अशोक स्तंभ स्थल कौशांबी - Ashok pillar site Kaushambi / Kaushambi ka kila / Kaushambi Travel
अशोक स्तंभ स्थल कौशांबी एक प्राचीन स्थल है। यह कौशांबी नगर में स्थित है। कौशांबी नगर इलाहाबाद से करीब 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। आप कौशांबी पर आकर बहुत सारे प्राचीन स्थल देख सकते हैं। उनमें से अशोक स्तंभ स्थल भी एक है। यहां पर आपको एक प्राचीन स्तंभ देखने के लिए मिलता है और इस स्तंभ में प्राचीन भाषाओं में लेख लिखा है। वह भी आप देख सकते हैं। मगर आप पढ़ नहीं पाएंगे। इसके अलावा यहां पर आपको प्राचीन नगर के अवशेष देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर एक कुआं है। वह आप देख सकते हैं। सरकार की तरफ से यहां पर वॉशरूम की सुविधा की गई है और यहां पर ज्यादा भीड़ होने की स्थिति में टिकट की व्यवस्था होगी। मगर हम लोग जब गए थे, तब यहां पर ऐसा कुछ नहीं था।
हम लोग कौशांबी बस के द्वारा गए थे। हम लोगों को बस इलाहाबाद बस स्टैंड में करीब 11 बजे मिल गई थी। बस वाले ने हमें 1 बजे के करीब कौशांबी में छोड़ दिया था। हम लोग का किराया कौशांबी तक का ₹60 लगा था। हम लोग दो व्यक्ति थे। हम लोगों से बस वाले ने पूछा, कि आप लोग कौशांबी क्यों जा रहे हैं, तो हम लोगों ने बस वाले से बोला कि, हम लोग वहां घूमने जा रहे हैं, तो बस वाले ने हम लोग को कहा, कि आप कौशांबी का किला देखने जा रहे हैं। अब हम लोग को कौशांबी के बारे में जानकारी नहीं थी, तो हम लोग ने हा बोला। हम लोग कौशांबी का किला देखने जा रहे हैं। हम लोगों को बस वाले ने कौशांबी थाने के पास उतार दिया। अब यहां से हम लोग वह पैदल यात्रा करनी थी। यहां पर पर्यटक ज्यादा नहीं आते हैं। इसलिए यहां पर आपको ऑटो वगैरह नहीं मिलेगी। थाने के पास से हम लोग पैदल पैदल अपने गंतव्य की तरफ बढ़ने लगे। रास्ते में हमें खूबसूरत दृश्य देखने के लिए मिले। यहां पर हमें सरसों के खेत देखने के लिए मिले, जो बहुत ही खूबसूरत लग रहे थे। ऊंचे ऊंचे पहाड़ भी देखने के लिए मिल रहे थे। यह जगह ग्रामीण है, तो यहां का जो एरिया है। वह हरा भरा था। आप जब भी यहां आएंगे तो, आपको यहां पर अच्छा लगेगा। यहां पर हम लोग धीरे-धीरे अपने गंतव्य की ओर बढ़ रहे थे और हम लोग करीब 2 किलोमीटर चलने के बाद कौशांबी के किले के पास पहुंचे।
कौशांबी के किले के पास पहुंचकर। हमें इस स्थल के बारे में पता चला। यह स्थल अशोक स्तंभ स्थल है। इस स्थल के चारों तरफ तार की बाड़ी लगी थी, ताकि इस स्थल को किसी भी प्रकार का नुकसान ना हो। यहां पर गेट लगा हुआ था। गेट के बाजू में ही एक छोटा गेट था, जिसे खोल कर अंदर जा सकते थे। हम लोग ने गेट खोला और अंदर गए। यहां पर हमें घरों के अवशेष देखने के लिए मिले, जो पुराने जमाने के घर थे। यह अवशेष देखने में ज्यादा पुराने नहीं थे, क्योंकि इन अवशेषों की मरम्मत कर दिया गया था। इसलिए यह ज्यादा पुराने नहीं दिख रहे थे। आप आगे जाएंगे, तो आपको एक अशोक स्तंभ देखने के लिए मिलेगा। अशोक स्तंभ के चारों तरफ रॉड की बाउंड्री बना दी गई है, ताकि इसे किसी भी तरह का नुकसान ना पहुंचाया जाए। यहां पर एक कुआं भी है। कुएं के मुंह में लोहे की रॉड लगा दिए गए हैं, ताकि कोई भी इस कुएं में गिरे ना। हम लोग जब यहां गए थे , तब यहां पर कोई भी नहीं था। यहां पर पर्यटक भी ज्यादा नहीं आते हैं। यह जगह ऐतिहासिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है, मगर ज्यादा फेमस नहीं है। इसलिए यहां पर लोग बहुत ही कम आते हैं। यहां पर होली के टाइम में ज्यादा लोग आपको देखने के लिए मिल जाएंगे।
अशोक स्तंभ स्थल कौशांबी की फोटो
Photo of Ashok Pillar site Kaushambi
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अशोक स्तंभ स्थल कौशांबी का बोर्ड
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अशोक स्तंभ |
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अशोक स्तंभ स्थल पर बने अवशेष
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अशोक स्तंभ स्थल पर बना कुआं
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अशोक स्तंभ स्थल पर बने अवशेष
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हम लोग जब इस स्थल पर घूम रहे थे। तब यहां पर गांव का एक बच्चा निकला, तो हम लोगों ने इस बच्चे से पूछा, कि यहां पर और कौन-कौन सी जगह घूमने के लिए है, तो उसने हमें दो जगह के बारे में बताया और हम लोग उस जगह की तरफ पैदल ही चल दिए।
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