बिजनौर जिले के दर्शनीय स्थल - Places to visit in Bijnor district / बिजनौर जिले के आसपास घूमने वाली प्रमुख जगह
बिजनौर उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख जिला है। बिजनौर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से 435 किलोमीटर दूर है। बिजनौर उत्तर प्रदेश में, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की सीमा पर स्थित है। बिजनौर जिले में गंगा नदी और मिलिनी नदी बहती है। बिजनौर जिला महाभारत काल से संबंधित भी रहा है। यहां पर विदुर जी की कुटिया देखने के लिए मिलती है, जहां पर विदुर जी कौरव से विवाद के बाद, अपना बहुत सारा समय बिताया था। बिजनौर जिले में आप सड़क माध्यम और रेल माध्यम से पहुंच सकते हैं। बिजनौर जिला में घूमने के लिए बहुत सारी जगह है। चलिए जानते हैं - बिजनौर में घूमने लायक कौन-कौन सी जगह है।
बिजनौर में घूमने की जगह - Bijnor mein ghumne ki jagah
श्री महाशक्ति कालिका मंदिर बिजनौर - Shri Mahashakti Kalika Mandir Bijnor
श्री महाशक्ति कालिका मंदिर बिजनौर शहर का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर कालिका देवी को समर्पित है। इस मंदिर में कालिका देवी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। मंदिर का गर्भगृह बहुत सुंदर है और गर्भगृह में मां कालिका देवी की बहुत ही भव्य प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। गर्भगृह पूरा रंगीन कांच से सजा हुआ है। यहां पर आपको शिव जी का मंदिर देखने के लिए मिलता है, जिसमें शिव परिवार के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर मां दुर्गा के भी दर्शन करने के लिए मिलते हैं। नवरात्रि में यहां पर बहुत ज्यादा भीड़ रहती है। बहुत सारे भक्तों मां के दर्शन करने के लिए आते हैं।
नवाब शुजात खान का मकबरा बिजनौर - Nawab Shujaat Khan's Tomb Bijnor
नवाब शुजात खान का मकबरा बिजनौर शहर का एक मुख्य ऐतिहासिक स्थल है। यह मकबरा बिजनौर जिले में जहानाबाद में स्थित है। यह एक प्राचीन स्मारक है। यह स्मारक पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित है। यह स्मारक एक ऊंचे चबूतरे पर बना हुआ है। मकबरे के बीच में एक कब्र देखने के लिए मिलती है, जो नवाब सुजात खान की है। मकबरे के बाहर भी एक कब्र बनी हुई है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर आपको प्राचीन छतरियां भी देखने के लिए मिलते हैं। यह जगह जहानाबाद के बाहरी क्षेत्र में स्थित है।
इंदिरा पार्क बिजनौर - Indira Park Bijnor
इंदिरा पार्क बिजनौर शहर का एक मुख्य स्थल है। यह पार्क मुख्य बिजनौर शहर में स्थित है। यह पार्क बहुत बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है। इस पार्क में आपको बहुत सारे झूले देखने के लिए मिलते हैं, जहां पर बच्चे लोग काफी इंजॉय कर सकते हैं। इस पार्क में कसरत करने वाले यंत्र भी लगाए गए हैं, जहां पर आप कसरत कर सकते हैं। आप यहां पर आकर अच्छा समय बिता सकते हैं।
विदुर कुटी बिजनौर - Vidur Kuti Bijnor
विदुर कुटी बिजनौर शहर का एक मुख्य धार्मिक स्थल है। इस स्थान का महाभारत काल से संबंध है। यहां पर महात्मा विदुर का आश्रम देखने के लिए मिलता है। यहां पर महात्मा विदुर की मूर्ति देखने के लिए मिलती है। इस जगह पर महात्मा विदुर के आश्रम में श्री कृष्ण जी पधारे थे और यहां भोजन में बथुआ का साग खाया था। यहां स्थित मंदिर के आसपास बथुआ का साग बारहमासी बिना प्रयास के ही स्वत प्रचुर मात्रा में उत्पन्न होता है।
विदुर आश्रम में महात्मा विदुर के संगमरमर पर अंकित पद चिन्ह भी देखने के लिए मिलते हैं। यह जगह बिजनौर में दारानगर गांव में स्थित है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। बिजनौर से यह जगह 12 किलोमीटर दूर है। यहां पर आप गाड़ी और बाइक से घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर आपको आश्रम देखने के लिए मिलता है। यह आश्रम गंगा नदी के किनारे बना हुआ है। आप यहां पर आकर अपना बहुत अच्छा समय बिता सकते हैं।
खोह बैराज बिजनौर - Khoh Barrage Bijnor
खोह बैराज बिजनौर शहर का एक सुंदर स्थान है। यहां पर आपको एक जलाशय देखने के लिए मिलता है। यह जलाशय खोह नदी पर बना हुआ है। यह बैराज बिजनौर जिले में शेरकोट में स्थित है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर पार्क भी बना है।
हैदरपुर वेटलैंड - Haiderpur Wetland
हैदरपुर वेटलैंड बिजनौर के पास घूमने के लिए एक अच्छी जगह है। यहां पर आपको गंगा नदी का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। यहां पर आपको बहुत सारी पक्षियों की प्रजातियां देखने के लिए मिल जाती है। आप यहां सुबह सुबह दूरबीन लेकर आएंगे, तो आप पक्षियों को बहुत अच्छे से देख सकते हैं। यहां पर गंगा नदी का किनारा देखने के लिए मिलता है। यहां पर सूर्यास्त का बहुत सुंदर दृश्य देख सकते हैं। यहां पर आपको जंगली जानवर भी देखने के लिए मिल जाते हैं। यहां पर वॉच टावर बना है, जहां से आप इन सभी जानवरों को देख सकते हैं।
चौधरी चरण सिंह बैराज बिजनौर - Chaudhary Charan Singh Barrage Bijnor
चौधरी चरण सिंह बैराज बिजनौर का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यहां पर आपको गंगा नदी पर बना हुआ एक सुंदर जलाशय देखने के लिए मिलता है। यह जलाशय बहुत ही अच्छा लगता है और आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। इस बांध को मध्य गंगा बैराज नाम से भी जाना जाता है। यह बांध मुख्य रूप से सिंचाई के लिए बनाया गया है। आप यहां पर घूमने के लिए भी आ सकते हैं।
बैराज घाट बिजनौर - Barrage Ghat Bijnor
बैराज घाट बिजनौर के पास स्थित एक सुंदर घाट है। यह घाट चौधरी चरण सिंह बैराज के पास ही में बना हुआ है। घाट के पास में सुंदर गार्डन बना हुआ है, जहां पर आप बैठ सकते हैं और आप गंगा नदी का सुंदर दृश्य भी देख सकते हैं। यहां पर आकर आप नौकायान का भी मजा ले सकते हैं। यहां पर आपको सूर्यास्त का बहुत सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। आप यहां पर आकर स्नान भी कर सकते हैं। घाट में बहुत ज्यादा भीड़ लगती है और बहुत सारे लोग यहां पर घूमने के लिए आते हैं। आपको यहां पर गंगा नदी में डॉल्फिन भी देखने के लिए मिल सकती है।
श्री हनुमान धाम बिजनौर - Shri Hanuman Dham Bijnor
श्री हनुमान धाम बिजनौर शहर का एक प्रसिद्ध स्थल है। यह मंदिर बिजनौर जिले में किरतपुर में स्थित है। यहां पर आपको हनुमान जी की बहुत विशाल प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। यह प्रतिमा बहुत ही सुंदर लगती है। यहां पर आपको महामृत्युंजय मंदिर भी देखने के लिए मिलता है। यह जगह बहुत सुंदर है और आप यहां पर दर्शन करने के लिए आ सकते हैं। यहां पर महामृत्युंजय मंदिर में शिव भगवान जी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं और हनुमान जी के भी दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर मंदिर परिसर में गार्डन बना हुआ है, जो बहुत सुंदर है। आप यहां घूमने के लिए आ सकते हैं।
चारमीनार नजीबाबाद बिजनौर - Charminar Najibabad Bijnor
चारमीनार नजीबाबाद बिजनौर में स्थित एक सुंदर जगह है। यह जगह खंडहर में बदलती जा रही है। यहां पर आपको चार खूबसूरत मीनारे देखने के लिए मिलती है। यहां पर किला भी बना हुआ था, जो अब पूरी तरह टूट गया है। यह मीनारें अभी भी अच्छी हालत में है। मीनार के ऊपर आपको सुंदर छतरियां देखने के लिए मिलती है। यह नजीबाबाद में स्थित है और आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं।
नजीबुद्दौला का किला बिजनौर - Najib Ud Daula Fort Bijnor
नजीबुद्दौला का किला बिजनौर का एक प्रसिद्ध किला है। यह एक ऐतिहासिक किला है। यह किला नजीबाबाद में स्थित है। इस किले का निर्माण नवाब नजीबुद्दौला ने 1755 में करवाया था, जिसे बाद में सुल्ताना डाकू ने अपना अड्डा बनाया और अंग्रेजों से कड़ी टक्कर ली। इस किले को सुल्ताना डाकू का किला भी कहा जाता है। इस किले को पत्थर गढ़ का किला भी कहा जाता है। यह किला चारों तरफ से मोटी मोटी दीवारों से घिरा हुआ है और बीच में यहां पर बड़ा सा मैदान बना हुआ है। यहां पर एक बावड़ी भी देखने के लिए मिलती है। कहा जाता है कि प्राचीन समय में सुल्ताना डाकू इस बावड़ी में अपना खजाना छुपाया करता था। यहां पर आप किले की दीवार के ऊपर जा सकते हैं। दीवार के ऊपर जाने के लिए सीढ़ियां हैं। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। वैसे यह किला धीरे-धीरे खंडहर में बदलता जा रहा है।
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