सहरसा जिले के दर्शनीय स्थल - Major places to visit in Saharsa District / सहरसा जिले के आसपास घूमने वाली प्रमुख जगह
सहरसा बिहार राज्य का एक मुख्य जिला है। सहरसा बिहार की राजधानी पटना से करीब 203 किलोमीटर दूर है। सहरसा की मुख्य नदी, कोसी नदी है। कोसी नदी सहरसा जिले के बीचो-बीच से बहती है। सहरसा जिले में आप रेल माध्यम से और सड़क माध्यम से पहुंच सकते हैं। सहरसा जिले की स्थापना 1954 में की गई थी। सहरसा जिले में घूमने के लिए बहुत सारी जगह है। चलिए जानते हैं - सहरसा जिले में घूमने लायक कौन कौन सी जगह है।
सहरसा में घूमने की जगह - Saharsa Mein ghumne ki jagah
जयप्रकाश उद्यान सहरसा - Jaiprakash Udyan Saharsa
जयप्रकाश उद्यान सहरसा जिले का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह उद्यान सहरसा जिले के बीचो बीच स्थित है। यह उद्यान सहरसा जिले में मत्स्यगंधा पथ पर स्थित है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। इस पार्क में आपको चारों तरफ पेड़ पौधे देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर बच्चों के खेलने के लिए बहुत सारे झूले भी लगाए गए हैं, जिसमें बच्चे काफी इंजॉय कर सकते हैं। यह पार्क सहरसा नगर निगम के द्वारा प्रबंधित किया जाता है। इस पार्क में आपको प्रवेश के लिए टिकट लगता है।
जयप्रकाश उद्यान के खुलने का टाइम 8 से 12 बजे तक और दोपहर 2 बजे से 5 बजे तक है। सोमवार को यह पार्क बंद रहता है। आप यहां पर आकर बहुत इंजॉय कर सकते हैं। पार्क के अंदर चिल्ड्रन पार्क बना हुआ है, जिसमें 8 वर्ष तक के बच्चे खेल सकते हैं। यहां पर आपको छोटा सा जलकुंड भी देखने के लिए मिलता है। यहां पर विभिन्न प्रकार के पेड़ पौधे लगे हुए हैं। यहां पर आपको बदक भी देखने के लिए मिलते हैं। पार्क के बाहर पार्किंग की व्यवस्था है।
श्री रक्त काली चौसठ योगिनी मंदिर सहरसा - Shri Rakt Kali Chausath Yogini Temple Saharsa
श्री रक्त काली चौसठ योगिनी मंदिर सहरसा का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह मंदिर सहरसा मत्स्यगंधा में स्थित है। यह मंदिर बहुत सुंदर है। मंदिर में आपको विभिन्न प्रकार की कलाकृतियां देखने के लिए मिलती हैं, जो बहुत ही सुंदर है। यह मंदिर बहुत ही सुव्यवस्थित ढंग से बनाया गया है। मंदिर के बाहर ही आपको पांच मुंह वाले नाग की प्रतिमा देखने के लिए मिलती है।
मंदिर के अंदर जाएंगे, तो आपको काली माता के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर चौसठ योगिनी देवी के भी दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यह मंदिर बहुत सुंदर है और बहुत अच्छा लगता है। यहां पर चौसठ योगिनी देवी के भी दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर कामाख्या देवी, शंकर भगवान जी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर आपको मत्स्यगंधा झील देखने के लिए मिलती है, जो बहुत सुंदर है। इस झील में आप बोटिंग कर सकते हैं। झील के पास आपको बहुत सारे स्टेचू भी देखने के लिए मिलते हैं, जो बहुत आकर्षक लगते हैं। यह मंदिर सहरसा शहर के बीचोंबीच स्थित है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं।
देवन मंदिर सहरसा - Devan Mandir Saharsa
देवन मंदिर सहरसा का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है। यह मंदिर प्राचीन है। इस मंदिर के बारे में कहा जाता है, कि इस मंदिर में शिव भगवान जी की स्थापना महाराजा शालीवाहन द्वारा की गई थी। यह शिवलिंग 1000 वर्ष पुराना है। यह मंदिर बहुत सुंदर है। यह मंदिर कोसी नदी के किनारे बना हुआ है। यहां पर महाशिवरात्रि और सावन सोमवार के समय बहुत सारे भक्त भगवान शिव के दर्शन करने के लिए आते हैं। कोसी नदी का भी यहां पर सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है।
देवन मंदिर सहरसा जिले में नौहट्टा प्रखंड के शाहपुर गांव में स्थित है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर बहुत अच्छा लगता है।
मां उग्रतारा शक्तिपीठ सहरसा - Maa Ugratara Shaktipeeth Saharsa
मां उग्रतारा शक्तिपीठ सहरसा का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह सहरसा का एक प्राचीन मंदिर है। यह मंदिर सहरसा जिले के महिषी गांव में स्थित है। यह मंदिर सहरसा से करीब 17 किलोमीटर दूर है। इस मंदिर के गर्भ गृह में प्राचीन भगवती तारा की मूर्ति के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यह मूर्ति बहुत ही प्राचीन है। मंदिर में और भी बहुत सारी प्राचीन प्रतिमाएं देखने के लिए मिलती है। मंदिर परिसर बहुत बड़ा है और यहां पर आकर आप पूरे मंदिर परिसर में घूम सकते हैं। यहां पर आपको और भी बहुत सारे देवी देवताओं के दर्शन करने के लिए मिलते हैं।
श्री उग्रतारा एक प्रमुख शक्तिपीठ है। इस स्थल पर देवी सती की बाई आंख गिरी थी। इसलिए यह एक प्रसिद्ध शक्तिपीठ है। मान्यता है, कि यहां पर ऋषि वशिष्ठ ने उग्र तप की बदौलत भगवती को प्रसन्न किया था। यह जगह तांत्रिक विद्या का भी एक प्रसिद्ध केंद्र है। यहां पर तांत्रिक क्रियाकलाप भी किए जाते हैं।
बाबा कारू धाम सहरसा - Baba Karu Dham Saharsa
बाबा कारू धाम सहरसा का एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यह जगह बाबा कारू को समर्पित है। यह एक प्रसिद्ध संत थे। यह एक शिव भक्त थे और उन्होंने अपना जीवन गायों की सेवा में समर्पित किया था। बाबा कारू धाम सहरसा में कोसी नदी के किनारे बना हुआ है। यहां पर आपको बहुत सुंदर मंदिर देखने के लिए मिलता है।
मंदिर में बहुत सारे देवी देवता विराजमान हैं, जिनके दर्शन करके बहुत अच्छा लगता है। यहां पर आकर कोसी नदी का दृश्य को देखने के लिए मिलता है, जो बहुत सुंदर रहता है। यह जगह सहरसा जिले में महिषी प्रखंड में स्थित है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। आपको यहां आकर अच्छा लगेगा। यहां पर आपको हनुमान जी और शंकर जी की बहुत सुंदर मूर्तियां देखने के लिए मिलती है। यहां पर श्री राम जी और लक्ष्मण जी की मूर्ति भी देखने के लिए मिलती है।
कन्दाहा सूर्य मंदिर सहरसा - Kandaha Sun Temple Saharsa
कन्दाहा सूर्य मंदिर सहरसा का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह सहरसा जिले में महिषी प्रखंड में स्थित है। यह मंदिर पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा संरक्षित किया गया है। इस मंदिर में आपको सूर्य भगवान जी की बहुत सुंदर प्रतिमा देखने के लिए मिलती है, जिसमें सूर्य भगवान जी अपने सात घोड़ों के साथ, रथ में सवार है। यह प्रतिमा ग्रेनाइट की बनी हुई है। यह प्रतिमा बहुत सुंदर है। इस मंदिर का निर्माण 14वीं शताब्दी में मिथिला के राजा नरसिंह देव ने करवाया था।
इस मंदिर को मुगल सम्राट ने नष्ट कर दिया था। फिर इसका पुनः निर्माण करवाया गया। यह मंदिर बहुत सुंदर है। मंदिर के बाहर आपको गार्डन देखने के लिए मिलता है। इस मंदिर का संबंध द्वापर युग से भी रहा है। कहा जाता है, कि इस मंदिर की स्थापना, द्वापर युग में भगवान श्री कृष्ण के पुत्र सांब के द्वारा की गई थी, क्योंकि यह मंदिर एक विशाल टीले पर स्थित है। श्री कृष्ण के पुत्र द्वारा निर्मित मंदिर, वर्तमान मंदिर के नीचे दबा हुआ है। यहां पर 80 के दशक में उत्खनन भी किया गया था, जिसमें बहुत सारी प्राचीन प्रतिमाएं प्राप्त हुई थी। यहां पर मंदिर के पुजारी को सपना आया था, जिसके आधार पर खुदाई की गई थी।
आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं और इस मंदिर में सूर्य भगवान जी के दर्शन कर सकते हैं। यहां पर गार्डन भी बना हुआ है। यहां पर आपको बहुत सारी प्राचीन प्रतिमाएं देखने के लिए मिलती है। यहां पर गणेश जी की प्राचीन प्रतिमा बहुत सुंदर लगती है। यह सहरसा में घूमने लायक एक मुख्य जगह है।
सोनबरसा महाराज महल सहरसा - Sonbarsa Maharaj Mahal Saharsa
सोनबरसा राज महल सहरसा में स्थित एक ऐतिहासिक महल है। यह महल खंडहर अवस्था में सोनबरसा में स्थित है। इस महल के बाजू में ही नदी बहती है, जिसका दृश्य बहुत सुंदर रहता है। यहां पर छोटे-छोटे बच्चे लोग खेलते हैं और यहां पर आने के लिए किसी भी तरह की रोक टोक नहीं है। आप महल में आकर घूम सकते हैं। इस महल में प्राचीन समय में यहां के राज परिवार के लोग रहा करते होंगे। अब यह पूरी तरह खंडहर में बदल गया है। यह महल ईट से बना हुआ है।
चंडी स्थान सहरसा - Chandi Sthan Saharsa
चंडी स्थान सहरसा का एक प्रमुख मंदिर है। यह एक धार्मिक स्थल है। यह सहरसा में घूमने वाली मुख्य जगह है। यह मंदिर सहरसा जिले में सोनबरसा प्रखंड में बिराटपुर गांव में स्थित है। यह मंदिर बहुत सुंदर है। मंदिर में आपको चंडी माता के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। चंडी माता का मुख बहुत ही सुंदर लगता है। मंदिर परिसर बहुत अच्छा है। यहां पर बाजू में नदी बहती है। नदी के किनारे घाट बना हुआ है। आप यहां पर नदी के किनारे बैठ कर यहां की शांति का अनुभव कर सकते हैं। यहां आकर बहुत अच्छा लगता है। नवरात्रि में यहां पर बहुत ज्यादा भीड़ रहती है।
चंडी स्थान मंदिर बहुत प्राचीन है। इस मंदिर के बारे में कहा जाता है, कि यहां पर महाभारत काल में अज्ञातवास के दौरान पांडवों ने मां की पूजा अर्चना की थी। यहां पर बहुत सारी प्राचीन वस्तुएं प्राप्त हुई हैं। यहां पर दशहरा में बहुत विशाल मेला लगता है, जिसमें दूर दूर से लोग मां के दर्शन करने के लिए आते हैं।
Please do not enter any spam link in comment box