खजुराहो का जवारी मंदिर - Javari Mandir Khajuraho
जवारी मंदिर खजुराहो में स्थित प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर पूर्वी मंदिर समूह में स्थित है। जवारी मंदिर विष्णु भगवान जी को समर्पित है। यहां पर विष्णु भगवान की जो प्रतिमा स्थापित है, वह प्रतिमा खंडित अवस्था में है और उस प्रतिमा का सर आपको देखने के लिए नहीं मिलेगा। आप जब भी खजुराहो घूमने के लिए आते हैं, तो इस मंदिर में भी घूमने के लिए आ सकते हैं ,यह मंदिर ब्रह्मा मंदिर के आगे स्थित है। इस मंदिर में खूबसूरत गार्डन बना हुआ है और गार्डन के बीच में जवारी मंदिर बना हुआ है, जो बहुत सुंदर लगता है।
खजुराहो के जवारी मंदिर की मूर्ति कला - Statue of Javari Temple of Khajuraho
खजुराहो जवारी मंदिर की मूर्ति कला बहुत ही अद्भुत है। जवारी मंदिर की बाहरी दीवार मूर्ति कला से सुसज्जित है। जब आप इस मंदिर में जाते हैं, तो आपको मंदिर के प्रवेश द्वार पर तोरण देखने के लिए मिलता है। इसे मकर तोरण कहते हैं। यह एक ही पत्थर का बना हुआ है और बहुत ही खूबसूरत लगता है। आप मंदिर के अंदर जाते हैं, तो मंदिर के अंदर आपको मंदिर के गर्भ गृह के प्रवेश द्वार में खूबसूरत मूर्तियां देखने के लिए मिलती है। इसमें देवी देवताओं गणों आदि की मूर्तियां देखने के लिए मिलती हैं। इन मूर्तियों की बनावट बहुत ही खूबसूरती से की गई है। मंदिर के गर्भ गृह के अंदर विष्णु भगवान की आकर्षक प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। मगर विष्णु भगवान का सर प्रतिमा में नहीं है। प्रतिमा खंडित अवस्था में यहां पर मौजूद है। मंदिर के बाहर आकर आप दीवार को देखते हैं, तो दीवार में अनेकों तरह की मूर्तियां देखने के लिए मिलती हैं, जो अलग-अलग क्रियाकलाप दिखाते हुए बनाई गई हैं। इस मंदिर के ऊपरी शेखर में आपको अम्लक कलश एवं नारियल बना हुआ देखने के लिए मिलता है, जो बहुत ही खूबसूरत लगता है। मंदिर की दीवारों में आपको देवी देवताओं एवं गढ़ इत्यादि की मूर्ति देखने के लिए मिलती है।
खजुराहो के जवारी मंदिर की वास्तुकला - Architecture of Javari Temple Khajuraho
खजुराहो का जवारी मंदिर बहुत ही सुंदर मंदिर है। इस मंदिर के अंदरूनी भाग देखने पर आपको चार भाग देखने के लिए मिलते हैं। इसमें आपको मंडप, महामंडप, अंतराल और गर्भ ग्रह देखने के लिए मिलता है और इसमें प्रदक्षिणा पथ नहीं बनाया गया है।
खजुराहो के जवारी मंदिर के दर्शन - Visit to Javari Temple Khajuraho
खजुराहो का जवारी मंदिर एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर बहुत ही सुंदर है। मंदिर एक ऊंचे मंडप पर बना हुआ है। मंदिर का निर्माण 1075 से 1100 ईसवी के बीच में बना हुआ है। यह मंदिर देखने में बहुत ही आकर्षक लगता है। हम लोग इस मंदिर में अपनी स्कूटी से घूमने आए थे।
जवारी मंदिर, ब्रह्मा मंदिर के आगे स्थित है। हम लोग अपनी स्कूटी से इस मंदिर में आए। मंदिर में गेट लगा हुआ था, तो हम लोगों को लगा मंदिर बंद है। मगर मंदिर खुला रहता है। आप जब भी यहां जाते हैं और गेट बंद रहता है, तो आप गेट खोल कर मंदिर के अंदर जा सकते हैं। इस मंदिर में आपको सुंदर गार्डन देखने के लिए मिलता है। गार्डन बहुत हरा भरा था और गार्डन के बीच में यह मंदिर देखने के लिए मिलता है, जो बहुत ही अद्भुत लगता है। मंदिर के नीचे की तरफ जवारी मंदिर की जानकारी लिखी है, जो आप पढ़ सकते हैं।
जवारी मंदिर एक ऊंचे मंडप पर बना हुआ है। मंदिर में जाने के लिए सीढ़ियां हैं। हम लोग सीढ़ियों से ऊपर गए और मंदिर के मंडप में प्रवेश किए। मंदिर के मंडप में ऊपर छत में खूबसूरत नक्काशी बनी हुई है, जो देखने में बहुत ही अद्भुत लगती है। उसके बाद मंदिर के गर्भ गृह में भगवान विष्णु की प्रतिमा के दर्शन करने के मिली। यह प्रतिमा खंडित अवस्था में यहां पर देखने के लिए मिलती है। मंदिर के गर्भ गृह के प्रवेश द्वार पर बहुत ही आकर्षक मूर्तिकला बनाई गई है। मंदिर के मंडप पर बैठने की व्यवस्था भी है। आप यहां बैठ सकते हैं। यहां पर एक चैकीदार मौजूद था, जो यहां की देखभाल करता है और वह यहां पर बैठा हुआ था। हम लोग मंदिर में विष्णु भगवान के दर्शन करें। उसके बाद हम लोगों ने बाहर आकर मूर्तिकला को देखा, जो बहुत ही सुंदर थी।
खजुराहो के जवारी मंदिर की फोटो - Photo of Javari Temple Khajuraho
जवारी मंदिर खजुराहो |
जवारी मंदिर खजुराहो के गर्भ गृह में विराजमान विष्णु प्रतिमा |
जवारी मंदिर खजुराहो का दृश्य |
जवारी मंदिर में बनी हुई बालकनी |
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