चरण तीर्थ मंदिर एवं घाट विदिशा मध्य प्रदेश - Charan Teerth Temple and Ghat Vidisha Madhya Pradesh
चरण तीर्थ विदिशा शहर की एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। चरण तीर्थ बेतवा नदी के बीच में स्थित एक टापू है। इस टापू में शंकर जी का प्राचीन मंदिर देखने के लिए मिलता है। यहां पर दो मंदिर बने हुए हैं। दोनों ही मंदिर बहुत सुंदर है। इन मंदिरों के बारे में कहा जाता है, कि यह मंदिर बहुत प्राचीन है और इस मंदिर का आकार शंकर जी की पिंडी के आकार के समान है। इस जगह के बारे में यह भी कहा जाता है, कि यहां पर श्री राम जी के चरण पड़े थे। इसलिए इस जगह को चरण तीर्थ के नाम से जाना जाता है। यहां पर आपको श्री राम जी की चरण पादुका भी देखने के लिए मिलेगी। यह जगह बहुत सुंदर है। यह बहुत बड़ा टापू है और यहां पर पेड़ पौधे भी लगे हुए हैं। यहां पर लोग नहाने का मजा भी लेते हैं। यहां पर बेतवा नदी का बहुत सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है।
चरण तीर्थ शनि देव मंदिर के आगे स्थित है। हम लोग यहां पर अपनी स्कूटी से गए थे। यहां पर मुक्तिधाम भी बना हुआ है। जहां पर लोगों का अंतिम संस्कार किया जाता है। हम लोगों ने यहां पर अपनी गाड़ी खड़ी की। चरण तीर्थ में हम लोग पैदल गए। यहां पर बेतवा नदी पर पुल बना हुआ है। इस पुल के द्वारा हम चरण तीर्थ तक पहुंच सकते हैं। यहां पर हम शंकर जी के पहला मंदिर में घूमने के लिए गए। यह मंदिर बहुत ही सुंदर था और एक ऊंचे मंडप पर बना हुआ था। मंदिर में जाने के लिए सीढ़ियां बनी हुई थी। सीढ़ियों के दोनों तरफ दो दीपस्तंभ रखे हुए थे। यह बहुत सुंदर लग रहे थे। इस मंदिर का डिजाइन बहुत ही सुंदर था और यह देखने में बहुत ही सुंदर लग रहा था। गर्भ ग्रह में शंकर जी का शिवलिंग विराजमान था, जो बहुत ही आकर्षक लग रहा था। यहां से आपको बेतवा नदी का सुंदर दृश्य भी देखने के लिए मिल जाएगा। इसी टापू में एक प्राचीन स्मारक भी देखने के लिए मिलता है। यह स्मारक यहां पर खंडहर अवस्था में है।
हम लोग शिवजी का पहला मंदिर घूमने के बाद, शिवजी के दूसरे मंदिर में घूमने के लिए गए। दूसरे मंदिर में बेतवा नदी का बहुत सुंदर बहाव देखने के लिए मिलता है। यहां पर बहुत सारे लोग बेतवा नदी में नहाने का मजा ले रहे थे। यहां पर पूरे पुरुष लोग ही थे, जो नहा रहे थे। हम लोग मंदिर के ऊपर गए। यह मंदिर भी बहुत सुंदर है और गर्भ ग्रह में शिवलिंग विराजमान है। यहां पर बाहर आपको राम जी के चरण चिन्ह देखने के लिए मिलते हैं। इस मंदिर के बाहर परिसर से देखेंगे, तो आपको शिव जी की पिंडी के आकार का देखने के लिए मिलता है। यहां के पंडित जी से हमारी बात हुई और उन्होंने हम लोगों को इस मंदिर के बारे में बहुत सारी जानकारी दी। इस मंदिर का निर्माण 10 वीं शताब्दी में हुआ है और यह मंदिर बहुत पुराना है और यहां के जो भी राजा रहे थे, उन्होंने इस मंदिर का निर्माण करवाया है।
पंडित जी से बात करने के बाद, हम लोग नीचे आए। तो नीचे हम लोगों को कुछ प्राचीन मूर्तियां देखने के लिए मिले। यहां पर जब बेतवा नदी में पानी बढ़ता है, तो पानी इस टापू तक भी आ जाता है। यहां पर मिट्टी जम गई थी, जो इतनी कठोर थी, कि टूट नहीं रही थी और यह मिट्टी बिल्कुल बारीक मिट्टी थी। हम लोगों ने प्राचीन मूर्तियों को देखा और बेतवा नदी के दूसरी तरफ, इस टापू के दूसरी तरफ एक और मंदिर था। आप वहां पर भी जाना चाहते हैं, तो जा सकते हैं। वहा पर जाने के लिए पुल बना हुआ है, जिसके माध्यम से आप बेतवा नदी के दूसरी तरफ जाकर उस मंदिर में भी घूम सकते हैं। यहां पर हम लोग कुछ देर तक रहे। यहां पर हम लोगों को मोर की आवाज भी सुनाई दी थी। मगर मोर दिखाई नहीं दिया। यह टापू बहुत बड़ा है, तो यहां पर मोर भी रहते होंगे। यहां पर अच्छा लगता है और आप जब भी विदिशा आते हैं, तो यहां पर भी आप आकर घूम सकते हैं।
चरण तीर्थ कहां स्थित है - Where is Charan Tirtha situated?
चरण तीर्थ विदिशा शहर का एक मुख्य धार्मिक स्थल है। चरण तीर्थ विदिशा अशोकनगर हाईवे सड़क पर स्थित है। यह बेतवा नदी पर स्थित है। आप इस जगह पर आराम से जा सकते हैं। यहां पर आपकी कार और बाइक जा सकती है। यह पर पार्किंग के लिए भी अच्छी जगह है। यहां पर आकर अच्छा लगता है।
चरण तीर्थ विदिशा की फोटो - Photos of Charan Tirtha Vidisha
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चरण तीर्थ विदिशा |
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बेतवा नदी का पुल |
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चरण तीर्थ में बना हुआ खंडहर |
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बेतवा नदी का सुंदर नजारा |
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राम जी की चरण चिन्ह |
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चरण तीर्थ मंदिर |
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चरण तीर्थ टापू |
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