उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर के दर्शन - Mangalnath Mandir Ujjain
मंगलनाथ मंदिर उज्जैन का एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। मंगलनाथ मंदिर शिप्रा नदी के किनारे बना हुआ है। यहां पर बहुत बड़ा और सुंदर मंदिर बना हुआ है और यह मंदिर शिप्रा नदी के किनारे बना हुआ है। यहां पर प्राचीन समय में ग्रह और नक्षत्रों की पढ़ाई भी की जाती थी। यह ज्योतिष विज्ञान के लिए एक मुख्य स्थान था। यह मंदिर मुख्य रूप से नवग्रह के देवता मंगल देव को समर्पित है। यहां पर मंगल भगवान जी का जन्म हुआ है और उनकी माता पृथ्वी है। यहां पर मंगल दोष की पूजा की जाती है। जिन भी व्यक्ति का मंगल भारी रहता है और उनको बहुत सारी समस्या रहती है। वहां यहां पर मंगल ग्रह की पूजा करवा सकते हैं और उनका जो भी परेशानी होगी। वह पूजा के बाद समाप्त हो सकती है। यह जगह इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह जगह पृथ्वी का केंद्रीय है। यहां से कर्क रेखा गुजरती है। इसलिए भी यह जगह महत्वपूर्ण है और यहां पर बहुत सारे लोग मंगल ग्रह की पूजा करवाने के लिए आते हैं। हम लोग इस जगह में घूमने के लिए गए थे।
हम लोग अपनी उज्जैन यात्रा में सिद्धवट मंदिर घूमने के बाद, मंगलनाथ मंदिर घूमने के लिए गए थे। यह मंदिर बहुत सुंदर है और बहुत बड़ा है। यह मंदिर सिद्धवट मंदिर से करीब 1 से डेढ़ किलोमीटर दूर होगा। हम लोग अपनी स्कूटी उठाए और इस मंदिर की तरफ चल दिए। मंदिर में जाने वाले रास्ते में हम लोगों को गौशाला देखने के लिए मिली, जहां पर बहुत सारी गायों को रखा गया था। इसी के साथ हम लोगों को एक ढाबा भी देखने के लिए मिला, जहां पर देसी घी वाली लिट्टी मिल रही थी। मेरा लिट्टी खाने का बहुत मन था। मगर बाहर का खाना खाने से, मेरा पेट गड़बड़ हो गया था। इसलिए मैंने लिट्टी खाने का विचार त्याग दिया और मंगलनाथ मंदिर की तरफ चल दिए।
मंगलनाथ मंदिर में प्रवेश करने के लिए बहुत बड़ा और बहुत सुंदर गेट बना हुआ है। मंदिर के बाहर बहुत सारी प्रसाद की दुकान है। हम लोगों को प्रसाद नहीं लेना था, तो हम लोगों ने प्रसाद नहीं लिया। अगर आप घुड़सवारी का मजा लेना चाहते हैं, तो वह भी कर सकते हैं। यहां पर एक घोड़ा लेकर एक व्यक्ति बैठे हुए थे। मगर मेरे हिसाब से, तो घुड़सवारी नहीं करना चाहिए। यहां पर बहुत सारी दुकानें थी और बहुत सारा सामान मिल रहा था। मंगल ग्रह की पूजा के लिए अलग से सामान मिलता है।
हम लोगों ने मंदिर परिसर में प्रवेश किया। यहां पर मंदिर के बाहर, हम लोगों ने अपने चप्पल उतार दिया। यह मंदिर 2 मंजिला है और दूसरी मंजिल में शिव जी का मंदिर देखने के लिए मिलता है। हम लोग सीढ़ियों के द्वारा शिवजी के मंदिर में गए। हमने शिव भगवान जी के दर्शन किये। यहां पर बहुत ही सुंदर शिवलिंग विराजमान है। उसके बाद हम लोग हनुमान जी के दर्शन किए। शिव मंदिर के पीछे ही हनुमान जी का मंदिर है। यहां पर पहली और दूसरी मंजिल में पूजा होती है। यहां पर जो भी पूजा होती है। उन सभी का यहां पर प्राइस आपको देखने के लिए मिल जाता है और उनका आपको पहले से टिकट लेना पड़ता है और उसके बाद वह पूजा आप यहां पर करवा सकते हैं। यहां पर सबसे ऊपरी मंजिल में हर एक पूजा का मूल्य लिखा हुआ है और टिकट काउंटर भी बना हुआ है, जो यहां पर दर्शन करने आते हैं। वह यहां पर दर्शन करते हैं और जो यहां पर पूजा करने आते हैं। वह यहां पर पूजा करवाते हैं। यहां पर पंडित जी लोग हैं, जो यहां पर यह सारी पूजा संपन्न करते हैं।
मंगलनाथ मंदिर बहुत ही सुंदर तरीके से बना हुआ है। पूरा मंदिर में मार्बल पत्थर लगा हुआ है, जो बहुत ही आकर्षक लगता है। यहां पर छोटा सा गार्डन भी बना हुआ है। गार्डन में चिड़िया के रहने के लिए बहुत बड़ा घर बना दिया गया है। यह खंबा टाइप का बना हुआ है, जिसमें बहुत सारे चिड़ियों के घोंसले के लिए घर बनाए गए हैं और यह रंग-बिरंगे कलर से पोता गया है, जिससे यह बहुत ही सुंदर लगता है। यहां पर गौशाला भी है, जहां पर आप जाकर गौशाला को देख सकते हैं। हम लोगों ने गौशाला नहीं देखा।
हम लोग भगवान शिव के दर्शन करने के बाद नीचे आए। नीचे यहां पर 84 महादेव शिवलिंग में से एक विराजमान है। मंगलनाथ मंदिर के परिसर में ही उत्तरेश्वर महादेव शिवलिंग विराजमान है और यहां पर इस शिवलिंग के बारे में कथा भी लिखी हुई है, जो आप यहां पर आएंगे, तो आप पढ़ सकते हैं। यहां पर शिप्रा नदी पर सुंदर घाट बना हुआ है। यहां पर शाम के समय, समय बिताना बहुत अच्छा लगता है। शाम के समय यहां पर सूर्यास्त देखना बहुत ही आनंदमई अनुभव होता है। हम लोग शिप्रा घाट के दर्शन करने के बाद, बाहर आए और उसके बाद उज्जैन में एक और नई जगह घूमने के लिए अपनी गाड़ी में बैठे और चल दिए।
मंगल नाथ मंदिर कहां पर है - where is mangalnath temple
मंगलनाथ मंदिर उज्जैन का प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर उज्जैन में अंकपात के आगे स्थित है। इस मंदिर में आप संदीपनी आश्रम से होते हुए भी पहुंच सकते हैं। यहां पर काल भैरव मंदिर से भी घूम कर आ सकते हैं। यह मंदिर उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर से करीब 6 किलोमीटर दूर होगा। इस मंदिर में आप कार या बाइक से पहुंच सकते हैं और यहां पर पार्किंग के लिए बहुत बड़ी जगह है। यहां पर पार्किंग निशुल्क है।
मंगल देव मंदिर उज्जैन की फोटो - Photos of Mangalnath Dev Mandir Ujjain
श्री मंगलनाथ मंदिर |
शिप्रा नदी का सुंदर घाट |
महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन
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