लखनऊ जिले के दर्शनीय स्थल - Places to visit in Lucknow / लखनऊ के आसपास घूमने की जगह / लखनऊ घूमने की जगह
लखनऊ उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख जिला है। लखनऊ उत्तर प्रदेश की राजधानी है। लखनऊ शहर को नवाबों का शहर कहा जाता है। लखनऊ में नवाब और कबाब दोनों ही प्रसिद्ध हैं। लखनऊ में चिकनकारी का बहुत ही सुंदर काम देखने के लिए मिलता है। यहां पर आकर बहुत सारी प्राचीन इमारतें देख सकते हैं। यहां पर आपको अवध एवं ब्रिटिश एरा की बहुत सारी इमारतें देखने के लिए मिलती हैं। लखनऊ में आपको घूमने के लिए बहुत सारी जगह मिल जाती हैं।
लखनऊ में घूमने की जगह
Lucknow mein ghumne ki jagah
बड़ा इमामबाड़ा लखनऊ - Bara Imambara Lucknow
बड़ा इमामबाड़ा लखनऊ शहर का एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। बड़ा इमामबाड़ा एक प्राचीन स्मारक है। बड़ा इमामबाड़ा परिसर में आपको बहुत सारी जगह देखने के लिए मिलती है। बड़ा इमामबाड़ा में आपको केंद्रीय हॉल, भूल भुलैया, आसिफी मस्जिद, बावली और शाही बगीचा देखने के लिए मिलता है। इस ऐतिहासिक स्मारक का निर्माण अवध के नवाब आसफ उद दौला ने 1784 में करवाया था। इसे आसिफी इमामबाड़े के नाम से भी जाना जाता था। इस इमामबाड़े का निर्माण नवाब आसफ उद दौला ने अकाल रहित परियोजना के अंतर्गत करवाया था। इमामबाड़ा परिसर में आपको मुख्य हॉल देखने के लिए मिलता है। यह हॉल बहुत सुंदर है। यह पर आपको विशाल गुंबदनुमा हॉल देखने के लिए मिलता है, जो 50 मीटर लंबा और 15 मीटर ऊंचा है। इस हॉल को बहुत सुंदर तरीके से सजाया भी गया है।
इमामबाड़ा परिसर का मुख्य आकर्षण यहां पर स्थित भूलभुलैया है। भूल भुलैया में कोई भी आकर रास्ता भटक सकता है। यहां पर आपको अनेकों रास्ते देखने के लिए मिलते हैं, जिनमें बहुत सारे लोग भटक जाते हैं। आप यहां जाते हैं, तो गाइड के साथ जाइए। गाइड आपको इस जगह के नए-नए अनोखी चीजों के बारे में बताएगा। भूल भुलैया की ऊपरी मंजिल में जाने के लिए यहां पर अनेकों रास्ते देखने के लिए मिलते हैं। मगर भूल भुलैया से नीचे आने के लिए केवल एक ही रास्ता है। यहां पर अगर आप बहुत धीमे से बात करते हैं, तो आपसे बहुत दूर खड़े हुए लोगों को भी वह बात सुनाई देती है। मतलब यहां पर दीवारों के भी कान है। वैसे आपको यहां पर बहुत मजा आएगा।
इमामबाड़ा परिसर पर आपको आसिफी मस्जिद देखने के लिए मिलती है। इस मस्जिद में गैर मुस्लिम का जाना माना है। मगर यह मस्जिद बहुत ही सुंदर तरीके से बनी है। यहां पर बावली भी देखने के लिए मिलती है। बावली भी बहुत सुंदर है। आप यहां पर आकर बैठ सकते हैं। यहां पर आपको अच्छा लगेगा और यहां का जो शाही बगीचा है। वह भी बहुत सुंदर है। यहां पर तरह तरह के फूल लगे हुए हैं। यहां पर हरा भरा घास का बगीचा भी देखने के लिए मिलता है। बड़ा इमामबाड़ा गोमती नदी के किनारे बना हुआ है। बड़ा इमामबाड़ा में प्रवेश के लिए शुल्क लिया जाता है। यहां पर अलग-अलग जगह के लिए अलग-अलग शुल्क लिया जाता है और इन सभी जगहों को सम्मिलित कर के पास भी बनाया जाता है। यहां पर गाइड भी इन जगहों का अलग-अलग शुल्क लेते हैं। यह लखनऊ में घूमने वाली जगह है।
नौबत खाना लखनऊ - Naubat Khana Lucknow
नौबत खाना लखनऊ का एक प्राचीन स्मारक है। यह स्मारक बड़ा इमामबाड़ा के सामने स्थित है। यह स्मारक बहुत सुंदर है। इसे नौबत खाना या नक्कर खाना के नाम से जाना जाता था। यह इमारत मुख्य रूप से ढोल और नगाड़े वाले उपयोग करते थे यहां पर राजा के द्वारा किसी भी तरह की घोषणा के लिए इस जगह का उपयोग किया जाता था।
टीले वाली मस्जिद लखनऊ - Teele wali masjid lucknow
टीले वाली मस्जिद लखनऊ शहर का एक धार्मिक स्थल है। यह मुस्लिम धार्मिक स्थल है। यह मस्जिद एक ऊंचे टीले पर बनी हुई है। इसलिए इस मस्जिद को टीले वाली मस्जिद के नाम से जाना जाता है। यह मस्जिद गोमती रिवर के किनारे बनी हुई है। यह मस्जिद प्राचीन है। मस्जिद के अंदर सुंदर सजावट देखने के लिए मिलती है। यहां पर बहुत सारे मुस्लिम लोग प्रार्थना करने के लिए आते हैं। मस्जिद की वास्तुकला बहुत ही अद्भुत है। मस्जिद के दोनों किनारे पर ऊंचे मीनार देखने के लिए मिलते हैं। यह मस्जिद मुगल बादशाह औरंगजेब के समय पर बनाई गई थी और मुगल बादशाह औरंगजेब ने यहां पर प्रार्थना भी की थी। यह लखनऊ में देखने लायक जगह है। यहां पर आपको शेख पीर मोहम्मद का मकबरा भी देखने के लिए मिलता है। शेख पीर मोहम्मद की मृत्यु 1674 में हुई थी। शेख पीर मोहम्मद एक प्रसिद्ध व्यक्ति थे।
रूमी दरवाजा लखनऊ - Rumi Darwaza Lucknow
रूमी दरवाजा लखनऊ शहर का एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यह एक प्राचीन स्मारक है। यह एक दरवाजा है। यह दरवाजा बड़ा इमामबाड़ा के पास ही में स्थित है। यह दरवाजा बहुत सुंदर है और दरवाजे की ऊंचाई 60 मीटर है। दरवाजे की वास्तुकला अद्भुत है। रूमी दरवाजा के एक तरफ हवा में उड़ता हुआ पंचमहल और दूसरी तरफ सात मंजिला दिखता है। इसमें सैकड़ों झरोखों, दर्जनों बुर्ज, मेहराब से सजे दरवाजों है। रूमी दरवाजा का निर्माण अवध के नवाब आसिफ उद दौला द्वारा 1784 में करवाया गया था। इस दरवाजे का निर्माण अकाल रहित परियोजना के अंतर्गत करवाया गया था। यह दरवाजा अवध वास्तुकला का एक अद्भुत नमूना है। इसमें आपको मुगल वास्तुकला भी देखने के लिए मिलती है।
रूमी दरवाजा के पास में ही गुलाब वाटिका बनी हुई है। इसे गुलाब पार्क भी कहा जाता है। यह पार्क बहुत सुंदर है। यहां पर तरह-तरह के गुलाब देखने के लिए मिलते हैं। आप यहां पर शाम के समय घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर शाम के समय वातावरण बहुत अच्छा हो जाता है। यह लखनऊ में घूमने लायक जगह है।
मां मरी माता का मंदिर लखनऊ - Maa Mari Mata Ka Mandir Lucknow
मां मरी माता का मंदिर लखनऊ शहर का एक धार्मिक स्थल है। यह मंदिर प्राचीन है। यह मंदिर लखनऊ में पक्का पुल के पास सीतापुर रोड में स्थित है। मंदिर में मरी माता की सुंदर प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर आकर अच्छा लगता है। यहां पर पंचमुखी हनुमान मंदिर भी है, जिनके दर्शन आप कर सकते हैं।
कुड़िया घाट लखनऊ - Kudiya Ghat Lucknow
कुड़िया घाट लखनऊ का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह जगह गोमती नदी के किनारे बनी हुई है। यहां पर आपको सुंदर घाट देखने के लिए मिलता है और यहां पर आपको गार्डन देखने के लिए मिलता है। यह घाट बहुत सुंदर है। शाम के समय यहां पर समय बिताना बहुत अच्छा लगता है। यहां पर गार्डन भी हरा भरा है। चारों तरफ हरियाली देखने के लिए मिलती है। यहां पर बहुत सारे मंदिर भी देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर शंकर भगवान जी, शनिदेव जी और हनुमान जी का मंदिर देखने के लिए मिलता है। यहां पर खाने-पीने की भी बहुत सारे ठेले लगे हुए हैं, जहां पर आपको अलग अलग तरह का खाना खाने मिल जाता है। कुड़िया घाट में गोमती नदी का दृश्य बहुत ही आकर्षक होता है और आप यहां पर नाव की सवारी का भी मजा ले सकते हैं।
क्लॉक टावर लखनऊ - Clock Tower Lucknow
क्लॉक टावर लखनऊ शहर का प्रमुख पर्यटन स्थल है। यहां पर आपको एक प्राचीन स्मारक देखने के लिए मिलती है। यह स्मारक लंदन की बिग बेन क्लॉक टावर का एक प्रतिरूप है। यह क्लॉक टावर बहुत ही सुंदर है। इस क्लॉक टावर को हुसैनाबाद क्लॉक टावर के नाम से भी जाना जाता है। इस क्लॉक टावर का निर्माण 1881 में नवाब नासिर-उल हैदर के द्वारा बनवाया गया था।
क्लॉक टावर के बाजू में आपको एक तालाब भी देखने के लिए मिलता है। यह तालाब बहुत सुंदर है और इसका डिजाइन भी बहुत आकर्षक लगता है। तालाब के बीच में आपको एक फव्वारा देखने के लिए मिलता है, जो शाम के समय चालू होता है। यह लखनऊ शहर की सबसे अच्छी जगह में से एक है। आप यहां पर शाम का समय बिताने के लिए आ सकते हैं। इस क्लॉक टावर को घंटाघर के नाम से भी जाना जाता है।
पिक्चर गैलरी लखनऊ - Picture Gallery Lucknow
पिक्चर गैलरी लखनऊ शहर का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यहां पर आपको बहुत सारी पेंटिंग देखने के लिए मिलती है। यहां पर आपको 3D इमेजेस देखने के लिए मिलती है। यहां पर अवध के नवाबों की पेंटिंग देखने के लिए मिलती है। आप यहां पर गाइड भी कर सकते हैं। इस गैलरी को हुसैनाबाद पिक्चर गैलरी के नाम से भी जाना जाता है। यह दो मंजिला बिल्डिंग है। यह बिल्डिंग लाल पत्थरों से बनी हुई है और बहुत सुंदर लगती है। इस गैलरी के ऊपर से चारों तरफ का दृश्य आप देख सकते हैं। यह गैलरी छोटा इमामबाड़ा के पास स्थित है। गैलरी के चारों तरफ सुंदर बगीचा देखने के लिए मिलता है और प्राचीन स्मारक देखने के लिए मिलती है। आप यहां पर आकर अपना अच्छा समय बिता सकते हैं।
सतखंडा लखनऊ - Satkhanda Lucknow
सतखंडा लखनऊ में स्थित एक प्राचीन स्मारक है। यह स्मारक बहुत सुंदर है। इस स्मारक में आपको पांच मंजिल देखने के लिए मिलते हैं। इस स्मारक का निर्माण 7 मंजिल बनाने के लिए किया गया था। यह एक वॉच टावर के रूप में बनाया जा रहा था। मगर इसका निर्माण अधूरा ही रह गया और इसमें आपको 5 मंजिल ही देखने के लिए मिलती है, जो बहुत सुंदर है। यह एक अष्टकोणीय इमारत है और यह हुसैनाबाद क्लॉक टावर के पास ही में स्थित है। आप यहां पर घूम सकते हैं।
छोटा इमामबाड़ा लखनऊ - Chhota Imambara Lucknow
छोटा इमामबाड़ा लखनऊ शहर का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह बड़ा इमामबाड़ा से आकार में छोटा है। यहां पर भी आपको बहुत सारे स्मारक देखने के लिए मिलती है। यह स्मारक प्राचीन है। यहां पर आपको जीनत आशिया का मकबरा देखने के लिए मिलता है। यह मकबरा ताजमहल का ही प्रतिरूप है। यह ताजमहल की नकल है और यह मकबरा अवध के तीसरे नवाब मोहम्मद अली शाह बहादुर की बेटी जीनत आसिया की याद में बनाया गया है। उनकी कब्र मकबरे के अंदर देखने के लिए मिलती है। यह बहुत ही सुंदर लगता है। महल के बाहर एक बड़ी सी नहर देखने के लिए मिलती है और चारों तरफ यहां पर हरा भरा बगीचा देखने के लिए मिलता है। इनकी कब्र को बहुत ही सुंदर तरीके से सजाया गया है। अलग-अलग बेशकीमती धातुओं से मकबरे को सजाया गया है।
छोटा इमामबाड़ा मे आपको शाही हमाम भी देखने के लिए मिलता है। शाही हमाम का उपयोग शाही परिवार के लोगों द्वारा किया जाता था। यहां पर गर्म और ठंडा पानी की भी व्यवस्था की गई थी। इसके अलावा यहां पर पानी सीधे गोमती नदी से यहां पर लाया जाता था। यहां पर कपड़े बदलने के लिए भी अलग रूम बनाया गया था। यहां पर प्राचीन मस्जिद भी देखने के लिए मिलती है। यह मस्जिद भी बहुत सुंदर लगती है।
छोटा इमामबाड़ा मे आपको इमाम बारगाह स्मारक भी देखने के लिए मिलती है। यह स्मारक हमाम हुसैन की याद में बनाया गया है। यहां पर विभिन्न प्रकार के झूमर देखने के लिए मिलते हैं, जो बहुत ही आकर्षक रहते हैं। आप यहां पर गाइड करना चाहते है, तो गाइड भी कर सकते हैं। यहां पर प्रवेश के लिए शुल्क लगता है। यहां पर पार्किंग की सुविधा भी उपलब्ध है।
कोनेश्वर महादेव मंदिर लखनऊ - Koneshwar Mahadev Temple Lucknow
कोनेश्वर महादेव मंदिर लखनऊ शहर का एक प्रमुख मंदिर है। यह मंदिर प्राचीन है। यह मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है। मंदिर परिसर में बहुत सारे देवी देवताओं की प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। इस मंदिर में महाशिवरात्रि और सावन सोमवार के समय बहुत भीड़ लगती है। यह मंदिर चौक चौराहा के पास में स्थित है। यहां पर आपको शंकर पार्वती जी की मूर्ति, गणेश जी की मूर्ति, विष्णु जी और लक्ष्मी जी की प्रतिमा, दुर्गा मां की प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। यहां पर आपको शिव भगवान जी की बारात भी देखने के लिए मिलती है। यहां पर अर्धनारीश्वर शिव भगवान जी की प्रतिमा विराजमान है। यहां पर आकर अच्छा लगता है और शांति मिलती है। आप यहां पर अच्छा समय बिता सकते हैं।
गौतम बुद्ध पार्क लखनऊ - Gautam Buddha Park Lucknow
गौतम बुद्ध पार्क लखनऊ शहर का एक सुंदर पार्क है। यह पार्क गोमती नदी के किनारे बना हुआ है। इस पार्क में प्रवेश के लिए शुल्क लिया जाता है। यह शुल्क बहुत कम रहता है। यहां पर 5 रुपए का प्रवेश शुल्क लिया जाता है। आप यहां पर बहुत अच्छा समय बिता सकते हैं। यहां पर आपको झील देखने के लिए मिलती है, जो बहुत बड़े क्षेत्र में फैली हुई है और आप इस झील में बोटिंग का मजा ले सकते हैं। पार्क के अंदर आपको गौतम बुद्ध की प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। यहां पर अनेक तरह के झूले हैं, जिनमें आप झूले सकते हैं। आप यहां पर आकर इंजॉय कर सकते हैं। यह पार्क लखनऊ में महात्मा गांधी मार्ग में स्थित है।
हाथी पार्क लखनऊ - Elephant Park Lucknow
हाथी पार्क लखनऊ का एक सुंदर बगीचा है। यह बगीचा गौतम बुद्ध पार्क के पास ही में स्थित है। यह बगीचा भी खूबसूरत है। इस बगीचे में बहुत सारे पेड़ पौधे लगे हुए हैं और फूलों वाले पौधे भी लगे हुए हैं। यहां पर बहुत सारे झूले भी हैं। यहां पर आपको हाथी की एक बड़ी सी मूर्ति देखने के लिए मिलती है। इसलिए इस पार्क को नाम हाथी पार्क रखा गया है। यहां पर आप बोटिंग का भी मजा ले सकते हैं।
इंदिरा गांधी तारामंडल लखनऊ - Indira Gandhi Planetarium Lucknow
इंदिरा गांधी तारामंडल लखनऊ शहर का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। इंदिरा गांधी तारामंडल के बिल्डिंग का आकार बृहस्पति ग्रह के अनुरूप है, जिससे यह बिल्डिंग आकर्षण का केंद्र है। यहां पर आपको हमारे ब्रह्मांड के बारे में बहुत सारी जानकारी मिलती है। यहां पर आपको ग्रह, सूर्य, चंद्रमा, तारे के बारे में बहुत सारी जानकारी मिल जाएगी। इस तारामंडल में आपको सेटेलाइट के बारे में जानकारी मिलती है। अंतरिक्ष यात्री के बारे में जानकारी मिलती है। वैज्ञानिकों के बारे में जानकारी मिलती है। आपको यहां पर बहुत सारे उपकरण भी देखने के लिए मिलते हैं।
इंदिरा गांधी नक्षत्रशाला लखनऊ शहर में सूरजकुंड के पास में स्थित है। इंदिरा गांधी नक्षत्रशाला में प्रवेश के लिए शुल्क लिया जाता है। यहां पर 25 रुपए एक व्यक्ति का लिया जाता है। यहां पर विकलांगों के लिए प्रवेश फ्री है। इंदिरा गांधी नक्षत्र शाला की टाइमिंग 10:00 बजे से 5:00 बजे तक है। यह नक्षत्रशाला सोमवार के दिन बंद रहती है।
रेजीडेंसी लखनऊ - Residency Lucknow
रेजीडेंसी लखनऊ शहर का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह प्राचीन इमारत है। रेजीडेंसी 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की एक प्रमुख गवाह रही है। रेजीडेंसी का निर्माण 1774 ईस्वी में नवाब शुजाउदोला द्वारा अवध में अंग्रेज रेजिडेंटी के रखे जाने के लिए की गई स्वीकृति के फलस्वरुप हुआ। नवाब आसफउदोला ने 1775 ईस्वी में अवध की राजधानी फैजाबाद में लखनऊ स्थानांतरित करने के बाद रेजिडेंट के निवास के लिए इसका निर्माण प्रारंभ किया और नवाब सआदत अली खा ने इसे पूरा किया। कालांतर में आवश्यकता अनुसार यहां अन्य इमारतों का निर्माण किया गया।
रेजीडेंसी बहुत बड़े क्षेत्र में फैली हुई है। यह लगभग 33 एकड़ के क्षेत्र में फैली हुई है। यहां पर आपको बहुत सारी इमारतों के अवशेष देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर मुख्य इमारते हैं - मुख्य रेजिडेंसी भवन, कैबिनेट हॉल, गिब्बन का हाउस, कोषागार, डॉक्टर फेयरर का हाउस, एडिसन का मोर्चा, बेली गारद गेट, भोजशाला, ओमनी का घर यह सभी रेजिडेंट में घूमने के मुख्य स्थल है।
1857 में क्रांतिकारियों द्वारा 5 महीनों की ऐतिहासिक घेराबंदी के दौरान रेजीडेंसी की इमारतें गोलाबारी से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी। इसलिए रेजीडेंसी प्रसिद्ध है। यहां पर आपको 1857 स्मृति संग्रहालय भी देखने के लिए मिलता है, जिसकी स्थापना 2003 में की गई है। जिसमें 1857 की क्रांति के पूर्व की स्थिति को दर्शाया गया है। 1873 में ब्रिटिश रेजिडेंसी परिवार का एक प्रतिरूप एक रेजिडेंसी भवन का शैलचित्र प्रदर्शित है। रेजीडेंसी के निर्माण में संबंधित अवध के नवाब तथा स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख नायक ब्रिटिश अधिकारियों, महत्वपूर्ण भवनों, चलचित्र, लिथोग्राफ, ट्रांसलाइटस के अतिरिक्त यहां अनेक दस्तावेज रेखाचित्र, तोप, तोप के गोले, बंदूक, तलवार, ढाल आदि प्रदर्शित किया गया है। आपको रेजिडेंसी घूमने के लिए आना चाहिए। आप लखनऊ घूमने के लिए आते हैं, तो यह अच्छी जगह है। रेजीडेंसी के बारे में कहा जाता है, कि यह एक भूतिया जगह भी है। बहुत सारे लोगों का मानना है कि यहां पर रात के समय अंग्रेजों के चिल्लाने की आवाज आती है। इसलिए शाम के समय यहां पर कोई भी नहीं आता है। 5:00 बजे के बाद रेजिडेंसी बंद हो जाती है और इसके आसपास का माहौल भी सुनसान हो जाता है।
शहीद स्मारक पार्क लखनऊ - Shaheed Memorial Park Lucknow
शहीद स्मारक पार्क लखनऊ शहर का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यहां पर आपको एक सुंदर बगीचा देखने के लिए मिलता है। यह पार्क उन लोगों को समर्पित है, जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपने प्राणों को न्यौछावर कर दिए। यहां पर एक बड़ा सा मार्बल से बना हुआ स्तंभ देखने के लिए मिलता है। यह स्तंभ उन अज्ञात वीर जवानों को समर्पित है, जिन्होंने अपने प्राण त्याग दिए। यहां पर भगत सिंह की प्रतिमा भी देखने के लिए मिलती है। इस गार्डन से गोमती नदी का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है और यहां पर चारों तरफ हरियाली देखने के लिए मिलती है। यह पार्क रेजिडेंसी के समीप है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं।
श्री गोमेश्वर महादेव मंदिर - Shri Gomeshwar Mahadev Temple
श्री गोमेश्वर महादेव मंदिर लखनऊ शहर का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है। यह मंदिर लखनऊ में गोमती नदी के बीच में एक टापू पर बना हुआ है। इसलिए इस मंदिर को आइसलैंड मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर में पहुंचने के लिए आप नाव से जा सकते हैं। यहां पर शिव जी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर बदक और खरगोश भी देखने के लिए मिलते हैं।
छतर मंजिल लखनऊ - Chhatar Manzil Lucknow
छतर मंजिल लखनऊ शहर का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह एक प्राचीन स्मारक है। इस भव्य भवन का निर्माण नवाब सआदत अली खा अपनी माता छतर कुवारी के नाम पर करवाना आरंभ किया था। इस महल को अंब्रेला पैलेस के नाम से भी जाना जाता है। इस महल का उपयोग मुख्यता अवध की बेगम के निवास के लिए किया जाता था। लखनऊ के अंतिम शासक नवाब वाजिद अली शाह के समय तक यह महल शाही निवास के रूप में प्रयोग किया गया। उसके बाद 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के बाद इस महल का प्रयोग क्रांतिकारियों द्वारा किया गया था। इस महल की वास्तुकला इंडो इटालियन है।
छत्तर महल या अंब्रेला महल से गोमती नदी का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। इस महल के बारे में कहा जाता है कि इस महल का भूतल गोमती नदी से सटा हुआ है, जिससे महल में ठंडक आ सके। यहां पर आप घूमने के लिए आ सकते हैं। यह महल लखनऊ में घूमने लायक जगह है।
ग्लोब पार्क लखनऊ - Globe Park Lucknow
ग्लोब पार्क लखनऊ शहर का एक मुख्य स्थल है। यहां पर मुख्य आकर्षण ग्लोब का एक बहुत बड़ा मॉडल है। यह मॉडल बहुत सुंदर लगता है। यह पार्क छोटा है। मगर खूबसूरत है। यहां पर चारों तरफ हरियाली देखने के लिए मिलती है। यहां पर आपको बहुत सारे झूले भी मिलते हैं, जिनमें आप इंजॉय कर सकते हैं। यह पार्क लखनऊ में बेगम हजरत महल के पास में स्थित है। आप यहां पर फैमिली और दोस्तों के साथ घूमने के लिए आ सकते हैं।
बेगम हजरत महल पार्क - Begum Hazrat Mahal Park
बेगम हजरत महल पार्क लखनऊ शहर का एक मुख्य स्थल है। यह एक सुंदर पार्क है। यह पार्क प्राचीन भी है। इस पार्क में आपको एक स्मारक देखने के लिए मिलती है, जिसे विक्टोरिया मेमोरियल कहा जाता है। महारानी विक्टोरिया की 1901 ई में मृत्यु के पश्चात, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में उनकी याद में एक स्मृति स्थल बनाया गया। यहां पर उनकी मूर्ति की भी स्थापना की गई थी। इस स्मृति स्थल में मिर्जापुर के लाल पत्थर एवं मकराना के प्रयोग किया गया था।
स्वतंत्रता पश्चात इस पार्क को अवध की क्रांतिकारी बेगम हजरत को समर्पित कर दिया गया। इस पार्क का नाम बदलकर बेगम हजरत महल पार्क कर दिया गया और महारानी विक्टोरिया की मूर्ति को हटाकर बेगम हजरत महल को समर्पित कर दिया गया। यहां पर आप को हरा भरा गार्डन देखने के लिए मिलता है। यह पार्क लखनऊ के हजरतगंज में स्थित है। इस पार्क के पास में आपको बेगम हजरत महल भी देखने के लिए मिलता है। आप यहां पर आकर बहुत अच्छा समय बिता सकते हैं। यह पार्क बहुत बड़े एरिया में फैला हुआ है। यह लखनऊ शहर की सबसे अच्छी जगह में से एक है।
नवाब सआदत अली खान का मकबरा लखनऊ - Tomb of Nawab Saadat Ali Khan Lucknow
नवाब सआदत अली खान का मकबरा लखनऊ शहर का एक प्राचीन स्मारक है। यह एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यहां पर आपको सआदत अली खान का मकबरा और उनकी बेगम मुशीरजादी का मकबरा देखने के लिए मिलता है। यह दोनों ही मकबरे बहुत सुंदर है। यहां पर आपको एक बहुत बड़ा गार्डन भी देखने के लिए मिलता है। गार्डन हरियाली से भरा हुआ है और गार्डन में तरह तरह के फूल लगाए गए हैं। गार्डन सुव्यवस्थित ढंग से तैयार किया गया है।
नवाब सआदत अली का मकबरा बहुत सुंदर है। यह मकबरा 5 मंजिला है। मकबरे के ऊपर एक बहुत बड़ी गुंबद देखने के लिए मिलती है। यह मकबरा नवाब सआदत अली खान के पुत्र तथा उत्तराधिकारी बादशाह गाजीउद्दीन हैदर द्वारा अपने पिता के लिए बनाया गया है। इस मकबरे का निर्माण लखोरी ईट से करवाया गया है। चूने के मसाले से प्लास्टर तथा अलंकरण किया गया है। इमारत के प्रत्येक कोने पर स्तंभ युक्त छतरी है, जिसके ऊपर गुंबद है। इस मकबरे में नवाब सआदत अली एवं उनके भाइयों की कब्र है। यहां पर नवाब सआदत अली की बेगम और उनकी बेटी की कब्र भी है।
मुशीरजादी का मकबरा यहां पर स्थित दूसरी प्राचीन इमारत है। यह मकबरा भी बहुत सुंदर है। इस मकबरे का निर्माण बादशाह गाजीउद्दीन हैदर ने अपनी मां, नवाब सआदत अली खान की बेगम के लिए करवाया था। इसका निर्माण उसी भवन परिसर के स्थान पर किया गया था, जहां पहले स्वयं गाजी उद्दीन हैदर युवराज की हैसियत से निवास करते थे। इस इमारत का निर्माण भी लाखोरी ईट से करवाया गया है। मुशीरजादी की कब्र तहखाने में है और यहां पर आपको दो कब्र देखने के लिए मिलती है। एक मुशीरजादी की है और दूसरी उनकी पुत्री की बताई जाती है। यह लखनऊ में घूमने के लिए सबसे सुंदर जगह में से एक है। आप इस जगह में घूमने के लिए आ सकते हैं।
सफेद बरादरी लखनऊ - Safed Baradari Lucknow
सफेद बरादरी का निर्माण लखनऊ शहर में वाजिद अली शाह ने करवाया था, जो अवध के अंतिम नवाब थे। सफेद बरादरी केसर बाग परिसर में स्थित है। यह बरादरी बहुत सुंदर है। इस बरादरी का निर्माण सफेद मार्बल से करवाया गया है। इस बरादरी का निर्माण वाजिद अली शाह ने अपने निजी इस्तेमाल के लिए करवाया था। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं और इस बरादरी की सुंदरता को देख सकते हैं। इस बरादरी के पास में आपको सुंदर पार्क देखने के लिए मिलता है। यह पार्क हरियाली से भरा हुआ है। इस पार्क को बटलर पार्क कहा जाता है। आप यहां पर अच्छा समय बिता सकते हैं।
शाह नजफ इमामबाड़ा लखनऊ - Shah Najaf Imambara Lucknow
शाहनजफ इमामबाड़ा लखनऊ शहर में स्थित एक प्रमुख प्राचीन स्मारक है। यह स्मारक गोमती नदी के किनारे पर स्थित है। इस स्मारक का निर्माण अवध के प्रथम बादशाह गाजीउद्दीन हैदर ने इस्लाम धर्म के प्रवर्तक हजरत मोहम्मद के दमाद हजरत अली की याद में बनवाया था। बादशाह की वसीयत के अनुसार यहीं पर उन्हें 1827 ईस्वी में दफनाया गया था। शाहनजफ इमामबाड़ा बहुत सुंदर है और चारों तरफ हरियाली भरे बगीचे से घिरा हुआ है।
शाहनजफ इमामबाड़ा का निर्माण लखोरी ईटों और चूने के मसालों से किया गया है। यहां पर आपको विशाल गुंबद देखने के लिए मिलता है। केंद्रीय कक्ष में बादशाह की कब्र के साथ उनकी तीन बेगम सरफराज महल, मुबारक महल और मुमताज महल की भी कब्र है। 1857 की क्रांति के बाद यह स्वतंत्रता सेनानियों का एक महत्वपूर्ण गढ़ था। यह लखनऊ में घूमने वाली जगह है।
वनस्पति उद्यान लखनऊ - Botanical Garden Lucknow
वनस्पति उद्यान लखनऊ शहर का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यहां पर आपको विभिन्न प्रकार के पेड़ पौधे की प्रजातियां देखने के लिए मिलती है। यहा सीएसआईआर राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान भी है। यह एक ऐतिहासिक उद्यान है। इस बाग को सिकंदरबाग के नाम से भी जाना जाता है। इस बाग का निर्माण सन 1800 में नवाब सआदत अली शाह खान ने शाहीबाग के रूप में इसे निर्मित करवाया था। अवध के अंतिम नवाब वाजिद अली शाह ने मनोहरी पौधे एवं राज्यसी शिल्प कला द्वारा इसे सुसज्जित करवाया था और अपनी बेगम सिकंदर महल की स्मृति में इसका नाम सिकंदर बाग रखा था।
यह बाग अपने समृद्ध धरोहर, वनस्पतिक संपदा, संग्रह, संरक्षण तथा अंग्रेजी शासन की अनेक लड़ाईयों की छांप को दर्शाता है। उद्यान परिसर में औद्योगिक विकास क्रम में कुछ प्राचीन ईट सन 1879, 1901, एवं 1906 की प्राप्ति हुई थी, जिनसे इस वनस्पति उद्यान के पुरातन और ऐतिहासिक विरासत प्रमाणित होती है। यहां पर आपको अनेकों तरह के फूलों वाले पौधे बागवानी और व्यापारिक महत्व के पौधे देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर आपको गृह सज्जा हेतु पौधे एवं प्राचीन पौधे देखने के लिए मिल जाते हैं। यह बाग लखनऊ में घूमने वाले प्रमुख स्थानों में से एक है। आप जब भी लखनऊ आते हैं, तो आपको यहां पर जरूर आना चाहिए।
नवाब वाजिद अली शाह जूलॉजिकल गार्डन लखनऊ - Nawab Wajid Ali Shah Zoological Garden Lucknow
नवाब वाजिद अली शाह जैविक उद्यान लखनऊ शहर का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह लखनऊ शहर के सबसे अच्छे स्थानों में से एक है। नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान को लखनऊ जू या लखनऊ प्राणी उद्यान के नाम से भी जाना जाता है। प्रकृति प्रेमियों के लिए एक अच्छी जगह है। यहां पर आपको बहुत सारे जंगली जानवर देखने के लिए मिल जाते हैं। यहां पर आपको बाघ, देसी भालू, हिमालयन भालू, सांभर, एमू , जिराफ, गैंडा, बारहसिंघा, उल्लू, शुतुरमुर्ग, सारस, बंदर, कछुआ, जंगली बिल्लियां, मकाउ तोते, जलीय पक्षी, पूछ बंदर, चीतल, चिंपैंजी, बारहसिंघा, काला हिरण, दरियाई घोड़ा, बदक, मगरमच्छ, लोमड़ी, बंदर, तेंदुआ, शेर, लकड़बग्घा, सफेद शेर और भेड़िया देखने के लिए मिल जाते हैं।
लखनऊ प्राणी उद्यान की स्थापना 1921 में की गई थी। यह उद्यान करीब 71 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। यहां पर आपको टॉय ट्रेन भी देखने के लिए मिलती है, जिसमें आप मजे ले सकते हैं। यहां पर आप बोटिंग का भी मजा ले सकते हैं। यहां पर आप पेडलबोर्ड के भी मजे ले सकते हैं। यहां पर आपको पक्षी विहार भी देखने के लिए मिलता है। यहां पर कैंटीन भी है, जहां पर आप चाय नाश्ता कर सकते हैं। यहां पर राज्य संग्रहालय भी है। यहां पर बारहसिंघा का प्रजनन क्षेत्र है। आप इन सभी जगहों को देख सकते हैं। यहां पर गिफ्ट शॉप है, जहां से आप अपने घर के लिए गिफ्ट ले सकते हैं। यहां पर बरादरी भी आपको देखने के लिए मिलती है। इस उद्यान में पार्किंग की भी अच्छी व्यवस्था है, जहां पर आप अपनी गाड़ी खड़ी कर सकते हैं।
लखनऊ प्राणी उद्यान में प्रवेश के लिए शुल्क लगता है। यहां पर एक व्यक्ति का 80 रुपए लगता है। लखनऊ प्राणी उद्यान सुबह 10:00 बजे खुलता है और शाम को 6:00 बजे तक खुला रहता है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं और अपना बहुत अच्छा समय बिता सकते हैं। यह लखनऊ में घूमने लायक जगह है।
दिलकुशा कोठी लखनऊ - Dilkusha Kothi Lucknow
दिलकुशा कोठी लखनऊ की एक प्राचीन स्मारक स्थल है। यह लखनऊ का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यहां पर दिलकुशा स्मारक परिसर में आपको बहुत सारे दर्शनीय स्थल देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर आपको दिलकुशा पुराना महल, सिमेट्री, चबूतरा, स्मृति चिन्ह देखने के लिए मिलता है। यहां पर आपको दिलकुशा मुख्य महल देखने के लिए मिलता है, जो बहुत सुंदर है और अच्छी अवस्था में यहां पर मौजूद है।
दिलकुशा कोठी का निर्माण नवाब सआदत अली खान के शासनकाल में हुआ था। इस भवन की वास्तुकला इंग्लिश बरोक शैली है। इस भवन का निर्माण लाखौरी ईट से करवाया गया है। इस पर चूने के मसालों के प्लास्टर से अलंकरण किया गया है। इस भवन का डिजाइन ब्रिटिश रेजीमेंट गौर अउजली ने किया था। इस भवन का उपयोग अवध के नवाब शिकारगाह तथा गर्मियों के लिए आरामगाह के रूप में किया करते थे। इस कोठी के कोने मीनारों सुसज्जित है, जिनमें घुमावदार सीढ़ियां निर्मित की गई है।
दिलकुशा कोठी का संरक्षण एवं रखरखाव भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के द्वारा किया जाता है। दिलकुशा कोठी के चारों तरफ सुंदर उद्यान देखने के लिए मिलता है। यहां पर बहुत सारे पेड़ पौधे लगाए हुए हैं। इस कोठी में प्रवेश के लिए प्रवेश शुल्क नहीं लिया जाता है। आप यहां पर जाकर घूम सकते हैं। यहां पर कुछ भाग खंडहर अवस्था में देखने के लिए भी मिलता है। यह लखनऊ में घूमने के लिए एक अच्छी जगह है।
जनेश्वर मिश्र पार्क लखनऊ - Janeshwar Mishra Park Lucknow
जनेश्वर मिश्र पार्क लखनऊ शहर का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह लखनऊ शहर का सबसे बड़ा पार्क है। यह पार्क बहुत बड़े एरिया में फैला हुआ है। यहां पर आपको बहुत सारी जगह देखने के लिए मिल जाती है। यह पार्क राजनीति के एक प्रमुख नेता श्री जनेश्वर मिश्र को समर्पित है। यहां पर आपको श्री जनेश्वर मिश्र की मूर्ति देखने के लिए मिलती है। यह मूर्ति बहुत विशाल है। यहां पर बटरफ्लाई पार्क है, जहां पर आप घूम सकते हैं। यहां पर आपको तरह तरह की तितलियां देखने के लिए मिलती है। यहां पर फाउंटेन भी है, जो आप देख सकते हैं। आप यहां पर झील देख सकते हैं। इस झील में बहुत सारी मछलियां है। यह मछलियां रंग बिरंगी है और बहुत सुंदर लगती है। यहां रोज गार्डन बना हुआ है। यहां पर ओपन जिम भी है, जहां पर आप कसरत कर सकते हैं। बच्चों के लिए प्ले एरिया बना हुआ है।
जनेश्वर मिश्र पार्क पर तोप और टैंक भी रखे गए हैं। आपको यहां पर पार्किंग की सुविधा भी मिल जाती है। यहां पर बहुत सारे प्रवेश गेट है, जहां पर पार्किंग की अच्छी जगह है। यहां पर भाप का इंजन भी रखा गया है। यहां पर कैंटीन एरिया भी है, जहां पर आप खाने पीने का मजा ले सकते हैं। इस पार्क में चारों तरफ हरियाली देखने के लिए मिलती है। यह एशिया का सबसे बड़ा पार्क है। आप यहां पर साइकिल किराए पर ले सकते हैं और पूरे पार्क में भ्रमण कर सकते हैं। यहां पर साइकिल ट्रैक बना हुआ है, जिससे आपको पार्क में घूमने में बहुत आसानी होगी। यहां पर आपको तिरंगा झंडा भी देखने के लिए मिलता है। इस पार्क में प्रवेश के लिए शुल्क लिया जाता है। यहां पर 10 रुपए एक व्यक्ति का लिया जाता है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। यह लखनऊ शहर का सबसे अच्छा पार्क है और आप जब भी लखनऊ आते हैं, तो आपको यहां पर जरूर आना चाहिए।
डॉक्टर राम मनोहर लोहिया पार्क लखनऊ - Dr. Ram Manohar Lohia Park Lucknow
डॉ राम मनोहर लोहिया पार्क लखनऊ शहर का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह एक सुंदर बगीचा है। यह बगीचा लखनऊ शहर में सबसे बड़े बगीचों में से एक है। यह बगीचा करीब 76 एकड़ भूमि में फैला हुआ है। यह बगीचा महान स्वतंत्रता सेनानी और राजनीतिक नेता डॉ राम मनोहर लोहिया को समर्पित है। यह पार्क उनकी याद में बनाया गया है। यह पार्क गोमती नगर में स्थित है। इस पार्क में आपको बहुत सारी जगह देखने के लिए मिलती है। यहां पर चारों तरफ पेड़ पौधे लगे हुए हैं और पार्क का मैनेजमेंट बहुत ही अच्छे तरीके से किया गया है। यह पार्क लखनऊ विकास प्राधिकरण के द्वारा मैनेज किया जाता है।
डॉ राम मनोहर लोहिया पार्क बहुत बड़े एरिया में फैला हुआ है। यहां पर आपको देखने के लिए बहुत सारी जगह मिल जाती है। यहां पर आपको डॉक्टर राम मनोहर लोहिया की मूर्ति देखने के लिए मिलती है। भाप का इंजन आपको देखने के लिए मिलता है और उसके बारे में जानकारी भी मिलती है। यहां पर एक सुंदर झील है, जो बहुत अच्छी लगती है। यहां पर आपको बदक भी देखने के लिए मिलते हैं। यह बदक झील में तैरते रहते हैं और अच्छे लगते हैं। यहां पर म्यूजिकल फाउंटेन देखने के लिए मिलता है, जो बहुत ही शानदार लगता है। यहां पर ओपन जिम है, जहां पर आप कसरत कर सकते हैं। यहां पर रंगमंच है। एक्यूप्रेशर पथ है। एक्यूप्रेशर के फायदे, तो आपको पता होगा। यहां पर जोगिंग ट्रक है, जिसमें आप जोगिंग का मजा ले सकते हैं। यह पार्क लखनऊ में घूमने लायक जगह है। आप जब भी लखनऊ आते हैं, तो आपको यहां पर जरूर घूमने आना चाहिए।
डॉ अंबेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल लखनऊ - Dr. Ambedkar Social Change Place Lucknow
डॉक्टर भीमराव अंबेडकर परिवर्तन स्थल लखनऊ का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह एक खूबसूरत पार्क है। यह पार्क बहुत बड़े एरिया में फैला हुआ है और यहां पर देखने के लिए बहुत सारी जगह है। यहां पर आपको चारों तरफ पेड़ पौधे देखने के लिए मिल जाते हैं। यहां पर बहुत सुंदर स्टैचू बनाए गए हैं। यहां पर हाथियों के एक लाइन से स्टेचू बने हुए देखने के लिए मिलते हैं, जो बहुत ही सुंदर लगते हैं। यहां पर बहुत सारी इमारतें लाल पत्थरों से बनी हुई है और इमारतों में भी बहुत सुंदर काम किया गया है। यहां पर आपको डॉक्टर भीमराव अंबेडकर स्मारक, डॉक्टर भीमराव अंबेडकर सामाजिक परिवर्तन संग्रहालय, डॉ भीमराव अंबेडकर सामाजिक परिवर्तन गैलरी, डॉक्टर भीमराव अंबेडकर स्मारक प्रतिबिंब स्थल देखने के लिए मिलता है।
डॉक्टर भीमराव अंबेडकर स्मारक की नीव माननीय सुश्री मायावती जी ने 15 अगस्त 1995 को रखी थी। इस स्मारक का परिसर एक खुले हुए पदम की आकृति प्रदर्शित करता है। यह स्मारक 6.6 एकड़ में फैला हुआ है। इस स्मारक में चार भव्य प्रवेश द्वार है और खूबसूरत गुंबद के नीचे स्मारक का भव्य हॉल है, जिसमें बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के जीवन के विभिन्न पहलुओं को प्रदर्शित किया गया है। यहां पर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी की कांस्य प्रतिमा देखने के लिए मिलती है।
डॉक्टर भीमराव अंबेडकर पार्क पर आपको घूमने में बहुत वक्त लग सकता है। आप यहां पर शाम के समय घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर आपको और भी महत्वपूर्ण लोगों की प्रतिमाएं देखने के लिए मिलती हैं। यहां पर आपको महात्मा ज्योतिबा फुले, राजश्री छत्रपति शाहू जी महाराज, श्री नारायण गुरु, डॉक्टर भीमराव अंबेडकर, श्रीमती रमाबाई अंबेडकर, श्री काशीराम जी, मुख्यमंत्री सुश्री मायावती जी, तथागत गौतम बुद्ध जी, गुरु घासीदास जी, संत कबीर दास जी, संत रविदास जी, श्री बिरसा मुंडा जी की प्रतिमाएं देखने के लिए मिलती है। यह प्रतिमाएं संगमरमर से बनी हुई है और बहुत सुंदर लगती हैं। इस पार्क में प्रवेश के लिए शुल्क लिया जाता है और यहां पर पार्किंग के लिए भी अच्छी जगह है। आप यहां पर बहुत अच्छा समय बिता सकते हैं।
कुकरैल वन लखनऊ - Kukrail Van lucknow
कुकरैल वन लखनऊ का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। अगर आप प्राकृति प्रेमी है, तो आपको यहां पर जरूर आना चाहिए। यहां पर आपके देखने के लिए बहुत सारी जगह है। कुकरैल वन चारों तरफ हरे भरे पेड़ों से घिरी हुई है। यहां पर आप घड़ियाल पुनर्वास केंद्र देख सकते हैं। यहां पर घड़ियालों का प्रजनन करवाया जाता है। घड़ियाल मगरमच्छ की एक प्रजाति होती है। इसके मुंह में एक घड़ा जैसी आकृति होती है, जिसके कारण इसे घड़ियाल कहते हैं। यहां पर आपको कछुआ के बारे में भी जानकारी मिलती है। यहां कछुओं का प्रजनन केंद्र भी है। यहां पर विभिन्न तरह के कछुए भी देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर हर्बल गार्डन देखने के लिए मिलता है।
कुकरैल वन पर आपको बहुत सारे पिकनिक स्पॉट पॉइंट देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर आपको गुलाब वाटिका देखने के लिए मिल जाएगी। ग्रीनहाट देखने के लिए मिल जाएगा। चिल्ड्रन पार्क देखने के लिए मिल जाएगा। यहां पर एक कैफेटेरिया भी है, जहां पर आप खाना पीना खा सकते हैं। यहां पर वन्यजीव संग्रहालय भी है, जहां पर आपको बहुत सारी जानकारियां मिल जाती है। यह जगह बहुत सुंदर है और अगर आप लखनऊ घूमने के लिए आते हैं, तो आपको इस जगह पर जरूर आना चाहिए।
स्वर्ण जयंती स्मृति विहार लखनऊ - Swarna Jayanti Smriti Vihar Lucknow
स्वर्ण जयंती स्मृति विहार एक सुंदर पार्क है। यह लखनऊ शहर में घूमने के लिए एक मुख्य जगह है। इस पार्क में प्रवेश के लिए शुल्क लगता है। यहां पर आपका 10 रूपए एक व्यक्ति का लगता है। यह पार्क बहुत सुंदर है और बहुत बड़े एरिया में फैला हुआ है। यहां पर आपको तरह तरह के फूल वाले पौधे देखने के लिए मिलते हैं, जो बहुत ही सुंदर लगते हैं। यहां पर बच्चों के लिए बहुत सारे झूले हैं। यहां पर जिम करने के लिए बहुत सारे यन्त्र लगाए गए हैं, जहां पर आप आराम से कसरत कर सकते हैं। यह पार्क लखनऊ में इंदिरा नगर में स्थित है। आप लखनऊ आते हैं, तो यहां पर भी घूमने आ सकते हैं।
सिद्ध पीठ बालाजी मंदिर लखनऊ - Siddha Peeth Balaji Mandir Lucknow
सिद्ध पीठ बालाजी मंदिर लखनऊ शहर का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर लखनऊ शहर में तालकटोरा रोड राजाजीपुरा में स्थित है। इस मंदिर में हनुमान जी की बहुत ही सुंदर प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। यहां पर और भी बहुत सारी मूर्तियों के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। आप यहां पर आकर हनुमान जी के दर्शन कर सकते और उनका आशीर्वाद ले सकते हैं। यहां पर मंगलवार और शनिवार के दिन बहुत ज्यादा भीड़ रहती है।
काकोरी शहीद स्मारक लखनऊ - Kakori shaheed smarak lucknow
काकोरी शहीद स्मारक लखनऊ शहर का एक ऐतिहासिक स्थल है। काकोरी कांड के बारे में सभी ने अपनी किताबों में पढ़ा होगा। काकोरी कांड स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना है। काकोरी कांड की पूरी योजना क्रांतिकारी रामप्रसाद बिस्मिल ने बनाई थी। क्रांतिकारी आंदोलन को चलाने के लिए धन की आवश्यकता थी, जिसको ध्यान में रखकर सरकारी खजाने को लूटने की योजना बनाई गई। 19 अगस्त 1925 को शाम के समय इस संगठन के 10 सदस्यों ने काकोरी स्टेशन में ट्रेन में प्रवेश किया और ट्रेन ने जैसे ही चलना स्टार्ट किया। राम प्रसाद बिस्मिल ने ट्रेन की चैन खीची और श्री चंद्रशेखर आजाद जी, श्री अशफ़ाकउल्ला जी, श्री राजेंद्र नाथ लाहिरी जी और बाकी क्रांतिकारियों ने ट्रेन से खजाने को लूट लिया। लगभग 8000 रूपए की धनराशि लूटी गई।
इस घटना की याद में यहां पर स्मारक बनाया गया है। यहां पर आपको उन सभी व्यक्तियों के नाम देखने के लिए मिल जाएंगे, जो काकोरी कांड में सम्मिलित थे। यहां पर उनकी मूर्तियां भी देखने के लिए मिलती है। यहां पर आपको संग्रहालय भी देखने के लिए मिलता है, जहां पर क्रांतिकारियों की मूर्तियां लगाई गई है। इस जगह को काकोरी शहीद मंदिर भी कहते हैं।
लाल बारादरी लखनऊ - Lal Baradari Lucknow
लाल बरादरी लखनऊ शहर में स्थित एक प्राचीन स्थल है। यहां पर आपको प्राचीन स्मारक देखने के लिए मिलती है। यह स्मारक लाल कलर की है और बहुत सुंदर लगती है। मगर यह स्मारक खंडहर में बदल गई है और इसका अधिकतर भाग नष्ट हो गया है। इस स्मारक के पास बहुत सारे पार्क है, जहां पर आप घूम सकते हैं। यहां पर पंचवटी पार्क देखने के लिए मिलता है, जो बहुत सुंदर है और आप जब भी लाल बरादरी भी घूमने के लिए आते हैं, तो इस पार्क में भी जा सकते हैं। यह स्मारक टैगोर लाइब्रेरी के पास में स्थित है।
जनरल कोठी लखनऊ - General Kothi Lucknow
जनरल वाली कोठी लखनऊ शहर का एक प्राचीन स्मारक है। यह लखनऊ शहर में घूमने वाली प्रमुख जगह है। जनरल वाली कोठी का निर्माण गोमती नदी के दाएं किनारे पर किया गया है। यह कोठी छत्तर महल के काफी करीब है। इस महल का निर्माण नवाब सआदत अली खान के शासनकाल में मुख्य कमांडर एवं जनरल के निवास के रूप में करवाया गया था, जो कालांतर में जनरल वाली कोठी के नाम से प्रसिद्ध है। यह कोठी दो मंजिला है।
इस स्मारक को 1920 में संरक्षण में लिया गया। पूर्व में इस इमारत में पुलिस विभाग का कार्यालय होने के कारण इसे एसपी कोठी के नाम से भी प्रसिद्धि मिली। किंतु भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को सौपे जाने के पश्चात 2010 के दशक में बड़े पैमाने पर संरक्षण कार्य करके इसे मूल स्वरूप में लाने का प्रयास किया गया। यह कोठी बहुत सुंदर है और आपको यहां पर गोमती नदी का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलेगा। आप लखनऊ आते हैं, तो आप इस कोठी में भी घूमने के लिए आ सकते हैं।
भातखंडे संगीत विश्वविद्यालय लखनऊ - Bhatkhande Music University Lucknow
भातखंडे संगीत विश्वविद्यालय लखनऊ शहर का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह एक प्राचीन स्मारक है। इस स्मारक को परीखाना भी कहा जाता है। इस स्मारक का निर्माण अवध के अंतिम नवाब वाजिद अली शाह ने करवाया था। इस इमारत का निर्माण 1848 से 1850 के बीच करवाया गया था। 1857 की क्रांति में इस इमारत का बहुत सारा भाग क्षतिग्रस्त हो गया था। जिसे 1867 में सन जॉन लॉरेंस ने इस इमारत को एक महल में परिवर्तित किया और इसमें कॉलेज और म्यूजिक कॉलेज चलाने लगे।
यह स्मारक संगीत प्रेमियों के लिए एक मुख्य आकर्षण है। यहां पर आकर उन्हें संगीत के बारे में बहुत सारी जानकारी मिल जाती है। यहां पर डांस और संगीत की शिक्षा दी जाती है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं।
गोमती रिवरफ्रंट लखनऊ - Gomti Riverfront Lucknow
गोमती रिवरफ्रंट लखनऊ शहर में स्थित एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। गोमती रिवरफ्रंट गोमती नदी के बाएं किनारे पर बना हुआ है। यहां पर आपको एक सुंदर बगीचा देखने के लिए मिलता है। यह बगीचा बहुत दूर तक गोमती नदी के किनारे फैला हुआ है। इस बगीचे में आप घूम सकते हैं। यहां पर आकर आप तरोताजा हो जाते हैं। यहां पर गोमती नदी के किनारे छतरियां भी बनी हुई है, जहां पर आप बैठकर गोमती नदी के सुंदर दृश्य को देख सकते हैं। यहां पर सूर्यास्त का बहुत ही सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। यहां पर चारों तरफ हरियाली है और फूलों वाले पौधे लगे हुए हैं। यहां पर खाने के बहुत सारे ठेले लगते हैं, जहां पर आपको बहुत सारा फास्ट फूड खाने के लिए मिल जाता है। आप इस जगह पर आकर अपना अच्छा समय बिता सकते हैं। यहां पर प्रवेश के लिए शुल्क लिया जाता है। यह लखनऊ में घूमने की एक मुख्य जगह है।
मरीन ड्राइव लखनऊ - Marine Drive Lucknow
मरीन ड्राइव लखनऊ शहर का एक प्रमुख स्थल है। आपने मुंबई की मरीन ड्राइव के बारे में सुना होगा। मगर लखनऊ में भी एक मरीन ड्राइव स्थित है। यह मरीन ड्राइव गोमती नदी के किनारे स्थित है और यह बहुत सुंदर है। यहां पर दोनों तरफ बहुत सारे स्टेचू देखने के लिए मिलते हैं। यह बहुत साफ-सुथरी और अच्छी जगह है। यहां पर आकर आपको बहुत अच्छा लगेगा और आप यहां पर बैठकर शांति को महसूस कर सकते हैं। यहां पर बहुत सारे आपको स्मारक और पार्क भी देखने के लिए मिलते हैं। लखनऊ आकर आपको मरीन ड्राइव में जरूर घूमना चाहिए।
इको पार्क लखनऊ - Eco Park Lucknow
इको पार्क लखनऊ शहर का एक प्रमुख स्थान है। यह एक सुंदर बगीचा है। इस बगीचे में आपको बहुत सारे जानवरों के स्टेच्यू देखने के लिए मिलते हैं। यह बगीचा चारों तरफ से हरियाली से घिरा हुआ है। यहां पर आप सुबह के समय घूमने के लिए आ सकते हैं।
गौतम बुद्ध शांति उपवन पार्क लखनऊ - Gautam Buddha Shanti Upvan Park Lucknow
गौतम बुद्ध शांति उपवन पार्क लखनऊ शहर की एक मुख्य जगह है। यह एक सुंदर उद्यान है। यह उद्यान हरियाली से भरा हुआ है। यहां पर आप घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर आकर बहुत अच्छा लगता है। यहां पर आपको गौतम बुद्ध की एक बड़ी सी प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। आप यहां पर अपना अच्छा समय बिता सकते हैं।
राज्य संग्रहालय लखनऊ - State Museum Lucknow
राज्य संग्रहालय लखनऊ शहर का एक मुख्य पर्यटन स्थल है। यह संग्रहालय लखनऊ प्राणी उद्यान के अंदर स्थित है। यह संग्रहालय 4 मंजिला है। यहां पर आपको बहुत सारी गैलरी देखने के लिए मिलती है। यहां पर सबसे ज्यादा आकर्षित करने वाली गैलरी है - ममी गैलरी। इस गैलरी में आपको बहुत सारे इजिप्शियन मम्मी देखने के लिए मिलते हैं और उनके बारे में बहुत सारी जानकारी भी मिलती है, जो बहुत ही ज्ञानवर्धक है। यहां पर आपको धातु एवं सज्जा कला कक्ष, जैन कला गैलरी, प्राचीन सिक्के, प्राचीन हथियार, प्राचीन मूर्तियां, प्राचीन कलाकृतियां, वस्त्र, आभूषण, बर्तन, चंद्रशेखर आजाद जी का अस्थि कलश और भी बहुत सारी वस्तुएं आपको यहां पर देखने के लिए मिलती हैं। इस संग्रहालय में प्रवेश का शुल्क लिया जाता है। इस संग्रहालय में प्रवेश का 10 रुपए लिया जाता है। आप यहां पर आकर बहुत सारी ज्ञानवर्धक बातें जान सकते हैं। आप लखनऊ आते हैं, तो आपको इस जगह पर जरूर विजिट करना चाहिए। यह लखनऊ शहर के सबसे अच्छे स्थानों में से एक है।
चंद्रिका देवी मंदिर लखनऊ - Chandrika Devi Temple Lucknow
सिद्ध पीठ चंद्रिका देवी मंदिर लखनऊ शहर का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह लखनऊ शहर में स्थित एक दर्शनीय स्थल है। यहां पर आपको चंद्रिका देवी का सुंदर मंदिर देखने के लिए मिलता है। यह मंदिर तालाब के किनारे स्थित है। यह मंदिर मुख्य रूप से चंद्रिका देवी या चंडी माता को समर्पित है। मंदिर के गर्भ ग्रह में मां चंद्रिका देवी की बहुत सुंदर प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। यहां पर तालाब के बीच में शिव जी की बहुत बड़ी प्रतिमा देखने के लिए मिलती है, जो आकर्षण का मुख्य केंद्र है। आप यहां तालाब में नहा सकते हैं और उसके बाद दर्शन कर सकते हैं।
चंद्रिका देवी मंदिर पर बहुत बड़ा मार्केट भी है, जहां पर आप खाना पीना खा सकते हैं और घूम सकते हैं। यहां पर आपको बहुत सारे देवी देवताओं के दर्शन करने के लिए मिल जाते हैं। यहां पर आप शनिदेव भगवान, हनुमान जी, शंकर जी के दर्शन कर सकते हैं। अगर आप पर्यटक हैं और दूर से घूमने के लिए आते हैं, तो यहां पर ठहरने के लिए भी व्यवस्था है। यहां शक्तिपीठ यात्री विश्राम ग्रह है, जहां पर आप ठहर सकते हैं। यहां पर आकर आपको बहुत अच्छा लगेगा और शांति मिलेगी। चंद्रिका देवी मंदिर लखनऊ से करीब 20 किलोमीटर दूर है। आपको यहां पर आकर बहुत अच्छा लगेगा। यह लखनऊ शहर का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है।
रामकृष्ण मठ लखनऊ - Ramakrishna Math Lucknow
रामकृष्ण मठ लखनऊ शहर का मुख्य स्थल है। रामकृष्ण मठ लखनऊ में निराला नगर में स्थित है। यहां पर आपको बहुत सुंदर मंदिर देखने के लिए मिलता है और बगीचा देखने के लिए मिलता है। यहां पर आकर आपको बहुत शांति मिलेगी। आप यहां पर बहुत अच्छा समय बिता सकते हैं।
जामा मस्जिद लखनऊ - Jama Masjid Lucknow
जामा मस्जिद लखनऊ में स्थित एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। जामा मस्जिद एक धार्मिक स्थल है। यह मुस्लिम धार्मिक स्थल है। यह एक प्राचीन मस्जिद है। इस मस्जिद का निर्माण 1839 में अवध के तीसरे राजा नवाब मोहम्मद अली शाह बहादुर ने किया था। उनकी मृत्यु के पश्चात उनकी पत्नी बेगम मल्लिका जहान ने इस मस्जिद को पूरा करवाया था। यह मस्जिद बहुत सुंदर है और बहुत बड़े क्षेत्र में फैली हुई है। इस मस्जिद की वास्तुकला इस्लामिक है। इस मस्जिद में आपको ऊंची मीनार देखने के लिए मिलती है और गुंबद देखने के लिए मिलते हैं और इसका प्रवेश द्वार भी सुंदर है। मस्जिद के चारों तरफ सुंदर बगीचा देखने के लिए मिलता है। यह मस्जिद लखनऊ में तहसीनगंज में स्थित है।
आंचलिक विज्ञान केंद्र लखनऊ - Regional Science Center Lucknow
आंचलिक विज्ञान केंद्र लखनऊ का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। आंचलिक विज्ञान केंद्र लखनऊ में अलीगढ़ में स्थित है। इस केंद्र में आपको बहुत सारे विज्ञान से संबंधित मॉडल देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर आपको बहुत सारी जानकारियां मिलती हैं। यहां पर आप वैज्ञानिकों के बारे में जान सकते हैं। यहां पर इनडोर और आउटडोर बहुत सारी वस्तुओं को प्रदर्शित किया गया है। यहां पर आपको आउटडोर में बहुत सुंदर गार्डन देखने के लिए मिलता है और खरगोश और बदक भी देखने के लिए मिलते हैं। आप अपना अच्छा समय यहां पर बिता सकते हैं और बहुत सारी ज्ञानवर्धक बातें सीख सकते हैं। यह लखनऊ शहर में घूमने वाली जगह है।
महाराजा बिजली पासी किला लखनऊ - Maharaja Bijli Pasi Fort Lucknow
महाराजा बिजली पासी किला लखनऊ शहर का एक प्राचीन स्थल है। जहां पर आपको एक खंडहर किला देखने के लिए मिलता है। यहां पर चारों तरफ सुंदर बगीचा है, जहां पर मोर एवं अन्य पक्षी घूमते हुए देखने के लिए मिल जाते हैं। यह किला स्मृति प्लाजा चौराहे के पास में स्थित है और आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर सुबह के समय और शाम के समय घूमने के लिए आया जा सकता है। यह किला और पार्क बहुत ही कम समय के लिए खुलता है।
मान्यवर कांशीराम जी स्मारक स्थल लखनऊ - Manyavar Kanshi Ram ji memorial site Lucknow
मान्यवर कांशीराम जी स्मारक लखनऊ शहर का एक प्रमुख स्थान है। यहां पर आपको एक सुंदर स्मारक देखने के लिए मिलती है, जो काशीराम जी को समर्पित है। यहां पर स्मारक में आपको बहुत सारी मूर्तियां और जानकारी मिलती है। यहां पर आपको इको गार्डन भी देखने के लिए मिलता है, जो हरा भरा है। यहां पर बहुत सारे पेड़ पौधों को लगाया गया है। यहां पर आपको जानवरों के बहुत सारे स्टैचू भी देखने के लिए मिलते हैं। यह लखनऊ में घूमने की अच्छी जगह है और आप यहां पर अपना बहुत अच्छा समय बिता सकते हैं।
कला गांव लखनऊ - Kala Gaon Lucknow
कला गांव लखनऊ शहर में स्थित एक सुंदर जगह है। यहां पर आपको गांव का माहौल दिखाने की कोशिश की गई है। यहां पर गांव के बहुत सारे दृश्य को प्रदर्शित किया गया है। यहां पर खाने के लिए बहुत स्वादिष्ट भोजन मिलता है और देसी भोजन मिलता है और देसी स्टाइल से भी परोसा जाता है। खाने के अलावा आपको यहां पर कठपुतली डांस और पारंपरिक नृत्य भी देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर बच्चों के लिए एक बहुत ही आकर्षक फल और सब्जियों के झूला बना हुआ है। आप लखनऊ घूमने आते हैं, तो आपको यहां पर भी जरूर आना चाहिए।
बुद्धेश्वर महादेव मंदिर लखनऊ - Budheshwar Mahadev Temple Lucknow
बुद्धेश्वर महादेव मंदिर लखनऊ शहर का एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यह मंदिर शंकर जी को समर्पित है। मंदिर में शंकर भगवान जी की शिवलिंग देखने के लिए मिलता है। यह मंदिर बहुत प्राचीन है। इस मंदिर में महाशिवरात्रि के समय बहुत सारे लोग दर्शन करने के लिए आते हैं। आप भी यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं।
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