देवास की टेकरी :- चामुंडा माता का मंदिर और तुलाजा माता का मंदिर देवास
Dewas ki tekari :- Maa Chamunda Mandir aur Tulaaja Mata ka mandir Dewas
देवास टेकरी मंदिर देवास जिले का एक धार्मिक स्थल है। देवास जिला मुख्य रूप से चामुंडा माता मंदिर और तुलाजा माता मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। यह मंदिर एक ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ है और यह मंदिर बहुत सुंदर है। इस ऊंची पहाड़ी से चारों तरफ का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। इस मंदिर तक पैदल यात्रा करके पहुंचा जा सकता है या रोपवे सुविधा के द्वारा भी पहुंचा जा सकता है। यहां पर आकर बहुत अच्छा लगता है। देवास जिले का पूरा दृश्य यहां से देखने के लिए मिलता है। देवास टेकरी में बहुत सारे मंदिर बने हुए हैं, जिनका धार्मिक महत्व है और यहां पर बहुत सारे भक्त माता के दर्शन करने के लिए आते हैं। हम लोग भी देवास में, देवास टेकरी मंदिर घूमने के लिए गए थे।
हम लोगों की यात्रा में, हम लोग इंदौर से भोपाल यात्रा कर रहे थे। इंदौर से भोपाल के रास्ते में देवास जिला पड़ता है और हम लोग देवास जिले के मंदिर घूमने के लिए गए थे। हम लोग देवास जिले के पहले कैला देवी मंदिर घूमने के लिए गए। उसके बाद, हम लोग देवास टेकरी मंदिर घूमने के लिए गए। देवास टेकरी मंदिर बहुत ही सुंदर मंदिर है और मंदिर को बहुत ही अच्छी तरह से बनाया गया है और बहुत ही अच्छी तरह से मैनेज किया जाता है। हम लोग का देवास टेकरी मंदिर में जाने का प्लान, रोपवे से जाने का था और हम लोग रोपवे में जाने का मार्ग ढूंढ रहे थे और हम लोगों को टेकरी मंदिर में जाने के लिए पैदल मार्ग मिल गया।
वैसे देवास टेकरी मंदिर जाने के लिए बहुत सारे रास्ते हैं, जहां से पैदल और बाइक से मंदिर पहुंचा जा सकता है। मगर हम लोगों को रास्ते में ही यहां पर प्रसाद वालों ने रोक लिया और हमारी बाइक को पकड़ लिया और बोलने लगे, कि आप लोग बाइक लेकर आगे नहीं जा सकते हैं और बाइक को, प्रसाद वालों के सामने खड़ी कर दो। यहां से आपको पैदल जाना है। हम लोगों ने बोला - हम लोगों को यहां से पैदल इतना दूर नहीं जाएंगे। हम लोग की थोड़ी सी बहस हो गई और हम लोग ने बोले हम लोग को यहां से जाना ही नहीं है और हम लोग उस रोड से वापस आ गए। देवास टेकरी मंदिर अगर पैदल घूमने जाएंगे, तो बहुत मजा आता है। क्योंकि पैदल रास्ते में बहुत सारे मंदिर देखने के लिए मिलते हैं और पैदल घूमने का अपना एक मजा रहता है। मगर उसके लिए बहुत सारा टाइम चाहिए, जो हम लोगों के पास नहीं था और इसलिए हम लोगों ने रोपवे से जाने का फैसला किया था। तो हम लोग रोपवे की तलाश में आगे निकल गए और हम लोगों ने आगे लोगों से रास्ता पूछते हुए आगे बढ़े।
मुख्य सड़क या ए बी रोड पर टेकरी मंदिर जाने के लिए सीढ़ियों वाला मार्ग भी है और यहां पर बहुत सुंदर प्रवेश द्वार बना हुआ है। मगर हम लोगों को यहां से नहीं जाना था। हम लोग रोड के थोड़ा आगे बढ़े। कुछ दूर आगे जाकर ही मुख्य सड़क पर हम लोगों को रोपवे ट्रॉली स्टेशन दिख गया और यहां पर चौराहा बना है। चौराहे के पास में ही रोपवे ट्रॉली स्टेशन बना हुआ है। हम लोग रोपवे ट्रॉली स्टेशन में गए। अपनी गाड़ी खड़ी किया। यहां पर फ्री पार्किंग की सुविधा उपलब्ध है। उसके बाद हम लोगों ने यहां पर प्रसाद लिया और रोपवे का टिकट लिया। हम लोग रोपवे से मंदिर की तरफ गए। जब हम लोग रोपवे से जा रहे थे। तब हम लोग को थोड़ा डर लग रहा था। मगर मजा भी बहुत आया। एक अलग ही एक्सपीरियंस था। रोपवे रास्ते में रुक गए थी। यहां पर रोपवे रास्ते में 10 सेकंड के लिए रूकती है। हम लोगों ने रोपवे से चारों तरफ का दृश्य देखा, जो बहुत ही सुंदर था। देवास शहर यहां से बहुत ही अद्भुत लग रहा था।
हम लोग रोपवे से मंदिर के पास पहुंच गए। रोपवे से हम लोग बाहर आए। रोपवे से हम लोगों को अब पैदल चलना था। कुछ ही दूरी पर हम लोगों को तुलाजा माता का मंदिर देखने के लिए मिला। तुलाजा माता भवानी के मंदिर के बाहर ही छोटे-छोटे बच्चे हम लोगों को रोक लिया और हम लोगों से, वह पैसा मांग रहे थे और हम लोगों को टीका लगा रहे थे। मगर हम लोगों ने उन्हें मना कर दिया और हम लोग मंदिर के बाहर चप्पल उतारे और मंदिर में प्रवेश किए। यहां पर माता का, जो मंदिर बना है। वह बहुत ही सुंदर बना हुआ है।
तुलाजा माता का मंदिर पहाड़ी में एक छोटी सी गुफा में बना हुआ है और मंदिर का जो गर्भ गृह है। वह पूरी तरह चांदी का बना हुआ है। मंदिर बहुत ही सुंदर लगता है। मंदिर के गर्भ गृह में तुलाजा माता की प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। माता गहनों और वस्त्रों से सुसज्जित थी। तुलाजा माता भवानी गहनों से सुसज्जित थे। माता के सर पर चांदी का मुकुट चढ़ा हुआ था। नाक में बाली पहनी हुई थी और तुलाजा माता ने हार भी पहना हुआ था। तुलाजा माता चांदी के सिंहासन में विराजमान थी और बहुत ही सुंदर लग रही थी। यहां पर बहुत सारे लोग माता के दर्शन करने के लिए आते हैं, यहां पर नवविवाहित जोड़े भी दर्शन करने के लिए आते हैं। वह यहां पर माता के दर्शन करने के लिए आते हैं। हम लोगों ने माता के दर्शन किए। हम लोगों को बहुत अच्छा लगा। उसके बाद हम लोगों ने यहां पर फोटो क्लिक करें और आगे चामुंडा माता के दर्शन करने के लिए आगे चल दिए।
चामुंडा माता मंदिर की तरफ जाने वाला रास्ता बहुत अच्छा था और इस रास्ते से हम लोगों को देवास जिले का सुंदर दृश्य भी देखने के लिए मिल रहा था। रास्ते में बहुत सारे मंदिर भी देखने के लिए मिले। यहां पर गांधी जी के चार बंदर देखने के लिए मिले, जो अलग-अलग संदेश दे रहे थे। यहां पर बुरा मत सुनो, बुरा मत बोलो, बुरा मत देखो और बुरा मत सोचो। यह सभी संदेश दिए जा रहे थे। यहां पर कुबेर जी का मंदिर भी देखने के लिए मिलता है। रास्ते में हम लोगों को यहां पर हाथ, पैर दर्द की जड़ी बूटियों से बनी हुई दवाई भी मिली थी। मगर हम लोगों को जरूरत नहीं थी। इसलिए हम लोगों ने नहीं लिया। यहां पर रास्ते में सभी प्रकार की व्यवस्थाएं हैं और हम लोग आगे बढ़े।
हम लोग चामुंडा देवी के मंदिर पहुंचे। चामुंडा देवी का मंदिर बहुत ही सुंदर तरीके से बना हुआ है। यहां पर मंदिर के बाहर प्रवेश द्वार की दीवारों के पास में 108 देवियों की तस्वीर बनी हुई है, जो बहुत ही सुंदर लगती है। उसके बाद हम लोग मंदिर के प्रवेश द्वार से मंदिर के अंदर गए और यहां पर एक छोटी सी पहाड़ी में ही एक छोटी सी गुफा में मां चामुंडा देवी का मंदिर बना हुआ है। मां चामुंडा माता को छोटी माता के नाम से भी जाना जाता है। चामुंडा मां का, जो स्वरूप है। वह पूरा चट्टान से ही बना हुआ है। माता बहुत ही सुंदर लगती है और माता गहनों और कपड़ों से सुसज्जित हैं। माता के सर पर मुकुट चढ़ा हुआ है और छोटा सा गर्भ ग्रह बना हुआ है।
चामुंडा माता के दर्शन करने के बाद, हम लोग बाहर आए। चामुंडा मंदिर के पास में ही भैरव बाबा का मंदिर बना हुआ है। यहां पर छोटी सी गुफा है, जहां पर भैरव बाबा विराजमान है। हम लोगों ने भैरव बाबा के दर्शन किए। यहां पर शंकर भगवान जी का मंदिर भी देखने के लिए मिलता है। हम लोग सभी देवी देवता के दर्शन किए। उसके बाद हम लोग थोड़ा देर यहां पर बैठे हैं। करीब 10 मिनट यहां पर हम लोग बैठे और उसके बाद हम लोग मंदिर से बाहर आ गए और अपने आगे के सफर के लिए चल दिए।
यहां पर रास्ते में हम लोगों को नौ देवियों के दर्शन करने के लिए मिले हैं। हम लोगों ने नौ देवियों के भी दर्शन करें। यहां पर पहाड़ी में छोटे-छोटे मंदिर बने हुए थे, जो बहुत ही सुंदर लग रहे थे। हम लोगों ने दर्शन किए। उसके बाद हम लोग रोपवे की तरफ आगे बढ़े। यहां पर रोपवे के पास में ही अन्नपूर्णा स्थल है। जहां पर खाने के लिए खाना मिलता है। वह भी बहुत सस्ता मूल्य में मिलता है। यहां पर, जो खाना मिलता है। वह बहुत अच्छा था। ज्यादा स्वादिष्ट नहीं था, मगर अच्छा था। 10 रुपए में पेट भर के खाना मिलता है। हम लोगों ने यहां पर खाना खाया और उसके बाद हम लोग रोपवे में बैठे और नीचे आ गए। यहां पर रोपवे के पास में ही जैन मंदिर भी है। जैन मंदिर भी बहुत सुंदर है और पूरा सफेद मार्बल से बना हुआ है। मगर हम लोग जैन मंदिर नहीं गए थे। हम लोग रोपवे से नीचे आ गए और पार्किंग में खड़ी अपनी गाड़ी में सवार होकर भोपाल की तरफ निकल गए।
देवास टेकरी परिक्रमा पथ पर बहुत सारे मंदिर देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर बहुत सारे देवी देवताओं के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। चामुंडा माता मंदिर परिक्रमा पथ में तुलाजा माता मंदिर (बड़ी माता मंदिर), चामुंडा माता मंदिर (छोटी माता मंदिर), खो-खो माता मंदिर, राम हनुमान मंदिर, कुबेर मंदिर, भैरव बाबा मंदिर, कालिका मंदिर, अष्टभुजी देवी मंदिर, देखने के लिए मिलते हैं। खो-खो माता मंदिर खांसी ठीक करने वाली माता का मंदिर है और यह परिक्रमा पथ में ही पड़ता है। यहां पर पंडित जी बैठे रहते हैं, जिन से खांसी ठीक करने की दवाई मिल जाती है। पूरी देवास टेकरी में भी बहुत सारे धार्मिक स्थल है। यहां पर शीलनाथ धूनी, जैन मंदिर, लक्ष्मण झूला और भी बहुत सारी प्राचीन स्थल देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर और भी बहुत सारे स्थल देखने के लिए मिलते हैं। आप यहां पर घूमने के लिए आते हैं, तो यह सभी जगह घूम सकते हैं और आप पैदल परिक्रमा करेंगे, तो आपको यहां पर बहुत मजा आएगा।
देवास टेकरी रोपवे की जानकारी - Dewas Tekri Ropeway
हम लोग देवास टेकरी रोपवे से गए थे। देवास टेकरी रोपवे में जाने का एक व्यक्ति का प्राइस, आने और जाने का 100 रुपए लगता है और इसमें जीएसटी भी लगता है, तो हम लोग दो लोगों थे, तो हम लोग का 200 रुपए लगा था और टैक्स लगा था। वह 36 रुपए था। तो हम लोग का कुल टोटल 236 रुपए यहां पर लगा था। यहां पर हम लोगों ने कैश टिकट का पैसा दिया था। यहां पर ऑनलाइन और कैश दोनों ही माध्यम से पैसे दिया जा सकता है। रोपवे एबी रोड पर स्थित है। यहां पर आसानी से पहुंचा जा सकता है। यहां पर पार्किंग की जगह है, जहां पर गाड़ी खड़ी की जा सकती है और यहां पर पार्किंग का किसी भी प्रकार का चार्ज नहीं लगता है। यहां पर नीचे एक छोटा सा होटल भी है, जहां पर खाने पीने का सामान मिल जाता है। यहां पर वॉशरूम की सुविधा भी उपलब्ध है। यहां पर गार्डन बना हुआ है, जहां पर बैठा जा सकता है।
देवास माता टेकरी कहां पर स्थित है - Where is dewas mata tekri
देवास टेकरी देवास जिले का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर देवास में ए बी रोड हाईवे सड़क पर स्थित है। यहां पर आसानी से पहुंचा जा सकता है और मंदिर एक पहाड़ी के ऊपर बना है। मंदिर तक पहुंचने के लिए सीढ़ी और रोपवे की सुविधा उपलब्ध है। मंदिर तक जाने के लिए पक्की सड़क बनी हुई है और यहां पर बाइक और कार से पहुंचा जा सकता है।
देवास टेकरी फोटो - Devas Tekri Images
तुलाजा माता मंदिर |
मां अष्टभुजा मंदिर |
परिक्रमा पथ |
तुलाजा माता मंदिर |
देवास का सुंदर दृश्य |
चामुंडा माता मंदिर की दीवार का दृश्य |
रोपवे |
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