विदिशा जिला पुरातत्व संग्रहालय (विदिशा संग्रहालय ) - Vidisha District Archaeological Museum (vidisha museum)
विदिशा संग्रहालय विदिशा शहर का एक मुख्य स्थल है। विदिशा संग्रहालय विदिशा जिले में लायंस क्लब के सामने स्थित है। यहां पर आप लोगों को बहुत सारी मूर्तियां देखने के लिए मिलती है। यह मूर्तियां पत्थरों की बनी हुई है और बहुत ही सुंदर लगती हैं। यहां पर हम लोगों को विष्णु भगवान जी की मूर्ति बहुत ही सुंदर लगे। यहां पर विष्णु भगवान जी का वराह अवतार देखने के लिए मिला और यहां पर विष्णु भगवान जी शेष शैया में लेटे हुए थे। विदिशा संग्रहालय में बहुत सारी गैलरी है। इन गैलरी में अलग-अलग वस्तुओं का संग्रह करके रखा गया है। यहां पर आपको प्राचीन सिक्के एवं धातु के समान देखने के लिए मिल जाते हैं। यहां पर प्राचीन पत्थरों का भी संग्रह करके रखा गया है। विदिशा संग्रहालय में प्रवेश के लिए शुल्क लिया जाता है। यहां पर संग्रहालय भवन के अंदर और बाहर आपको बहुत सारी मूर्तियों का संग्रह देखने के लिए मिलेगा।
विदिशा म्यूजियम में हम लोग अपनी स्कूटी से आए थे। विदिशा संग्रहालय के परिसर में स्कूटी खड़ी करने के लिए, विदिशा संग्रहालय के अंदर पार्किंग के लिए अच्छी जगह है। यहां पर हमने स्कूटी खड़ी करी और उसके बाद हमने टिकट लिया। विदिशा संग्रहालय का टिकट का प्राइस बहुत कम है। यहां पर एक भारतीय व्यक्ति का 10 रूपए लगता है। अगर विदेशी व्यक्ति रहते हैं, तो 100 रूपए लगता है। फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी का चार्ज अलग लिया जाता है। यहां पर हम लोग विदिशा संग्रहालय भवन में घूमने के लिए गए। विदिशा संग्रहालय के प्रवेश द्वार के ठीक सामने ही एक बहुत बड़ी प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। यह प्रतिमा देखने में बहुत सुंदर लगती है। यह प्रतिमा शायद भगवान शिव जी की है। इस प्रतिमा में संग्रहालय के कर्मचारी फूल वगैरह चढ़ाते हैं।
फिर इसके बाद हम लोग एक गैलरी में गए। इस गैलरी में हिंदू देवी देवताओं की बहुत सारी प्रतिमाएं थी। यहां पर हम लोगों को उमा महेश्वर की प्रतिमा देखने के लिए मिली। यहां पर विष्णु भगवान जी की शेष शैया में लेटी हुई छोटे आकार की प्रतिमा थी। यहां पर और भी बहुत सारी प्रतिमा थी। यह गैलरी इतनी अच्छी नहीं थी। यहां पर प्रतिमाओं को रखने के लिए, जो स्टैंड था। वह भी अच्छा नहीं था। उसे दीमक खा गया था और नीचे फर्श भी अच्छी नहीं थी। इस गैलरी का मेंटेन अच्छी तरह से नहीं किया गया है। इस गैलरी में हम लोग देवी देवताओं की प्रतिमा देखने के लिए मिली।
फिर हम लोग यहां पर प्राचीन सिक्कों, पत्थरों, मूल्यवान वस्तुओं और शंख का संग्रह देखने के लिए मिला। यह पर धातु की वस्तु भी थी। इन सभी चीजों को कांच के बॉक्स में रखा गया था। इन सभी चीजों को देखने के लिए बाद, हम लोग एक अन्य गैलरी में गए। इस गैलरी में जैन मूर्तियां रखी गई थी। यहां पर भगवान आदिनाथ की बहुत बड़ी प्रतिमा देखने के लिए मिली, जो बहुत सुंदर लग रही थी।
जैन मूर्तियों को देखने के बाद, हम लोग संग्रहालय के बाहर आ गए। यहां पर एक गैलरी और बनी थी। मगर हम लोग वह नहीं गए। क्योंकि यहां पर बहुत ज्यादा धूप थी और हम लोग बाहर आ गए। बाहर हम लोगों को गार्डन में बहुत सारी मूर्ति देखने के लिए मिली, जो बहुत सुंदर थी। यहां पर हम लोग को विष्णु भगवान जी की वराह अवतार की मूर्ति देखने के लिए मिली। यह मूर्ति पशु अवतार में थी। यह मूर्ति बहुत सुंदर लग रही थी। यह मूर्ति 10 सदी की थी। इस मूर्ति में नाग देवता और पृथ्वी देवी को भी दिखाया गया है। इस पूरी मूर्ति में देवी देवताओं को उकेरकर बनाया गया था।
संग्रहालय भवन के बाहर हम लोगों को और भी मूर्तियां देखने के लिए मिली। यहां पर हम लोगों को हनुमान जी की 12 वीं शताब्दी की मूर्ति देखने के लिए मिले। यहां पर विष्णु भगवान जी की शेष शैया में लेटी हुई प्रतिमा देखने मिली, जो 10 वीं शताब्दी की थी। यहां पर तांडव नृत्य करते हुए शिव की प्रतिमा भी देखने के लिए मिलती है। यहां पर स्तंभ बने हुए थे, जिनमें बहुत सारी मूर्तियों को बनाया गया था। इसमें नाचते गाते हुए लोग दिखाए गए हैं। यहां पर नागकन्या की प्रतिमा देखने मिली। यहां पर बुद्ध भगवान जी की प्रतिमा देखने के लिए मिली, जो आठवीं सदी की थी। यहां पर सूर्य देव की भी प्रतिमा देखने के लिए मिली। यहां पर आपको नागराज की भी प्रतिमा देखने के लिए मिलेगी। यहां दो नागराज एक दूसरे से लिपटे हुए हैं और यह प्रतिमा बहुत सुंदर लगती है। गणेश जी की प्रतिमा भी यहां पर देखने के लिए मिलती है, जो बहुत सुंदर लगती है। यहां चतुर्भुजी शिव की प्रतिमा भी देखने के लिए मिलती है।
इन सभी प्रतिमाओं को देखने के बाद, हम लोग संग्रहालय के बाहर आ गए। संग्रहालय के बाहर आपको विदिशा शहर में, आप कहां कहां पर घूमने जा सकते हैं। इसकी भी जानकारी दी हुई है। यहां पर एक बोर्ड में इन सभी जगहों के बारे में लिखा हुआ है। विदिशा संग्रहालय बहुत अच्छा है और आपको यहां पर ढेर सारी मूर्तियां देखने के लिए मिलेगी और इनकी जानकारी भी मिलेगी। आप यहां पर घूमने के लिए जा सकते हैं।
विदिशा संग्रहालय के खुलने का समय सुबह 10 बजे से शाम के 5 बजे तक है और सोमवार के दिन यह संग्रहालय बंद रहता है और किसी भी सरकारी छुट्टी के दिन यह संग्रहालय बंद रहता है।
विदिशा संग्रहालय कहां पर स्थित है - Where is Vidisha Museum located?
विदिशा संग्रहालय विदिशा शहर का एक प्रसिद्ध जगह है और यहां पर आप घूमने के लिए जा सकते हैं। विदिशा संग्रहालय विदिशा शहर में लायंस क्लब के सामने स्थित है। विदिशा संग्रहालय रेलवे स्टेशन के बहुत करीब है। आप यहां पर पैदल भी घूमने के लिए जा सकते हैं। आप यहां पर गाड़ी और कार से आराम से पहुंच सकते हैं। यहां पर पार्किंग की सुविधा मौजूद है, और मुफ्त है।
विदिशा संग्रहालय की फोटो - Photo of Vidisha Museum
विष्णु जी की प्रतिमा |
गरुड़ासीन विष्णु प्रतिमा |
जिला संग्रहालय विदिशा |
विदिशा का धार्मिक स्थल चरण तीर्थ
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