Veni Madhav Mandir Allahabad (Prayagraj) - वेणी माधव मंदिर इलाहाबाद (प्रयागराज)
श्री वेणी माधव मंदिर के बारे में कहा जाता है, कि सृष्टिकर्ता ब्रह्मा ने सृष्टि कार्य पूर्ण होने के बाद प्रयाग में प्रथम यज्ञ किया था। पुराणों के अनुसार प्रयाग में सभी तीर्थों का उद्गम है। इस पावन नगरी की निर्माता भगवान श्री विष्णु स्वयं है और वह यहां भगवान श्री वेणी माधव के रूप में विराजमान है। भगवान के प्रयाग में 12 स्वरूप विद्यमान है, जिन्हें द्वादश माधव कहा जाता है। जिनमें से भगवान श्री वेणी माधव प्रयाग के प्रधान देवता माने गए हैं, क्योंकि इनका निवास गंगा यमुना और सरस्वती नदियों के संगम से बने त्रिवेणी क्षेत्र के मध्य में स्थित है। संगम स्नान के बाद भगवान श्री वेणी माधव जी के दर्शन करने से ही पूर्ण पुण्य प्राप्त होता है। ऐसी मान्यता पुराणों एवं रामचरितमानस में वर्णित है। इस प्राचीनतम मंदिर के प्रांगण में चैतन्य महाप्रभु जी वेणी माधव जी के दर्शन करने हेतु संकीर्तन एवं नृत्य किया करते थे।
वेणी माधव मंदिर के आसपास आपको प्रसाद की बहुत सारी दुकानें देखने के लिए मिल जाती है। वेणी माधव जी को लड्डू का प्रसाद चढ़ाया जाता है। वेणी माधव मंदिर इलाहाबाद के संगम क्षेत्र से करीब 1 किलोमीटर दूर होगा। हम लोग इस मंदिर में पैदल ही गए थे।
वेणी माधव मंदिर का मुख्य प्रवेश द्वार आपको दारागंज की मुख्य सड़क में पुलिस थाने के पास में ही देखने के लिए मिल जाता है। दारागंज का इस एरिया में बहुत ज्यादा भीड़ रहती है और हम लोग दारागंज के प्रवेश द्वार से वेणी माधव मंदिर तक पैदल गए। वेणी माधव मंदिर मेन रोड पर ही बना हुआ है और मंदिर के आजू-बाजू बहुत सारी प्रसाद ओं की दुकान और लड्डू की दुकान देखने के लिए मिलती है। मंदिर के बाहर आपको श्री कृष्ण के खूबसूरत वस्त्र भी खरीदने के लिए मिलते हैं। अगर आप चाहे तो यहां से श्री कृष्ण के वस्त्र भी ले सकते हैं। हम लोग मंदिर में पहुंचकर श्री कृष्ण भगवान जी के और राधा रानी जी के दर्शन किए। श्री कृष्ण भगवान जी की मूर्ति यहां पर श्याम रंग की है, जो बहुत ही खूबसूरत लगती है और उन्हें खूबसूरत कपड़ों से सजाया गया था, तो वह ज्यादा अच्छी लग रही थी। यहां पर जब हम लोग गए थे। तब भजन-कीर्तन भी हो रहे थे। यहां पर हमने दर्शन करके एक परिक्रमा करें। हमें यहां पर शंकर भगवान जी का मंदिर भी देखने के लिए मिला और यहां पर आपको एक बाबा की समाधि की मूर्ति भी देखने के लिए मिलती है। यह मूर्ति हठ योगी महर्षि ओमकार देवगिरी की है।
श्री वेणी माधव मंदिर |
मुख्य वेणी माधव मंदिर |
श्री वेणी माधव मंदिर का प्रवेश द्वार |
सोमेश्वर महादेव मंदिर |
वेणी माधव मंदिर खुलने का समय सुबह 5 से दोपहर 12 बजे तक है और शाम 4 बजे से 10 बजे तक है। आप इस समय इस मंदिर में आकर श्री कृष्ण जी के दर्शन कर सकते हैं।
बेनी माधव मंदिर के ठीक सामने सोमेश्वर महादेव मंदिर स्थित है। यह मंदिर शंकर भगवान जी को समर्पित है। यह मंदिर भी बहुत खूबसूरत है और प्राचीन है। आप इस मंदिर में शंकर भगवान जी के दर्शन कर सकते हैं। यह दोनों मंदिर आमने-सामने हैं। इस मंदिर में आकर बहुत अच्छा लगता है।
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