धुबेला झील, मऊ सहानिया, छतरपुर - Dhubela Jheel, Mau sahaniya, Chhatarpur
धुबेला झील छतरपुर का एक प्रसिद्ध जगह है। यहां पर आपको एक बहुत बड़ी झील देखने के लिए मिलती है। यह झील बहुत बड़े एरिया में फैली हुई है। यह झील छतरपुर के मऊ सहानिया में स्थित है। यह झील पहाड़ी के किनारे स्थित है। इस झील के किनारे बहुत सारे प्राचीन स्थल देखने के लिए मिल जाते हैं। आप छतरपुर के मऊ सहानिया में बहुत ही आराम से पहुंच सकते हैं। आप यहां पर गाड़ी से या बस से आ सकते हैं। इस जगह पर बहुत सारे प्राचीन स्मारक देखने के लिए मिलते हैं, जिनमे से धुबेला झील भी एक है।
धुबेला झील में घूमने के लिए हम लोग अपनी गाड़ी से आए थे। हम लोग की स्कूटी से इस झील के पास में बने कमलापति समाधि में घूमने के लिए गए थे। इस झील के चारों तरफ पेड़ पौधे लगे हुए हैं। इस झील के एक तरफ ऊंची पहाड़ी देखने के लिए मिलती है। इस पहाड़ी पर गौरैया माता का मंदिर बना हुआ है। इस झील में गौरैया माता के मंदिर के आगे आपको बैठने के लिए एक जगह देखने के लिए मिलती है। यहां पर बैठने के लिए सीमेंटेड चेयर बनाई गई है, जहां से आप झील के सुंदर दृश्य को देख सकते हैं।
धुबेला झील प्राचीन झील है। इस झील का निर्माण राजा छत्रसाल के समय में किया गया था। महाराजा छत्रसाल म्यूजियम धुबेला झील के पास में ही स्थित है। यह छत्रसाल महाराज का निवास स्थान भी रहा है। इसे धुबेला किला के नाम से भी जाना जाता है। धुबेला झील के किनारे आपको प्राचीन निर्माण भी देखने के लिए मिलता है। धुबेला झील के किनारे से रानी कमलापति की समाधि जाने का रास्ता बना हुआ है। झील के पास आपको घाट भी देखने के लिए मिलता है, जिससे आप झील के करीब जा सकते हैं। यह झील छतरपुर झांसी हाईवे सड़क पर स्थित है। आप इस झील पर बहुत आसानी से पहुंच सकते हैं। यह झील बरसात के समय बहुत ही सुंदर लगती है, क्योंकि बरसात के समय इस झील में पानी भर जाता है और झील के चारों तरफ जो पेड़ पौधे हैं, उनमें हरियाली देखने के लिए मिलती है। इसलिए बरसात के समय आप यहां आते हैं, तो आपको झील का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिल जाता है। आप यहां पर अपनी फैमिली और दोस्तों के साथ घूमने के लिए आ सकते हैं।
धुबेला झील छतरपुर की फोटो - Photo of Dhubela lake Chhatarpur
महाराजा छत्रसाल की समाधि छतरपुर
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