बाराबंकी जिले के दर्शनीय स्थल - Places to visit in Barabanki / बाराबंकी जिले के आसपास घूमने वाली प्रमुख जगह
बाराबंकी उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख जिला है। बाराबंकी जिला उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से करीब 40 किलोमीटर दूर है। बाराबंकी जिले में गोमती नदी बहती है। गोमती नदी लखनऊ और बाराबंकी जिले के बीच से बहती है। बाराबंकी जिले में घाघरा नदी के किनारे प्राचीन समय में, पांडव ने अपने अज्ञातवास का कुछ समय बिताया था। यह जगह पौराणिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। यहां पर अर्जुन के द्वारा लाया गया पारिजात वृक्ष भी देखने के लिए मिलता है। बाराबंकी जिले में घूमने के लिए बहुत सारी जगह है। चलिए जानते हैं - बाराबंकी जिले में कौन-कौन सी जगह घूमने लायक है।
बाराबंकी में घूमने की जगह - Barabanki jile mein ghumne wali jagah
धनाखोर हनुमान मंदिर - Dhanakhor Hanuman Mandir
धनाखोर हनुमान मंदिर बाराबंकी जिले का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह मंदिर मुख्य शहर में गल्ला मंडी के पास में स्थित है। यह मंदिर धनाखोर चौराहे के पास में स्थित है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। यह मंदिर हनुमान जी को समर्पित है। यह मंदिर बहुत प्राचीन है और बहुत ही सुंदर तरीके से बनाया गया है। इस मंदिर में मंगलवार और शनिवार को बहुत ज्यादा भीड़ रहती है। बहुत सारे भक्त हनुमान जी के दर्शन करने के लिए आते हैं। मंदिर के पास में ही एक तालाब है, जिसे धनाखोर तालाब के नाम से जाना जाता है। आप यहां पर आकर इस मंदिर में घूम सकते हैं। आपको अच्छा लगेगा।
देवा शरीफ दरगाह बाराबंकी - Deva Sharif Dargah Barabanki
देवा शरीफ दरगाह बाराबंकी जिले का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह मुस्लिम धार्मिक स्थल है। यहां पर आपको एक खूबसूरत दरगाह देखने के लिए मिलती है। यह दरगाह हजरत वारिस अली शाह दरगाह के नाम से भी जानी जाती है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। यह हाजी वारिस अली शाह का बर्थ प्लेस है और हाजी वारिस अली शाह एक संत थे। यह दरगाह बाराबंकी में देवा में स्थित है। यह बाराबंकी जिले की सबसे अच्छी जगह है।
शैलानी माता मंदिर बाराबंकी - Shailani Mata Mandir Barabanki
शैलानी माता मंदिर बाराबंकी का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह मंदिर बाराबंकी जिले में गोमती नदी के किनारे दल्लूखेरा गांव में बना हुआ है। यह मंदिर शैलानी माता या शैलपुत्री माता को समर्पित है। इस मंदिर में आकर आप माता के दर्शन कर सकते हैं। माता की यहां पर बहुत सुंदर प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर आपको एक प्राकृतिक कुंड देखने के लिए मिलता है, जिसमें बहुत सारी मछलियां है और कहा जाता है, कि इस कुंड में, जो भी स्नान करता है। उसको चर्म रोग की समस्या से निदान मिलता है। यह मंदिर पौराणिक मंदिर है और यहां पर प्रत्येक पूर्णिमा को मेला लगता है। यहां पर माघ पूर्णिमा में बहुत भव्य मेला लगता है, जिसमें दूर दूर से लोग यहां पर आते हैं। आप भी यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। आपको यहां पर गोमती नदी का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलेगा और चारों तरफ का प्राकृतिक नजारा अच्छा लगेगा। यह बाराबंकी का पिकनिक स्पॉट है।
अवसानेश्वर महादेवा मंदिर बाराबंकी - Avasaneshwar Mahadeva Temple Barabanki
अवसानेश्वर महादेवा मंदिर बाराबंकी जिले का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है। मंदिर में शिव भगवान जी का शिवलिंग के दर्शन करने के लिए मिलते हैं और नाग देवता की मूर्ति के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यह मंदिर गोमती नदी के किनारे बना हुआ है। यहां पर आकर बहुत अच्छा लगता है। यहां पर अन्य देवी देवताओं के भी दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर हनुमान जी, श्री राम जी, माता सीता जी, लक्ष्मण जी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर महाशिवरात्रि के समय बहुत सारे लोग शिव भगवान जी के दर्शन करने के लिए आते हैं। यहां पर विराजमान शिवलिंग की आकृति कुछ अलग प्रकार की है।
अवसानेश्वर महादेवा मंदिर बाराबंकी जिले में हैदर गढ़ तहसील से करीब 3 किलोमीटर दूर गोमती नदी के किनारे बना हुआ है। आप यहां पर आसानी से पहुंच सकते हैं और मंदिर में दर्शन कर सकते हैं। यह बाराबंकी जिले में घूमने लायक जगह है।
श्री नागेश्वर नाथ धाम बाराबंकी - Shri Nageshwar Nath Dham Barabanki
श्री नागेश्वर नाथ धाम बाराबंकी शहर का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है। मंदिर में शिव भगवान जी के शिवलिंग के दर्शन करने के लिए मिलते हैं और शिवलिंग की जलहरी चांदी की है। यहां पर नंदी महाराज की भी दर्शन करने के लिए मिलते हैं। मंदिर में और भी बहुत सारे अन्य मंदिर बने हुए हैं। यहां पर हनुमान जी का मंदिर बना हुआ है। श्री राम जी का मंदिर बना हुआ है। इन सभी मंदिरों की आप दर्शन कर सकते हैं। यहां पर आपको एक कुंड देखने के लिए मिलता है।
श्री शक्तिधाम महादेव तालाब बाराबंकी - Shri Shaktidham Mahadev Talab Barabanki
श्री शक्तिधाम महादेव तालाब बाराबंकी जिले का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह स्थल मुख्य रूप भगवान शिव जी को समर्पित है। यहां पर भगवान शिव का बहुत सुंदर मंदिर देखने के लिए मिलता है। मंदिर के पास में ही एक बड़ा सा तालाब बना हुआ है। इस तालाब में कमल के फूल लगे हुए हैं, जो बहुत सुंदर लगते हैं। इस तालाब में बहुत सारी मछलियां भी देखने के लिए मिलती है। मंदिर में भगवान शिव के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर और भी देवी देवताओं के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर पार्वती जी, गणेश जी, शनि भगवान जी के भी दर्शन करने के लिए मिलते हैं।
यहां पर तालाब के किनारे सीढ़ियां बनी हुई है, जहां पर बैठकर आप तालाब का सुंदर दृश्य देख सकते हैं। यहां पर महाशिवरात्रि और सावन सोमवार के समय बहुत बहुत भीड़ लगती है। यहां पर पूर्णिमा में मेला लगता है, जिसमें आसपास से बहुत सारे लोग घूमने के लिए आते हैं। यह मंदिर बाराबंकी जिले में फतेहपुर तहसील में स्थित है। आप यहां पर आकर घूम सकते हैं।
लोधेश्वर मंदिर बाराबंकी - Lodheshwar Temple Barabanki
लोधेश्वर मंदिर बाराबंकी जिले का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर बाराबंकी जिले में रामनगर में स्थित है। यह मंदिर बाराबंकी से करीब 25 किलोमीटर दूर लखनऊ गोंडा रोड पर स्थित है। यहां पर आपको लोधेश्वर मंदिर के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। लोधेश्वर मंदिर प्राचीन कालीन है। इस मंदिर का निर्माण पांडवों के द्वारा किया गया था। इस मंदिर में 52 शिवलिंग के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर महाशिवरात्रि और सावन सोमवार के समय बहुत ज्यादा भीड़ लगती है। बहुत सारे भक्त भगवान के दर्शन करने के लिए आते हैं। आप भी यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं।
श्री कुंतेश्वर महादेव मंदिर किंतूर बाराबंकी - Shri Kunteshwar Mahadev Temple Kintoor Barabanki
श्री कुंतेश्वर महादेव मंदिर बाराबंकी का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है। यह मंदिर बाराबंकी जिले में किंतूर गांव में स्थित है। यह मंदिर प्राचीन है। इस मंदिर में शिव भगवान जी का एक बड़ा सा शिवलिंग देखने के लिए मिलता है, जो बहुत ही अद्भुत लगता है। यहां पर शिवरात्रि और सावन सोमवार के समय बहुत ज्यादा भीड़ लगती है। बहुत सारे भक्त भगवान शिव के दर्शन करने के लिए आते हैं।
श्री कुंतेश्वर महादेव मंदिर का इतिहास इस प्रकार है, कि इस मंदिर की स्थापना माता कुंती ने की थी। माता कुंती और गंधारी के बीच में शिव भगवान की पूजा को लेकर लड़ाई हो गई थी। जिससे शिव भगवान जी प्रकट हुए और उन्होंने माता कुंती और गांधारी को कहा, कि जो भी मुझे सोने की सुगंध वाला पुष्प चढ़ आएगा। उसका पुत्र राज अधिकारी बनेगा। गंधारी का पुत्र दुर्योधन सोने का पुष्प बनाने के लिए कारीगरों को बुलवा लिया। किंतु कुंती माता के पुत्र राज्य विहीन थे। कुंती माता ने शिव भगवान की भविष्यवाणी को अपने पुत्रों से बताया। अर्जुन ने श्रीकृष्ण को यह बात बताई। श्री कृष्ण जी ने अर्जुन को बताया, कि आप कुबेर जी के बगीचे में जाइए। आपको वहां पर सोने की सुगंध वाला पुष्प मिलेगा। अर्जुन कुबेर जी के यहां से सोने की सुगंध वाला पुष्प एवं पारिजात पुष्प माता कुंती के लिए लाए और माता कुंती ने यहां पर शिव भगवान जी की स्थापना किया। उनका विधिवत पूजन किया और इस मंदिर को कुंतेश्वर मंदिर के नाम से जाना जाने लगा।
पारिजात वृक्ष बाराबंकी - Parijat tree barabanki
पारिजात वृक्ष बाराबंकी में स्थित है। यह वृक्ष धार्मिक महत्व रखता है। कहा जाता है कि इस वृक्ष से सभी प्रकार की कामनाएं पूरी होती है। इस वृक्ष को कल्पतरु, कल्पदानाया, कल्पवृक्ष भी कहा जाता है। इसके बारे में पौराणिक धारणा यह है, कि समुद्र मंथन से प्रकट 14 रत्नों में से यह एक है। देवता गढ़ इस वृक्ष को स्वर्ग ले गए। पांडव अज्ञातवास के समय अपने तपोबल से, इस वृक्ष को स्वर्ग से पृथ्वी तक लाए। अर्जुन ने अपने बाण से पाताल तक छिद्र कर इसे रोपित किया। इसी कारण यह वृक्ष प्राचीन समय से पूजनीय रहा है। लोगों के अनुसार इस अलौकिक एवं अद्वितीय वृक्ष के समान विश्व में दूसरा कोई वृक्ष नहीं है। वृक्ष का तना लगभग 90 मीटर मोटाई का है। अगस्त के महीने में इस वृक्ष में सफेद रंग के फूल आते हैं, जो सूखने के उपरांत सुनहरे हो जाते हैं। परिजात वृक्ष के दर्शन से मानव कल्याण की अनुभूति होती है।
यहां पर पारिजात वृक्ष के चारों तरफ बाउंड्री खींची गई है। ताकि कोई भी परिजात वृक्ष के करीब ना जाए। यहां पर लोग अपनी मनोकामना की पूर्ति के लिए चुन्नी बांध कर जाते हैं। यह जगह बाराबंकी वन विभाग क्षेत्र में स्थित है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं और इस जगह का अनुभव कर सकते हैं। यह बाराबंकी से करीब 38 किलोमीटर दूर किन्तूर नाम के गांव में स्थित है।
श्री कोटवा धाम बाराबंकी - Shri Kotwa Dham Barabanki
श्री कोटवा धाम बाराबंकी जिले का एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यह श्री समर्थ बाबा जगजीवन दास साहेब जी की समाधि है। यहां पर आपको मंदिर देखने के लिए मिलता है। समर्थ श्री जगजीवन दास साहेब जी ने सतनाम पंथ चलाया, जिसमें लाखों भक्त है। लोगों को सत्य के मार्ग पर चलना सिखाया। उन्हीं की तपोभूमि कोटवा धाम है। यहां पर आपको मंदिर के पास में ही एक बड़ा सा तालाब देखने के लिए मिलता है। इस तालाब में बहुत सारे लोग आकर स्नान करते हैं। यह जगह बाराबंकी जिले के रामनगर तहसील के टिकैतनगर रोड पर स्थित है। यहां पर बहुत ढेर सारी बंदर भी देखने के लिए मिलते हैं।
कहा जाता है, कि यहां पर लोगों की मनोकामना भी पूरी होती है। बहुत सारे लोग यहां पर आते हैं। अक्टूबर और अप्रैल के महीने में यहां पर मेले का आयोजन किया जाता है, जिसमें आसपास के एरिया से बहुत सारे लोग घूमने के लिए आते हैं। आप भी यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं।
आपकी हर पोस्ट में दम है।
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