सिंगौरगढ़ किला, रानी दुर्गावती अभयारण्य Singourgarh Fort, Rani Durgavati Sanctuary
सिंगौरगढ़ किला दमोह जिले में स्थित एक महत्वपूर्ण आकर्षण है। यह किला रानी दुर्गावती अभ्यारण्य में स्थित है। यह किला घने जंगलों के बीच में स्थित है। इस किले तक पहुंचने के लिए आपको पैदल चलना पड़ता है। यहाँ किला बहुत बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है। हम लोग इस किले तक नहीं गए थे, क्योंकि हम लोग अकेले थे। आप अगर यहां पर जाते हैं, तो ग्रुप में जाइएगा, क्योंकि यह किला सुनसान में स्थित है और यहां पर किसी भी तरह की सुरक्षा नहीं रहती है। यहां पर ना ही कोई गाइड रहता है और ना ही कोई सिक्योरिटी वाला।
आप सिंगौरगढ़ किला तक आसानी से पहुंच सकते हैं। किले तक पहुंचने के लिए आधा रास्ता कच्चा रास्ता है और आधे रास्ते में पक्की सड़क बनी हुई है। किले के रास्ते के दोनों तरफ आपको बहुत ही खूबसूरत जंगल के दृश्य देखने के लिए मिल जाते हैं। आपको यहां पर जंगली जानवर भी देखने के लिए मिलेंगे। यहां पर आप हिरण, सांप, मोर देख सकते हैं। यहां पर रास्ते में आपको साइन बोर्ड भी देखने के लिए मिलते हैं। रास्ते में हाथी द्वार आपको देखने के लिए मिलता है। आप उस साइन बोर्ड को फॉलो कीजिएगा और आप हाथी द्वार तक पहुंच जाते हैं। हाथी द्वार से ही सिंह और गढ़ किले के लिए सीढ़ियां गई हुई है। आपको सीढ़ियां चढ़ना है और करीब आधे घंटे में आप इस किले तक पहुंच जाते हैं। हाथी द्वार भी बहुत खूबसूरत बना हुआ है। इसमें भी बहुत बड़े बड़े दरवाजे बनाए गए हैं। खूबसूरत नक्काशी की गई है और यह जगह जंगल के बीच में स्थित है, इसलिए बहुत खूबसूरत लगती है।
सिंगौरगढ़ किला के बारे में ज्यादा लोगों को नहीं पता है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। यह किला एक ऊंची पहाड़ी पर स्थित है। इस किले के पास ही में आपको एक तालाब भी देखने के लिए मिलता है। कहा जाता है कि पुराने समय में रानी दुर्गावती इस तालाब में स्नान किया करती थी। इस तालाब में मगरमच्छ भी है। आप उन्हें भी देख सकते हैं। तालाब में उतरना मना है। तालाब के बाजू में ही बोर्ड लगा हुआ है, जिसे आप पढ़ सकते हैं। तालाब का जो दृश्य होता हैए वह बहुत अद्भुत होता है। कहा जाता है कि यह किला एक भूतिया किला है और यहां पर आकर आपको नकारात्मक ऊर्जा महसूस होती है। मगर आप एडवेंचर प्रेमी है, तो आप इस किले में घूमने के लिए आ सकते हैं।
बरसात के समय यह जगह हरियाली से भरी रहती है और बहुत अच्छा लगता है। आप यहां पर अपने दोस्तों और फैमिली मेंबर्स के साथ घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर आप अपनी गाड़ी से आ सकते हैं। यहां पर टू व्हीलर या फोर व्हीलर गाड़ी से पहुंचा जा सकता है।
रानी दुर्गावती अभयारण्य का प्रवेश शुल्क
Entrance fee of Rani Durgavati Sanctuary
आपको रानी दुर्गावती अभ्यारण्य में प्रवेश का शुल्क लिया जाता है। यहां पर स्कूटी का ₹60 लिया जाता है और आपको टिकट मिलता है। आप उस टिकट से रानी दुर्गावती अभ्यारण्य में जो भी दर्शनीय स्थल है। उनको घूम सकते हैं। यहां पर और भी दर्शनीय स्थल मौजूद है। यहां पर आपको निदान जलप्रपात और कुंड देखने के लिए मिलता है। यह बहुत ही खूबसूरत झरना है और पहाड़ों के बीच में से बहता है और बहुत अच्छा लगता है। आप यहां पर भी नहाने का मजा ले सकते हैं। यहां पर आपको नजारा व्यू प्वाइंट देखने के लिए मिलता है, जो बहुत ही खूबसूरत व्यू प्वाइंट है और यहां से आप रानी दुर्गावती अभ्यारण्य का दृश्य देखने के लिए मिलता है। आप इन जगहों में भी घूम सकते हैं। अगर आप पैदल घूमना चाहते हैं, तो आपका चार्ज लगता है।
रानी दुर्गावती अभयारण्य कहाँ है
Where is Rani Durgavati Sanctuary
रानी दुर्गावती अभ्यारण्य दमोह जिले में स्थित है। यह दमोह जिले के सिंग्रामपुर ग्राम में स्थित है। इस अभ्यारण में पहुंचने के लिए पक्की सड़क उपलब्ध है। आप जबलपुर दमोह हाईवे रोड से इस अभ्यारण में पहुंच सकते हैं। रानी दुर्गावती अभ्यारण के अंदर ही सिंगौरगढ़ का किला स्थित है। आप किले तक भी आसानी से पहुंच सकते हैं।
वीरांगना दुर्गावती वन्य जीव अभ्यारण
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