गया जिले के दर्शनीय स्थल - Major places to visit in Gaya District / गया जिले के आसपास घूमने वाली प्रमुख जगह
गया बिहार का एक मुख्य जिला है। गया बिहार की राजधानी पटना से करीब 100 किलोमीटर दूर है। गया जिला हिंदू और बौद्ध लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। गया शहर की मुख्य नदी फल्गु है। फाल्गु नदी गया शहर के बीच से बहती है। गया शहर बिहार राज्य में, बिहार झारखंड सीमा पर स्थित है। गया जिला पिंडदान के लिए भी प्रसिद्ध है। यहां पर हर साल बहुत सारे लोग पिंडदान करने के लिए आते हैं और अपने पूर्वजों का श्राद्ध करते हैं। यहां पर फाल्गु नदी पर श्राद्ध किया जाता है। गया में बोधगया है। बोधगया में बुद्ध भगवान जी को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। इस जगह का धार्मिक महत्व बहुत ज्यादा है। गया जिले में घूमने के लिए बहुत सारी जगह है। चलिए जानते हैं - गया में घूमने लायक कौन-कौन सी जगह है।
गया में घूमने की जगह - Gaya mein ghumne ki jagah
महाबोधि मंदिर गया - Mahabodhi Temple Gaya
महाबोधि मंदिर गया जिले का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। इस मंदिर को वर्ल्ड हेरिटेज साइट में शामिल किया गया है। इस मंदिर को महाबोधि महाविहार के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर हिंदू और बौद्ध धर्म के लोगों के लिए एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। महाबोधि मंदिर गया जिले में बोधगया में स्थित है। बोधगया गया जिले से करीब 10 किलोमीटर दूर होगा। आप यहां पर अपनी कार और बाइक से पहुंच सकते हैं।
इस मंदिर में गौतम बुद्ध जी को ज्ञान प्राप्त हुआ था। यहां पर गौतम बुद्ध जी ने बोधि वृक्ष के नीचे तपस्या की थी और उन्हें ज्ञान प्राप्त हुआ था। यहां पर बुद्ध भगवान जी का बहुत विशाल मंदिर बना हुआ है। मंदिर बहुत सुंदर है। मंदिर के अंदर जाने के लिए बहुत ज्यादा सिक्योरिटी चेक किया जाता है, क्योंकि यहां पर 2013 में बम ब्लास्ट हो चुका है। यहां पर आप मोबाइल कैमरा या कोई भी इलेक्ट्रॉनिक सामान मंदिर के अंदर लेकर नहीं जा सकते हैं। यहां पर सुंदर गार्डन बना हुआ है। मंदिर के अंदर गौतम बुद्ध जी की बैठी हुई प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। यह मंदिर बहुत सुंदर है। मंदिर की कुल ऊंचाई 170 फीट है। मंदिर की ऊपरी सिरे पर आपको एक छत्र देखने के लिए मिलता है।
महाबोधि मंदिर के पीछे महाबोधि वृक्ष देखने के लिए मिलता है। इसके नीचे गौतम बुद्ध जी ने तपस्या की थी। मंदिर के चारों तरफ परिक्रमा मार्ग बना हुआ है, जहां पर आप परिक्रमा कर सकते हैं। यहां पर आपको एक तालाब देखने के लिए मिलता है, जो बहुत सुंदर है। यहां पर गार्डन बना हुआ है, जहां पर मेडिटेशन करने के लिए जगह बनी हुई है। यहां पर आप आकर मेडिटेशन कर सकते हैं। आपको अच्छा लगेगा। यह मंदिर बहुत प्राचीन है। यह मंदिर करीब 2500 साल पुराना है। इस मंदिर का निर्माण किसने करवाया है। इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। यह गया जिले की सबसे अच्छी जगह है।
पुरातत्व संग्रहालय बोधगया - Archaeological Museum Bodhgaya
पुरातत्व संग्रहालय गया जिले का एक मुख्य आकर्षण स्थल है। पुरातत्व संग्रहालय गया जिले में बोधगया में स्थित है। यह संग्रहालय बोधगया में महाबोधि मंदिर के पास में स्थित है। इस संग्रहालय की स्थापना 1956 में की गई थी। इस संग्रहालय में आपको बहुत सारी प्राचीन वस्तुओं का संग्रह देखने के लिए मिल जाता है। यहां पर आपको बुद्ध भगवान जी की बहुत सारी मूर्तियां देखने के लिए मिलती हैं। यहां पर बुद्ध भगवान जी की पत्थर की, धातु की और सोने की मूर्तियां रखी गई है। इस संग्रहालय में आपको हिंदू एवं बौद्ध मूर्तियां देखने के लिए मिल जाती है। यहां पर विष्णु भगवान के 10 अवतार देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर टेराकोटा आइटम देखने के लिए मिलते हैं।
पुरातत्व संग्रहालय का मैनेजमेंट बहुत अच्छी तरह से किया गया है। पुरातत्व संग्रहालय के खुलने का समय 9 से 5 बजे तक है। इस संग्रहालय में प्रवेश के लिए शुल्क लिया जाता है। यहां पर एक व्यक्ति का 10 रुपए लगता है। यह संग्रहालय शुक्रवार को बंद रहता है। आप इस संग्रहालय में आकर बहुत सारी जानकारी हासिल कर सकते हैं।
विशाल बुद्ध मूर्ति बोधगया - Great Buddha Statue Bodh Gaya
विशाल बुद्ध मूर्ति बोधगया का एक मुख्य स्थल है। इस मूर्ति को दाईबुत्सु के नाम से भी जाना जाता है। जापानी भाषा में दाईबुत्सु का अर्थ विशाल मूर्ति होता है। बोधगया की पावन भूमि पर, यह विशाल बुद्ध मूर्ति को नागोया जापान में स्थित दाई जकोया बौद्ध संस्था द्वारा बनाया गया है। बुद्ध भगवान जी के उपदेश के प्रचार करने के लिए, विश्व शांति एवं आनंद के प्रतीक स्वरूप इस विशाल मूर्ति को स्थापित किया गया है। कमल पर स्थित बुद्ध मूर्ति ध्यान मुद्रा में है।
बुद्ध मूर्ति चुनार के गुलाबी पत्थरों को जोड़कर एवं कमल मूर्ति का आधार चुनार के पीले पत्थरों से तथा ग्रेनाइट पत्थरों से बनाया गया है। यह प्रतिमा 64 फीट ऊंची है। कमल की ऊंचाई 6 फीट ऊंची है। आधार की ऊंचाई 10 फीट है। यहां पर आपको एक बड़ा सा गार्डन देखने के लिए मिलता है, जिसके बीच में यह मूर्ति विराजमान है। यहां पर आकर बहुत अच्छा लगता है। बहुत सारे भक्त यहां पर भगवान बुद्ध जी की प्रतिमा के दर्शन करने के लिए आते हैं।
वाट थाई मॉनेस्ट्री बोधगया - Wat Thai Monastery Bodhgaya
वाट थाई मॉनेस्ट्री बोधगया का एक मुख्य स्थल है। यह मॉनेस्ट्री थाई वास्तु कला में बनाई गई है और बहुत सुंदर लगती है। इस मॉनेस्ट्री के बाहर आपको ड्रैगन की प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। मॉनेस्ट्री के सामने सुंदर बगीचा बनाया गया है। मॉनेस्ट्री के अंदर आपको बुद्ध भगवान जी की बहुत ही सुंदर धातु की प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। मॉनेस्ट्री के पीछे तरफ तालाब देखने के लिए मिलते हैं।
बोधगया में और भी बहुत सारी मॉनेस्ट्री और बौद्ध मंदिर देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर आपको भूटान मॉनेस्ट्री, सिक्किम मंदिर, जैपनीज मंदिर, कंबोडिया मॉनेस्ट्री, चीनी मॉनेस्ट्री, थे पर्ल महाविहार और भी बहुत सारी मॉनेस्ट्री देखने के लिए मिलती हैं, जो बहुत सुंदर है और आप यहां पर आकर शांति से मेडिटेशन कर सकते हैं।
विष्णुपद मंदिर गया - Vishnupad Temple Gaya
विष्णुपद मंदिर गया का प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर बहुत प्राचीन है। यह मंदिर बहुत सुंदर है। इस मंदिर में आपको विष्णु भगवान की के पद चिन्ह देखने के लिए मिलते हैं। यह भगवान विष्णु के असली पद चिन्ह है। यह मंदिर गया में फल्गु नदी के किनारे बना हुआ है। पूरा मंदिर नक्काशीदार है और बहुत सुंदर लगता है। 18 वीं शताब्दी में इस मंदिर का निर्माण इंदौर की रानी अहिल्याबाई के द्वारा करवाया गया था।
लोगों का कहना है, कि यहां पर भगवान विष्णु ने गयासुर नामक राक्षस का वध किया था। इसलिए इस जगह को गया नाम से जाना जाता है। भगवान विष्णु के चरण चिन्ह बेसाल्ट पत्थर पर बने हुए हैं। यहां मंदिर में बहुत सारे भक्त भगवान विष्णु जी के दर्शन करने के लिए आते हैं। यहां पर आपको फल्गु नदी का दृश्य देखने के लिए मिलता है। इस मंदिर के आसपास और भी बहुत सारे मंदिर है, जहां पर आप घूम सकते हैं।
फल्गु घाट गया - Falgu Ghat Gaya
फल्गु नदी गया जिले में बहती है। फल्गु नदी बहुत प्राचीन नदी है। फाल्गु नदी साल भर में अधिकतर समय सूखी रहती है। इस नदी के किनारे गया जिले में सुंदर घाट बना हुआ है, जहां पर आप आकर घूम सकते हैं। गया मुख्य तौर पर पिंडदान के लिए प्रसिद्ध है। यहां पर बहुत सारे लोग आते हैं और पिंडदान करते हैं। यहां पर आपको बहुत सारे मंदिर भी देखने के लिए मिलते हैं, जो प्राचीन है। यहां पर आपको सोमेश्वर महादेव मंदिर देखने मिलता है, जो प्राचीन है और शिव भगवान जी को समर्पित है। यह गया में घूमने वाली एक मुख्य जगह है।
सीता कुंड गया - Sita Kund Gaya
सीता कुंड गया जिले का एक मुख्य धार्मिक स्थल है। यहां पर आपको सीता माता के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर सीताकुंड के दर्शन करने के लिए मिलता है। प्राचीन समय में, यहां प्रभु श्री राम जी ने, राजा दशरथ जी का पिंडदान किया था। यह जगह बहुत प्रसिद्ध है। सीता कुंड मंदिर गया जिले में फल्गु नदी के किनारे बना हुआ है। यह मंदिर विष्णुपद मंदिर के सामने फल्गु नदी के दूसरे किनारे पर बना हुआ है। मंदिर बहुत सुंदर है।
मंदिर के पास में आपको नागकूट पहाड़ी देखने के लिए मिलती है, जो बहुत सुंदर लगती है। यह मंदिर बहुत अच्छी तरह से बना हुआ है। सीता कुंड मंदिर में आपको माता सीता जी, प्रभु राम जी, लक्ष्मण जी की प्राचीन प्रतिमाओं के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर आपको भगवान शिव जी के भी दर्शन करने के लिए मिलते हैं। मंदिर का प्रवेश द्वार सुंदर है। मंदिर के बाहर प्रसाद की बहुत सारी दुकान है। यहां पर लोग आकर माता सीता को श्रृंगार का सामान चढ़ाते हैं। यहां पर आप आकर अपना बहुत अच्छा समय बिता सकते हैं। यहां आकर अच्छा लगता है। आप गाया आते हैं, तो यहां पर भी आ सकते हैं।
ब्रह्मयोनि पहाड़ी गया - Brahmayoni Hill Gaya
ब्रह्मयोनि पहाड़ी गया का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह पहाड़ी हिंदू एवं बौद्ध धर्म के लोगों के लिए महत्वपूर्ण है। यहां पर पहाड़ी के सबसे ऊपरी सिरे में सावित्री माता का मंदिर देखने के लिए मिलता है। यहां पर दो गुफाएं भी है, जो प्राकृतिक है। मंदिर की पहाड़ी के ऊपरी सिरे तक जाने के लिए सीढ़ियां बनी हुई है। पहाड़ी पर आपको बुद्ध भगवान जी के फुटप्रिंट देखने के लिए मिलते हैं।
यहां पर बुद्ध मंदिर भी बनाया जा रहा है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर बौद्ध प्रतिमा अभी खुले आकाश के नीचे विराजमान है और यहां पर बहुत सारे रंग बिरंगे झंडे लगाए गए हैं। यहां पर आकर बहुत अच्छा लगता है। पूरे गया जिले का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। यहां पर आप सुबह के समय और शाम के समय ठंडे मौसम में आ सकते हैं, क्योंकि गर्मी में यहां पर आप थक जाएंगे और यहां पर पानी वगैरह की व्यवस्था नहीं है। यह गया में घूमने लायक एक मुख्य जगह है।
मा मंगला गौरी मंदिर गया - Ma Mangala Gauri Temple Gaya
मा मंगला गौरी मंदिर गया जिले का एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यह धार्मिक स्थल है। यह मंदिर मा मंगला गौरी को समर्पित है। मां मंगला गौरी सती माता का ही स्वरूप है। यह एक प्रसिद्ध शक्तिपीठ है। यहां पर आपको दो छोटे मंदिर देखने के लिए मिलते हैं और मंदिर के अंदर मा मंगला गौरी जी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर आकर लोगों की इच्छाएं पूरी होती है और यहां पर बहुत सारे लोग मां मंगला गौरी के दर्शन करने के लिए आते हैं। मंदिर के बाहर आपको बहुत सारी प्रसाद की दुकान देखने के लिए मिलती है। यह मंदिर प्राचीन है। यह मंदिर मुख्य गया शहर में ही स्थित है और आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं।
अक्षय वट गया - Akshay Vat Gaya
अक्षय वट गया शहर का एक धार्मिक स्थल है। अक्षय वट एक प्राचीन बरगद का पेड़ है। यह वृक्ष पूजनीय है। यह वृक्ष हिंदू और जैन धर्म में धार्मिक मान्यता रखता है। यहां पर आप को बहुत बड़ा अक्षयवट वृक्ष देखने के लिए मिलता है। यह जगह बहुत अच्छी तरह से बनाई गई है। यहां पर अक्षयवट में बहुत सारी चुन्नियां बांधी गई है। यह जगह बहुत ही अच्छी है और यहां पर आकर अच्छा लगता है। शांति मिलती है।
यहां पर थोड़ा आगे आप जाएंगे, तो आपको रुक्मणी कुंड देखने के लिए मिलेगा। रुक्मणी कुंड एक तालाब है। रुक्मणी कुंड के चारों तरफ मंदिर बने हुए हैं। यहां पर एक तरफ आपको सुंदर घाट देखने के लिए मिलता है, जहां पर आप बैठकर इस कुंड का दृश्य देख सकते हैं। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं और अपना अच्छा समय बिता सकते हैं।
श्री मार्कंडेय महादेव मंदिर गया - Shri Markandeya Mahadev Temple Gaya
श्री मार्कंडेय महादेव मंदिर गया का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है। इस मंदिर में आपको शिवलिंग के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर और भी बहुत सारी प्राचीन प्रतिमाएं देखने के लिए मिलती है। यहां पर मार्कंडेय ऋषि के भी दर्शन करने के लिए मिलते हैं। नंदी भगवान जी की प्राचीन प्रतिमा देखने के लिए मिलती है।
यह मंदिर गया जिले के बीचो बीच में वैतरणी तालाब के किनारे बना हुआ है। यहां पर पिंडदान की भी क्रिया की जाती है। यहां पर आकर बहुत अच्छा लगता है। इस मंदिर के बारे में कहा जाता है, कि मारकंडे शिव मंदिर में आकर आपकी सारी मनोकामना पूरी होती है। यहां पर बहुत सारे लोग शिव भगवान जी के दर्शन करने के लिए आते हैं।
हदहदवा मंदिर गया - Hadhadwa Temple Gaya
हदहदवा महादेव गणेश धाम गया जिले का एक प्रसिद्ध आकर्षण स्थल है। यह मंदिर ब्रह्मयोनि पर्वत पर बना हुआ है। यह मंदिर गया जिले में नैली रोड पर स्थित है। यह मंदिर चारों तरफ से प्राकृतिक परिवेश से घिरा हुआ है। यहां पर आपको बरसात के समय सुंदर झरना देखने के लिए मिलता है, जो पहाड़ों में बहता है। यहां पर आपको एक छोटा सा झील भी देखने के लिए मिलती है। यहां पर चारों तरफ आपको पहाड़, जंगल का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिल जाता है।
यहां पर आपको छोटा सा कुंड देखने के लिए मिलता है, जिसमें कमल के फूल लगे हुए हैं। यहां पर लाल और सफेद कमल के फूल देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर एक छोटा सा कुआ भी बना हुआ है, जो पीने के पानी के लिए उपयोग किया जाता है। यह जगह बहुत सुंदर है और यहां पर आकर बहुत अच्छा लगता है। यहां पर आपको शिव भगवान जी के शिवलिंग के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर हनुमान जी के भी दर्शन करने के लिए मिलते हैं।
गया संग्रहालय - Gaya Museum
गया संग्रहालय गया जिले में घूमने लायक जगह है। संग्रहालय में आपको बहुत सारी पुरानी मूर्तियों का संग्रह देखने के लिए मिल जाता है। यहां पर बहुत सारी प्राचीन वस्तुओं का संग्रह किया गया है। यह संग्रहालय गया जिले में गांधी मैदान के पास में स्थित है। आप यहां पर आकर घूम सकते हैं। इस संग्रहालय में आपको बहुत सारी जगह के बारे में पता चलता है, जो प्राचीन महत्व रखती हैं। यहां पर आकर आपको अच्छा लगेगा और बहुत सारी जानकारी मिलेगी।
श्री राम शिला मंदिर गया - Shri Ram Shila Mandir Gaya
श्री राम शिला मंदिर गया जिले का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर रामशिला पहाड़ी पर बना हुआ है। पहाड़ी के सबसे ऊपरी सिरे पर आपको श्री राम शिला मंदिर देखने के लिए मिलता है, जिसमें श्री राम जी, माता सीता जी, लक्ष्मण जी और हनुमान जी की प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। यहां पर शिव भगवान जी का मंदिर देखने के लिए मिलता है। यह जगह बहुत सुंदर है। यहां से गया शहर का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। यहां आकर बहुत अच्छा लगता है। मंदिर तक जाने के लिए सीढ़ियां बनी हुई है।
प्रेतशिला पहाड़ी - Pretshila hill
प्रेतशिला पहाड़ी गया जिले का एक मुख्य धार्मिक स्थल है। प्रेतशिला पहाड़ी गया रेलवे स्टेशन से करीब 9 किलोमीटर दूर है। प्रेतशिला पहाड़ी के ऊपरी सिरे में आपको धर्मराज देव जी का मंदिर देखने के लिए मिलता है। यहां पर विष्णु भगवान जी और काली माता का मंदिर देखने के लिए मिलता है। प्रेतशिला पहाड़ी के सबसे ऊपरी छोर में पहुंचने के लिए आपको यहां सीढ़ियां मिलती है। सीढ़ियाों के द्वारा आप मंदिर तक पहुंच सकते हैं।
प्रेतशिला पर्वत के नीचे आपको प्राचीन शिव मंदिर देखने के लिए मिलता है और ब्रह्म कुंड देखने के लिए मिलता है। प्रेतशिला पहाड़ी में पिंडदान किया जाता है, जिससे प्रेत योनि से उद्धार हो जाता है। जिनकी मौत अप्राकृतिक तरीके से होती है। वह प्रेत योनि में भटकते रहते हैं। उनका यहां पर पिंडदान किया जाता है और उनको प्रेत योनि से छुटकारा मिलता है। यहां पर आप घूमने के लिए आ सकते हैं। आपको यहां पर ट्रैकिंग करके मजा आएगा। यह गया में घूमने लायक मुख्य जगह है।
डुंगेश्वरी पहाड़ी गया - Dungeshwari Hill Gaya
डुंगेश्वरी पहाड़ी गया शहर में स्थित एक प्रमुख आकर्षण स्थल है। डुंगेश्वरी पहाड़ी गया जिले से करीब 15 किलोमीटर दूर है। यह जगह हिंदू एवं बौद्ध धर्म के लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण जगह है। यहां पर आपको डुंगेश्वरी मंदिर, प्राकबोधी गुफाएं देखने के लिए मिलती हैं। यह जगह प्राकृतिक सुंदरता से घिरी हुई है। यहां पर ऊंचे ऊंचे पहाड़ देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर आप आकर ट्रैकिंग का मजा ले सकते हैं। यहां पर और भी बहुत सारी एडवेंचर्स गतिविधियां होती है।
यह जगह धार्मिक तौर से भी प्रसिद्ध है। यहां पर आपको बुद्ध भगवान जी का मंदिर देखने के लिए मिलता है। यहां पर एक गुफा है, जिसमें बुद्ध भगवान जी की धातु की प्रतिमा विराजमान है। यहां पर बुद्ध भगवान जी ने ज्ञान प्राप्ति के बाद 6 साल तक ध्यान किया था। यह जगह बहुत अच्छी तरह से बनाई गई है और यहां पर आपको आकर बहुत अच्छा लगेगा। यहां पर डुंगेश्वरी मंदिर है, जो हिंदू मंदिर है और आप यहां पर भी घूम सकते हैं। यहां पर पहाड़ियों का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। बहुत सारे बंदर देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर बुद्ध भगवान जी की बहुत ही सुंदर सुंदर प्रतिमाएं देखने के लिए मिल जाती है।
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