हाथी महल मांडू (मांडव) - Elephant Palace Mandav (Mandu)
हाथी महल मांडू शहर का एक ऐतिहासिक स्थल है। यह इमारत भी बहुत सुंदर है। मगर वक्त के साथ यह इमारत भी खंडहर में बदलती जा रही है। इस स्मारक को हाथी स्मारक इसलिए कहा जाता है, क्योंकि यहां पर स्मारक में, जो स्तंभ बने हुए हैं। उनका आकार हाथी के पैरों के समान है। इसलिए इस स्मारक को हाथी स्मारक कहा जाता है। यह स्मारक बहुत ही सुंदर लगती है। यहां पर एक कब्र भी बनी हुई है। यह स्मारक मांडू में थोड़ा अंदर तरफ स्थित है। यहां पर बहुत कम लोग जाते हैं। मगर हम लोग मांडू घूमने के लिए गए थे। तो हम लोगों ने सोचा, कि यहां पर भी घूम कर आना चाहिए।
हमारी मांडू यात्रा में, हम लोग कारवां सराय, दाई का मकबरा, और मांडू झील घूमने के बाद हाथी महल घूमने के लिए गए। यह सभी इमारतें मुख्य सड़क में है, तो यहां पर जाने में कोई दिक्कत नहीं होती है। यहां पर करीब आधा घंटा घूमने में लगता है। आधे घंटे में घूम कर हम लोग इन इमारतों से आ गए। उसके बाद, हम लोग थोड़ा आगे गए, तो हम लोगों को हाथी महल की तरफ जाने वाला रास्ता देखने के लिए मिला। मुख्य सड़क में हाथी महल का बोर्ड लगा हुआ है और बोर्ड से एक रास्ता हाथी महल की तरफ जाता है। हाथी महल मुख्य सड़क से करीब 2 किलोमीटर दूर होगा। यह रास्ता कुछ दूर तक पक्का है और कुछ दूर कच्चा रास्ता है। यह रास्ता गांव के रास्ते से होते हुए जाता है आगे जाने पर यहां पर गांव खत्म हो जाता है।
हाथी महल की तरफ जाने वाले रास्ते में, जहां से गांव खत्म हो जाता है। वहां से रास्ता बहुत ज्यादा खराब हो जाता है। यह रास्ता बहुत सकरा भी है। रास्ते में अगर एक कार चलती है, तो बाइक को जाने के लिए जगह नहीं है। इस रास्ते में बाइक और कार एक साथ नहीं चल सकती है। मगर महल तक कार और बाइक दोनों ही जा सकती हैं। बस रोड बहुत खराब है। महल के पास की रोड तो बहुत ज्यादा ही खराब है। रास्ते में बहुत बड़े-बड़े गड्ढे हैं और कहीं-कहीं पर पानी भरा हुआ है, जहां से गाड़ी पार करने में परेशानी होती है। मगर हम लोग जैसे तैसे करके, हाथी महल पहुंच गए। यहां पर हमको एक बड़ा सा जलकुंड देखने के लिए मिला। जल कुंड में पानी भरा हुआ था।
हाथी महल में पहुंचकर सबसे पहले महल के मध्य में स्थित हम लोगों को मकबरा देखने के लिए मिला। इस मकबरे को बहुत ही खूबसूरती से बनाया गया है। मकबरे में, जो स्तंभ बनाए गए हैं। वह हाथी के पैर के समान हैं। इसलिए इस महल को हाथी महल के नाम से जाना जाता है। मकबरे के बीच में कब्र बनी हुई है। यह मकबरा 12 स्तंभों पर टिका हुआ है। मकबरे के ऊपरी भाग में बहुत ही सुंदर गुंबद बना हुआ है। इस गुंबद के अंदरूनी भाग पर कारीगरी की गई है, जो बहुत ही आकर्षक लगती है। गुंबद का ऊपरी भाग सपाट है।
हाथी महल को प्राचीन समय में शाही परिवार के रहने के लिए बनाया गया था। मगर फिर इसे मकबरे में परिवर्तित कर दिया गया। यह महल बहुत ही सुंदर दिखाई देता है। मकबरे के तीनों तरफ कमरे बने हुए हैं और मकबरे के पीछे के तरह लंबा सा गलियारा देखने के लिए मिलती है। गलियारा का ऊपर का छत नहीं है। इस महल में ऊपर भी घूमने के लिए जाया जा सकता है। यहां पर सीढ़ियों के द्वारा ऊपर जाया जा सकता है। मगर हम लोग यहां पर ऊपर नहीं गए थे। ऊपर से यहां पर चारों तरफ का दृश्य देखने के लिए मिलता है। यहां पर खेत वगैरह कुछ नहीं था।
हाथी महल सुनसान इलाके में स्थित है। यहां पर ज्यादा लोग नहीं थे और यहां पर गांव वाले बस देखने के लिए मिलते हैं। गांव वाले यहां पर लकड़ी काटने के लिए जा रहे थे, तो अगर आप यहां पर घूमने के लिए जाना चाहते है, तो जा सकते है । यहां पर उतना ज्यादा भीड़ भाड़ नहीं रहती है। हाथी महल में हम लोग को पीछे की तरफ एक छोटा सा कुंड देखने के लिए मिला था। शायद यह कुंड प्राचीन समय में पानी भरता है और फव्वारा चलता है। मगर इसके बारे में ज्यादा जानकारी हम लोगों को नहीं है। यहां पर महल घूमने के बाद, हम लोग वापस अपने मांडू यात्रा में आगे बढ़े।
हाथी महल कहां स्थित है - Where is Hathi Mahal located?
हाथी महल धार जिले के मांडू शहर में स्थित है। हाथी महल मुख्य मांडू शहर से करीब 3 किलोमीटर दूर होगा। यह महल मुख्य सड़क से 2 किलोमीटर दूर है। महल तक जाने वाली सड़क बहुत ही खराब हालत में है। महल के पास पार्किंग के लिए बहुत जगह है। यहां पर कार और बाइक दोनों से जा सकते हैं।
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