बांदकपुर का मंदिर और बांदकपुर का मेला - Bandakpur ka Mandir aur Bandakpur ka Mela
बांदकपुर शिवजी का एक प्रसिद्ध मंदिर है। बांदकपुर मंदिर दमोह जिले में स्थित है और बांदकपुर दमोह जिले से करीब 18 किलोमीटर दूर है। यह मंदिर बहुत प्रसिद्ध है और इस मंदिर में चमत्कार होते हैं। इसलिए इस मंदिर में भक्तों की भीड़ महाशिवरात्रि के दिन उमड़ पड़ती है। हम लोग भी इस मंदिर में महाशिवरात्रि के दिन आए थे। हम लोगों को इस मंदिर में बांदकपुर का मेला देखने के लिए मिला। बांदकपुर का मेला भी बहुत प्रसिद्ध है। यहां पर दूर-दूर से लोग आते हैं, जो इस मेले में आकर सामान बेचते हैं।
बांदकपुर का मेला महाशिवरात्रि और सावन सोमवार के समय लगता है। यह मेला बहुत विशाल होता है और इस मेले में असंख्य संख्या में लोग आते हैं। इस मेले में तरह-तरह की दुकान देखने के लिए मिल जाती है। इस मेले में भंडारा भी खाने के लिए मिलता है। हम लोग महाशिवरात्रि के दिन मेले में घूमने के लिए गए थे। मेले में हम लोगों के गाड़ी को एक बड़े से ग्राउंड में खड़ी करवा दी गई थी और उसके बाद हम लोगों को पैदल चलना था। यहां पर बहुत सारी पुलिस भी लगी थी। लोगों को काबू करने के लिए, क्योंकि यहां पर बहुत ज्यादा संख्या में लोग आते हैं।
बांदकपुर मेले में बांदकपुर धाम के पास में ही एक बड़ा सा ग्राउंड बना हुआ है। इस ग्राउंड में छोटे-छोटे प्लेटफार्म बने हुए हैं। इन प्लेटफार्म में दुकानें लगी थी। इन प्लेटफार्म में बहुत सारे लोग अपना सामान रखकर रुके भी थे। यहां पर टेंट लगा हुआ था और लोग यहां पर रुके हुए थे। इन प्लेटफार्म के में आसपास भी बहुत सारी दुकानें लगी थी।
बांदकपुर धाम पर बहुत सारे झूले लगे थे। झूले वैसे मुझे बहुत पसंद है। मगर हम लोग हम लोगों को मंदिर में ही बहुत टाइम हो गया था, क्योंकि मंदिर में लाइन लगी थी। जिसके कारण हम लोग झूले वाली जगह नहीं गए। मंदिर के आसपास आपको बहुत सारी दुकानें देखने के लिए मिल जाती हैं। यहां पर आपको फल, सब्जियां, मिठाई की दुकान, देखने के लिए मिल जाएगी। मंदिर के पास बहुत सारी प्रसादओं की दुकान लगी हुई है। इसके अलावा यहां पर चूड़ी, कंगन, खिलौने, लॉकेट, हार की दुकानें भी देखने के लिए मिल जाती है। वैसे यह दुकान साल भर लगी रहती हैं। मगर मेलों के समय इन दुकानों की एक अलग बात होती है।
बांदकपुर धाम में बहुत भीड़ थी। बांदकपुर धाम में हम लोगों ने, जहां से प्रसाद लिया था। हम लोगों ने अपनी चप्पल भी वही उतार दी थी, क्योंकि यहां पर चप्पल को रखने की कहीं पर भी जगह नहीं थी। यहां पर बहुत सारे लोग अपनी चप्पल दुकानों के बाहर ही उतार कर चले गए थे। हम लोग ने अपना बैग भी दुकान के पास ही में रख दिया था और दुकान वाले को बता दिया था। हम लोग लाइन में लग गए। बांदकपुर मंदिर के बाहर ही एक टेंट लगा हुआ था। जिसमें टीवी में बांदकपुर धाम के मंदिर के शिव भगवान के दर्शन कर सकते थे। यहां पर सीसीटीवी कैमरा के द्वारा भगवान के दर्शन बाहर ही कर सकते थे। यहां पर उनका लाइव दर्शन हो रहा था। मुख्य मंदिर के बाहर आपको बहुत सारे फल वालों की दुकान भी मिल जाती है। आप यहां से फल वगैरा ले सकते हैं क्योंकि महाशिवरात्रि के दिन बहुत सारे लोग उपवास रहते हैं और बहुत सारे लोग बहुत दूर.दूर से आते हैं। इसलिए यहां पर आकर फल वगैरा खरीद सकते हैं और खा सकते हैं।हम लोगों को मंदिर में आकर बहुत अच्छा लगा और यहां का विशाल मेला भी बहुत अच्छा था।
बांदकपुर मंदिर की फोटो
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