हनुमानगढ़ जिले के दर्शनीय स्थल - Top Places to visit in Hanumangarh / हनुमानगढ़ जिले के आसपास घूमने वाली मुख्य जगह
हनुमानगढ़ राजस्थान राज्य का मुख्य जिला है। हनुमानगढ़ राजस्थान राज्य की राजधानी जयपुर से करीब 400 किलोमीटर दूर है। हनुमानगढ़ राजस्थान राज्य में, हरियाणा की सीमा के पास स्थित है। हनुमानगढ़ में घग्गर नदी बहती है। हनुमानगढ़ में आप सड़क माध्यम और ट्रेन के द्वारा आराम से पहुंच सकते हैं। हनुमानगढ़ में घूमने के लिए बहुत सारी जगह है। चलिए जानते है - हनुमानगढ़ में घूमने लायक कौन-कौन सी जगह है।
हनुमानगढ़ में घूमने की जगह - Hanumangarh mein ghumne ki jagah
भटनेर का किला हनुमानगढ़ - Bhatner Fort Hanumangarh
भटनेर का किला हनुमानगढ़ का एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थल है। यह एक प्राचीन किला है। यह हनुमानगढ़ का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह किला हनुमानगढ़ शहर के बीचोबीच बना हुआ है। आप आराम से इस किले में पहुंच सकते है और इस किले को देख सकते हैं। भटनेर किले की बाहरी दीवार बहुत अच्छी हालात में है और बहुत ही जबरदस्त लगती हैं। किले का प्रवेश द्वार अच्छी हालत में है। यहां पर लकड़ी का प्रवेश द्वार बना हुआ है।
भटनेर किले में प्रवेश के लिए, किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जा सकता है। यहां पर आप अंदर जाएंगे, तो आपको बहुत सारे मंदिर देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर हनुमान मंदिर, मुरली मनोहर मंदिर, करणी माता मंदिर, शिव मंदिर, जैन मंदिर देखने के लिए मिलता है। यहां पर मामा भांजा की कब्र भी देखने के लिए मिलती है। यहां पर किले के अंदर चारों तरफ पेड़ पौधे लगा दिए गए हैं। यहां सुंदर गार्डन बना हुआ है, जहां पर आप बैठ कर किले के दृश्य को देख सकते हैं। किले की दीवारों के ऊपर से आपको हनुमानगढ़ शहर का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। यहां पर सूर्यास्त का दृश्य देखा जा सकता है।
हनुमानगढ़ को प्राचीन समय में भटनेर के नाम से जाना जाता था। यहां पर प्राचीन समय में भाटी राजाओं का शासन हुआ करता था। यह प्राचीन किला है। इस किले का निर्माण भाटी राजा भूपत सिंह के द्वारा करवाया था। इस किले का निर्माण दूसरी शताब्दी में करवाया गया था। इस किले में 52 बुर्ज बने हुए हैं। किले के निर्माण में ईटों और चूने का प्रयोग किया गया था। 1805 में बीकानेर के राजा सूरत सिंह ने इस किले को भाटी राजाओं से जीत लिया था। इस किले को सूरत सिंह ने मंगलवार के दिन जीता था। इसलिए शहर का नाम बदलकर हनुमानगढ़ रख दिया गया, क्योंकि मंगलवार हनुमान जी का दिन माना जाता है। आप इस किले में घूमने के लिए आ सकते हैं और इस किले को देख सकते हैं। यह किला हनुमानगढ़ रेलवे जंक्शन से करीब 5 किलोमीटर दूर है। यह हनुमानगढ़ में घूमने लायक एक मुख्य जगह है।
नेहरू चिल्ड्रन पार्क हनुमानगढ़ - Nehru Children Park Hanumangarh
नेहरू चिल्ड्रन पार्क हनुमानगढ़ का एक मुख्य पार्क है। यह पार्क हनुमानगढ़ मुख्य शहर में स्थित है। यह पार्क नेहरू मेमोरियल चिल्ड्रन स्कूल के पास स्थित है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। यह पार्क बहुत बड़ा है और पार्क में बहुत सारे पेड़ पौधे लगे हुए हैं। यहां पर बच्चों के लिए झूले लगे हुए हैं। यहां पर फव्वारा लगा हुआ है। यहां आकर अच्छा लगता है। यहां सुबह और शाम के समय वॉक के लिए लोग आते हैं। यहां पर जिम करने के लिए भी यंत्र लगे हुए हैं। आप यहां पर आ कर अपना अच्छा समय व्यतीत कर सकते हैं।
गुरुद्वारा बाबा सुक्खा सिंह मेहताब सिंह जी हनुमानगढ़ - Gurdwara Baba Sukha Singh Mehtab Singh Ji Hanumangarh
गुरुद्वारा बाबा सुक्खा सिंह मेहताब सिंह जी हनुमानगढ़ का एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यह एक सिख धार्मिक स्थल है। यह गुरुद्वारा बहुत ही अच्छी तरह से बनाया गया है। गुरुद्वारा के ऊपर आपको बड़ा सा गुंबद देखने के लिए मिलता है, जो लाइटों से सजाया जाता है। रात के समय यह बहुत ही आकर्षक लगता है। यह गुरुद्वारा सुक्खा सिंह और मेहताब सिंह नामक दो वीरों को समर्पित है
इस गुरुद्वारा में आपको एक प्राचीन वृक्ष देखने के लिए मिलता है, जहां पर सुक्खा सिंह और मेहताब सिंह जी ने, जब हनुमानगढ़ आए थे। तब उन्होंने इस वृक्ष के नीचे आराम किया था। यह गुरुद्वारा 18वीं शताब्दी में बनाया गया है। यहां अमावस्या के दिन बहुत सारे लोग आते हैं और गुरु वाणी सुनते हैं। यहां आकर बहुत अच्छा लगता है।
शिला माता मंदिर हनुमानगढ़ - Shila Mata Mandir Hanumangarh
शिला माता मंदिर हनुमानगढ़ का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर हिंदू और मुस्लिम दोनों ही संप्रदाय के लोग पूजा करते हैं। यहां पर हिंदू लोग माता की पूजा शिला माता के रूप में करते हैं और मुसलमान लोग शिला पीर के रूप में माता को पूजते हैं। यहां पर मुख्य गर्भगृह में, आपको एक बड़ी सी शिला देखने के लिए मिलती है। कहा जाता है, कि यह शिला घग्गर नदी में बह कर आई थी। इस बड़ी सी शीला की सभी लोग पूजा करते हैं।
माना जाता है कि इस पत्थर को चढ़ाया गया जल और दूध से सभी प्रकार के त्वचा रोग ठीक होते हैं। इस दूध या जल को आप, अपनी त्वचा की खुजली या किसी प्रकार की त्वचा संबंधी समस्या हो, वहां लगाते हैं, तो वह ठीक हो जाता है। यह मंदिर हनुमानगढ़ शहर के बस स्टैंड के पास में स्थित है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं।
नीलकंठ महादेव मंदिर हनुमानगढ़ - Neelkanth Mahadev Temple Hanumangarh
नीलकंठ महादेव मंदिर हनुमानगढ़ में स्थित एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर हनुमानगढ़ जिले में घूमने लायक एक मुख्य जगह है। यहां पर आपको शिव भगवान जी का मंदिर देखने के लिए मिलता है। यहां पर, जो बिल्डिंग बनी हुई है। उसके ऊपर शिवलिंग के समान बहुत बड़े आकार का शिवलिंग बना हुआ है, जो बहुत ही सुंदर लगता है। मंदिर के अंदर आपको शिवलिंग के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। मंदिर खास अवसरों पर सजाया जाता है, जिससे यह बहुत ही सुंदर लगता है। यह मंदिर बहुत ही आकर्षक है।
श्री गोगा जी का मंदिर हनुमानगढ़ - Shri Goga ji temple Hanumangarh
श्री गोगा जी का मंदिर हनुमानगढ़ जिले का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह मंदिर हनुमानगढ़ जिले के भादरा तहसील में घूमने लायक मुख्य जगह है। यह मंदिर भादरा तहसील के गोगामेडी गांव में बना हुआ है। आप इस मंदिर में आराम से पहुंच सकते हैं। यह मंदिर बहुत अच्छी तरह से बना हुआ है। श्री गोगा जी महाराज एक लोक देवता थे। उन्होंने यहां पर समाधि ली थी। यह स्थल श्री गोगा जी की समाधि स्थल होने के साथ-साथ गोरखटीला, गोरख नाथ जी महाराज की तपोभूमि भी है, जिससे इस स्थान का महत्व और अधिक बढ़ जाता है।
यहां पर हिंदू, मुस्लिम, सिख, सभी धर्म के लोग आते हैं और गोगा जी महराज की पूजा करते हैं। यहां पर धार्मिक सौहार्द एवं सद्भावना देखने के लिए मिलती है। यहां पर जुलाई और अगस्त के महीने में बहुत बड़ा मेला लगता है, जिसमें देशभर से लोग आते हैं। यहां पर करोड़ों की संख्या में लोग आते हैं। यह पशुओं का मेला लगता है। यह मेला मुख्य रूप से शुक्ल पक्ष भादवा की नवमी को भरता है। इस मेले में दूसरे राज्यों से पशु जैसे घोड़े ऊंट आदि बेचने और खरीदने के लिए लाए जाते हैं। आप भी यहां पर आकर घूम सकते हैं।
गोगा जी महाराज को सांपों के देवता के रूप में पूजा जाता है। लोग इन्हें गोगा जी, जाहरवीर, जाहिर पीर के नाम से पुकारते हैं। यह गुरु गोरक्षनाथ के प्रमुख शिष्यों में से एक थे। यहां पर गोगाजी की घोड़े पर सवार मूर्ति देखने के लिए मिलती है। यहां पर भक्त गोगा जी महाराज से प्रार्थना करते हैं और यहां पर आकर लोगों की इच्छाएं पूरी होती है। यहां पर सर्पदंश से पीड़ित व्यक्ति का भी इलाज किया जाता है। मान्यताओं के अनुसार अगर सर्पदंश से प्रभावित व्यक्ति यदि गोगाजी की मेडी तक लाया जाए, तो वह व्यक्ति स्वयं सर्पदंश से मुक्त हो जाता है। यहां पर आप यह चमत्कार देख सकते हैं। यह हनुमानगढ़ में घूमने की सबसे अच्छी जगह है और आपको यहां पर आकर बहुत अच्छा लगेगा।
श्री कबूतर साहिब गुरुद्वारा नोहर हनुमानगढ़ - Shree Kabootar Sahib Gurudwara Nohar Hanumangarh
श्री कबूतर साहिब गुरुद्वारा नोहर हनुमानगढ़ में स्थित एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यह सिख धार्मिक स्थल है। यह गुरुद्वारा हनुमानगढ़ से 80 किलोमीटर दूर है। इस गुरुद्वारे का निर्माण 17 वी शताब्दी में किया गया था। यह गुरुद्वारा एक ऐतिहासिक स्थल है। यहां पर सिखों के दसवें गुरु और खालसा पंथ के संस्थापक गुरु गोविंद सिंह जी अपनी यात्रा के दौरान आए थे।
इस गुरुद्वारे के बारे में कहा जाता है, कि गुरु गोविंद सिंह जी इस स्थान पर जब आए थे। तब यहां पर कबूतर झुंड में थे। तब एक कबूतर गुरु जी के पैर के नीचे आकर मर गया। तब गुरु जी ने उस कबूतर को जीवित करके उड़ा दिया। उन्हीं की याद में यह गुरुद्वारा बनाया गया है और इस गुरुद्वारे का नाम भी इसी घटना पर आधारित है। आप यहां पर आकर घूम सकते हैं। यह गुरुद्वारा बहुत सुंदर है। पूरा गुरुद्वारा मार्बल से बना हुआ है। आप इस गुरुद्वारे में घूमने के लिए आ सकते हैं और शांति का अनुभव कर सकते हैं। यहां पर आपको गुरुवाणी भी सुनने के लिए मिलती है।
गोरखटीला हनुमानगढ़ - Gorkhatila Hanumangarh
गोरखटीला हनुमानगढ़ का एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यह स्थल हनुमानगढ़ जिले के भादरा तहसील के गोगामेड़ी गांव में स्थित है। यह नाथ संप्रदाय के एक महान संत श्री गोरखनाथ जी महाराज का तपो स्थल देखने के लिए मिलता है। यहां पर गोरखनाथ जी महाराज ने 12 वर्षों तक तपस्या की थी। उनकी तपोस्थली यहां पर स्थित है। यहां पर आकर बहुत अच्छा लगता है। यह मंदिर गोगामेड़ी रेलवे स्टेशन से लगभग 3 किलोमीटर दूर है।
गोरखटीला में आपको भगवान शिव पार्वती जी का मंदिर, गणेश जी का मंदिर , देवी काली जी का मंदिर , श्री भैरव जी का मंदिर, श्री गोरखनाथ जी की धूनी देखने के लिए मिलती है। गोरखनाथ जी को भगवान शिव के अवतार माना जाता था। यहां पर आपको गोरखटीला पवित्र तालाब देखने के लिए मिलता है। एक छोटा सा पॉर्क देखने के लिए मिलता है। आप यहां पर आकर शांति से इस जगह को घूम सकते हैं। आपको अच्छा लगेगा। यहां पर गेस्ट हाउस भी बना हुआ है, जहां पर आप रुक सकते हैं। यहां पार्किंग के लिए अच्छी व्यवस्था की गई है।
कालीबंगा पुरातात्विक साइट हनुमानगढ़ - Kalibanga Archaeological Site Hanumangarh
कालीबंगा पुरातात्विक साइट हनुमानगढ़ जिले में घूमने वाली एक मुख्य जगह है। कालीबंगा पुरातात्विक स्थल एक प्राचीन साइट है। यहां पर प्राचीन सिंधु घाटी सभ्यता का एक हिस्सा है, जो लगभग 5000 साल पुराना है। यहां पर 3500 ईसा पूर्व से 2500 ईसा पूर्व से पूर्व हड़प्पा बस्तियां पाई गई हैं। इस जगह की खुदाई से पता चला है, कि भारत में बहुत पुरानी प्राचीन सभ्यता मौजूद रही है।
इस जगह की खुदाई से बहुत सारी वस्तुएँ प्राप्त हुई है। यहां पर सेरेमिक उद्योग के अवशेष, हड़प्पा मोहर, मानव कंकाल, तांबे की चूड़ियां, मोती, खिलौने, टेराकोटा, कुएं स्नानागर कब्र के अवशेष प्राप्त हुई हैं। आप इस जगह को आकर देख सकते हैं। यह जगह बहुत ही महत्वपूर्ण है। यह जगह हनुमानगढ़ से 30 किलोमीटर दूर है। कालीबंगा पीलीबंगा से मात्र 5 किलोमीटर दूर है। आप यहां सड़क मार्ग से होते हुए आ सकते हैं। यह हनुमानगढ़ का एक दर्शनीय स्थल है।
पुरातत्व संग्रहालय कालीबंगा हनुमानगढ़ - Archaeological Museum Kalibanga Hanumangarh
पुरातत्व संग्रहालय कालीबंगा हनुमानगढ़ जिले का एक प्रमुख दर्शनीय जगह है। यह संग्रहालय हनुमानगढ़ में कालीबंगा नाम की जगह पर स्थित है। यह संग्रहालय 9 बजे से 5 बजे तक खुला रहता है। इस संग्रहालय में प्रवेश के लिए शुल्क लिया जाता है, जो बहुत ही कम रहता है। इस संग्रहालय में मात्र 5 रूपए प्रवेश शुल्क लिया जाता है। यह संग्रहालय शुक्रवार को बंद रहता है। इस संग्रहालय में आपको बहुत सारी प्राचीन वस्तुएं देखने के लिए मिलती है।
यहां पर आपको हमारे 5000 साल पुरानी सिविलाइजेशन के बारे में जानकारी मिलती है। यहां पर आपको प्राचीन हड़प्पा कल्चर इंडस सिविलाइजेशन की प्रतिकृति देखने के लिए मिलती है। यहां पर आपको हड़प्पा मोहर, स्केलेटन, टेराकोटा, बर्तन, खिलौने, पोटली, तांबे की चूड़ियां, गहने, मिट्टी के बर्तन, तराजू देखने के लिए मिलता है। यहां पर आपको बहुत सारी जानकारी पढ़ने के लिए मिलती है, जिससे आप इस जगह के बारे में जानकारी हासिल कर सके। आपको यहां पर जरूर घूमने के लिए जाना चाहिए और हमारी मानव सभ्यता के बारे में जानना चाहिए। यह हनुमानगढ़ में घूमने की सबसे अच्छी जगह है।
माता भद्रकाली मंदिर हनुमानगढ़ - Mata Bhadrakali Temple Hanumangarh
माता भद्रकाली मंदिर हनुमानगढ़ का प्रमुख दर्शनीय स्थल है। यह मंदिर हनुमानगढ़ से 7 किलोमीटर दूर घग्गर नदी के किनारे बना हुआ है। यह मंदिर प्राचीन है। इस मंदिर के गर्भ गृह में माता भद्रकाली के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। माता भद्रकाली मां पार्वती का ही एक रूप है। यहां पर आपको दुर्गा जी के अवतार के भी दर्शन करने के लिए मिलते हैं।
इस मंदिर का निर्माण बीकानेर के महाराज राम सिंह के द्वारा किया गया था। यह मंदिर लाल बलुआ पत्थर से बना हुआ है। आप यहां पर आकर घूम सकते हैं। यहां पर नवरात्रि के समय बहुत ज्यादा भीड़ रहती है। बहुत सारे भक्त माता के दर्शन करने के लिए आते हैं। यह मंदिर बहुत अच्छी तरह से बना हुआ है। मंदिर में आपको और भी बहुत सारे देवी देवताओं के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर आपको श्री काल भैरव जी, शंकर भगवान जी और भी बहुत सारे देवी देवता देखने के लिए मिलते हैं।
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