बलौदाबाजार (भाटापारा) जिले के दर्शनीय स्थल - Places to visit in Balodabazar (Bhatapara) / बलौदाबाजार (भाटापारा) जिले के आसपास घूमने वाली प्रमुख जगह
बलौदाबाजार भाटापारा छत्तीसगढ़ राज्य का एक मुख्य जिला है। बलौदाबाजार भाटापारा जिला छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से करीब 100 किलोमीटर दूर है। बलौदाबाजार भाटापारा में महानदी बहती है। बलौदा बाजार पहले रायपुर का ही एक हिस्सा हुआ करता था। 1905 में इसे रायपुर से अलग किया गया और एक नया जिला बनाया गया। यह अब रायपुर संभाग के अंतर्गत आता है। प्राचीन समय में बलौदाबाजार जिले में गाय भैंसों का बाजार लगा करता था और यहां पर बहुत दूर-दूर से लोग इस बाजार में गाय भैंसों लेने आया करते थे। इस कारण इस जिले को बलौदा बाजार कहा जाने लगा। इस जिले में बहुत सारी धार्मिक और ऐतिहासिक जगह देखने के लिए मिलती है। चलिए जानते हैं, बलौदाबाजार में कौन-कौन सी जगह घूमने लायक है -
बलौदाबाजार (भाटापारा) में घूमने की जगह - Balodabazar (Bhatapara) me ghumne ki jagah
सोनबरसा नेचर ट्रेल बलौदाबाजार - Sonbarsa Nature Trail Balodabazar
सोनबरसा नेचर ट्रेल बलौदा बाजार जिले का एक मुख्य पर्यटन स्थल है। यह एक प्राकृतिक स्थल है। यहां पर आपको जंगल का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। यहां पर आप सफारी का मजा ले सकते हैं। यहां पर जंगली जानवर भी देखने के लिए मिलते हैं। सोनबरसा नेचर ट्रेल छत्तीसगढ़ पर्यटन विभाग के द्वारा इको टूरिज्म पार्क की तरह विकसित किया गया है। यहां पर दोस्तों और परिवार वालों के साथ घूमने के लिए आया जा सकता है।
सोनबरसा नेचर ट्रेल पार्क का उद्घाटन 5 जून 2018 को किया गया है। यह पार्क बलौदा बाजार जिले से करीब 5 किलोमीटर दूर है। पार्क में एंट्री फीस 10 रूपए लगती है। पार्क के अंदर रेस्टोरेंट देखने के लिए मिलता है, जहां पर चाय, कॉफी और खाने पीने का सामान मिल जाता है। पार्क के अंदर जंगली जानवर भी देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर बारहसिंघा, हिरण, हायना, खरगोश, बंदर यह सभी जानवर देखने के लिए मिल जाते हैं, जो बहुत ही सुंदर लगते हैं। पार्क में बच्चों के खेलने के लिए बहुत सारे झूले लगे हुए हैं, जहां पर बच्चे लोग काफी एंजॉय कर सकते हैं। पार्क में बहुत सारे जानवरों के बहुत सारे स्टेचू भी देखने के लिए मिलते हैं। पार्क में आप सफारी का मजा ले सकते हैं। यहां पर जीप सफारी से पूरा पार्क घुमा जा सकता है। यहां पर आकर बहुत अच्छा टाइम बिताया जा सकता है।
श्री जीण माता माता मंदिर बलौदाबाजार - Shri Jeen Mata Mata Mandir Balodabazar
श्री जीण माता मंदिर बलौदाबाजार का एक धार्मिक स्थल है। यह मंदिर जीण माता को समर्पित है। यह मंदिर बलौदाबाजार में भाटपारा में स्थित है। यह मंदिर बहुत सुंदर है और यहां पर आकर जीण माता के दर्शन किए जा सकते हैं। यह मंदिर मुख्य हाईवे सड़क के पास में बना हुआ है, जहां पर इस मंदिर में आना बहुत ही आसान रहता है। यह इस मंदिर में अखंड ज्योति जलती रहती है, जो 24 घंटे पूरे साल जलती रहती है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं।
मावली देवी मंदिर बलौदा बाजार - Mavli Devi Temple Balodabazar
मावली देवी मंदिर बलौदा बाजार जिले का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह मंदिर प्राचीन है। यह मंदिर बलौदा बाजार जिले में शिवनाथ नदी के तट के किनारे बना हुआ है। यह मंदिर तरपोंगा गांव में बना हुआ है। यह मंदिर रायपुर बिलासपुर मार्ग में विश्रामपुरी ग्राम से 3 किलोमीटर पश्चिम में ग्राम तरपोंगा में स्थित है। यह मंदिर प्राचीन काल में नष्ट हो गया था। जिससे यहां पर गांव वालों ने इस मंदिर को पुनः बनाया है। प्राचीन मंदिर की सामग्री को यहां पर दोबारा लगाया गया है। इस मंदिर में प्राचीन मंदिर की चौखट और मूर्तियां को देखा जा सकता है।
मावली देवी मंदिर या मावली माता मंदिर के नाम से जाना जाता है। महिषासुर मर्दिनी की प्रतिमा के रूप में पूजी जाती है। मावली माता का यह स्वरूप छत्तीसगढ़ में बहुत प्रसिद्ध है। इस मंदिर में और भी प्राचीन प्रतिमाओं के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर शिव भगवान जी की बहुत विशाल प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं, जो बहुत ही सुंदर लगती है। मावली माता गर्भ गृह में विराजमान है। इस मंदिर में नवरात्रि के समय बहुत भीड़ लगती है। बहुत सारे लोग यहां पर घूमने के लिए आते हैं। मंदिर के पास शिवनाथ नदी बहती है। मंदिर के पास आप शिवनाथ नदी में जाकर घूम सकते हैं। नदी में स्नान कर सकते हैं और नदी के सुंदर दृश्य को देख सकते हैं। यहां पर शाम के समय सूर्यास्त का बहुत सुंदर नजारा भी देखा जा सकता है। आप यहां पर मंदिर में घूमने के लिए आ सकते हैं।
भक्त कर्मा माता मंदिर बलौदाबाजार - Bhakta Karma Mata Temple Balodabazar
भक्त कर्मा माता मंदिर बलौदा बाजार जिले का धार्मिक स्थल है। यह मंदिर शिवनाथ नदी के किनारे बना हुआ है। यह मंदिर शिवनाथ नदी और जमुनिया नदी के संगम पर बना हुआ है। यहां पर बहुत सुंदर शिवनाथ नदी का दृश्य देखने के लिए मिलता है। मंदिर भी बहुत सुंदर है और कलरफुल है। यहां पर आकर पिकनिक मनाई जा सकती है। यह मंदिर सिहासन पाठ के नाम से भी जाना जाता है और यहां पर आकर अच्छा लगता है। साहू समाज के द्वारा यह मंदिर बनाया गया है और आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। यह मंदिर बलौदा बाजार में सोनादि ग्राम के पास में स्थित है।
इंदिरा प्रियदर्शनी नेचर सफारी मोहरेंगा - Indira Priyadarshini Nature Safari Moherenga
इंदिरा प्रियदर्शनी नेचर सफारी बलौदा बाजार जिले का एक सुंदर प्राकृतिक स्थल है। यह जगह रायपुर जिले के अंतर्गत आती है। यह जगह प्राकृतिक परिवेश से घिरी हुई है। यहां पर जंगली जानवर देखने के लिए मिल जाते हैं। यहां पर हिरण, नीलगाय और पंछियों की बहुत सारी प्रजातियां देखने के लिए मिलती है। यहां पर आप घूमने के लिए आ सकते हैं।
इंदिरा प्रियदर्शनी नेचर सफारी बलौदाबाजार जिले से करीब 50 किलोमीटर दूर है। यहां पर आपको आकर बहुत अच्छा लगेगा। यहां पर प्रवेश के लिए शुल्क लिया जाता है और यहां पर वॉच टावर बना हुआ है, जहां से आपको पूरे जंगल का दृश्य देखने के लिए मिल जाता है। यहां पर तरह तरह के फूलों वाले पौधे लगाए गए हैं और यहां पर छोटे-छोटे तालाब भी बने हुए हैं, जहां पर बदक घूमते हुए आपको देखने के लिए मिल जाते हैं। प्राकृतिक प्रेमी लोगों को यह जगह बहुत पसंद आएगी। यहां पर आपको नीलकंठ, वन मुर्गी जैसी पंछी भी देखने के लिए मिल जाते हैं। आप यहां पर आकर दो-तीन घंटे आराम से घूम सकते हैं। यहां पर आप अपने वाहन से या सरकारी जिप्सी से घूम सकते हैं। दोनों का चार्ज अलग अलग रहता है और यहां पर गाइड भी आपके साथ रहता है, जो आपको इस जगह के बारे में जानकारी देता है। यहां पर रेस्टोरेंट भी बना हुआ है, जहां पर आपको चाय, कॉफी और खाने पीने का सामान मिल जाता है। आप यहां पर आकर बहुत इंजॉय कर सकते हैं।
बलार बांध बलौदाबाजार - Balar Dam Balodabazar
बालार बांध बलौदाबाजार जिले का एक मुख्य पर्यटन स्थल है। यह एक बहुत बड़ा जलाशय है। यह जलाशय बारनाबापारा वन्य जीव अभ्यारण में स्थित है। यहां पर चारों तरफ जंगल और पहाड़ियों का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। यह जलाशय बहुत बड़े एरिया में फैला हुआ है। यहां पर आकर आप जलाशय का सुंदर दृश्य देख सकते हैं। बरसात में जलाशय का पानी ओवरफ्लो होकर बहता है, जिसका दृश्य भी बहुत सुंदर रहता है। यहां पर नहाने का मजा लिया जा सकता है और बहुत अच्छा समय बिताया जा सकता है। यह बांध बलौदाबाजार जिले के कसडोल तहसील में स्थित है।
सिद्धखोल जलप्रपात बलौदाबाजार - Siddhkhol Falls Balodabazar
सिद्धखोल जलप्रपात बलौदाबाजार का एक मुख्य पर्यटन स्थल है। यह एक प्राकृतिक पर्यटन स्थल है। यहां पर चारों तरफ जंगल का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। यह जलप्रपात सोनाखान वन क्षेत्र में स्थित है। यह जलप्रपात बलौदा बाजार के कसडोल तहसील में स्थित है। आप इस जलप्रपात तक बाइक और कार से घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर बाइक और कार के पार्किंग का चार्ज लगता है और यहां पर आकर बहुत सुंदर जलप्रपात देखने के लिए मिलता है।
सिद्धखोल जलप्रपात ऊंची चट्टानों से नीचे गिरता है, जिसका दृश्य बहुत ही शानदार रहता है। इस जलप्रपात के नीचे जाने के लिए सीढ़ियां बनी हुई है और सीढ़ियो के पास में ही सिद्ध बाबा का मंदिर देखने के लिए मिलता है, जिसमें सिद्ध बाबा जी की प्रतिमा विराजमान है। यहां पर वॉच टावर भी बना हुआ है, जिससे चारों तरफ का सुंदर दृश्य को देखा जा सकता है। यहां पर आकर आपको बहुत अच्छा लगेगा। यह जगह प्रकृति प्रेमियों के लिए बहुत ही बढ़िया है। आप यहां पर चट्टानों में आकर फोटोग्राफी भी करवा सकते हैं। यहां का दृश्य बहुत ही शानदार रहता है। यहां पर नेचुरल ट्रेल है, जहां पर आप घूम सकते हैं और जंगल के दृश्य को देख सकते हैं।
आमझरिया जलप्रपात बलौदाबाजार - Amjharia Falls Balodabazar
आमझरिया जलप्रपात बलौदाबाजार का एक प्राकृतिक पर्यटन स्थल है। यह जलप्रपात घने जंगल के अंदर स्थित है। यह जलप्रपात ज्यादा बड़ा नहीं है। मगर यह बहुत सुंदर है। यह जलप्रपात बलौदा बाजार जिले के कसडोल तहसील में स्थित है। यह जलप्रपात मुख्य हाईवे सड़क से कुछ दूरी पर जंगल के अंदर स्थित है। आप यहां पर घूमने के लिए जा सकते हैं। यहां पर आपको बहुत मजा आएगा।
गिरौदपुरी धाम बलौदाबाजार - Giroudpuri Dham Balodabazar
गिरौदपुरी धाम बलौदा बाजार का एक मुख्य पर्यटन स्थल है। यह एक धार्मिक स्थल है। यहां पर गुरु घासीदास जी का जन्म स्थान है। गुरु घासीदास जी का जन्म 18 दिसंबर 1756 में छत्तीसगढ़ राज्य के बलौदाबाजार जिले के गिरौदपुरी गांव में हुआ था। गुरु घासीदास जी सतनाम धर्म के प्रवर्तक थे। यहां पर आपको बहुत सारी सुंदर सुंदर जगह देखने के लिए मिलती है। यह जगह चारों तरफ से घने जंगल से घिरी हुई है। यहां पर गुरु घासीदास जी का मंदिर बना हुआ है, जो बहुत सुंदर है। गुरु घासीदास जी के मंदिर में गुरु घासीदास जी की बहुत ही सुंदर प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर गुरु घासीदास जी का बैठने वाला स्थल भी देखने के लिए मिलता है। गिरौदपुरी धाम गुरु घासीदास जी का तपो स्थान भी है। यहां पर उन्होंने घोर तपस्या की थी और लोगों को ज्ञान की बातें सिखाई थी।
गिरौदपुरी धाम में जैतखंभा देखने के लिए मिलता है। यह एक बहुत बड़ा स्तंभ है। यह खंबा 77 मीटर ऊंचा है। इस स्तंभ की ऊंचाई कुतुब मीनार से भी ज्यादा है। यह स्तंभ शांति का प्रतीक है। यह स्तंभ के ऊपर जाने के लिए सीढ़ियां बनी हुई है। स्तंभ से चारों तरफ का दूर-दूर तक का नजारा देखा जा सकता है, जो बहुत ही सुंदर रहता है। इस स्तंभ का डिजाइन भी बहुत ही आकर्षक है। इस स्तंभ के खुलने का समय सुबह 10 से 5 बजे तक है। आपको गिरौदपुरी धाम जाकर इस स्तंभ में जरूर घूमना चाहिए।
यहां पर अमृत कुंड भी बना हुआ है। यह कुंड सबसे अंत में जंगल के बीच में देखने के लिए मिलता है। इस कुंड के पानी पीने से सभी प्रकार के रोग ठीक हो जाते हैं। लोग यहां पर आते हैं और इस कुंड के पानी को पीते हैं और अपने साथ बोतल में भरकर लेकर जाते हैं। कुंड का पानी अमृत के समान है। इसलिए इसे लोग अमृत कुंड कहते हैं। यह जगह जंगल से घिरी हुई है। यहां पर ढेर सारे बंदर देखने के लिए मिलते हैं। अगर आप लकी रहते हैं, तो आपको जंगली जानवर के भी दर्शन करने के लिए मिल जाते हैं। यहां पर आकर बहुत अच्छा लगता है और बहुत शांति मिलती है। इस जगह में आप घूमने के लिए आ सकते हैं।
कुटन नाला झरना बलौदाबाजार - Kutan Nala Waterfall Balodabazar
कुटन नाला झरना बलौदाबाजार जिले का एक प्राकृतिक पर्यटन स्थल है। यह एक सुंदर झरना है। यह झरना बलौदाबाजार की कसडोल तहसील में स्थित है। यह झरना कसडोल से सिरपुर जाने वाले मार्ग में बोरसी गांव के पास में स्थित है। यह झरना जंगल के अंदर स्थित है। यहां पर जलप्रपात का पानी कुंड में गिरता है। इस कुंड में नहाने का मजा भी लिया जा सकता है। मगर जिसे तैरना नहीं आता है। वह यहां पर नहीं नहाये। इस खूबसूरत झरने को आप देखने के लिए आ सकते हैं और यहां पर आपको जंगली जानवर भी देखने के लिए मिल सकते हैं।
तुरतुरिया बलौदाबाजार - Turturia Balodabazar
तुरतुरिया बलौदाबाजार जिले का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। यह जगह प्राकृतिक परिवेश से घिरी हुई है। यह जगह बारनवापारा वन्य जीव अभयारण्य में स्थित है। इस जगह को सुरसुरी गंगा के नाम से भी जाना जाता है। यहां पर आपको प्राकृतिक दृश्य देखने के लिए मिलता है, जो बहुत ही मनोरम रहता है। यह पूरी जगह पहाड़ियों से घिरी हुई है। तुरतुरिया धाम को तुरतुरिया इसलिए कहा जाता है, कि तुरतुरिया धाम के पास में बलभद्र नाम का नाला बहता है, जिससे तुर तुर की आवाज आती है। इसलिए इस जगह को तुरतुरिया कहा जाता है। तुरतुरिया धाम बलौदा बाजार जिले से करीब 50 किलोमीटर दूर है। यह बलौदा बाजार की कसडोल तहसील में स्थित है। यहां पर आने के लिए सड़क अच्छा है, मगर तुरतुरिया धाम के पास सड़क थोड़ी सी खराब है। यहां पर कच्ची सड़क मिलती है। तुरतुरिया धाम में सबसे अच्छा समय आने का बरसात कराता है, क्योंकि बरसात के समय यहां पर चारों तरफ हरियाली रहती है।
तुरतुरिया धाम में महर्षि वाल्मीकि जी का आश्रम देखने के लिए मिलता है। कहा जाता है, कि लव कुश का जन्म यहां पर हुआ था। यहां पर बाल्मीकि जी का आश्रम देखने के लिए मिलता है, जहां पर बाल्मीकि जी की प्रतिमा और सीता जी, लव कुश जी की प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। यहां पर राम मंदिर भी बना हुआ है, जहां पर राम जी, सीता जी और लक्ष्मण जी की प्रतिमा देखने के लिए मिलती है।
मंदिर के बाहर ही एक जलधारा देखने के लिए मिलती है। इस जलधारा को सुरसुरी गंगा कहा जाता है। यह जलधारा 12 महीने इसी तरह बहती रहती है। जलधारा के पास में प्राचीन प्रतिमाएं देखने के लिए मिलती है, जो विष्णु भगवान जी की है। यहां पर और भी बहुत सारी प्राचीन मूर्तियां देखने के लिए मिलती हैं। बलभद्र नाले की दूसरी तरफ तुरतुरिया माता का मंदिर बना हुआ है, जो पहाड़ी के ऊपर स्थित है। यहां पर तुरतुरिया माता के मंदिर में भी घूमने के लिए जाया जाता है। यहां पर पौष पूर्णिमा के दिन बहुत बड़ा मेला लगता है, जिसमें दूर दूर से लोग आते हैं और यहां पर बहुत सारी दुकानें लगती है ,आप भी यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं और अपना बहुत अच्छा समय बिता सकते हैं।
महानदी और शिवनाथ नदी का संगम स्थल - Confluence of Mahanadi and Shivnath River
महानदी और शिवनाथ नदी का संगम स्थल बलौदाबाजार जिले में स्थित है। यह एक धार्मिक स्थल है। यह जगह बहुत ही सुंदर है और यहां पर बहुत सारे मंदिर देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर कुछ प्राचीन मंदिर भी है। इस जगह के बारे में कहा जाता है, कि यहां पर राम गमन पथ है। श्री राम जी ने अपने वनवास काल के दौरान यहां से यात्रा करी थी और नदी को पार किया था। यहां पर तीन नदियों का संगम स्थल देखने के लिए मिलता है - महानदी, शिवनाथ नदी और लीलागर नदी। यहां पर आकर आप घूम सकते हैं। यह जगह चिंगोरी में स्थित है।
सोमनाथ मंदिर बलौदाबाजार - Somnath Temple Balodabazar
सोमनाथ मंदिर बलौदाबाजार जिले का धार्मिक स्थल है। यह मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है। यह मंदिर बलौदाबाजार जिले की सिमगा तहसील में स्थित है। यह मंदिर सिमगा तहसील के लखना गांव में स्थित है। यह मंदिर प्राचीन है। इस मंदिर में विराजमान शिवलिंग बहुत पुराना है। यह शिवलिंग करीब 200 साल पुराना है। इस मंदिर में बहुत सारी प्राचीन प्रतिमाओं के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर नंदी भगवान जी की बहुत बड़ी पत्थर की प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। यहां पर महाशिवरात्रि के समय बहुत भीड़ लगती है। बहुत सारे भक्त भगवान शिव के दर्शन करने के लिए आते हैं।
सोमनाथ मंदिर के पास में ही खारुन और शिवनाथ नदी का संगम स्थल देखने के लिए मिलता है। यहां पर इन दोनों नदियों का बहुत सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। यहां पर बोटिंग का भी मजा लिया जा सकता है। आप यहां पर स्नान भी कर सकते हैं। यहां पर रूद्र शिवा की मूर्ति देखने के लिए मिलती है। यहां पर बहुत सारी देवी देवताओं की मूर्ति देखने के लिए होती है। हनुमान जी का मंदिर भी यहां पर देखने के लिए मिलता है।
कबीर आश्रम दामाखेड़ा बलौदाबाजार - Kabir Ashram Damakheda Balodabazar
कबीर आश्रम दामाखेड़ा बलौदा बाजार का एक धार्मिक स्थल है। यहां पर कबीर आश्रम बना हुआ है, जहां पर संत कबीर जी की प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। कबीरपंथी लोगों के लिए यह धार्मिक स्थल है। यहां पर समाधि स्थल भी देखने के लिए मिलता है। यहां पर एक कबीर सागर देखने के लिए मिलता है, जो एक सुंदर तालाब है। यहां पर प्रकाश स्तंभ बना हुआ है। वह भी देखा जा सकता है। यह जगह बलौदा बाजार में सिमगा तहसील के दामाखेड़ा गांव में स्थित है। आप यहां पर बाइक या कार से घूमने के लिए आ सकते हैं।
सिद्धेश्वर मंदिर बलौदाबाजार - Siddheshwar Temple Balodabazar
सिद्धेश्वर मंदिर बलौदाबाजार का एक धार्मिक स्थल है। यह मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है। यह मंदिर प्राचीन है। यह मंदिर सातवीं और आठवीं शताब्दी में बनाया गया है। यह मंदिर ईटों से बना हुआ है। इस मंदिर की दीवारों में गंगा और यमुना की मूर्तियां बनी हुई है। यहां पर गर्भ गृह में भगवान शिव का शिवलिंग विराजमान है। इस शिवलिंग को सिद्धेश्वर शिवलिंग के नाम से जाना जाता है। इस मंदिर का शिखर बहुत ही सुंदर है।
सिद्धेश्वर मंदिर बलौदा बाजार जिले से 25 किलोमीटर दूर पलारी नामक गांव में बना हुआ है। यह मंदिर बालसमुंद नाम के तालाब के किनारे बना हुआ है। मंदिर की दीवारों में बहुत ही सुंदर नक्काशी देखने के लिए मिलती है, जो बहुत ही आकर्षक लगती है। मंदिर पंचरत्न शैली में बना हुआ है। बालसमुंद तालाब का दृश्य बहुत ही सुंदर लगता है। आप मंदिर में घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर महाशिवरात्रि के समय बहुत सारे भक्त शिव भगवान जी के दर्शन करने के लिए आते हैं।
बारनवापारा वन्यजीव अभयारण्य बलौदाबाजार - Barnawapara Wildlife Sanctuary Balodabazar
बारनवापारा वन्यजीव अभ्यारण बलौदा बाजार जिले का एक मुख्य पर्यटन स्थल है। यह अभ्यारण बलौदा बाजार के कसडोल तहसील में स्थित है। यह अभ्यारण बहुत बड़े एरिया में फैला हुआ है। यहां पर आपको जंगल और जंगली जानवर देखने के लिए मिल जाते हैं। यहां पर बहुत सारे जंगली जानवर देखने के लिए मिलते हैं। इस अभ्यारण की स्थापना वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत 1976 में हुई थी। यह अभ्यारण करीब 245 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला हुआ है।
बारनवापारा अभ्यारण में हिरण, बाघ, तेंदुआ, जंगली भैंसे, अजगर, हायना, शाही, चिंकारा, ब्लैकबक्स देखने के लिए मिल जाते हैं। यहां पर यह जानवर अपने प्राकृतिक आवास में स्वतंत्रता पूर्वक घूमते हैं। यहां पर कई प्रकार के पक्षी भी देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर विभिन्न प्रकार की प्रजातियों की पेड़ पौधे भी देखने के लिए मिलते हैं। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर आप सफारी का मजा ले सकते हैं। यहां पर आपको बहुत मजा आएगा। आप यहां पर आकर बहुत अच्छा समय बिता सकते हैं।
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