आशापुरी मंदिर समूह या भूतेश्वर मंदिर समूह रायसेन मध्य प्रदेश - Ashapuri Temple Group or Bhuteshwar Temple Group Raisen Madhya Pradesh
आशापुरी मंदिर समूह प्राचीन मंदिरों का समूह है। यहां पर बहुत सारे प्राचीन मंदिर है। यह सभी मंदिर खंडहर अवस्था में यहां पर देखने के लिए मिलते हैं। इन मंदिरों के अवशेष यहां पर इधर-उधर बिखरे पड़े हुए हैं। यह मंदिर पत्थरों से बने हुए हैं और सुंदर सुंदर मूर्तियों की नक्काशी इनमें की गई है। यह मंदिर शिव भगवान जी और आशापुरी देवी जी को समर्पित है। इन मंदिरों के किनारे तालाब बना हुआ है। इस तालाब को भूतेश्वर बांध कहते हैं। यहां पर तालाब के किनारे जो मंदिर बना हुआ है। वह शंकर जी को समर्पित है और इस मंदिर को भूतेश्वर मंदिर भी कहते हैं। यहां पर आशापुरी देवी का मंदिर भी देखने के लिए मिलता है, जो भूतेश्वर मंदिर से थोड़ी दूरी पर स्थित है। यह जगह सुंदर है। यहां पर बहुत सारे मंदिर हैं। आशापुरी गांव में संग्रहालय भी देखने के लिए मिलता है। यह स्थानीय संग्रहालय है और यहां पर बहुत सारी मूर्तियों का संग्रह देखने के लिए मिलता है।
आशापुरी मंदिर समूह भोपाल शहर से करीब 35 किलोमीटर दूर है। हम लोग इस मंदिर में अपनी स्कूटी से गए थे। इस मंदिर में जाने के लिए अच्छे सड़क नहीं है। यह मंदिर भोजपुर से करीब 5 किलोमीटर दूर आशापुरी गांव में स्थित है। आशापुरी गांव में संग्रहालय देखने के लिए मिलेगा। इस संग्रहालय में बहुत सारी मूर्तियों का संग्रह किया गया है। यहां पर गणेश जी की बहुत सुंदर प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। इसके अलावा यहां पर और भी बहुत सारी मूर्तियां हैं, जो आप देख सकते हैं। आशापुरी मंदिर समूह में जाने का जो रास्ता है। वह बहुत ही खराब है। यह रास्ता गांव से होते हुए जाता है। छोटी-छोटी सकरी गलियों से हम लोग इस मंदिर तक पहुंचे।
हम लोग जब इस मंदिर में घूमने के लिए गए थे। तब इस मंदिर में बड़ी बड़ी झाड़ियां हो गई थी और यह मंदिर जंगल में तब्दील हो गया था, जो भी मंदिर के अवशेष बचे थे। वह इन झाड़ियों में छिप गए थे। यहां पर हमें मंदिर के जो बड़े अवशेष थे। वह देखने के लिए मिले। इस पूरे एरिया को तार लगाकर कवर कर दिया गया है, ताकि कोई भी इस एरिया में अनाधिकृत प्रवेश ना करें। यहां पर गेट के बाहर हम लोगों को एक मंदिर देखने के लिए मिला। यह मंदिर हनुमान जी को समर्पित था और मंदिर के बाहर की दीवार में विष्णु भगवान जी की बहुत ही सुंदर प्रतिमा देखने के लिए मिली। यह प्रतिमा पत्थर की बनी हुई थी और बहुत ही सुंदर लग रही थी।
मंदिर के बाहर पेड़ लगा हुआ था और उसके नीचे बैठने के लिए बनाया गया था। यहां पर कुछ ग्रामीण लोग बैठे हुए थे। मंदिर के बाहर हम लोगों को प्राचीन पत्थरों के अवशेष देखने के लिए मिले। यह शायद इसी मंदिर के अवशेष होंगे। हम लोग इस मंदिर को देखने के बाद आशापुरी मंदिर समूह में घूमने के लिए गए। यहां पर हम लोगों को खंडहर मंदिर के अवशेष देखने के लिए मिले। यहां पर हमें शिव भगवान जी का मंदिर देखने के लिए मिला। यहां पर गर्भ गृह में योनि पीठ देखने के लिए मिला, मगर शिव भगवान जी का शिवलिंग यहां पर नहीं था। इसके अलावा यहां पर हमें गणेश जी की मूर्ति देखने मिली। यहां से तालाब का दृश्य भी बहुत सुंदर था। तालाब के किनारे सीढ़ियां बनी हुई है। यह जो तालाब है। यह प्राचीन है और इस मंदिर के साथ ही इस तालाब का निर्माण भी किया गया था।
आशापुरी मंदिर समूह पर ढेर सारे मंदिर है। मगर सारे मंदिर खंडहर में तब्दील हो चुके हैं। शिव भगवान जी के मंदिर को भूतेश्वर मंदिर कहते हैं। भूतेश्वर मंदिर से करीब आधा किलो मीटर की दूरी पर आशापुरी देवी का मंदिर है। आशापुरी देवी के मंदिर हम लोग नहीं गए, क्योंकि हम लोगों को पैदल इतनी दूर जाना था और यह पूरा रास्ता जंगली झाड़ियों से भरा हुआ था। हम लोग भूतेश्वर मंदिर बस घूमे। यहां पर बरसात के समय बड़ी बड़ी झाड़ियां उग जाती हैं। आशापुरी मंदिर यहां पर अच्छी अवस्था में है और मंदिर में जो मूर्ति है। वह खंडित अवस्था में है, तो अगर आप यहां घूमने जाते हैं, तो इन सभी मंदिरों में घूम सकते हैं।
आशापुरी मंदिर समूह की देखरेख करने वाले एक कर्मचारी ने हम लोगों को बताया, कि यह जो मंदिर है। इन मंदिरों की साफ-सफाई करीब 10 साल पहले गवर्नमेंट के द्वारा करवाई गई थी। उसके बाद यहां पर कोई भी गवर्नमेंट कर्मचारी नहीं आया और ना ही इस मंदिर की साफ-सफाई दोबारा करवाई गई। इसलिए यहां पर यह बड़ी-बड़ी झाड़ियां उग गई है। यह मंदिर करीब 1000 साल पुराने हैं और राजा भोज के समय बनाए गए हैं। यह मंदिर सुंदर हैं और काफी बड़े क्षेत्र में फैले हुए हैं। यहां पर सुंदर-सुंदर मूर्तिकला देखने के लिए मिलती है और यहां पर अलग-अलग मूर्ति के माध्यम से अलग-अलग गतिविधियों को दिखाया गया है। यहां पर आकर अच्छा लगता है।
हम लोग आशापुरी मंदिर घूम कर मंदिर के गेट के बाहर आ गए। आशापुरी मंदिर के पास में ही एक गेस्ट हाउस भी बना हुआ है, जहां पर अगर आप दूर से आते हैं, तो ठहर सकते हैं। यहां पर आपको ठहरने के लिए परमिशन लेनी पड़ेगी, जो शायद आशापुरी गांव के संग्रहालय से लिया जा सकता है। यहां पर खाने पीने के लिए कोई भी दुकानें नहीं है। अगर आप यहां पर ज्यादा समय बिताना चाहते हैं, तो अपने साथ खाना पीना जरूर लेकर आएं। यहां पर पीने के पानी के लिए बोरिंग है, जहां से आप पानी पी सकते हैं। यहां पर आकर अच्छा लगता है और आप मंदिर को घूमते हुए यहां पर दो-तीन घंटे आराम से बिता सकते हैं।
आशापुरी मंदिर कहां पर है - Where is Ashapuri Temple
आशापुरी मंदिर रायसेन जिले का एक प्रमुख मंदिर है। यह मंदिर भोजपुर से करीब 5 किलोमीटर दूर स्थित है। यह मंदिर आशापुरी गांव में स्थित है और इस मंदिर में आप गाड़ी से आसानी से आ सकते हैं। यहां पर पार्किंग के लिए बहुत जगह है। यहां पर आने के लिए जो रोड है। वह सकरी है और कच्ची रोड है।
आशापुरी मंदिर की फोटो - Photos of Ashapuri Temple
प्राचीन मां पार्वती गुफा मंदिर
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