उज्जैन का बावन कुंड और कालियादेह पैलेस (केडी पैलेस) - Bawan Kund and Kaliadeh Palace (KD Palace), Ujjain
कालियादेह महल उज्जैन का एक प्रमुख ऐतिहासिक स्थल है। यहां पर एक प्राचीन किला देखने के लिए मिलता है। यह किला शिप्रा नदी के बीच में बना हुआ है। शिप्रा नदी के बीच में यहां पर एक टापू बना है, जिसमें यह किला बना हुआ है। यहां पर शिप्रा नदी दो भागों में विभाजित होकर बहती है। इस किले के अंदर प्राचीन मंदिर देखने के लिए मिलता है। यह मंदिर सूर्य भगवान जी को समर्पित है और सूर्य भगवान जी की बहुत सुंदर प्रतिमा के यहां पर दर्शन करने के लिए मिलते हैं। कालियादेह पैलेस के पास ही में बावन कुंड देखने के लिए मिलता है। इस कुंड का भी ऐतिहासिक महत्व है और यहां पर बावन कुंड बने हुए हैं, जिसमें बहुत सारी मछलियां थी। यहां पर भैरव बाबा जी की प्रतिमा विराजमान है। यह जगह भी ऐतिहासिक है और यह जो कुंड बने हैं। उनका भी धार्मिक महत्व है और हम लोग अपनी उज्जैन की यात्रा में इस जगह में भी घूमने के लिए गए थे।
हमारे उज्जैन के सफर में, हम लोग कालियादेह महल और बावन कुंड घूमने के लिए गए। हम लोग उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर घूमने के बाद, कालियादेह महल गए। कालियादेह महल और बावन कुंड मुख्य उज्जैन शहर से बाहर स्थित है, तो यहां जाने के लिए करीब 15 से 20 मिनट लगेंगे। 15 से 20 मिनट में हम लोग इस जगह पर पहुंच गए थे। यहां पर हम लोग सबसे पहले बावन कुंड में पहुंचे। बावन कुंड धार्मिक स्थल है और ऐतिहासिक स्थल दोनों हैं। यहां पर बावन कुंड बने हुए हैं। यह छोटे और बड़े कुंड बने हुए हैं और यहां पर शिप्रा नदी बहती है। जब भी शिप्रा नदी का बहाव होता होगा। तब यह कुंड पानी से भर जाते होंगे।
उज्जैन का बावन कुंड का नजारा बरसात के समय बहुत ही सुंदर लगता होगा। क्योंकि बरसात के समय यहां पर पानी बहता है। यहां पर, जो पुल बना हुआ है। वह भी प्राचीन है। जब हम लोग यहां गए थे। तब यह कुंड पानी से भरे हुए थे और कुडों में बहुत सारी रंग बिरंगी मछलियां थी, जो बहुत सुंदर लग रही थी। यह जगह सुंदर है। मगर यह जगह लोगों के द्वारा बहुत ज्यादा गंदी कर दी गई है। यहां पर हर जगह कचरा फैला हुआ था। यह फूल, माला, कपड़े, पन्नी सब जगह फैली हुई थी, जो इस जगह की खूबसूरती को पूरी तरह बर्बाद कर रही थी। अगर इस जगह की अच्छी तरह से सफाई कर दी जाए, तो यह जगह बहुत सुंदर हो जाएगी और लोग यहां पर अपना बहुत अच्छा समय बिता पाएंगे। हम लोगों को यहां पर इस जगह की देखरेख करने वाला एक चौकीदार मिला था। मगर वह चौकीदार पूरी तरह से शराब में धुत था तथा तथा उसने हम लोगों को इस जगह के बारे में थोड़ा बहुत जानकारी दी और मगर वह इस जगह की अच्छी तरह से देखभाल नहीं कर रहा था और उसके बाद हम लोगों से उसने पैसे भी मांगे हैं। तो आप यहां पर जाते हैं, तो अपना ख्याल रखें।
प्राचीन बावन कुंड के पास में ही भैरव भगवान जी की मूर्ति को दीवार पर बनाया गया है और यहां पर बहुत सारी प्रसाद की दुकानें थी। जहां पर, जो भी श्रद्धालु आते होंगे। वह प्रसाद खरीद कर भैरव बाबा को चढ़ाते होंगे। हम लोगों को प्रसाद नहीं लेना था। हम लोग ने यहां पर चाय की दुकान थी। वहां पर हम लोग ने चाय पिए। बावन कुंड के बीच में एक सुंदर एक छोटा सा मंदिर बना हुआ है, जो बहुत ही सुंदर लगता है। इसके अलावा एक बड़े से कुंड में एक छतरी बनी हुई है, जो बहुत ही आकर्षक लगती है। मगर यहां पर, जो गंदगी है। उसके बारे में लोगों को जरूर सोचना चाहिए और इस जगह को सुंदर रखना चाहिए। यहां पर कार्तिक पूर्णिमा में मेला होता है। यहां पर बहुत विशाल मेला भरता है और लोग बहुत दूर-दूर से आते हैं। यहां पर लोग आकर इन कुंडों में स्नान करते हैं और भैरव बाबा की पूजा करते हैं। यहां पर प्राचीन निर्माण भी देखने के लिए मिलता है। हम लोग ने यह सभी चीजें देखा। उसके बाद हम लोग, जो यहां पर पुल बना हुआ है। उसको पार करके कालियादेह महल घूमने के लिए गए।
हम लोग पुल को पार करके कालियादेह पैलेस पहुंचे। कालियादेह महल को केडी पैलेस के नाम से भी जानते हैं। कालियादेह पैलेस बहुत सुंदर है और यह प्राचीन किला है। किले के अंदर सूर्य भगवान जी का मंदिर देखने के लिए मिलता है। यहां पर 2 कुंड भी बने हुए हैं, जिसे सूर्य कुंड और ब्रह्म कुंड के नाम से जाना जाता है। यह किला बहुत ही सुंदर लगता है। कालियादेह महल की वास्तुकला राजपूताना और मुगल है। यह महल विक्रमादित्य के द्वारा बनवाया गया था और कहा जाता है, कि उज्जैन की पहली सूर्य किरण इस महल में ही पड़ती है। यहां पर पार्किंग की अच्छी व्यवस्था है और किले के पीछे साइड एक बहुत बड़ा डैम भी है, जहां पर घुमा जा सकता है। यहां पर जब हम लोग आए थे। तब किले के मरम्मत का काम चल रहा था। यहां पर ज्यादा लोग नहीं थे। हम लोग यहां पर शाम के समय आए थे। मगर शाम के समय यहां जाना थोड़ा रिस्की हो सकता है, तो आप यहां पर जाते हैं, तो दिन के समय जाएं और अच्छे से घूमे।
इस जगह के बारे में बहुत सारे लोग यहां पर कहते हैं, कि यह जगह भूतिया है या इस जगह पर नेगेटिव एनर्जी है। तो आप थोड़ा सा अपना ख्याल रखें और ग्रुप के साथ जाएंगे, तो बहुत अच्छा रहेगा। बावन कुंड और कालियादेह महल बहुत सुंदर है। बस इनको थोड़ी साफ सफाई की जरूरत है, तो यह जगह बहुत ही प्यारी लगेगी और यहां पर बहुत ज्यादा इंजॉय किया जा सकता है।
52 कुंड और कालियादेह पैलेस कहां पर है - Where are 52 Kund and Kaliadeh Palace
52 कुंड और कालियादेह पैलेस उज्जैन में स्थित एक प्रसिद्ध जगह है। यह जगह उज्जैन मुख्य शहर से बाहर स्थित है। यह जगह उज्जैन से करीब 10 किलोमीटर दूर है और यहां पर कार या बाइक से पहुंचा जा सकता है। यहां पर पार्किंग के लिए अच्छी जगह है और यहां पर निशुल्क पार्किंग की जा सकती है। किसी भी तरह का कोई चार्ज नहीं लिया जाता है। यहां पर आने के लिए पक्की सड़क है।
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