महाराजा छत्रसाल की समाधि या महाराजा छत्रसाल का मकबरा मऊ सहानिया छतरपुर - Cenotaph of Maharaja Chhatrasal or the tomb of Maharaja Chhatrasal, Mau Sahania, Chhatarpur
महाराजा छत्रसाल का मकबरा या समाधि छतरपुर का एक प्रसिद्ध स्थल है। यहां पर आपको एक सुंदर इमारत देखने के लिए मिलती है। यह इमारत ऐतिहासिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है और वास्तुकला में भी यह इमारत बहुत सुंदर लगती है। यह मकबरा धुबेला झील के किनारे ही बनी हुई है। यहां पर आप बहुत आसानी से पहुंच सकते हैं। छत्रसाल का मकबरा ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ है। इस मकबरे में पहुंचने के लिए सीढ़ियां बनी हुई है। महाराजा छत्रसाल के मकबरे का डिजाइन कुछ अलग प्रकार का है। इस मकबरे के बीच में एक बड़ा सा गुंबद बना हुआ है। यह बड़ा सा गुंबद छोटे-छोटे 12 गुंबद से घिरा हुआ है। इन 12 गुंबद में आपको खिड़कियां देखने के लिए मिल जाती हैं, जिनसे आप चारों तरफ के दृश्य को भी देख सकते हैं। यह मकबरा दो मंजिला है। आप इस मकबरे के ऊपर वाली मंजिल में भी जा सकते हैं और झील का सुंदर नजारे को देख सकते हैं।
महाराजा छत्रसाल का मकबरा यहां पर ग्रामीण क्षेत्र के पास ही में स्थित है। इस मकबरे में आप अपनी गाड़ी से या कार से आराम से पहुंच सकते हैं। यहां आने के लिए अच्छी सड़क मिल जाती है। यहां पर आपको प्राचीन कृष्ण जी का मंदिर भी देखने के लिए मिलता है। यह मंदिर मकबरे के पास ही में बना हुआ है। कहा जाता है, कि यहां पर महाराजा छत्रसाल इस मंदिर में ध्यान किया करते थे। आप इस मंदिर में भी घूमने के लिए जा सकते हैं। इस मकबरे में आप आते हैं। मकबरे में गेट लगा हुआ है। गेट के अंदर आप जाते हैं, तो आपको सीढ़ियों से ऊपर जाना रहता है। आप मकबरे में प्रवेश करते हैं, तो मकबरे के बीच में समाधि बनी हुई है और चारों तरफ जालीदार खिड़कियां लगी हुई है, जो बहुत सुंदर लगती हैं।
महाराजा छत्रसाल के मकबरे के अंदर एक व्यक्ति बैठे रहते हैं, जो आपकी इंफॉर्मेशन लेते हैं, कि आप कहां से आए हैं, क्यों आए हैं और कितने बजे आए हैं, आपका मोबाइल नंबर, यह सारी जानकारी वह आपसे लेते हैं। उसके बाद आप इस मकबरे में घूम सकते हैं। यह मकबरा बहुत सुंदर है और बहुत अच्छा लगता है। मकबरे के ऊपरी सिरे से आप दूर दूर तक का दृश्य देख सकते हैं। यह जगह बरसात के समय बहुत सुंदर लगती है, क्योंकि यहां पर झील और पहाड़ियों का सुंदर दृश्य मन मोह लेता है। बरसात के समय यहां पर हरियाली छाई रहती है चारों तरफ और बहुत मजा आता है।
महाराजा छत्रसाल की समाधि कहां स्थित है - Where is the tomb of Maharaja Chhatrasal located?
महाराजा छत्रसाल की समाधि स्थल छतरपुर का एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थल है। राजा छत्रसाल की समाधि छतरपुर के मऊ सहानिया में स्थित है। राजा छत्रसाल की समाधि धुबेला झील के पास स्थित है। मऊ सहानिया छतरपुर झांसी हाईवे सड़क पर पड़ता है। मऊ सहानिया छतरपुर से 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। आप यहां पर आराम से आ सकते हैं। आप यहां पर अपनी कार या गाड़ी से पहुंच सकते हैं। समाधि स्थल पर तक पहुंचने के लिए अच्छी सड़क बनी हुई है।
महाराजा छत्रसाल की समाधि की फोटो - Photo of Maharaja Chhatrasal's Samadhi
महाराजा हृदय शाह का महल छतरपुर
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