राजस्थान का भूतिया गांव - कुलधरा गांव (कुलधरा विलेज) - Ghost Village of Rajasthan - Kuldhara Village
भारत में बहुत सारी भूतिया जगह है। इन भूतिया जगह में कुलधरा गांव का नाम भी शामिल है। कुलधरा जैसलमेर शहर का एक प्रसिद्ध स्थान है। इस जगह को भूतिया जगह के नाम से जाना जाता है। कुलधरा एक गांव है और इसे भूतिया गांव कहते हैं। इस गांव के बारे में कहा जाता है कि यहां पर भूत रहा करते हैं और इसी विशेषता के कारण यह गांव पूरे देश में प्रसिद्ध है। यहां पर बहुत सारे पर्यटक घूमने के लिए आते हैं। यहां पर दिन के समय तो सभी चीजें बहुत अच्छी लगती हैं। अब रात के समय का हम लोगों को पता नहीं है। हम लोग इस जगह पर दिन के समय गए और हमें यहां पर हर चीज नॉर्मल लगी थी और यहां पर हम लोगों को पुराने टूटे हुए खंडहर होते हुए घर देखने के लिए मिले।
कुलधरा गांव बहुत बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है। हम लोग अपनी जैसलमेर यात्रा में सबसे पहले कुलधरा गांव में ही घूमने के लिए गए थे। हम लोग जैसलमेर डेजर्ट सफारी की तरफ जा रहे थे, तो हम लोगों को कुलधरा गांव भी घूमने का मौका मिला और हम लोग इस गांव में गए थे। कुलधरा गांव जैसलमेर से करीब 18 किलोमीटर दूर है। कुलधरा गांव को भारत की सबसे भूतिया जगह में से एक माना जाता है। कुलधरा गांव को अलग-अलग नामों से जाना जाता है जैसे इसे श्रापित भूतिया गांव, श्रापित गांव, भूतों का गांव, भुतहा गांवए प्रेतवाधित गांव, रहस्यमई गांव, हांटेड विलेज ऐसे बहुत सारे नामों से इस गांव को जाना जाता है।
हम लोग जैसलमेर डेजर्ट सफारी में जाने के लिए गाड़ी बुकिंग किए थे और हम लोग कुलधरा गांव भी इसी गाड़ी से घूमने के लिए गए थे। कुलधरा गांव जाते समय हमें रेत के बड़े-बड़े टीले देखने के लिए मिले। हम लोग कुलधरा गांव पहुंचे, तो हम लोगों को सबसे पहले एंट्री टिकट लेनी पड़े। एंट्री टिकट लेने के बाद हम लोग इस गांव में प्रवेश किए हैं। यहां पर सबसे पहले कैक्टस गार्डन देखने के लिए मिलता है। उसके बाद यहां पर हम लोग गाड़ी खड़ी कर दिये। यहां पर एक छोटा सा कैंटीन भी था। यह कैंटीन एक वैन में था। यहां पर बहुत सारे पर्यटक घूमने के लिए आते हैं। यहां पर आसपास कोई भी दुकान नहीं है। यहां पर आपको कुलधरा एंट्री गेट के अंदर ही एक छोटा सा कैंटीन देखने के लिए मिल जाता है और वहां से आप अपने खाने पीने के लिए सामान ले सकते हैं। यहां पर हम लोगों को कुत्तों को बच्चे देखने के लिए मिले। यहां पर जो कुत्ते के बच्चे थे। वह बहुत ही क्यूट लग रहे थे और हम लोग तो उन्हें खिलाने लगे और हम लोगों को उनके साथ बहुत मजा आया। बहुत ज्यादा फ्रेंडली थी। उसके बाद हम लोग कुलधरा गांव में घूमने के लिए गए।
हम लोग कुलधरा गांव की तरफ घूमने के लिए चल दिए। यहां पर रास्ते में हम लोगों को एक बहुत बड़ा पत्थर देखने के लिए मिला। जिस पर कुलधरा गांव के बारे में जानकारी लिखी हुई थी और इसमें कुलधरा गांव का नक्शा भी बना हुआ था। हम लोगों ने इस पत्थर के साथ फोटो खिंचवाई। उसके बाद हम लोग कुलधरा गांव की तरफ चल दिए। कुलधरा गांव में बहुत सारे नए नए मकान बना दिए गए हैं, ताकि पर्यटक इन से आकर्षित हुए। यहां पर आपको मिट्टी के बने हुए घर देखने के लिए मिल जाएंगे। हम लोगों को इस जगह पर अच्छा लगा। हम लोगों ने यहां पर मिट्टी के घरों के ऊपर चढ़कर फोटो खिंचवाई। उसके साथ-साथ यहां पर, जो घर खंडहर में बदल चुके हैं। उन घरों में भी हम लोग गए और फोटो खिंचवाई। कुलधरा के जो पुराने घर है। वह पत्थर के बने हुए हैं और जो अभी नए बनाए गए हैं। वह मिट्टी के बने हुए हैं। हम लोगों को यहां पर एक पुराना मंदिर भी देखने के लिए मिला। यह मंदिर शंकर भगवान जी का था। यह मंदिर बहुत पुराना था और देखने में बहुत ही अच्छा लग रहा था।
कुलधरा का यह मंदिर पत्थर का बना हुआ है और इस मंदिर की दीवारों में सुंदर नक्काशी की गई है। यहां पर जो स्तंभ बने हुए हैं, उसमें भी आपको सुंदर नाक्कशी देखने के लिए मिल जाती है। इस मंदिर में अभी किसी भी देवी देवता की स्थापना नहीं की गई है। मगर यह मंदिर बहुत सुंदर लगता है। इसके अलावा यहां पर आपको छत्री भी देखने के लिए मिलती है, जो अभी नई बनाई गई है। यहां पर राजस्थान सरकार के द्वारा बहुत सारी चीजों का निर्माण किया गया है। यहां पर एक रेस्टोरेंट भी बनाया गया है। मगर जब हम लोग यहां पर घूमने के लिए गए थे। रेस्टोरेंट्स ओपन नहीं था। हम लोगों ने पूरा कुलधरा गांव घुमा और यहां पर बहुत अच्छा समय बिताया। यहां पर दिन के समय हम लोगों को बहुत अच्छा लगा और रात के समय का हम लोगों को पता नहीं है, कि यहां पर क्या होता है, क्या नहीं। मगर दिन के समय यहां पर बहुत अच्छा लगता है और यहां पर आकर हम लोगों ने बहुत सारे फोटोग्राफी लिए और दूर-दूर तक आपको यहां पर खंडहर मकान देखने के लिए मिलते हैं।
कुलधरा गांव की हकीकत के बारे में हम लोगों को पता नहीं, कि यहां पर सही में भूत रहते हैं, कि नहीं रहते हैं। मगर आप यहां पर घूमने के लिए जरूर आ सकते हैं। यहां पर बहुत अच्छा लगता है और आपको यहां पर आकर एक नया अनुभव भी मिलेगा। मैंने यूट्यूब में बहुत सारे वीडियो देखी हूं, जिसमें लोग रात को इस जगह में आते हैं। मगर रात में इस तरह की जगह में आना रिस्की हो सकता है। इसलिए मेरे हिसाब से इस तरह की प्रयोग नहीं करना चाहिए और दिन में आप इस जगह में आकर घूम सकते हैं और वह लीगल भी है, तो आप इस जगह में आकर एंजॉय कर सकते हैं।
कुलधरा गांव को मूवी और फिल्मों में प्रयोग
कुलधरा गांव को बहुत सारी मूवी में दिखाया गया है। कुलधरा गांव एक हॉन्टेड जगह है, जिसके कारण और यहां का जो दृश्य है। वह भी देखने में हॉन्टेड लगता है। इसलिए बहुत सारी फिल्मों में इस जगह को लिया जाता है। आपने कालो नाम की एक पिक्चर देखी होगी, जिसमें एक चुड़ैल रहती है और वह एक बच्ची को मारना चाहती है। इस मूवी का बहुत सारा दृश्य आपको इस गांव का ही देखने के लिए मिलता है। इस मूवी में कुलधरा गांव के सीन को दिखाया गया है और यह मूवी देखने में डरावनी लगती है। आप रात में कभी यह मूवी देखना। इसके अलावा बहुत सारी फिल्मों में कुलधरा गांव को इस्तेमाल किया गया है।
कुलधरा गांव में देखने लायक जगह - Places to see in kuldhara village
पालीवाल घरों के मॉडल
संग्रहालय
कैफिटेरिया
मंदिर
पुराने घर
कैक्टस गार्डन
कुलधरा गांव का इतिहास या कुलधरा गांव की कहानी - History of Kuldhara Village or Story of Kuldhara Village
लोक कथाओं के अनुसार कुलधरा पालीवाल ब्राह्मणों का एक प्राचीन गांव था, जो पाली क्षेत्र से था। उन्होंने कुलधरा के चारों ओर 84 गांव का निर्माण किया। तथपि जैसलमेर राज्य के एक शक्तिशाली मंत्री सलीम सिंह के उत्पीड़न और भूकंप और सूखे जैसे कारणों की वजह से उन्हें रातोंरात गांव छोड़ना पड़ा। 19वीं शताब्दी के शुरुआती दिनों तक गांव खाली हो गया। कुलधरा के बारे में यह जानकारी, वहां पर एक पत्थर पर लिखी हुई थी।
कुलधरा गांव के बारे में एक और रहस्यमई कहानी प्रसिद्ध है, जो यहां के लोगों के द्वारा बताई जाती है। यहां पर पालीवाल ब्राह्मण रहते थे। पालीवाल ब्राह्मण का मुखिया की बेटी बहुत ही सुंदर थी। जैसलमेर के मंत्री सलीम सिंह की नजर मुखिया की बेटी पर पड़ी और वह मुखिया की बेटी के पीछे पड़ गया। मंत्री सलीम सिंह मुखिया की बेटी से शादी करने की जिद करने लगा। पालीवाल ब्राह्मणों ने मंत्री सलीम सिंह को बहुत समझाया मगर मंत्री सलीम सिंह समझने को तैयार नहीं था। उसने पालीवाल ब्राह्मणों को धमकी दी कि वह मंत्री सलीम सिंह की बात मान ले नहीं, तो वह इस गांव का नाश कर देगा। पालीवाल ब्राह्मणों ने मंत्री सलीम सिंह से तंग आकर इस गांव को छोड़ने का फैसला किया और एक रात में ही इस गांव को सभी लोग छोड़ कर चले गए। जाते समय उन्होंने इस गांव को श्राप देकर गए, कि यह गांव दोबारा कभी नहीं बसेगा और आज तक यह गांव खाली है। यह गांव दोबारा नहीं बसा।
कुलधरा गांव की एंट्री फीस - Kuldhara village entrance fee
कुलधरा गांव में प्रवेश के लिए शुल्क लिया जाता है। आप जैसे ही यहां पर पहुंचते हैं। यहां पर आपको बड़ा सा प्रवेशद्वार देखने के लिए मिलता है, जहां पर आप से 20 रूपए एक पैसेंजर का लिया जाता है और 50 रूपए गाड़ी का चार्ज लिया जाता है। विदेशियों के लिए यह चार्ज अलग रहता है।
कुलधरा गांव की फोटो - Images of kuldhara village
कुलधरा गांव की जानकारी एवं नक्शा |
कुलधरा गांव में बना हुआ नया मिट्टी का घर |
कुलधरा गांव में बनी हुई छतरी |
कुलधरा गांव के पुराने घर |
कुलधरा गांव के मंदिर में बनी दीवार पर की गई नक्काशी |
खिड़की का दृश्य |
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