी भी विराजमान है। इसके अलावा मंदिर में और भी बहुत सारे देवी देवताओं के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर श्री नागा बाबा जी, सत्यनारायण जी, गिरिराज जी, बद्रीनाथ जी, कात्यायनी देवी जी, लक्ष्मी नारायण जी, और भी बहुत सारी प्रतिमाएं देखने के लिए मिलती है। मंदिर के बाहर पार्किंग की व्यवस्था है। मंदिर के बाहर खाने पीने की दुकान है और प्रसाद की दुकानें हैं, जहां से आप भगवान को अर्पित करने के लिए प्रसाद ले सकते हैं। आप भरतपुर घूमने के लिए आते हैं, तो आपको इस मंदिर में भी आकर भगवान श्री कृष्ण के दर्शन करने चाहिए।
जवाहर बुर्ज लोहागढ़ किला - Jawahar Burj Lohagarh Fort
जवाहर बुर्ज लोहागढ़ किला के अंदर उत्तरी द्वार पर स्थित है। जवाहर बुर्ज अष्ट धातु का बना है। इसे जवाहर सिंह जाट के द्वारा 1765 में बनवाया गया था। इसे दिल्ली विजय होने के अवसर पर बनाया गया था। यहां पर एक बहुत बड़ा स्तंभ देखने के लिए मिलता है, जिसमें बहुत सारा कुछ लिखा हुआ भी है, जो समझ में तो नहीं आता है। मगर आप इसे पढ़ सकते है। इसके बारे में आप जान सकते हैं
लोहागढ़ किले में देखने के लिए और भी बहुत सारी जगह है, जो बहुत सुंदर है। यहां पर गार्डन बने हुए हैं। जो आप घूम सकते हैं। यहां पर म्यूजियम बना हुआ है, जो देखा जा सकता है। यहां पर महाराजा सूरजमल की मूर्ति देखी जा सकती है।
श्री गंगा मंदिर भरतपुर - Shri Ganga Maharani Mandir Bharatpur
श्री गंगा महारानी मंदिर भरतपुर का प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर भरतपुर मुख्य शहर में स्थित है। यह मंदिर भरतपुर में लोहागढ़ किले के करीब स्थित है। आप लोहागढ़ किले को घूमने के बाद, इस मंदिर में घूम सकते हैं। यह मंदिर प्राचीन है। यह मंदिर गंगा मैया को समर्पित है। इस मंदिर के गर्भ गृह में गंगा जी की प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। गंगा मैया मगरमच्छ पर सवार है। यह मंदिर बहुत ही सुंदर है। यह मंदिर मुगल और राजपूत शैली में बना हुआ है। इस मंदिर का निर्माण बलवंत सिंह के द्वारा शुरू किया गया था।
श्री गंगा महारानी मंदिर में आपको एक बड़ा सा मंडप और गर्भगृह देखने के लिए मिलता है। यह मंदिर 2 मंजिला है। श्री गंगा महारानी मंदिर को सामने से देखने से, यह मंदिर बहुत ही सुंदर और आकर्षक लगता है। इस मंदिर की कारीगरी भी बहुत जबरदस्त है। मंदिर के बाहर बगीचा बना हुआ है, जहां पर पेड़ पौधे लगे हुए हैं। यहां पर आप बैठकर, इस मंदिर के सुंदर नजारे को देख सकते हैं।
केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान भरतपुर - Keoladeo National Park Bharatpur
केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान भरतपुर का एक प्रसिद्ध पर्यटक आकर्षण स्थल है। केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान को भरतपुर पक्षी अभयारण्य और केवलादेव घना पक्षी विहार के नाम से भी जाना जाता है। यह पक्षियों के लिए स्वर्ग है। यहां पर विभिन्न प्रकार के पक्षियों की प्रजातियां देखने के लिए मिल जाती है। इसके अलावा यहां पर और भी बहुत सारे जंगली जानवर देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर बारहसिंगा, चित्तीदार हिरण, मोर, पाइथन, सांप, मछलियां, कछुए यह सभी भी यहां पर देखने के लिए मिल जाते हैं।
केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान पर घूमने के लिए बैटरी रिक्शा और साइकिल की व्यवस्था उपलब्ध है। आप अपनी सुविधा अनुसार साइकिल या बैटरी रिक्शा का चयन कर सकते हैं। यहां पर एंट्री के लिए, एंट्री फीस ली जाती है। यहां पर अक्टूबर से फरवरी के समय बहुत सारे विदेशी पक्षियों की प्रजातियां देखने के लिए मिलती है। यहां पर विदेशियों के अलावा स्थानीय पक्षी भी देखने के लिए मिल जाते हैं। केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान एक विश्व धरोहर स्थल भी है। इसे 1984 में विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया है। केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान को 1971 में पक्षी अभ्यारण घोषित किया गया। यहां पर देशी विदेशी बहुत सारे पक्षी आते हैं। आप यहां पर आ कर कई घंटे पक्षियों को देख सकते हैं।
केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में विभिन्न प्रकार के पेड़ पौधे और फूलों की प्रजातियां देखने के लिए मिलती है। पार्क के अंदर मंदिर बना हुआ है, जो बहुत सुंदर है और आप इसे घूम सकते हैं। यहां पर खाने पीने के लिए कैंटीन बनी हुई है, जहां पर आपको चिप्स, चाय, खाने के लिए और भी सामान मिल जाते हैं। यहां पर आप बोटिंग का मजा भी ले सकते हैं। यहां पर बोटिंग का प्राइस अलग-अलग रहता है। यहां पर वॉच टावर बना हुआ है, जहां पर चढ़कर आप पक्षी विहार के दूर-दूर तक का दृश्य देख सकते हैं। यह भरतपुर की सबसे अच्छी जगह है।
विश्वप्रिय शास्त्री पार्क भरतपुर - Vishwapriya Shastri Park Bharatpur
विश्वप्रिय शास्त्री पार्क भरतपुर का एक मुख्य पार्क है। यहां पर केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान जाने वाले रोड में ही स्थित है। यह पार्क मुख्य शहर में ही बना हुआ है। यह पार्क बहुत सुंदर है। पार्क में बहुत सारे झूले लगे हुए हैं, जहां पर बच्चे इंजॉय कर सकते हैं। पार्क में जिम करने के यंत्र भी लगे हुए हैं। पार्क में बहुत सारे फव्वारे हैं, जो बहुत सुंदर लगते हैं। यहां पर फव्वारों में रंगीन लाइट भी लगी हुई है, जो रात को जलती है, जिससे फव्वारे और भी अधिक सुंदर लगते हैं। यह पार्क बहुत अच्छी तरह से मैनेज किया गया है। यह पार्क भरतपुर नगर निगम के द्वारा मैनेज किया जाता है। आप यहां पर आकर अपना अच्छा समय बिता सकते हैं।
कुम्हेर का किला भरतपुर - Kumher Fort Bharatpur
कुम्हेर का किला भरतपुर का एक प्रसिद्ध किला है। यह किला भरतपुर में कुम्हेर नगर में स्थित है। यह किला भरतपुर के महाराजा सूरजमल के द्वारा बनवाया गया था। यह किला राजा के द्वारा बनाया गया पहला किला है और यहां पर राजा निवास करते थे। इस किले की दीवारें बहुत मोटी मोटी है। मगर अभी वर्तमान में यह किला अच्छे अवस्था में नहीं है। आप यहां पर आकर इस किले को देख सकते हैं और यहां पर घूम सकते हैं।
डीग का किला भरतपुर - Deeg Fort Bharatpur
डीग का किला भरतपुर का एक प्रसिद्ध किला है। डीग का किला भरतपुर जिले में डीग नगर में स्थित है। यह किला एक ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ है। डीग के किले का निर्माण महाराजा बदन सिंह के द्वारा 1730 में करवाया गया था। इस किले में 18 बुर्ज बनाए गए हैं। इस किले के चारों तरफ खाई बनाई गई थी, जिसमें पानी भर कर रखा गया था। अभी आपको इसके अवशेष देखने के लिए मिल जाते हैं।
किले में प्रवेश के लिए एकमात्र प्रवेश द्वार पश्चिम की तरफ है। किले का एक मुख्य बुर्ज है, जिसे लाखा बुर्ज के नाम से जाना जाता है। इस बुर्ज के ऊपर एक तोप देखने के लिए मिलती है। यह तोप लाखा तोप के नाम से प्रसिद्ध है। इस तोप की मारक क्षमता 27 किलोमीटर तक है। इस किले की वास्तुकला राजस्थानी है। इस किले से डीग शहर का सुंदर दृश्य भी देखने के लिए मिल जाता है। आप यहां पर आकर अच्छा समय बिता सकते हैं। यह भरतपुर में घूमने लायक एक मुख्य जगह है।
डीग महल भरतपुर - Deeg Mahal Bharatpur
डीग महल भरतपुर का एक मुख्य पर्यटन स्थल है। डीग महल को डीग जल महल और डीग का राजभवन के नाम से जाना जाता है। यह महल झील के किनारे बना हुआ है और इसलिए इसे जल महल कहा जाता है। यह महल बहुत सुंदर लगता है। इस महल में प्रवेश करने के लिए शुल्क लिया जाता है। यहां पर संग्रहालय बना हुआ है, जो शुक्रवार को बंद रहता है। यहां पर आपको बहुत सारे भवन देखने के लिए मिल जाते हैं, जहां पर आप घूम सकते हैं। यहां पर पार्किंग की अच्छी व्यवस्था है, जहां पर आप अपनी गाड़ी खड़ी कर सकते हैं।
डीग महल को जाट शासक महाराजा सूरजमल तथा जवाहर सिंह द्वारा बनवाया गया था। डीग राजभवन के, इस परिसर में सावन और भादो दीर्घाओ, गोपाल भवन, सूरज भवन, हरदेव भवन, किशन भवन, केशव भवन, नंद भवन, सिंह पोल, मध्यवर्ती उद्यान तथा गोपाल एवं रूपसागर नामक दो सरोवर स्थित है। उनकी बनावट बहुत सुंदर है।
गोपाल सागर के पास कच्चा बाग नाम का एक राजकीय उद्यान है, जो बहुत सुंदर है और बहुत बड़ा है। गोपाल भवन तथा किशन भवन में, यहां के शासकों द्वारा प्रयुक्त वस्तुओं को प्रदर्शित किया गया है। आप इन्हें देख सकते हैं। यह राज महल अपने रंगीन फव्वारों के लिए भी अत्यंत प्रसिद्ध है, जो वर्ष में दो बार संचालित किए जाते हैं। डीग जल महल में प्रवेश करने के लिए टिकट लिया जाता है। यहां पर आकर आपको अच्छा लगेगा। यह भरतपुर में घूमने लायक एक मुख्य जगह है।
लक्ष्मण मंदिर डीग भरतपुर - Laxman Mandir Deeg Bharatpur
लक्ष्मण मंदिर डीग भरतपुर में घूमने लायक स्थान है। यह मंदिर मुख्य डीग शहर में स्थित है। यह मंदिर लक्ष्मण जी को समर्पित है। लक्ष्मण जी जाट राजाओं के मुख्य देवता थे। यह मंदिर प्राचीन है। इस मंदिर को अंग्रेजों के समय पर बनाया गया है। यह मंदिर बहुत सुंदर है। आप यहां पर आकर घूम सकते हैं।
लक्ष्मण मंदिर भारतपुर - Laxman Mandir Bharatpur
लक्ष्मण मंदिर भरतपुर का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर मुख्य भरतपुर शहर में स्थित है। यह मंदिर प्राचीन है। यह मंदिर लक्ष्मण जी को समर्पित है। मंदिर के गर्भ गृह में लक्ष्मण जी और उर्मिला जी की प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। लक्ष्मण जी, श्री राम जी के भाई थे। मंदिर में राम जी, भरत जी शत्रुघ्न जी और हनुमान जी के भी दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यह मंदिर बहुत सुंदर है।
मंदिर की दीवारों में कारीगरी की गई है। यहां मंदिर राजस्थानी वास्तुकला में बनाया गया है। आप मंदिर में घूमने के लिए आ सकते हैं। यह मुख्य सिटी में ही स्थित है। मंदिर के बाहर बहुत सारी दुकानें देखने के लिए मिलती है, जहां पर खाने पीने का सामान मिलता है। यह मंदिर भरतपुर का मुख्य आकर्षण स्थल है। आप यहां घूमने के लिए आ सकते हैं।
बयाना का किला भरतपुर - Bayana Fort Bharatpur
बयाना का किला भरतपुर का एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थल है। यह किला एक ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ है। यह किला प्राचीन है। यह किला महाराजा विजयपाल के द्वारा बनवाया गया था। महाराजा विजयपाल एक महान शासक थे। इस किले में आप को खंडहर अवशेष देखने के लिए मिलते हैं। इस किले में आपको भगवान शिव का मंदिर देखने के लिए मिलता है। यहां पर सावन सोमवार के समय बहुत सारे लोग भगवान शिव के दर्शन करने के लिए आते हैं। आप यहां पर बरसात के समय घूमने के आएंगे, तो आपको यहां पर अच्छा लगेगा, क्योंकि यहां पर बरसात में चारों तरफ हरियाली देखने के लिए मिलेगी।
कारस देव बाबा मंदिर जगाज भरतपुर - Karas Dev Baba Mandir Jagaj Bharatpur
कारस देव बाबा का मंदिर भरतपुर का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर भरतपुर में बयाना तहसील के पास जगाज गांव में स्थित है। यह मंदिर पहाड़ों के बीच में बना हुआ है। यहां पर चारों तरफ हरियाली देखने के लिए मिलती है। यह मंदिर गुर्जरों में बहुत प्रसिद्ध है। यह मंदिर गुर्जरों के प्रमुख देवता कारस देव जी को समर्पित है। यहां पर आप आकर कारस देव जी के दर्शन कर सकते हैं।
वैर का किला भरतपुर - Vair Fort Bharatpur
वैर का किला भरतपुर का एक मुख्य आकर्षण स्थल है। यह किला प्राचीन है। यह किला भरतपुर जिले में वैर कस्बे में स्थित है। यह किला बयाना तहसील से 20 किलोमीटर दूर है। इस किले का निर्माण 1926 ईस्वी में महाराजा बदन सिंह ने अपने पुत्र प्रताप सिंह के लिए करवाया था। वैर का किला एक भव्य किला है। यह किला ऊंचाई पर बना हुआ है। इस किले में आपको जनाना महल, प्राचीन कुआं, राजा की कचहरी, कांच महल, बरादरी और कुंड देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर एक प्राचीन सुरंग भी बनी हुई है। इस महल की दीवारों में आपको सुंदर पेंटिंग देखने के लिए मिल जाती है। महल के बाहर आपको एक बड़ी सी तोप देखने के लिए मिलती है।
वैर को लघु काशी कहते हैं। वैर का किला बाबा श्री मोहन दास की सिद्धि स्थली भी है। वैर का किला प्रताप दुर्ग के नाम से भी जाना जाता है। यह महल बहुत अच्छी अवस्था में है और आप यहां पर आकर घूम सकते हैं। यहां पर घूमने के लिए किसी प्रकार का कोई चार्ज नहीं लिया जा सकता है।
बरैठा बांध भरतपुर - Baretha Dam Bharatpur
बरैठा बांध भरतपुर का एक मुख्य पिकनिक स्पॉट है। यहां पर आपको एक बहुत बड़ा और सुंदर बांध देखने के लिए मिलता है। बांध के चारों तरफ पहाड़ियों का दृश्य देखने के लिए मिलता है। आप यहां पर आकर पिकनिक मना सकते हैं। यह बांध भरतपुर का टूरिस्ट स्पॉट है। यह जगह बरसात के समय चारों तरफ हरियाली से घिरी रहती है।
बरैठा बांध के पास में हीं आपको एक प्राचीन महल देखने के लिए मिलता है। इस महल को किशन महल के नाम से जाना जाता है। इसे महाराजा किशन के द्वारा बनाया गया था। आप यहां पर आकर अच्छा समय बिता सकते हैं। यह भरतपुर में घूमने वाली मुख्य जगह है।
श्री कैला देवी मंदिर, झील का बाड़ा भरतपुर - Shree kaila devi, jheel ka bada mandir bharatpur
श्री कैला देवी, झील का बाड़ा मंदिर भरतपुर का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर भरतपुर जिले में बयाना तहसील के चाक बिछी में स्थित है। यह मंदिर ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ है। कैला देवी बहुत सारे लोगों की कुलदेवी है। यहां पर नवरात्रि में बहुत भीड़ लगती है। बहुत सारे भक्त माता के दर्शन करने के लिए आते हैं। यहां पर गर्भ गृह में माता की बहुत ही भव्य प्रतिमा देखने के लिए मिलती है।
कैला देवी मंदिर पर आपको एक झील देखने के लिए मिलती है, जिसके चारों तरफ सीढ़ियां बनी हुई है और बीच में एक स्तंभ बना हुआ है। यहां पर बहुत सारे लोग झील में स्नान करते हैं। यहां पर आकर अच्छा लगता है। मंदिर के बाहर बहुत सारे प्रसाद की दुकान है, जहां पर आप माता को अर्पित करने के लिए प्रसाद ले सकते हैं। बरसात में पहाड़ी के चारों तरफ का दृश्य देखने लायक रहता है। यहां पर आकर अच्छा लगता है।
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