प्रयागराज का किला - Prayagraj ka kilaOrइलाहाबाद का किला - Allahabad ka kila
प्रयागराज किला (इलाहाबाद किला) उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में स्थित एक प्राचीन किला है। इस किले का निर्माण सम्राट अकबर के द्वारा किया गया था। यह किला बहुत बड़े क्षेत्रफल में फैला हुआ है। मगर इस किले का आप कुछ भाग ही देख सकते हैं। इस किले के अंदर पातालपुरी मंदिर और अक्षय वट है, जो धार्मिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। यह दोनों जगह किले के अंदर है। इन दोनों जगह के दर्शन आप कर सकते हैं।
प्रयागराज किला (इलाहाबाद किला) वैसे तो बहुत खूबसूरत है। यह पूरा किला पत्थर से निर्मित किया गया है। प्रयागराज का किला प्रयागराज शहर में गंगा और यमुना नदी के संगम के पास में स्थित है। यह यमुना नदी के किनारे पर बना हुआ है। प्रयागराज का किला अब आर्मी के कंट्रोल में है, इसलिए प्रयागराज किला (इलाहाबाद किला) का कुछ भाग ही लोगों के लिए खोला गया है और लोग इन जगहों पर घूम सकते हैं। किले के अंदर आपको पताल पुरी मंदिर और अक्षय वट के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यह दोनों धार्मिक जगह हैं और यह जगह हमेशा ही खुली रहती हैं। आप इन जगहों के दर्शन किले के अंदर जाकर कर सकते हैं।
प्रयागराज किले के अंदर जाने के लिए रैंप जैसा रास्ता बना हुआ है। इस रास्ते से विकलांग लोग भी आसानी से इस किले के अंदर जा सकते हैं। आप जैसे ही किले में अंदर जाते हैं। किले की बड़ी-बड़ी दीवारे आपको देखने के लिए मिलती है। आपको यहां पर एक साइड पताल पुरी मंदिर और अक्षय वट के दर्शन करने के लिए मिल जाएंगे और किले के दूसरे साइड में आपको सरस्वती कूप के दर्शन करने के लिए मिल जाएंगे। पहले हम लोग अक्षय वट और सरस्वती कूप के दर्शन करने के लिए गए। किले की जो बड़ी-बड़ी पत्थरों की दीवारें हैं, उनमें छोटे छोटे से गड्ढे हैं। जिनमें कबूतर और मिट्ठू ने घर बना कर रखे हैं। आपको इनकी आवाज सुनाई देती रहेगी और बहुत अच्छा लगेगा। अक्षय वट वृक्ष के नीचे एक चबूतरा बना हुआ है, उसमें दाने डाल दिए जाते हैं, जिससे पक्षी आकर उन दोनों को चुनते हैं, जो बहुत ही अच्छा लगता है। आप अक्षय वट और पातालपुरी मंदिर के दर्शन करने के बाद सरस्वती कूप के दर्शन करने के लिए जा सकते हैं। सरस्वती कूप के दर्शन करने के लिए एक पतला सा रास्ता गया है। किले के अंदर बाउंड्री वॉल के बाजु से ही यह रास्ता गया है। यह रास्ता दोनों तरफ से तारों से कवर है, ताकि लोग किले के ऊपर ना जा सके और यह रास्ता सीधे आपका सरस्वती कूप की तरफ लेकर जाता है।
सरस्वती कूप प्रयागराज किला इलाहाबाद
आपको सरस्वती कूप का एक बोर्ड लगा हुआ देखने के लिए मिलता है। आप सरस्वती कूप के भी दर्शन कर सकते हैं। सरस्वती कूप एक पवित्र कुआं है, जो किले के अंदर बना हुआ है। सरस्वती कूप के पास आपको एक बरगद का पेड़ देखने के लिए मिलता है और एक पवित्र कूप देखने के लिए मिलता है। मगर इस जगह पर गेट लगा हुआ है। इसलिए आप इस जगह को बाहर से ही देख सकते हैं। यहां पर पुलिस वाले खड़े रहते हैं, जो आम लोगों को अंदर नहीं जाने देते हैं। अब बाहर से इन सभी चीजों के दर्शन कर सकते हैं। सरस्वती कूप के पास शिव भगवान जी की मूर्ति भी आपको देखने के लिए मिल जाएगी। यहां पर पुलिस वालों के रिलेटेड या कोई बड़ा अफसरी अंदर जाकर दर्शन कर सकता है।
प्रयागराज किले का निर्माण सम्राट अकबर के द्वारा 1583 ईस्वी में किया गया था। इस किले की वास्तुकला बहुत ही भव्य है। आप इस किले के अंदर नहीं जा सकते हैं। मगर बाहर से भी आप इस किले को देख सकते हैं। इस किले की खिड़कियां जालीदार हैं और बहुत खूबसूरत है। इस किले के बुर्ज खूबसूरत लगते हैं। यह किला सम्राट अकबर के द्वारा पातालपुरी मंदिर और अक्षय वट के मंदिर के संरक्षण के लिए बनाया गया था। आप को यहां पर एक लेख भी पढ़ने के लिए मिलता है, जिससे आपको पता चलेगा कि यह किले बनाने के कारण ही अक्षय वट वृक्ष का संरक्षण हो पाया है। इस किला का कुछ भाग अब जर्जर में परिवर्तित होता जा रहा है। आपको बहुत सी जगह किले का भाग टूटा फूटा भी देखने के लिए मिल जाएगा।
प्रयागराज किले की फोटो
प्रयागराज किले का यमुना नदी से दृश्य |
प्रयागराज किले का बुर्ज |
प्रयागराज किले की खिड़कियां |
प्रयागराज किले में बुर्ज में घर बनाते हुए मिट्ठू |
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