नारायणपुर जिले के दर्शनीय स्थल - Places to visit in Narayanpur / नारायणपुर जिले के आसपास घूमने वाली प्रमुख जगह
नारायणपुर छत्तीसगढ़ का एक प्रमुख जिला है। नारायणपुर को 2007 में बस्तर जिले से अलग करके बनाया गया है। यह जिला पहले बस्तर जिले का ही एक भाग हुआ करता था। नारायणपुर कोंडागांव, अंतागढ़ और बीजापुर जिले से घिरा हुआ है। नारायणपुर जिले में मुख्य रूप से आदिवासी लोग निवास करते हैं। यहां पर गौण, मारिया, धुर्वा जनजाति के लोग रहते हैं। नारायणपुर जिला घने जंगलों, नदी, पहाड़ से घिरा हुआ है। नारायणपुर में आकर आप आदिवासी लोगों के जीवन के दर्शन कर सकते हैं। नारायणपुर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से करीब 230 किलोमीटर दूर है। नारायणपुर में घूमने के लिए बहुत सारी जगह है। चलिए जानते हैं, नारायणपुर में कौन-कौन सी जगह है, जहां पर घूमने के लिए जाया जा सकता है।
नारायणपुर में घूमने की जगह - Narayanpur me ghumne ki jagah
पहाड़ी मंदिर नारायणपुर - Pahari Mandir Narayanpur
पहाड़ी मंदिर नारायणपुर का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह मंदिर नारायणपुर मुख्य जिले से करीब एक से डेढ़ किलोमीटर दूर है। यह मंदिर एक ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ है। मंदिर तक जाने के लिए सीढ़ियां बनी हुई है। मंदिर के चारों तरफ पहाड़ियों में पेड़ पौधे लगे हुए हैं। मंदिर बहुत ही सुंदर है और मंदिर बहुत रंग बिरंगा है। मंदिर को बहुत ही सुंदर ढंग से सजाया गया है। यहां पर बहुत सारे देवी देवता के दर्शन करने के लिए मिलते हैं।
पहाड़ी मंदिर में दुर्गा माता के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। इसलिए इसको पहाड़ी माता मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यहां पर दुर्गा माता की बहुत सुंदर प्रतिमा विराजमान है। इसके अलावा यहां पर शिवलिंग के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यह शिवलिंग बहुत सुंदर लगता है। यहां पर राम जी, सीता जी और लक्ष्मण जी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां कृष्ण जी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर मटके से बहुत ही सुंदर डेकोरेशन किया गया है। छोटे-छोटे मटको को रंग-बिरंगे कलर से रंगा गया है और यहां पर सजाया गया है, जिससे इस मंदिर की खूबसूरती बहुत अच्छी लगती है। इस मंदिर के पास मे हीं कुकुर नदी बहती है, जिसका दृश्य भी यहां से देखा जा सकता है। जो बहुत सुंदर लगती है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं।
रामकृष्ण आश्रम नारायणपुर - Ramakrishna Ashram Narayanpur
रामकृष्ण आश्रम नारायणपुर का एक प्रमुख स्थल है। यहां पर एक बहुत बड़ा और सुंदर आश्रम देखने के लिए मिलता है। यह आश्रम मुख्य नारायणपुर शहर में ही स्थित है। यह आश्रम बहुत ही सुंदर तरीके से बनाया हुआ है और बहुत ही अद्भुत लगता है। यह आश्रम 1985 में स्थापित किया गया था। यह आश्रम अबूझमाड़ के आदिवासी लोगों के उत्थान के लिए कार्य करता है। इस आश्रम में आदिवासी लोगों के लिए बहुत सारी सुविधाएं उपलब्ध है। यहां पर स्कूल, अस्पताल और भी बहुत सारी सुविधाएं हैं, जिनका लाभ आदिवासी लोग उठा सकते हैं। यहां पर चिल्ड्रन पार्क भी है, जो आप देख सकते हैं और स्टेडियम है। यहां पर आप घूमने के लिए जा सकते हैं। आपको यहां पर आकर बहुत अच्छा लगेगा।
शांत सरोवर नारायणपुर - Shant Sarovar Narayanpur
शांत सरोवर नारायणपुर जिले का एक पर्यटन स्थल है। यह एक बहुत बड़ा जलाशय है। यह जलाशय बहुत बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है। यह जलाशय बहुत सुंदर लगता है। इस जगह के चारों तरफ घना जंगल देखने के लिए मिलता है। यह जलाशय नारायणपुर से करीब 4 से 5 किलोमीटर दूर है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं और अच्छा समय बिता सकते हैं। इस जलाशय में शाम के समय सूर्यास्त का दृश्य देखना बहुत ही सुंदर लगता है। यहां पर आई लव नारायणपुर का सेल्फी प्वाइंट भी देखने के लिए मिलता है, जहां पर फोटो ली जा सकती है। यहां पर आकर बहुत अच्छा समय बिताया जा सकता है और यहां पर बरसात के समय बहुत सारे लोग घूमने के लिए आते हैं। यह नारायणपुर का एक मुख्य पिकनिक स्पॉट है।
रावघाट नारायणपुर - Rawghat Narayanpur
रावघाट नारायणपुर की एक सुंदर जगह है। यह एक सुंदर घाट है। यह घाट नारायणपुर में, नारायणपुर अंतागढ़ जाने वाले मार्ग पर देखने के लिए मिलता है। यह घाट मे सुंदर पहाड़ी और जंगल का दृश्य देखने के लिए मिलता है। रावघाट पर चरण पीठ महाकालेश्वर मंदिर है, जिसमें शिव भगवान जी की शिवलिंग के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। रावघाट में नदी बहती है, जिसका दृश्य भी बहुत आकर्षक रहता है। यहां पर बरसात के समय आकर नदी का दृश्य देखना बहुत ही सुकून भरा रहता है। आप यहां पर आकर इस जगह की खूबसूरती को देख सकते हैं।
महादेव झरना और महादेव गुफा (फुलपद पहाड़) नारायणपुर - Mahadev Waterfall and Mahadev Cave (Phulapada Mountain) Narayanpur
फुलपद पहाड़, महादेव झरना एवं गुफा नारायणपुर का एक मुख्य पर्यटन स्थल है। यह जगह घने जंगल के अंदर स्थित है। महादेव पहाड़ तक जाने के लिए चढ़ाई वाला रास्ता है, जो घने जंगल से जाता है। यहां पर पहुंच कर झरना देखने के लिए मिलता है। यह झरना बहुत ऊंचाई से नीचे गिरता है और बहुत सुंदर लगता है। चारों तरफ का वातावरण हरियाली से भरा है। यहां पर गुफा देखने के लिए मिलती है।
महादेव गुफा में शिवलिंग विराजमान है। यह गुफा बहुत ही सुंदर लगती है और प्राकृतिक है। यह जगह जंगल के अंदर है। यहां पहुंचना बहुत ही मुश्किल है। यहां पर बहुत कम लोग आते हैं और यह प्राकृतिक रूप से बहुत ही खूबसूरत है। यह जगह नारायणपुर में फूलपद गांव के पास में स्थित है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। यह नारायणपुर में घूमने लायक जगह है।
तुलार गुफा नारायणपुर - Tular Cave Narayanpur
तुलार गुफा नारायणपुर जिले का एक मुख्य पर्यटन स्थल है। यह जगह धार्मिक है। यहां पर शिव गुफा देखने के लिए मिलती है। यह गुफा प्राचीन है और इस गुफा में शिवलिंग विराजमान है। इस गुफा का संबंध रामायण काल से माना जाता है - कहा जाता है कि राम जी ने यहां पर अपने वनवास काल के दौरान आए थे और शिवलिंग की पूजा की थी। यह जगह घने जंगल के अंदर स्थित है। यह जगह नारायणपुर के ओरछा तहसील के अंतर्गत आती है। यह जगह बारसूर से करीब 30 किलोमीटर दूर है। गुफा से साल भर पानी टपकता रहता है और शिव जी का अभिषेक होता रहता है। तुलार गुफा को तुलेश्वर महादेव भी कहा जाता है। यह जगह बहुत सुंदर है।
तुलार गुफा तक पहुंचने का, जो रास्ता है। वह बहुत ही दुर्गम है। इस रास्ते में पैदल और बाइक से पहुंचा जा सकता है। मगर बाइक से भी आना यहां पर बहुत ही मुश्किल रहता है, क्योंकि बाइक से नदी पार करना बहुत ही दिक्कत होती है। मगर इस जगह पर आकर बहुत ही अच्छा लगता है। यहां पर भोले बाबा के दर्शन करने के लिए बहुत सारे भक्त आते हैं। यह जगह प्राकृतिक रूप से बहुत सुंदर है। यहां पर ट्रेकिंग के द्वारा ही पहुंचा जा सकता है। आने वाले रास्ते में सुंदर पहाड़ों, नदियों का दृश्य देखने के लिए मिलता है। जो बहुत ही सुंदर रहता है। यहां पर बहुत सारे श्रद्धालु आते हैं और भोले बाबा जी के दर्शन करते हैं।
तूलार गुफा ग्राम मंगनार से करीब 28 किलोमीटर दूर है। इस गुफा तक जाने का कुछ रास्ता कच्चा है और कुछ रास्ता बहुत ज्यादा खराब है। इस रास्ते से पैदल ही जाया जा सकता है। मगर कुछ लोग यहां पर बाइक से भी जाते हैं। यहां आस-पास के नजारे बहुत ही जबरदस्त रहते हैं। शिवरात्रि के समय यहां पर बहुत सारे लोग घूमने के लिए आते हैं और शिवरात्रि के समय अच्छा माहौल भी रहता है और आप यहां पर भोलेनाथ बाबा के दर्शन कर सकते हैं।
हान्दवाडा जलप्रपात नारायणपुर - Handwara Falls Narayanpur
हंदवाड़ा जलप्रपात नारायणपुर का सबसे सुंदर जलप्रपात है। यह जलप्रपात नारायणपुर में ओरछा ब्लॉक में स्थित है। यह जलप्रपात घने जंगल के अंदर स्थित है। इस जलप्रपात को बाहुबली जलप्रपात के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि इस जलप्रपात में बाहुबली फिल्म की शूटिंग होने वाली थी। मगर कुछ कारणों से यहां पर फिल्म की शूटिंग नहीं हुई। यह जगह नक्सल एरिया मे है। यहां पर बहुत ज्यादा नक्सली घटना होती रहती है। इसलिए लोग हंदवाड़ा जलप्रपात आने से डरते हैं। यहां पर बहुत कम ही लोग घूमने के लिए आते हैं।
हंदवाड़ा जलप्रपात प्रकृति की गोद में स्थित है। यहां पर ऊंची पहाड़ी से पानी बहता है, जो बहुत ही सुंदर लगता है। पानी कहां से गिरता है, यह तो दिखाई नहीं देता। मगर इसकी जलधाराएं दिखाई देती है, जो बहुत ही सुंदर लगती हैं। चारों तरफ का दृश्य जंगल से भरा हुआ है। ऊंची ऊंची पहाड़ियां देखने के लिए मिलती है। इस जलप्रपात तक पैदल, ट्रैकिंग करके पहुंचना पड़ता है। यहां पर आ कर बहुत अच्छा लगता है।
मावली माता मंदिर नारायणपुर - Mavli Mata Mandir Narayanpur
मावली माता मंदिर नारायणपुर का एक धार्मिक स्थल है। यह मंदिर इंद्रावती नदी के किनारे छिंदनेर मे बना हुआ है। यह मंदिर प्राचीन है। इस मंदिर के लिए लोगों की अलग-अलग मान्यताएं हैं। यहां पर साल में एक बार विशाल मेला लगता है, जिसमें आसपास के गांव वाले सम्मिलित होते हैं। यहां पर मावली माता के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर मवाली माता की प्रतिमा काले पत्थर से बनी हुई है। यहां पर और भी प्राचीन प्रतिमाएं देखने के लिए मिलती है। आप यहां पर आते हैं, तो इंद्रावती नदी का सुंदर दृश्य भी देख सकते हैं।
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