खजुराहो का दूल्हादेव शिव मंदिर - Dulha Dev shiv Mandir Khajuraho
दूल्हा देव मंदिर खजुराहो का एक प्रसिद्ध मंदिर है। दूल्हा देव मंदिर खजुराहो के दक्षिणी मंदिर समूह का एक मंदिर है। दूल्हा देव मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है। दूल्हा देव मंदिर के गर्भ गृह में शिव भगवान जी का शिवलिंग देखने के लिए मिलता है। दूल्हा देव मंदिर को कुंवारा मठ भी कहा जाता है। दूल्हा देव मंदिर खुड़र नदी के किनारे पर स्थित है। यह मंदिर बहुत ही खूबसूरत है। मंदिर में आपको गार्डन भी देखने के लिए मिलता है। यह मंदिर एक ऊंचे चबूतरे के ऊपर बना हुआ है। मंदिर में जाने के लिए सीढ़ियां है। मंदिर में लोग आज भी शंकर जी की पूजा करते हैं। यहां पर आपको फूल, बेलपत्र चढ़े हुए देखने के लिए मिल जाएंगे।
खजुराहो के दूल्हा देव मंदिर की वास्तुकला - Architecture of Dulha Dev Temple of Khajuraho
खजुराहो का दूल्हा देव मंदिर बहुत ही सुंदर है और खजुराहो के अन्य मंदिरों के समान है। इस मंदिर की बाहरी दीवार में आपको मूर्तिकला देखने के लिए मिलती है। खजुराहो के दूल्हा देव मंदिर में आपको मंडप, अंतराल, गर्भ ग्रह और महा मंडप देखने के लिए मिलता है। इसका महामंडप अष्टकोण में बना हुआ है और खूबसूरत लगता है। गर्भ ग्रह में गर्भ ग्रह के प्रवेश द्वार पर खूबसूरत नक्काशी देखने के लिए मिलती है। इस मंदिर में प्रदक्षिणा पथ नहीं है और ऊपर के जो शिखर है। वह भी नष्ट हो गए हैं।
खजुराहो के दूल्हा देव मंदिर के दर्शन - Visit of Dulha Dev Temple of Khajuraho
दूल्हा देव मंदिर मुख्य खजुराहो से थोड़ी दूरी पर स्थित है। यह खोडर नदी के किनारे पर बना हुआ है। यह मंदिर बहुत ही खूबसूरत लगता है। मंदिर गार्डन के बीच में स्थित है और गार्डन बहुत हरा भरा था। हम लोग इस मंदिर में अपनी गाड़ी से आए थे। हम लोग यहां गर्मी के समय गए थे, तो गर्मी के समय खुड़र नदी पूरी तरह से सूख गई थी और यहां पर बहुत सारे लोग रेत नदी से निकाल रहे थे और उसे अपने घोड़े में भरकर अपने घर लेकर जा रहे थे।
खुड़र नदी के बाजू में ही दूल्हा देव मंदिर देखने के लिए मिलता है। मंदिर बाहर से ही बहुत आकर्षक लगता है। मंदिर एक चबूतरे पर बना हुआ है। मंदिर में जाने के लिए सीढ़ियां बनी हुई है। मंदिर के ऊपर चढ़कर हम लोग मंडप में प्रवेश किए। मंडप की छत पर खूबसूरत नक्काशी की गई है। मंदिर के अंदर जाने पर यहां पर महा मंडप देखने के लिए मिलता है। महामंडप अष्टकोण में बना हुआ है और खूबसूरत लगता है। यहां पर हमने दो-तीन लोगों को देखा, जो यहां पर शिवजी के मंत्रों का जाप कर रहे थे और कुछ लोग यहां पर शिव भगवान जी को पूजा कर जल चढ़ा रहे थे और फूल चढ़ा रहे थे। यहां गर्भ ग्रह गेट बंद था। हम लोग बाहर से ही शिव शंकर जी के दर्शन किए। आपको गर्भ ग्रह के प्रवेश द्वार पर आपको खूबसूरत नक्काशी देखने के लिए मिलती है, जो बहुत ही खूबसूरत लगती है।
महा मंडप की छत गोलाकार में बनी हुई है। हमें इसका डिजाइन भी बहुत खूबसूरत लगता है। हम लोग मंदिर में भगवान शिव के दर्शन करने के बाद मंदिर से बाहर आए और मंदिर की बाहर की मूर्ति कला को देखा।
दूल्हा देव मंदिर की मूर्ति कला - Dulhadev Temple Idol Art
दूल्हा देव मंदिर की बाहरी दीवार मूर्तियों से सुसज्जित है। यहां पर आपको बहुत सारी मूर्तियां देखने के लिए मिलती है। यहां पर आपको देवी देवताओं की और गंधर्व की मूर्तियां देखने के लिए मिलती है। हम लोगों ने एक पतली सी नीचे की तरफ पट्टी देखी, जिसमें हाथी, घोड़े, युद्ध में जाते हुए लोग की मूर्तियां बनी थी। इन मूर्तियों को देखकर आप उस समय के युग के बारे में पता लगा सकते हैं। यहां की मूर्तियां बहुत ही खूबसूरत थी और हर मूर्तियों में अलग भाव देखने के लिए मिलता है।
हम लोग इस मंदिर को बाहर गार्डन में बैठकर देख रहे थे, तो मंदिर का जो ऊपर का शिखर है। मंडप और महा मंडप का वह शिखर अब खंडित हो गया है। वहां पर आपको कुछ नहीं देखने के लिए मिलता है। मंदिर के चारों तरफ हरा भरा गार्डन है और गार्डन में घास लगी हुई है। हम लोग घास में कुछ टाइम पर बैठे और हमे बहुत अच्छा लगा। यहां पर हमने कुछ फोटोग्राफ भी ली। आप यहां घूमने के लिए आ सकते हैं और इस मंदिर की खूबसूरती को देख सकते हैं।
खजुराहो के दूल्हादेव मंदिर की फोटो - Photo of Dulhadev Temple of Khajuraho
दूल्हा देव मंदिर का बाहर से दृश्य |
दूल्हा देव मंदिर की दीवार में विराजमान मूर्ति |
दूल्हा देव मंदिर की दीवार में बनी हुई मूर्ति |
दूल्हा देव मंदिर की बाहरी दीवार में बनी हुई मूर्ति |
दूल्हा देव मंदिर की छत पर की गई नक्काशी |
दूल्हा देव मंदिर का गर्भ ग्रह का प्रवेश द्वार |
दूल्हा देव मंदिर का दृश्य |
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