देवी जगदम्बा मंदिर खजुराहो - Devi Jagadamba Mandir Khajuraho
देवी जगदंबा मंदिर खजुराहो का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर पश्चिमी मंदिर समूह में स्थित है। यह मंदिर भी खजुराहो के अन्य अन्य मंदिरों के समान खूबसूरत है। यह मंदिर पार्वती माता को समर्पित है। मंदिर के गर्भ गृह में पार्वती माता की पत्थर की प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। लोग आज भी यहां पर फूल चढ़ाते हैं। मगर मूलत: यह एक विष्णु मंदिर था। यह मंदिर विष्णु जी के लिए बनाया गया था और यहां पर विष्णु जी की प्रतिमा विद्यमान थी। 1880 में छतरपुर के राजा ने मनियागढ़ से पार्वती माता की मूर्ति यहां लाकर स्थापित कर दी। इसलिए यह मंदिर पार्वती मंदिर या देवी जगदंबा मंदिर कहलाता है।
देवी जगदंबा मंदिर खजुराहो की वास्तुकला - Architecture of Devi Jagdamba Temple Khajuraho
देवी जगदंबा मंदिर निरंधार शैली में बना हुआ है। अर्थात इस मंदिर में आपको मंदिर के चार भाग देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर आपको अर्धमंडप, महामंडप, अंतराल और गर्भ ग्रह देखने के लिए मिलता है। मंदिर में परिक्रमा पथ नहीं है, जिसे प्रदक्षिणा पथ भी कहते हैं। वह नहीं है और मंदिर में केवल 3 शिखर ही आपको देखने के लिए मिलते हैं। मंदिर के अंदर मंडप में आपको हवन कुंड में देखने के लिए मिलता है। यह हवन कुंड बीचो-बीच बना हुआ है।
खजुराहो के देवी जगदंबा मंदिर के दर्शन - Darshan of Devi Jagdamba Temple Khajuraho
देवी जगदंबा मंदिर कंदरिया महादेव मंदिर के पास ही में बना हुआ है। यह दोनों मंदिर एक ही चबूतरे पर बने हुए हैं। देवी जगदंबा मंदिर एक ऊंची चबूतरे पर बना हुआ है। मंदिर तक जाने के लिए सीढ़ियां बनी हुई है। मंदिर में प्रवेश द्वार है, जो खूबसूरत है। अंदर जाते हैं, तो छत पर नक्काशी देखने के लिए मिलती है, जो फूलों की है और सुंदर लगती है। मंदिर के अंदर चबूतरा देखने के लिए मिलता है। चबूतरा के चारों कोने पर स्तंभ बने हुए हैं। स्तंभ में भी खूबसूरत नक्काशी है और मंदिर के मंडप की छत में भी नक्काशी देखने के लिए मिलती है।
मंदिर के गर्भ गृह में पार्वती माता की पत्थर की प्रतिमा विराजमान है। यहां पर कुछ भक्त उन्हें पुष्प चढ़ाए हुए थे। गर्भ ग्रह के प्रवेश द्वार पर सुंदर नक्काशी की गई है। मंदिर के गर्भ गृह का प्रवेश द्वार में देवी देवताओं की प्रतिमा बनी हुई है। आपको मंदिर के प्रवेश द्वार के ऊपर शंख बजाते हुए एक देव की प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। प्रवेश द्वार के दोनों ओर नागकन्या की प्रतिमा देखने के लिए मिलती है, जो हाथ जोड़कर खड़ी हुई है। आपको प्रवेश द्वार में आपको संगीत बजाते हुए भी बहुत सारे लोगों की प्रतिमाएं देखने के लिए मिल जाती है। प्रवेश द्वार बेल बुटे से भी सजा हुआ है।
खजुराहो के देवी जगदंबा मंदिर की मूर्ति कला - Statue of Goddess Jagdamba Temple Khajuraho
देवी जगदंबा मंदिर खजुराहो के पश्चिमी मंदिर समूह में स्थित है। इस मंदिर को भी अन्य मंदिरों की तरह मूर्तियों से सुसज्जित किया गया है। इस मंदिर में भी आप को ढेर सारी मूर्तियां देखने के लिए मिल जाती हैं। मंदिर की बाहरी दीवारों पर आपको नीचे की तरफ बेल बूटे की नक्काशी देखने के लिए मिलती है। ऊपर की तरफ आपको मूर्तियां देखने के लिए मिलती है। यहां पर आपको देवी देवताओं और सुर सुंदरियों और देवदासीयों की मूर्तियां देखने के लिए मिल जाती है। यहां पर कुछ आपको कामुक प्रतिमाएं भी देखने के लिए मिल जाएंगे। इन मूर्तियों में आपको कुछ सुरसुंदरी देखने के लिए मिलती हैं, जो अपने अंगों का खूबसूरती से प्रदर्शन कर रही हैं। यहां पर एक सुरसुंदरी अपने पैरों पर श्रृंगार कर रही है। मंदिर के पीछे की तरफ दीवार में आपको एक आले में विष्णु भगवान जी की प्रतिमा देखने के लिए मिलती है और उसके विष्णु भगवान जी के ऊपर ब्रह्मा जी की प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। यहां पर आपको अन्य देवी-देवताओं के प्रतिमा भी देखने के लिए मिलती है। मंदिर की दीवारों में आपको कुछ कामुक प्रतिमाएं भी देखने के लिए मिल जाती है और संभोग करते हुए समूह में भी देखने के लिए मिलेगी।
देवी जगदंबा मंदिर का निर्माण किसने किया - Who built the Goddess Jagdamba temple
खजुराहो के देवी जगदंबा मंदिर का निर्माण गण्डदेव ने किया है। इस मंदिर का निर्माण 11वीं शताब्दी में हुआ है।
देवी जगदंबा मंदिर खजुराहो की फोटो - Photo of Goddess Jagdamba Temple Khajuraho
देवी जगदंबा मंदिर का चित्र |
देवी जगदंबा मंदिर का गर्भग्रह की नक्काशी |
देवी जगदंबा की मूर्ति |
देवी जगदंबा मंदिर की दीवार की नक्काशी |
दीवार पर की गई सुर सुंदरियों और देवदासीयों की नक्काशी |
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