ललितपुर जिले के दर्शनीय स्थल - Places to visit in Lalitpur district / ललितपुर जिले के आसपास घूमने वाली प्रमुख जगह
ललितपुर जिले में घूमने की जगह - Lalitpur mein ghumne ki jagah
गोविंद सागर बांध ललितपुर - Govind Sagar Dam Lalitpur
गोविंद सागर बांध ललितपुर का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। गोविंद सागर बांध एक बहुत बड़ा जलाशय है। इस जलाशय में साइफन प्रणाली इस्तेमाल की गई है। यहां पर आकर आप बांध का सुंदर दृश्य देख सकते हैं। यह बांध बहुत बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है। यह बांध ललितपुर शहर के पास ही में स्थित है। आप यहां पर कार और बाइक से घूमने के लिए आ सकते हैं। बरसात के समय बांध का दृश्य बहुत ही शानदार लगता है, क्योंकि बरसात के समय बांध से बहुत ज्यादा पानी बहता है। यहां पर आकर आप बहुत अच्छा समय बिता सकते हैं। शाम के समय यहां पर आकर सूर्यास्त का दृश्य देखना बहुत अच्छा लगता है। यह बांध शहजाद नदी पर बना हुआ है।
श्री नरसिंह भगवान मंदिर ललितपुर - Shri Narsingh Bhagwan Mandir Lalitpur
श्री नरसिंह भगवान मंदिर ललितपुर का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर सुमेरा तालाब के किनारे बना हुआ है। यह मंदिर ललितपुर शहर के बीचो बीच में स्थित है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर आकर बहुत अच्छा लगेगा और शांति मिलेगी। यहां से आपको सुमेरा तालाब का दृश्य देखने के लिए मिलता है, जो बहुत ही सुंदर लगता है।
श्री सिद्ध पीठ चंडी मंदिर धाम ललितपुर - Shri Siddha Peeth Chandi Mandir Dham Lalitpur
श्री सिद्ध पीठ चंडी मंदिर धाम ललितपुर शहर का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह मंदिर चंडी माता को समर्पित है। मंदिर में माता की बहुत सुंदर प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यह मंदिर ललितपुर शहर में रेलवे स्टेशन के पास स्थित है। आप यहां पर आकर घूम सकते हैं।
देवगढ़ जैन मंदिर ललितपुर - Deogarh Jain Temple Lalitpur
देवगढ़ जैन मंदिर ललितपुर जिले का एक मुख्य पर्यटन स्थल है। यहां पर आपको प्राचीन मंदिर देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर जैन मंदिरों का बहुत बड़ा परिसर है, जिसमें बहुत सारे प्राचीन मंदिर बने हुए हैं। इन मंदिरों की देखरेख पुरातत्व विभाग के द्वारा की जाती है। यहां पर आपको म्यूजियम भी देखने के लिए मिलता है, जहां पर बहुत सारी मूर्तियों को रखा गया है। यह सभी जैन मंदिर गुप्त काल में बने हुए हैं।
देवगढ़ की पहाड़ी पर करीब 31 जैन मंदिर बने हुए हैं और दो हजार से ज्यादा मूर्तियां देखने के लिए मिलती है, जो पत्थर पर बनाई गई है। यहां पर दीवारों में सुंदर नक्काशी की गई है, जो देखने लायक है। आपको यहां पर हिंदू देवी देवताओं के मंदिर भी देखने के लिए मिलते हैं। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं और अपना बहुत अच्छा समय बिता सकते हैं। देवगढ़ पहाड़ी के पास से बेतवा नदी भी बहती है। बेतवा नदी के किनारे भी प्राचीन गुफाएं देखने के लिए मिलती है। यहां पर सिद्ध गुफाएं बनी हुई है, जो आप देख सकते हैं। यहां पर आप बेतवा नदी में बोटिंग का मजा भी ले सकते हैं। आपको यहां पर आकर बहुत अच्छा लगेगा।
दशावतार मंदिर ललितपुर - Dashavatar Temple Lalitpur
दशावतार मंदिर ललितपुर का एक प्रमुख ऐतिहासिक मंदिर है। यह मंदिर विष्णु भगवान जी को समर्पित है। मंदिर में विष्णु भगवान जी की बहुत ही सुंदर प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलता है। यह मंदिर छठवीं शताब्दी में बनाया गया है। यह मंदिर ललितपुर के देवगढ़ में बेतवा नदी के किनारे बना हुआ है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। इस मंदिर को दशावतार मंदिर इसलिए कहते हैं, क्योंकि मंदिर में विष्णु भगवान जी के 10 अवतारों वाली प्रतिमा देखने के लिए मिलती है, जो बहुत ही सुंदर लगती है।
दशावतार मंदिर का निर्माण विशाल पत्थरों से किया गया है। यह मंदिर एक ऊंचे मंडप पर बना है और पश्चिमाभिमुखी है। कला की दृष्टि से यह मंदिर बहुत ही सुंदर है। यहां पर विष्णु भगवान जी की बहुत ही सुंदर प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। मंदिर में प्रवेश के लिए एंट्री टिकट लगती है।
महावीर स्वामी अभ्यारण ललितपुर - Mahaveer Swami Sanctuary Lalitpur
महावीर स्वामी अभयारण्य ललितपुर का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यहां पर आपको बहुत सारे जंगली जानवर देखने के लिए मिल जाते हैं। यहां पर आपको नीलगाय, जंगली सूअर, जंगली हिरण, भालू, सियार, बंदर, लंगूर देखने के लिए मिल जाता है। यहां पर अगर आप रुकना चाहते हैं, तो उसकी भी सुविधा उपलब्ध है। यहां पर वन विभाग का विश्राम स्थल बना हुआ है, जहां पर आप ठहर सकते हैं। यह अभ्यारण ललितपुर रेंज के अंतर्गत आता है। यहां पर ऊंची ऊंची पहाड़ियां है और बेतवा नदी का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिल जाता है। यहां पर आप प्राचीन गुफाएं भी देख सकते हैं। यह जगह बहुत सुंदर है। आपको यहां पर आकर बहुत अच्छा लगेगा। यह ललितपुर जिले का पिकनिक स्पॉट है।
रणछोड़ जी मंदिर ललितपुर - Ranchod Ji Temple Lalitpur
रणछोड़ जी मंदिर ललितपुर का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर बेतवा नदी के किनारे बना हुआ है। यह मंदिर धौरा गांव के पास में बना हुआ है। आप यहां पर घूमने के लिए जा सकते हैं। यह मंदिर प्राचीन है। इस मंदिर में श्री कृष्ण जी की मूर्ति के दर्शन करने के लिए मिलते हैं, जो प्राचीन है। यहां पर आपको बेतवा नदी का सुंदर दृश्य भी देखने के लिए मिलता है। बेतवा नदी में आप बोटिंग का मजा ले सकते हैं। भगवान शंकर की यहां पर चौमुखी प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। यहां पर नव दुर्गा मंदिर बना हुआ है, जहां पर आप दुर्गा जी के दर्शन कर सकते हैं। मंदिर के गर्भगृह में भगवान विष्णु की चतुर्दशी प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। भगवान विष्णु गरुण के ऊपर विराजमान है। यहां पर उमा महेश्वरी की बहुत सुंदर प्रतिमा भी देखने के लिए मिलती है। यहां पर छोटे-छोटे मंदिर भी बने हुए हैं, जो प्राचीन है। आप यहां पर आकर इस जगह को देख सकते हैं। यह मध्यकालीन वास्तुकला का एक उत्कृष्ट नमूना है।
मुचकुंद गुफाएं ललितपुर - Muchkund Caves Lalitpur
मुचकुंद गुफा ललितपुर जिले का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह गुफा ललितपुर में घने जंगल के अंदर स्थित है। इस गुफा में आने के लिए ट्रैकिंग करनी पड़ती है। इस गुफा में आप रणछोड़ जी मंदिर से आ सकते हैं। रणछोड़ जी मंदिर से यह गुफा करीब 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और पूरा रास्ता जंगल से भरा हुआ है। आपको यहां पर ट्रैकिंग करने में बहुत मजा आएगा। यहां पर पहाड़ों पर सुंदर गुफाएं बनी हुई है।
कहा जाता है, श्री कृष्ण जी का कालयवन राक्षस से युद्ध हो रहा था। श्री कृष्ण जी रणभूमि छोड़कर भाग रहे थे और कालयवन श्री कृष्ण जी का पीछा कर रहा था। श्री कृष्ण जी गुफा में जाकर छुप गए। इस गुफा में मुचकुंद ऋषि गहरी निद्रा में सो रहे थे। भगवान श्री कृष्ण ने अपना पितांबर मुचकुंद ऋषि के ऊपर डाल दिया और छुप गए। कालयवन राक्षस आया और ऋषि मुचकुंद से अभद्र व्यवहार करने लगा, जिससे ऋषि मुचकुंद की आंख खुली और जलती रोशनी कालयवन राक्षस के ऊपर पड़ी और कालयवन राक्षस जलकर नष्ट हो गया। यह जगह मुचकुंद ऋषि के नाम से जानी जाती है और यहां पर आकर बहुत अच्छा लगता है। भगवान श्री कृष्ण रणभूमि छोड़कर भागे थे। इसलिए आपको यहां पर थोड़ी दूरी पर ही रणछोड़ मंदिर भी देखने के लिए मिलता है।
प्राचीन हिंदू मंदिर ललितपुर - Ancient Hindu Temple Lalitpur
प्राचीन हिंदू मंदिर ललितपुर का एक प्राचीन स्थल है। यह मंदिर ललितपुर में चांदपुर जहाजपुरा में स्थित है। यहां पर आपको बहुत सारे मंदिर देखने के लिए मिलते हैं। यह मंदिर करीब 1 से डेढ़ किलोमीटर के क्षेत्र में फैले हुए हैं। यहां पर प्राचीन विष्णु मंदिर देखने के लिए मिलता है, जो पूरी तरह पत्थर से बना हुआ है। वराह मंदिर देखने के लिए मिलता है, जिसमें वराह भगवान जी की प्रतिमा देखने के लिए मिलती है।
लक्ष्मी नारायण मंदिर देखने के लिए मिलता है, जो विष्णु भगवान जी को समर्पित है। यहां पर आपको प्राचीन बावड़ी भी देखने के लिए मिलती है। इनमें से बहुत सारे मंदिर खंडहर अवस्था में यहां पर मौजूद है। यहां पर सहस्त्र लिंगेश्वर मंदिर देखने के लिए मिलता है, जो शिव भगवान जी को समर्पित है। भंडारिया मंदिर देखने के लिए मिलता है, जो सुंदर है और लक्ष्मी नारायण भगवान जी को समर्पित है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर जैन मंदिर भी बने हुए हैं, जो आप देख सकते हैं। यहां पर श्री शांतिनाथ मंदिर बना हुआ है, जो प्राचीन है।
दुधाई मंदिर समूह ललितपुर - Dudhai Temple Group Lalitpur
दुधाई मंदिर समूह ललितपुर में स्थित एक प्राचीन मंदिर समूह है। यह मंदिर समूह ललितपुर जिले में दुधाई नाम के गांव में स्थित है। यहां पर आपको बहुत सारे मंदिर देखने के लिए मिलते हैं। कुछ मंदिर यहां पर खंडहर अवस्था में हैं और कुछ मंदिर अच्छी अवस्था में है। यहां पर आपको शिव, विष्णु और ब्रह्मा जी का मंदिर देखने के लिए मिलता है। इसके साथ-साथ यहां पर जैन मंदिर समूह भी देखने के लिए मिलता है। यहां पर चौसठ योगिनी मंदिर, काली मंदिर भी आप देख सकते हैं। यह मंदिर पूरी तरह पत्थरों से बने हुए हैं। मंदिर में बहुत सुंदर नक्काशी की गई है। मंदिर की छत दीवारें बहुत ही सुंदर है। आप यहां पर बाइक से घूमने के लिए आ सकते हैं। यह जगह दुधाई गांव से थोड़ी दूरी पर जंगल के अंदर स्थित है। दुधाई मंदिर समूह चंदेल राजाओं के द्वारा बनाए गए थे। यह मंदिर 9वी से 11 वीं शताब्दी के बीच बने हुए हैं। आप यहां पर घूमने आ सकते हैं।
पांडव कालीन मंदिर ललितपुर - Pandava Period Temple Lalitpur
पांडव कालीन मंदिर ललितपुर का एक प्राचीन मंदिर है। यह मंदिर घने जंगल के अंदर जामुनी नदी के किनारे बना हुआ है। यह मंदिर बहुत सुंदर है। चारों तरफ प्राकृतिक माहौल देखने के लिए मिलता है। यहां पर आने के लिए परोल गांव से आना पड़ता है। यहां पर आपको पैदल ट्रैकिंग करके आना पड़ता है, क्योंकि रास्ता जंगल का रहता है और उबड़ खाबड़ रहता है। यहां पर आकर बहुत अच्छा लगता है। यहां पर आपको शिव भगवान जी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर आपको श्री राधे कृष्ण जी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। आप यहां पर आकर अपना अच्छा समय बिता सकते हैं। यह जगह प्रकृति के करीब है, तो आपको बहुत अच्छा भी लगेगा।
राजघाट बांध ललितपुर - Rajghat Dam Lalitpur
राजघाट बांध ललितपुर का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह बांध बहुत बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है। यह बांध बेतवा नदी पर बना हुआ है। बांध के बाजू में ही सुंदर पार्क बना हुआ है, जहां पर तरह-तरह के पौधे लगाए गए हैं। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। बरसात में यहां पर बहुत सारे लोग घूमने के लिए आते हैं। इस बांध के, अगर आपको गेट का दृश्य देखना है। तो बांध के सामने से रोड जाती है। वहां से खड़े होकर बांध के गेट का दृश्य देख सकते हैं। बरसात में यह बांध बहुत सुंदर लगता है, क्योंकि इसके गेट खोले जाते हैं। अगर आप ललितपुर घूमने के लिए आते हैं, तो आपको इस बांध में घूमने के लिए भी जरूर आना चाहिए। यह ललितपुर जिले में घूमने वाली जगह है।
शहजाद बांध ललितपुर - Shahzad Dam Lalitpur
शहजाद बांध ललितपुर शहर का एक सुंदर स्थल है। यह एक बहुत बड़ा जलाशय है। यह जलाशय ललितपुर के बाहरी क्षेत्र में स्थित है। यह जलाशय 1992 में बनाया गया था। यह जलाशय शहजाद रिवर पर बना है। आप इस जलाशय में घूमने के लिए आ सकते हैं।
तालबेहट का किला - Talbehat Fort
तालबेहट का किला ललितपुर जिले का एक प्रसिद्ध किला है। तालबेहट ललितपुर जिले का एक छोटा सा नगर है। तालबेहट किले का निर्माण 1618 में भरत शाह के द्वारा किया गया था। तालबेहट का किला तालबेहट नगर में एक छोटी सी पहाड़ी के ऊपर बना है। यह किला राम सरोवर झील के किनारे बना हुआ है। तालबेहट का किला बहुत सुंदर है। इस किले से राम सरोवर झील का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है।
तालबेहट के किले को मर्दन सिंह का किला के नाम से भी जाना जाता है। यह किला बहुत ही सुंदर है। किले से मानसरोवर झील का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। इस झील को तालबेहट तालाब के नाम से भी जाना जाता है। यह तालाब बहुत बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है। इस किले मे आपको सुंदर छतरियां, ऊंचे ऊंचे बुर्ज और दीवारें, दरवाजे देखने के लिए मिलते हैं। इसका प्रवेश द्वार भी बहुत भव्य है। यहां पर आकर आप अपना अच्छा समय बिता सकते हैं। ज्यादातर किला खंडहर में बदल गया है। किले का कुछ हिस्सा ही अच्छा है और देखने लायक है। आप यहां पर आ कर अपना अच्छा समय बिता सकते हैं। तालबेहट के किले मे आपको तीन मंदिर देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर श्री हनुमान जी का, नरसिंह भगवान जी का और अंगद भगवान जी का मंदिर बना हुआ है। किले में जाने के लिए दो मुख्य दरवाजे हैं। यहां पर राजा मर्दन सिंह का राज हुआ करता था। उन्होंने 1847 की क्रांति में रानी दुर्गावती का अंग्रेजों के विरुद्ध साथ दिया था। यह ललितपुर जिले में घूमने की सबसे अच्छी जगह है।
हजारिया महादेव मंदिर ललितपुर - Hajariya mahadev mandir lalitpur
हजारिया महादेव मंदिर ललितपुर तालबेहट में स्थित एक धार्मिक स्थल है। यह मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है। यहां पर एक अद्भुत शिवलिंग के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। शिवलिंग में हजार छोटे-छोटे शिवलिंग बने हुए हैं। यह शिवलिंग बहुत ही सुंदर लगते हैं। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। यह मंदिर तालबेहट में, तालबेहट तालाब के किनारे बना हुआ है। यहां पर आकर आप सुंदर मंदिर को देख सकते हैं। यह ललितपुर जिले में घूमने लायक जगह है।
माताटीला डैम ललितपुर - Matatila Dam Lalitpur
माताटीला डैम ललितपुर जिले में तालबेहट नगर के पास में स्थित एक सुंदर बांध है। यह बांध बेतवा नदी पर बना हुआ है। यह बांध बहुत बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है। इस बांध के पास एक पार्क बना हुआ है, जिसे माताटीला पार्क कहा जाता है। यह जगह बहुत सुंदर है और प्राकृतिक सुंदरता से भरी हुई है। यहां पर बरसात में आना और समय बिताना बहुत अच्छा लगता है, क्योंकि बरसात में यहां पर चारों तरफ हरियाली होती है। डैम से थोड़ी ही दूरी पर मालिनी देवी मंदिर बना हुआ है, मंदिर भी बहुत सुंदर है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। यह मंदिर एक पहाड़ी पर बना हुआ है। यहां से आपको चारों तरफ का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिल जाता है। आप यहां पर आकर अच्छा समय बिता सकते हैं।
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