अकरकरा का पौधा - Akarkara ka Paudha
अकरकरा का वानास्पतिक नाम - ऐनासाइक्लस पाइरेथम
अकरकरा का अंग्रेजी में नाम - Pellitory Root
अकरकरा एक मुख्य औषधीय पौधा है। अकरकरा का पौधा बरसात के समय देखने के लिए मिलता है। यह पौधा हमारे घरों के आसपास, नालों के किनारे, मैदानों में, जंगलों में पाया जाता है। मगर हमें इसकी जानकारी नहीं है और हम इस बहुमूल्य पौधे को गाजर घास समझकर ऐसे ही छोड़ देते हैं। मगर यह पौधा अमूल्य है। अकरकरा पौधा बरसात में उगता है और यह पौधा औषधीय गुणों से भरपूर रहता है। इस पौधे के फूल, पत्तियां और जड़ सभी उपयोगी होते हैं। हमारे आस पास कितने तरह के मूल्यवान औषधि हैं, जिनके बारे में हमें पता नहीं है और हम महंगी दवाइयों में पैसे खर्चा करते हैं। अकर्करा पौधे की जड़ एवं पाउडर बहुत महंगे दामों में बेचा जाता है, जो आप इंटरनेट में सर्च करके देख सकते हैं।
अकरकरा पौधा छोटे आकार का रहता है और इस पौधे की पत्तियां हरे रंग की रहती हैं। पत्तियों का आकार गोल होता है। अकरकरा पौधे में पीले कलर के छोटे-छोटे फूल लगते हैं। मैंने बचपन में इस पौधे के फूल को जीभ में रखा था, तो जीभ झनझाना जाती है और कुछ देर बाद झनझनाहट समाप्त होती है। इस पौधे की पत्तियों, फूल और जड़ों का प्रयोग औषधीय रूप में किया जाता है। इसके फूल बहुत सुंदर लगते हैं।
अकरकरा के पौधे बरसात के समय स्वयं उग जाते हैं और यह पौधे सघन उगते हैं। इन पौधों की पत्तियों का आकार अंडाकार होता है। आजकल अकरकरा के पौधे की खेती भी की जा रही है, क्योंकि इसके औषधीय गुण लोगों के सामने आ रहे हैं और इसकी मांग बढ़ रही है। अकरकरा का प्रयोग बहुत सारे औषधीय दवाइयों बनाने में किया जाता है।
अकरकरा का फायदे - Benefits of Akarkara
- अकरकरा एक मुख्य औषधि है और यह सर दर्द में राहत पहुंचाता है। आप इसकी जड़ और फूल का प्रयोग सर दर्द को कम करने के लिए कर सकते हैं। इसके जड़ और फूल को पीसकर, हल्का गर्म करके आप मस्तक में लगा सकते हैं, जिससे सर दर्द कम हो जाता है।
- अकरकरा के फूल को आप मुख में रखकर चबाते हैं, तो आपके मुंह से दुर्गंध नहीं आती है। अकरकरा के फूल को चबाने से मुंह की दुर्गंध खत्म हो जाती है। दुर्गंध आना बंद हो जाती है।
- अकरकरा की पत्तियां को पीसकर पेस्ट बनाकर, अपने चेहरे में लगाने से, आपके कील मुंहासे से भी राहत मिलती है। इसकी पत्तियां ठंडक महसूस करती हैं और धीरे-धीरे कील मुंहासे जड़ से खत्म हो जाते हैं। मगर आपको थोड़ा टाइम लगेगा।
- अकरकरा की जड़ के पाउडर से हकलाने की समस्या का समाधान होता है।
- अकरकरा से लकवे का समस्या दूर की जा सकती है।
- अकरकरा मिर्गी का रोग ठीक किया जा सकता है।
- अकरकरा का प्रयोग अल्सर के लिए भी किया जा सकता है। अकरकरा पाउडर को घाव के ऊपर लगाने से, घाव जल्दी भर जाता है ,
- अकरकरा का प्रयोग खुजली को दूर करने के लिए भी किया जाता है।
- अकरकरा का प्रयोग स्पर्म काउंट बढ़ाने के लिए भी किया जाता है।
- बुद्धि विकास के लिए अकरकरा का प्रयोग किया जाता है। यह एक ब्रेन टॉनिक की तरह काम करता है। आयुर्वेद में इसे बुद्धिवर्धक के नाम से जाना जाता है।
अकरकरा के जड़ के फायदे - benefits of akarkara root
- अकरकरा की जड़ दांत दर्द में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इससे सभी प्रकार के दांत दर्द ठीक हो जाता है। इसके लिए अकरकरा की जड़ या फूल का पाउडर सेंधा नमक और कपूर को मिलाकर आप मंजन बनाकर। इस मंजन को प्रतिदिन कर सकते हैं और आपका दांत दर्द गायब हो जाएगा।
- अकरकरा की जड़ को चबाने या अकरकरा की जड़ को उबालकर कुल्ला करने से दांत में लगने वाले कीड़े नष्ट हो जाते हैं और आपका गला साफ हो जाता है। दांत दर्द ठीक हो जाता है। आप इसका प्रयोग कर सकते हैं।
- अगर आपको हिचकी आती है, तो आप अकरकरा की जड़ के चूर्ण में शहद मिलाकर खा सकते हैं। आपकी हिचकी की समस्या दूर हो जाएगी।
- अकरकरा का जड़ का चूर्ण, पेट संबंधी समस्या का भी निदान करता है। इसके लिए आप अकरकरा चूर्ण और पीपली का चूर्ण मिलाकर सेवन कर सकते हैं।
- हृदय से संबंधित बीमारियों के लिए अकरकरा का प्रयोग किया जा सकता है। इसमें अकरकरा की जड़ का पाउडर और अन्य औषधियों का मिलाकर सेवन करना पड़ता है।
- अगर आपको पेट दर्द, पेट फूलना, अपच, बदहजमी जैसी बीमारी है, तो आप अकरकरा की जड़ का पाउडर और पीपली का सेवन करेंगे, तो आपकी यह समस्या ठीक हो जाएगी।
- मासिक धर्म या पीरियड की समस्या होने पर अकरकरा का प्रयोग किया जा सकता है। मासिक धर्म के समय दर्द होने पर, आपका मासिक धर्म समय पर नहीं आने पर, मासिक धर्म के समय ब्लीडिंग कम होना या ज्यादा होना। इन सभी समस्याओं में अकरकरा का उपयोग किया जा सकता है। अकरकरा की जड़ का काढ़ा बनाकर आप पी सकते हैं।
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