दाहोद जिले के दर्शनीय स्थल - Major places to visit in Dahod District / दाहोद जिले के आसपास घूमने वाली प्रमुख जगह
दाहोद गुजरात का एक मुख्य जिला है। दाहोद गुजरात की राजधानी गांधीनगर से करीब 217 किलोमीटर दूर है। दाहोद जिला गुजरात राज्य में, मध्य प्रदेश और राजस्थान की सीमा के पास स्थित है। दाहोद जिला में दुधिमती नदी बहती है। दाहोद जिला की मुख्य नदी दुधिमती है। दाहोद जिला पहले पंचमहल जिले का एक हिस्सा हुआ करता था। 1997 को यह पंचमहल जिले से अलग होकर, एक नए जिले के रूप में स्थापित हुआ। दाहोद जिला अपने ऐतिहासिक इतिहास के लिए भी प्रसिद्ध है। दाहोद जिले में घूमने के लिए बहुत सारी जगह है। चलिए जानते हैं - दाहोद जिले में घूमने लायक कौन-कौन सी जगह है।
दाहोद में घूमने की जगह - Dahod me ghumne ki jagah
काली बांध दाहोद - Kali Dam Dahod
काली बांध दाहोद जिले में घूमने वाली एक मुख्य जगह है। यह एक सुंदर जलाशय है। यह जलाशय काली नदी पर बना हुआ है। यह जलाशय अंग्रेजों के समय पर बनाया गया था। यह बांध बहुत सुंदर है। यह बांध पानी की पूर्ति के लिए बनाया गया था। इस बांध का दृश्य बरसात के समय बहुत ही खूबसूरत रहता है। बरसात के समय बांध पूरी तरह पानी से भर जाता है और बांध का पानी ओवरफ्लो होकर बहता है। पानी जहां से बहता है। वहां का पथरीला एरिया है। यहां पर पानी बहता है, तो सुंदर झरना बनता है, जिसका दृश्य बहुत ही आकर्षक रहता है। यहां पर बरसात के समय बहुत सारे लोग घूमने के लिए आते हैं।
काली बांध को रेलवे बांध के नाम से भी जाना जाता है। यह दाहोद रेलवे स्टेशन से करीब 11 किलोमीटर दूर है। यह एक मुख्य पिकनिक स्पॉट है। यहां पर शाम के समय आकर सूर्यास्त का दृश्य देखना बहुत ही अच्छा लगता है। आप यहां पर आकर अपना बहुत अच्छा समय बिता सकते हैं।
केदारनाथ मंदिर दाहोद - Kedarnath Temple Dahod
केदारनाथ मंदिर दाहोद जिले का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है। इस मंदिर को काली धाम के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि यहां पर काली जी के भी दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर आपको प्राकृतिक गुफा देखने के लिए मिलती है। यह गुफा पहाड़ी के अंदर बनी हुई है। यहां पर गुफा के अंदर शिवलिंग के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। शिवलिंग की प्रतिमा बहुत बड़ी है। यहां पर नाग देवता और नंदी भगवान जी के भी दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यह मंदिर पक्का बना दिया गया है।
केदारनाथ मंदिर दाहोद में चौसला गांव के पास में स्थित है। आप यहां पर आकर बहुत अच्छा अनुभव कर सकते हैं। यहां पर सावन सोमवार और महाशिवरात्रि के समय बहुत सारे भक्त शिव भगवान जी के दर्शन करने के लिए आते हैं। यह मंदिर काली बांध के पास में पड़ता है। आप यहां पर आकर बांध और यह मंदिर दोनों ही जगह घूम सकते हैं।
रतनमहल वन्यप्राणी रीछ अभयारण्य दाहोद - Ratan Mahal Wildlife Bear Sanctuary Dahod
रतनमहल वन्यप्राणी रीछ अभयारण्य दाहोद जिले का एक मुख्य आकर्षण स्थल है। यह दाहोद जिले के वडोदरा वन्यजीव डिवीजन के अंतर्गत आता है। यह जगह प्राकृतिक रूप से बहुत सुंदर है। यहां पर आपको जंगल, पहाड़, झरना जंगली जीव देखने के लिए मिल जाते हैं। यहां पर आप कैंप में नाइट स्टे का भी आनंद ले सकते हैं। यहां पर प्राइवेट संस्थानों के द्वारा कैंप का आयोजन किया जाता है। यहां पर आप बरसात के समय आएंगे, तो आपको रतनमहल जलप्रपात देखने के लिए महल मिलेगा। यह जलप्रपात जंगल के अंदर स्थित है और इस जलप्रपात तक पहुंचने के लिए ट्रैकिंग करके जाना पड़ता है। यहां पर करीब 3 या 4 किलोमीटर ट्रैकिंग करनी पड़ती है।
रतनमहल जलप्रपात में पहुंचकर, आपको बहुत ही आकर्षक जलप्रपात देखने के लिए मिलता है। यह जलप्रपात ऊंची चट्टान से बहता है। इस जलप्रपात को आप देखने के लिए जाते हैं, तो अपने साथ खाना और पानी जरूर लेकर जाए।
रतनमहल वन्यप्राणी रीछ अभयारण्य में प्रवेश के लिए शुल्क लिया जाता है। यहां पर प्रवेश पास बनाया जाता है। यहां पर अगर आप दो पहिया वाहन से आते हैं, तो 40 रुपए लिए जाते हैं और अगर आप कार या चार पहिया वाहन से आते हैं, तो 100 रुपए लिए जाते हैं और आप उससे भी बड़े वाहन से आते हैं, तो चार्ज ज्यादा लगता है। यह अभ्यारण 9 बजे से 6 बजे तक खुला रहता है। यहां पर आपको गिफ्ट शॉप, पार्किंग, जानकारी स्थल मिलता है, जहां पर वन्य प्राणी और जंगल के बारे में जानकारी दी जाती है। आप यहां पर आकर अपना बहुत अच्छा समय बिता सकते हैं। यह दाहोद में घूमने लायक एक मुख्य जगह है।
उधाल महुदा कैंप दाहोद - Udhal Mahuda Camp Dahod
उधाल महुदा कैंप दाहोद में घूमने लायक एक मुख्य जगह है। यह राजमहल वन्य जीव अभ्यारण में ही स्थित है। यह जगह इको टूरिज्म स्पॉट की तरह विकसित की गई है। यह जगह फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के द्वारा मैनेज की जाती है। यहां पर ठहरने के लिए रूम मिल जाते हैं। यहां पर आप कैंपिंग भी कर सकते हैं।
यहां पर आपको रतनमहल डैम देखने के लिए मिलता है। डैम का नजारा बहुत ही सुंदर रहता है। यह डैम चारों तरफ से पहाड़ियों और जंगल से घिरा हुआ है। आप यहां पर आकर अपना बहुत अच्छा समय बिता सकते हैं। आप यहां पर अपने लिए रूम की बुकिंग कर सकते हैं और यहां पर प्राकृतिक वातावरण में रह सकते हैं। यहां पर चारों तरफ आपको हरियाली देखने के लिए चल जाती है। यहां पर वॉच टावर भी बना हुआ है, जहां से आप चारों तरफ का सुंदर दृश्य देख सकते हैं। यहां पर जलाशय के पास बैठने के लिए व्यवस्था की गई है।
अदलवाडा बांध दाहोद - Adalwada Dam Dahod
आदलवाडा बांध दाहोद के आकर्षण स्थलों में से एक है। यह बांध बहुत सुंदर है। बांध का जब पानी ओवरफ्लो होकर बहता है। तब यह बांध बहुत ही सुंदर दिखता है। यह बांध चारों तरफ से पहाड़ियों से घिरा हुआ है। इसका दृश्य बहुत ही जबरदस्त रहता है। आप यहां पर बरसात के समय घूमने के लिए आ सकते हैं।
मचान डैम दाहोद - Manchan Dam Dahod
मचान डैम दाहोद जिले में घूमने वाली एक मुख्य जगह है। मंचन डैम दाहोद जिले में लिमडी में स्थित है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। यह जगह पिकनिक मनाने के लिए बहुत ही अच्छी है। यहां पर बांध जब ओवरफ्लो होकर बहता है, तो इसका पानी ऐसा लगता है, कि जैसा झरना बह रहा हो। यहां पर घूमने के लिए आप बरसात के समय आ सकते हैं। बरसात के समय यहां का दृश्य बहुत अच्छा रहता है।
शाही लाल बंगला दाहोद - Shahi Lal Bungalow Dahod
शाही लाल बंगला दाहोद का एक मुख्य ऐतिहासिक पर्यटन स्थल है। यह एक सुंदर महल है। यह महल पूरा लाल कलर का है। इसलिए इसे लाल बंगला के नाम से जाना जाता है। यह महल देखने में बहुत ही आकर्षक लगता है। यह महल दाहोद जिले में देवगढ़ बरीया में स्थित है। यह महल अब एक रिसोर्ट में परिवर्तित हो गया है। आप यहां पर अगर घूमना चाहते हैं, तो आप यहां पर बुकिंग करके आ सकते हैं। यहां पर आपको सभी प्रकार की सुविधाएं मिल जाती है। यहां पर स्विमिंग पूल की सुविधा मिलती है। यहां पर प्राचीन समय में राजा के द्वारा इस्तेमाल किया गया बहुत सारा सामान देखने के लिए मिलता है।
उमरिया बांध दाहोद - Umariya Dam Dahod
उमरिया बांध दाहोद जिले का एक आकर्षण स्थल है। यह बांध बहुत सुंदर है। यह बांध दाहोद जिले में पटवान गांव के पास स्थित है। आप यहां पर आकर इस बांध में घूम सकते हैं। इस बांध का दृश्य बरसात के समय बहुत सुंदर रहता है। जब इसका पानी ओवरफ्लो होकर बहता है। तब इस बांध को देखने में बहुत अच्छा लगता है। यहां पर आपको चारों तरफ पहाड़ियों का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिल जाता है। आप यहां पर बरसात के समय आएंगे, तो आपको हरियाली देखने के लिए मिलेगी।
प्राचीन शिव मंदिर बावका दाहोद - Ancient Shiva Temple Bavka Dahod
प्राचीन शिव मंदिर दाहोद का एक मुख्य धार्मिक स्थल है। यह मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है। इस मंदिर को मिनी खजुराहो के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि इस मंदिर की दीवारों में आपको कामुक मूर्तियां देखने के लिए मिलती है। यह मंदिर कब और किस शासक के द्वारा बनाया गया है। इसकी जानकारी नहीं है। मगर यह मंदिर देखने में बहुत ही खूबसूरत है और इसकी मूर्तिकला बहुत ही सुंदर है।
मंदिर के गर्भ गृह में शिवलिंग के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर एक छोटा सा तालाब बना हुआ है, जहां पर कमल के फूल लगे हुए हैं। यह प्राचीन शिव मंदिर दाहोद जिले में बावका गांव में स्थित है। यह एक प्राचीन स्मारक है। यह मंदिर पुरातत्व विभाग के द्वारा संरक्षित है। लोग यहां पर पूजा करने के लिए आते हैं। यहां पर सावन सोमवार और महाशिवरात्रि में बहुत भीड़ रहती है।
पाटाडूंगरी बांध दाहोद - Patadungri Dam Dahod
पाटाडूंगरी बांध दाहोद जिले में घूमने लायक एक मुख्य जगह है। यह बांध दाहोद जिले का एक पिकनिक स्पॉट है। इस बांध का दृश्य बहुत सुंदर रहता है। यह बांध बहुत पुराना है। यह बांध 1953-54 में बनाया गया था। यह बांध चारों तरफ से पहाड़ियों से घिरा हुआ है। यहां पर व्यूप्वाइंट है, जहां से आप बांध का सुंदर दृश्य देख सकते हैं। यहां से सूर्यास्त का बहुत जबरदस्त दृश्य देखने के लिए मिलता है। इस बांध में आप घूमने के लिए बरसात के समय आ सकते हैं, क्योंकि बरसात के समय इस बांध का दृश्य बहुत ही सुंदर रहता है।
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