माँ शारदा मन्दिर मैहर - Sharda Mata Mandir Maihar / मैहर माता का मंदिर / मैहर की शारदा माता
मैहर का शारदा माता का मंदिर पूरे देश में प्रसिद्ध है। इस मंदिर में दर्शन करने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। हम लोग भी इस मंदिर में दर्शन करने के लिए जनवरी महीने में गए थे। मैहर के शारदा माता के मंदिर को शक्तिपीठ माना जाता है और कहा जाता है कि इस मंदिर में मांगी जाने वाली हर मनोकामना पूरी होती है। शारदा माता का मंदिर ऊंची पहाड़ी पर स्थित है। इस पहाड़ी को त्रिकूट पहाड़ी के नाम से जाना जाता है। शारदा माता जी के मंदिर में आपको माता जी की भव्य प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। मुख्य मंदिर के प्रवेश द्वार में आपको दो शेर की प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। मंदिर के अंदर आपको और भी प्रतिमाएं देखने के लिए मिल जाती हैं।
मैहर माता की कहानी - Story of maihar mata
मैहर का शारदा माता का मंदिर एक महत्वपूर्ण शक्तिपीठ है। कहा जाता है कि इस स्थल पर मां सती का हार गिरा था। इसलिए यह 1 शक्तिपीठ है। शारदा माता मंदिर के बारे में बहुत सारे रहस्यमई तथ्य है। जिसमें से एक तथ्य है, कि शारदा माता मंदिर में हर रोज सुबह के समय फूल चढ़े हुए मिलते हैं। कहा जाता है कि आल्हा और उदल अमर है। वह माता के चरणों में सुबह के समय फूल चढ़ाकर जाते हैं। मंदिर के पंडित जी रात के समय मंदिर की साफ सफाई करके मंदिर को बंद कर देते हैं और सुबह के समय यहां पर माता की पूजा की हुई और फूल चढ़े हुए मिलते हैं। शारदा माता के मंदिर के बारे में यह भी कहा जाता है, कि इस मंदिर में अगर रात में कोई भी व्यक्ति रुकता है, तो उसकी मृत्यु हो जाती है। इसलिए रात के समय इस मंदिर में कोई व्यक्ति नहीं रखता है। मां की आरती के बाद इस मंदिर में रात के समय रुकना निषेध है।
मैहर माता के दर्शन - Maihar Mata ke Darshan
हम लोग मैहर ट्रेन से गए थे। ट्रेन से मैहर आप किसी भी शहर से पहुंच सकते हैं। मैहर स्टेशन में हम लोग रात 3 बजे पहुंच गए थे। उसके बाद हम लोग मैहर स्टेशन में ही रुक गए। सुबह के समय हम लोगों ने मुंह हाथ स्टेशन में ही धोए और ऑटो ढूंढने लगे। मगर यहां पर जो भी ऑटो वाले मिलते हैं। वह आपको प्रसाद वाली दुकान में लेकर जाते हैं। यहां पर बहुत सारे ऑटो वाले मिलते हैं, जो आप से स्टेशन में आकर पूछते हैं। मैहर जाने के लिए। मगर वह आपको प्रसाद की दुकान में लेकर जाएंगे। वहां पर आपको प्रसाद लेना पड़ता है, और उनका जो प्रसाद रहता है। वह काफी महंगा रहता है। आप वहां पर अपने अनुसार प्रसाद नहीं ले सकते हैं। इसलिए हम लोग ऑटो ढूंढ रहे थे, जिसमें हमें प्रसाद वाली दुकान में ना जाना पड़े। हम लोग को एक ऑटो मिला, मगर वह ऑटो वाला भी हम लोगों को प्रसाद वाली दुकान में लेकर गया। हम लोगों ने ऑटो वाले से बोला था, कि हम लोग अपने अनुसार ही प्रसाद लेंगे। ऑटो वाले ने बोला था हां ले लीजिएगा। ऑटो वाला मैहर स्टेशन से मैहर के मंदिर तक आप से 10 रूपए लेगा।
हम लोग मैहर के के पास पहुंच गए और प्रसाद लेकर हम लोग मैहर के शारदा मंदिर की तरफ बढ़ चले। हम लोग के ऑटो वाले ने हम लोगों को काफी दूर छोड़ा था। इसलिए हम लोग को पैदल चलना पड़ा। रास्ते में हम लोगों को बहुत सारे सामान बेचने वाले मिले। यहां पर हम लोगों को फूल के मालाएं बेचने वाले मिले। यहां पर बहुत सारे लोग मालाएं बेच रहे थे और आपके यह लोग पीछे ही पड़ जाते हैं। आप माला ले ही लो। मगर हम लोगों ने माला नहीं लिए। उसके बाद एक बच्ची हम लोग के पीछे पड़ गई, कि माथे की पट्टी ले लो। हम लोग उसे मना कर रहे थे। मगर वह बच्ची नहीं मानी और हम लोगों को माथे की पट्टी लेनी पड़ी, क्योंकि वह पीछे ही पड़ गई थी। उसके बाद हम लोग मैहर के प्रवेश द्वार पर पहुंचे। वहां पर भी एक व्यक्ति माला बेच रहा था। वह भी हम लोगों से माला लेने के लिए कहने लगा, हम लोग ने मना कर दिया और आगे बढ़ गए। हम लोग सुबह के समय यहां गए थे, तो यहां का ज्यादातर मार्केट बंद था। हम लोग मैहर के प्रवेश द्वार पास पहुंचे।
मैहर का प्रथम प्रवेश द्वार बहुत ही खूबसूरत था और हम लोगों को प्रवेश द्वार के ऊपर दो शेरों की प्रतिमाएं देखने के लिए मिली और उनके बीच में मां शारदा की प्रतिमा विराजमान थी। इस प्रवेश द्वार में 3 पिलर बने थे। बीच के पिलर में गणेश जी की प्रतिमा बनी हुई थी और आजू बाजू के पिलर में हनुमान जी की प्रतिमा बनी हुई थी। इस प्रवेश द्वार से हम लोग आगे बढ़े, तो यहां पर नारियल रखने के लिए स्थान बना हुआ था और नारियल फोड़ने की मशीन लगी हुई थी। जब यहां पर नवरात्रि के समय बहुत भीड़ होती है, तो नारियल यहीं पर जमा कर दिया जाता है और एक टिकट दी जाती है और जब आप वापस आते हैं, तो यहां से नारियल लेकर आप अपना नारियल फोड़ सकते हैं। हम लोग आगे गए, तो हम लोगों को एक और प्रवेश द्वार देखने के लिए मिला। यह प्रवेश द्वार भी बहुत खूबसूरत था और इस प्रवेश द्वार में मूर्तियां बनी हुई थी। यहां से अब हम लोगों को सीढ़ियां चढ़ना शुरू करना था।
मैहर की सीढ़ियों के पास एक मंदिर देखने के लिए मिलता है। यहां पर भी माता जी की प्रतिमा विराजमान है। मंदिर की सीढ़ियों को तीन भागों में विभक्त किया गया है, जिसमें से ऊपर जाने के लिए अलग सीढ़ियां हैं और नीचे आने के लिए अलग सीढ़ियां हैं। मंदिर की सीढ़ियों के ऊपर शेड लगाया गया है। ताकि आपको किसी भी तरह की दिक्कत ना हो और आप आसानी से मंदिर की सीढ़ियां चढ़ सके। मंदिर में जगह जगह पर बैठने की व्यवस्था भी की गई है। ताकि आपको थकावट ना हो। जगह जगह पर पानी की व्यवस्था भी है।
मां शारदा माता के मंदिर में पहुंचने के लिए एक हजार से ज्यादा सीढ़ियां हैं। आप आसानी से सीढ़ियां चढ़ते हुए मंदिर पहुंच जाते हैं। आप जब मंदिर पहुंचते हैं। तब मुख्य मंदिर परिसर के सामने आपको शिवलिंग देखने के लिए मिलते हैं। मंदिर के सामने आपको दो शेरों की प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। मुख्य मंदिर में बहुत ज्यादा भीड़ रहती है। लोगों को लाइन से आने के लिए कहा जाता है। यहां पर हमेशा ही बहुत ज्यादा भीड़ रहती है। आप अंदर जाते हैं, तो आपको मां शारदा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। आप पंडित जी को जो भी प्रसाद लाते हैं। वह दे सकते हैं, और पंडित जी आपको कुछ ना कुछ प्रसाद वापस देते हैं। उसके बाद आप मुख्य मंदिर में स्थित मां काली के भी दर्शन कर सकते हैं और हनुमान जी के भी दर्शन कर सकते हैं। आप दर्शन करके बाहर आते हैं, तो बाहर हमको मुख्य मंदिर के पीछे बहुत सारे लोग देखने के लिए मिले। जो मंदिर के पीछे की सीढ़ियों में खड़े होकर फोटो खींचा रहे थे। वैसे यहां पर बोर्ड लगा था, कि यहां पर फोटो खींचना मना है। मगर लोग मानते नहीं हैं। हम लोगों ने भी यहां पर फोटो खींचे।
मुख्य मंदिर के पीछे बहुत बड़ा परिसर है, जहां पर लोग बैठते हैं और सकारात्मक अनुभव लेते हैं। मां शारदा माता के मंदिर के पीछे आप को बहुत बड़ा आंगन देखने के लिए मिलता है। आंगन में चटाई बिछी रहती है, जिसमें लोग जाकर बैठते हैं। हम लोग भी यहां पर बैठे थे और हम लोगों को बहुत अच्छा लग रहा था। यहां पर भी बहुत सारे मंदिर थे। यहां पर दान करने के लिए काउंटर बना था, जहां पर आप दान देकर पर्ची ले सकते हैं। यहां पर बहुत सारे फोटोग्राफर घूम रहे थे, जो आपकी फोटो खींचते हैं। आप यहां से फोटो खींचा सकते हैं। यह आपकी फोटो तुरंत दे देते है। यहां पर बहुत सारे लोग ऊंची पहाड़ी पर आकर नीचे के दृश्य को देख रहे थे। नीचे का दृश्य बहुत ही विहंगम था और चारों तरफ खूबसूरत जंगल देखने के लिए मिल रहा था। हम लोग कुछ देर मां शारदा के पीछे बने आंगन में बैठे रहे। उसके बाद यहां पर अन्य जो मंदिर है, हम लोगों ने दर्शन किए।
उसके बाद हम लोग पैदल ही नीचे की तरफ जाने लगे। अगर आप यहां पर मुंडन संस्कार, कथा, अन्नकूट प्रसाद, उद्घोषणा महा शृंगार, एवं पुस्तक विक्री और दान वगैरह करना चाहते हैं। तो इन सभी के लिए के लिए कार्यालय आपको नीचे मिलता है। आप वहां पर जाकर इन सभी चीजों के लिए अपना नाम दर्ज करवा सकते हैं। यहां पर अब हम लोग नीचे चलना स्टार्ट कर दिए। यहां पर आपको बहुत सारे दान मांगने वाले भी मिलते हैं। आप उन्हें दान दे सकते हैं और आप नीचे जाते हैं, तो आपको खूबसूरत दृश्य देखने के लिए मिलते हैं और रोपवे भी देखने के लिए मिलता है। इस तरह हम लोग इन सभी चीजों का आनंद लेते हुए नीचे आ गए।
मां शारदा मंदिर के खुलने और बंद होने का समय - Maihar Mandir Opening Time
मां शारदा का मंदिर सुबह 5 बजे खुल जाता है और 5 बजे यहां पर आरती होती है। दोपहर का पट बंद होने का समय 1 बजे है दोपहर को पट खुलने का समय 2 बजे है। संध्या समय आरती का 7रू30 बजे है। यह सभी समय मेला अवधि और सर्दियों के समय अलग होते हैं।
मां शारदा मंदिर मैहर मेला - Maihar Mela
मैहर की मां शारदा माता के मंदिर में मेले का माहौल तो पूरे साल भर रहता है। मगर आप नवरात्रि के समय आएंगे, तो आपको यहां पर ज्यादा अच्छा लगेगा, क्योंकि नवरात्रि के समय यहां पर ज्यादा लोग आते हैं और बहुत सारी दुकानें लगती हैं। आप यहां पर साल के किसी भी दिन आएंगे, तो आपको मंदिर के प्रवेश द्वार के आगे बहुत सारी दुकानें देखने के लिए मिल जाती है, जहां पर आपको तरह तरह के सामान मिल जाते हैं। चूड़ी, कंगन, सिंदूर, लॉकेट, बहुत सारे सामान मिल जाते हैं। यहां पर बहुत सारे लोग आपको यह सब सामान बहुत कम रेट में दे देते हैं। यहां पर खिलौने की दुकानें भी लगती हैं। आप यहां पर प्रसाद भी ले सकते हैं। यहां पर आप अगर प्रसाद लेना चाहते हैं, तो वह भी आपको किलो के भाव से मिल जाता है। यहां पर आधा किलो और 1 किलो के भाव से प्रसाद ले सकते हैं। हम लोग ने भी यहां पर आधा किलो का एक पैकेट चिरौंजी और मूंगफली का लिया था। यहां पर हम लोगों ने लॉकेट भी लिया था और आप यहां पर कोई भी सामान लेते हैं, तो यहां पर मोलभाव जरूर करें। हम लोगों ने जो लॉकेट लिया था। वह दुकानदार हमें 50 रूपए में बोल रहा था। मगर बाद में उसने हमें वह लॉकेट 50 के दो लॉकेट दिए, तो आप यहां पर जो भी सामान ले, तो मोलभाव करें, तो आपको वह सामान कम में मिल जाएगा।
मैहर रोपवे की सुविधा - Maihar ropeway facility
मैहर के शारदा माता के मंदिर में के अलावा रोपवे की सुविधा भी उपलब्ध है। आप यहां पर रोपवे के द्वारा मंदिर तक पहुंच सकते हैं। रोपवे में एक व्यक्ति के आने और जाने का किराया 110 रूपए है। हफ्ते के सातों दिन रोपवे चालू रहती है। आप यहां पर रोपवे के द्वारा जा सकते हैं। रोपवे से यहां जाने में आपको बहुत मजा आएगा।
मां शारदा अन्नकूट शारदा धाम मैहर - Maa Sharda Annakoot Sharda Dham Maihar
आप मा शारदा माता के दर्शन करने मैहर आते हैं। आपको अगर भूख लगती है, तो आप यहां पर सस्ता खाना भी खा सकते हैं। यहां पर आप मां शारदा अन्नकूट में आ सकते हैं और यहां पर मात्र आपके 15 रूपए एक व्यक्ति के लगते हैं और आपको अच्छा खाना मिलता है। यहां पर हम लोगों ने खाना खाया और खाना बहुत अच्छा था और टेस्टी था और सात्विक खाना था। मां शारदा अन्नकूट में हम लोगों को पहले 15 रूपए की टिकट लेनी पड़ी। उसके बाद हम लोगों ने हाथ धोकर बिल्डिंग के ऊपर गए। बिल्डिंग के ऊपर लाइन से चटाई बिछी हुई थी। हम लोग अपनी थाली लेकर चटाई में बैठ गए और हम लोगों को पूरी और सब्जी दे दिया गया। हम लोगों ने पहले पूरी और सब्जी खाया। उसके बाद यहां पर दाल और चावल परोसा गया। यह खाना देसी घी में बना हुआ था और बहुत अच्छा लग रहा था, खाने में। हम लोगों ने पेट भर के खाना खाया। उसके बाद हम लोग अपनी थाली लेकर दरवाजे से निकलकर पानी पीने वाली जगह में गए। वहां पर हमने अपनी थाली धोया और पानी पिया उसके बाद हम लोग बाहर आ गए। अगर आप यहां पर वॉशरूम यूज करना चाहते हैं, तो वह भी यूज कर सकते हैं। यहां पर आपको अपने चप्पल नीचे ही उतारने पड़ते हैं।
मैहर जाने का सबसे अच्छा समय - Best time to visit Maihar
मां शारदा माता मंदिर आने का सबसे अच्छा समय बरसात और ठण्ड का होता है। बरसात के समय अगर आप यहां पर आते हैं, तो आपको चारों तरफ यहां पर हरियाली देखने के लिए मिलती है और आप यहां पर आ कर बहुत अच्छे से घूम सकते हैं। बरसात की नवरात्रि के समय अगर आप यहां पर आते हैं, तो आपको अच्छा लगेगा। उस समय यहां पर मेला भी लगा रहता है और बहुत सारे लोग यहां पर बरसात के समय घूमने आते हैं।
मैहर देवी मंदिर का फोटो - Photo of Maihar Devi Temple
![]() |
मैहर मंदिर का प्रवेश द्वार |
![]() |
मैहर मंदिर के प्रवेश द्वार में गणेश जी और हनुमान जी की प्रतिमा |
![]() |
मैहर मंदिर के प्रवेश द्वार से सीढ़ियां की शुरुवात |
![]() |
मैहर मंदिर की सीढ़ियां |
![]() |
मैहर में शारदा माता का मुख्य मंदिर |
![]() |
मैहर का शारदा माता मंदिर का पीछे का भाग |
![]() |
मैहर मंदिर के ऊपर से नीचे का विहंगम दृश्य |
![]() |
मैहर में रोपवे की सुविधा |
मां शारदा माता के मंदिर के बारे में मुझे जितनी भी जानकारी थी। मैंने आपको इस लेख में देने की कोशिश की है। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो, तो आप इस जानकारी को अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ शेयर जरूर करें। ताकि उन्हें भी मैहर के मां शारदा माता के मंदिर के बारे में पता चल सके।
Please do not enter any spam link in comment box