गोपालगंज जिले के दर्शनीय स्थल - places to visit in Gopalganj District / गोपालगंज जिले के आसपास घूमने वाली
गोपालगंज बिहार राज्य का एक मुख्य जिला है। गोपालगंज बिहार की राजधानी पटना से करीब 142 किलोमीटर दूर है। गोपालगंज की मुख्य नदी गंडक है। गंडक नदी नेपाल से निकलती है। गोपालगंज जिले की स्थापना 1963 को हुई है। 1963 में यह 1 नए जिले के रूप में स्थापित किया गया, इससे पहले यह सारण जिले का एक छोटा सा शहर हुआ करता था। इस जिले का मुख्यालय गोपालगंज है। गोपालगंज में घूमने के लिए बहुत सारी जगह है। चलिए जानते हैं - गोपालगंज में घूमने लायक कौन कौन सी जगह है।
गोपालगंज में घूमने की जगह - Gopalganj Mein ghumne ki jagah
थावे मां दुर्गा मंदिर गोपालगंज - Thawe Maa Durga Mandir Gopalganj
थावे मां दुर्गा मंदिर गोपालगंज का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर गोपालगंज से करीब 6 किलोमीटर दूर थावे नाम की जगह पर स्थित है। यह मंदिर बहुत प्रसिद्ध है। यहां पर मां दुर्गा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। मां दुर्गा को यहां पर थावे वाली माता के नाम से जाना जाता है। इस जगह के बारे में कहा जाता है, कि जो भी व्यक्ति यहां पर सच्चे मन से माता से मनोकामना मांगता है। उसकी मनोकामना जरूर पूरी होती है। यहां पर आपको मां भवानी के महान भक्त रहसू भगत की प्रतिमा भी देखने के लिए मिलती है।
रहसू भगत की प्रतिमा के सिर पर माता का हाथ देखने के लिए मिलता है। यहां पर आपको और भी बहुत सारे देवी देवताओं की प्रतिमा देखने के लिए मिल जाती है। मान्यता है कि यहां मां अपने भक्तों रहसू के बुलावे पर आसाम के कामाख्या स्थान से चलकर यहां पहुंची थी। कहा जाता है, मां कामाख्या से चलकर कोलकाता (दक्षिणेश्वर काली के रूप में विराजमान) फिर पटना में (पाटन देवी के नाम से विराजमान) आमी छपरा जिले में (मां दुर्गा के रूप में विराजमान) इन सभी स्थलों से होते हुए थावे पहुंची थी। रहसू के मस्तिष्क को विभाजित करते हुए माता के हाथ बाहर आया था और माता के दर्शन करने के लिए मिले थे। यह देश के 52 शक्तिपीठों में से एक है। यहां पर नवरात्रि के समय बहुत सारे भक्त माता के दर्शन करने के लिए आते हैं।
थावे आकर आपको मां दुर्गा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर और भी प्राचीन मूर्तियां आपको देखने के लिए मिल जाती है। यहां पर आपको शंकर भगवान जी, शेरों की प्रतिमा जिनमें सांप लिपटे हुए हैं, रहसू भगत की प्रतिमा, सुंदर जलाशय, महल के अवशेष देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर प्रसाद की बहुत सारी दुकानें लगती है। यहां पर छोटा सा जंगल भी है, जहां पर आप घूम सकते हैं। यहां पर आपको बहुत सारे बंदर भी देखने के लिए मिलते हैं। यह गोपालगंज में घूमने लायक एक मुख्य जगह है।
गंडक नदी का दृश्य - Gandak river view
गंडक नदी गोपालगंज जिले से बहती है। गंडक नदी नेपाल जिले से बहते हुए आती है और गोपालगंज में प्रवेश करके आगे बढ़ती है। यह नदी बहुत सुंदर है और कहीं-कहीं पर नदी का नजारा देखने लायक है। यहां पर आप घूमने के लिए आ सकते हैं और इस नदी में स्नान भी कर सकते हैं। यहां पर छठ पूजा के समय बहुत सारे लोग आते हैं और नदी में पूजा करते हैं।
माई लछवर मंदिर गोपालगंज - Mai Lachwar Mandir Gopalganj
माई लछवर मंदिर गोपालगंज का प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर गोपालगंज में थावे के पास लछवर गांव में बना हुआ है। इस मंदिर में मां दुर्गा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। इस मंदिर के बारे में कहा जाता है, कि इस मंदिर की मिट्टी के स्पर्श मात्र से ही भूत प्रेत से ग्रसित शरीर को, भूत प्रेत छोड़ कर चले जाते हैं। यहां पर बाबा द्वारा दिए जाने वाले भभूत से यह सब व्यवधान दूर हो जाते हैं। भभूत खाकर मिट्टी में लोटने से भूतों से मुक्ति मिलती है। यहां पर भूत प्रेत बाधा से ग्रसित लोग आते हैं और मिट्टी में लोटते हैं। यह जगह बहुत प्रसिद्ध है और आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं।
मां पितांबरा पीठ मंदिर गोपालगंज - Maa Pitambara Peeth Temple Gopalganj
मां पितांबरा पीठ मंदिर गोपालगंज का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर गोपालगंज में कुचायकोट में स्थित है। यह मंदिर बहुत सुंदर है। यह पूरा मंदिर पीले कलर का है। इस मंदिर में बगलामुखी माता के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। बगलामुखी माता ने पीले कलर के वस्त्र धारण करके रखे हैं और एक राक्षस का विनाश करते हुए, आपको माता की प्रतिमा देखने के लिए मिल जाती है। यहां पर माता वस्त्र और गहनों से सुसज्जित है। आप यहां पर आकर माता के दर्शन कर सकते हैं। आपको अच्छा लगेगा। मंदिर के बाहर एक बगीचा भी देखने के लिए मिलता है। यहां मंदिर मुख्य हाईवे सड़क से थोड़ी ही दूरी पर स्थित है।
महाशिवपुर धाम गोपालगंज - Mahashivpur Dham Gopalganj
महाशिवपुर धाम गोपालगंज का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह एक धार्मिक स्थल है। यह मंदिर गोपालगंज में जलालपुर में स्थित है। यहां पर आपको शिव भगवान जी और मां दुर्गा जी को समर्पित मंदिर देखने के लिए मिलता है। यह मंदिर बहुत सुंदर है और आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर आकर अच्छा लगता है।
लकड़ी दरगाह गोपालगंज - Lakri dargah gopalganj
लकड़ी दरगाह गोपालगंज में प्रसिद्ध एक धार्मिक स्थल है। यह मुस्लिमों का एक धार्मिक स्थल है। यह दरगाह सिवान जाने वाली सड़क पर मुख्य हाईवे सड़क से थोड़ी ही दूरी पर स्थित है। यह दरगाह मुस्लिम संत शाह अरज़न को समर्पित है। वह पटना के रहने वाले थे। यहां पर उन्होंने धार्मिक प्रचार किया था। इस दरगाह की स्थापना मुगल सम्राट औरंगजेब ने संपन्न किया था। यहां पर एक मदरसा भी है, जहां पर शिक्षा दी जाती है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं।
हथुआ राज महल गोपालगंज - Hathua Raj Mahal Gopalganj
हथुआ राज महल गोपालगंज में स्थित एक प्रमुख ऐतिहासिक स्थल है। यह एक सुंदर महल है। यह महल गोपालगंज में हथुआ में स्थित है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर आपको बहुत सुंदर किला देखने के लिए मिलता है। किला के सामने गार्डन बना हुआ है। इस किले का अपना एक इतिहास रहा है, जिसे आप यहां पर आकर जान सकते हैं।
गोपाल मंदिर हथुआ गोपालगंज - Gopal Mandir Hathua Gopalganj
गोपाल मंदिर हथुआ गोपालगंज का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह मंदिर गोपालगंज जिले में हथुआ में स्थित है। यह मंदिर प्राचीन है। इस मंदिर का निर्माण हथुआ राज परिवार के द्वारा किया गया था। यह मंदिर बहुत सुंदर है। मंदिर के बाहर आपको बहुत सारी मूर्तियां और कलाकृतियां देखने के लिए मिलती हैं, जो बहुत ही आकर्षक लगती है। मंदिर की दीवारों में आपको सुंदर मूर्तियां देखने के लिए मिलती है। यहां पर देवी देवताओं की मूर्तियां मंदिर की दीवार पर बनाई गई है। यहां पर तालाब भी बहुत सुंदर है।
मंदिर के बाहर एक बड़ा सा गार्डन बना हुआ है और एक जलाशय बना हुआ है। जलाशय के चारों तरफ सीढ़ियां बनी हुई है। आप यहां पर आकर बैठ सकते हैं। मंदिर के गर्भ गृह में आपको राधे कृष्ण जी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। आपको बहुत अच्छा लगेगा।
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