घोषिताराम विहार स्थल कौशांबी - Ghositaram Vihar site Kaushambi / Kaushambi travel / Kaushambi Fort
घोषिताराम विहार स्थल कौशांबी एक प्राचीन स्थल है। यह एक भारतीय सर्वेक्षण स्थल है। यहां पर आपको प्राचीन अवशेष देखने के लिए मिलते हैं। यह जगह इसलिए प्रसिद्ध है, क्योंकि इस जगह भगवान बुद्ध अपने अनुयायियों के साथ आए थे और उन्होंने ने यहां पर प्रवचन दिया था। यहां पर बुद्ध भगवान काफी समय तक रहे थे। यह चैत्य एवं विहार दोनों था।
हम लोग अशोक स्तंभ स्थल घूमने के बाद, घोषिताराम विहार स्थल की तरफ जाने के लिए पैदल चल पड़े। घोषितराम विहार स्थल अशोक स्तंभ स्थल से करीब एक से डेढ़ किलोमीटर दूर होगा। पैदल रास्ता था और इस रास्ते में आपको ज्यादा भीड़ देखने के लिए नहीं मिलेगी। इक्का-दुक्का गाड़ी ही आपको यहां पर देखने के लिए मिल जाएगी। यहां पर हम लोगों को घोड़े देखने के लिए मिले, जो बड़े-बड़े मैदानों पर घास चर रहे थे। हम लोग पैदल पैदल घोषिताराम विहार स्थल पर पहुंचे। बाहर बोर्ड लगा हुआ था और बच्चे खेल रहे थे। हम लोग अंदर गए, तो अंदर हमें इस स्थल के बारे में जानकारी मिली। अंदर एक बोर्ड लगा था , जिसमे इस जगह के बारे में जानकारी थी।
घोषिताराम विहार स्थल का इतिहास
घोषिताराम विहार स्थल कौशांबी
घोषिता राम बिहार प्राचीन बौद्ध साहित्य में विशिष्ट से उल्लेखित है। इसी कारण इसका नाम घोषिता राम बिहार पड़ा। जब बुद्ध श्रावस्ती में थे। घोषित अपने मित्रों के साथ कौशांबी उन्हें आने का निमंत्रण देने के लिए गया था। बुद्ध और उनके अनुयायियों के लिए उसने इस बिहार का निर्माण कराया था। बुद्ध प्राय बिहार में रहते थे। यहां पर उन्होंने कुछ महत्वपूर्ण प्रवचन दिए थे। इस बिहार में बौद्ध संघ का पहला विभेद उत्पन्न हुआ था। जब यहां बुद्ध रुके हुए थे, यहां पर बुद्ध को देव दंत के षड्यंत्र के विषय में जानकारी मिली। वैशाली में संघ के भी विमत हो जाने पर घोषिता राम हीनयान के महासाधक संप्रदाय का केंद्र बन गया।
कतिपय महत्वपूर्ण अभिलेख आयाग कमल दल के आकार वाले दीपस्तंभ तथा बिहार के उत्कीर्ण मुहर जो उत्खनन के दौरान प्राप्त हुई थी। निश्चित रूप से घोषिता राम बिहार की पहचान तथा कौशांबी नगर की पहचान को सिद्ध करते हैं। उत्कीर्ण मुहर पर अंकित है।
"कौशांब्या घोषिताराम विहारे भिक्षु संघस्य शिलाकारापिता"
यह चैत्य एवं बिहार दोनों था।
Ghositaram Vihar site Kaushambi ki Photo
घोसिताराम विहार स्थल कौशाम्बी की फोटो
घोसिताराम विहार स्थल का बोर्ड |
घोसिताराम विहार स्थल में बने अवशेष |
घोसिताराम विहार स्थल में बने अवशेष |
घोसिताराम विहार स्थल में बने अवशेष |
घोसिताराम विहार स्थल में बने अवशेष |
मैदान में घास चरता घोड़ा |
हम लोग जब यहां पर गए थे, तब यहां पर स्थित अवशेषों की मरम्मत हो रही थी। यहां पर आपको प्राचीन अवशेष देखने के लिए मिल जाएंगे। इन अवशेषों को देखकर लगता है, कि यहां पर किसी समय में किला रहा होगा। यहां पर आपको किले के बहुत सारे अवशेष देखने के लिए मिल जाएंगे। मगर इन अवशेषों में अब मरम्मत हो गई है, तो यह अवशेष नए जैसे लगेंगे। घोषिता राम बिहार स्थल भी चारों तरफ से तार की बाउंड्री से घिरा हुआ है। यहां पर आप आकर घूम सकते हैं। आपको यहां पर अच्छा लगेगा। यहां पर सरकार के द्वारा वॉशरूम की सुविधा दी गई है। इस जगह को कौशांबी के किले के नाम से जान सकते हैं, क्योंकि यह जगह किले जैसी लग रही थी। यहां पर मरम्मत का काम चल रहा था। यहां पर आपको बहुत सारे अवशेष देखने के लिए मिल जाएंगे।
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