सांगली जिले के दर्शनीय स्थल - Places to visit in Sangli district / सांगली के आसपास घूमने वाली प्रमुख जगह
सांगली में घूमने की जगह - Sangli mein ghumne ki jagah
सांगली किला - Sangli Fort
सांगली किला सांगली जिले का एक मुख्य पर्यटन स्थल है। सांगली किला सांगली शहर के बीच में बना हुआ है। यह किला बहुत सुंदर है। यहां पर आपको बहुत सारी जगह देखने के लिए मिलती है। यहां पर आपको एक बड़ा सा किला, म्यूजियम, गणेश मंदिर, दरबार हॉल यह सभी जगह देखने के लिए मिल जाती है। इस किले में प्रवेश के लिए शुल्क लिया जाता है। इस किले का निर्माण पटवर्धन राजा के शासन में हुआ था। इस किले कुछ पार्ट को गवर्नमेंट ऑफिस के रूप में बदल दिया गया है। सांगली किले में प्राचीन गणेश मंदिर बना हुआ है, जो 175 साल पुराना है। यहां गणेश जी की प्रतिमा बहुत सुंदर है।
सांगली म्यूजियम सांगली - Sangli Museum Sangli
सांगली म्यूजियम सांगली जिले का एक मुख्य आकर्षण स्थल है। इस म्यूजियम में प्रवेश के लिए शुल्क लगता है। यहां पर बहुत कम प्रवेश शुल्क लिया जाता है। इस म्यूजियम में प्राचीन वस्तुओं का संग्रह करके रखा है। यह म्यूजियम सांगली किले के पास में बना हुआ है। इस म्यूजियम में प्राचीन मूर्तियां और बहुत सारा सामान देखने के लिए मिलता है। यह म्यूजियम 10:30 बजे से 5:30 बजे तक खुला रहता है और सोमवार को यह म्यूजियम बंद रहता है।
गणपति मंदिर सांगली - Ganpati Temple Sangli
गणपति मंदिर सांगली का एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यह मंदिर सांगली में कृष्णा नदी के किनारे बना हुआ है। यह मंदिर प्राचीन है। इस मंदिर का निर्माण सांगली के महाराजा चिंतामनराव पटवर्धन जी ने करवाया था। इस मंदिर का निर्माण 1814 में कराया गया था। गणेश जी को सांगली का संरक्षक माना जाता है। इस मंदिर का निर्माण 30 सालों तक चला था। यह 1845 में बनकर तैयार हुआ था। इस मंदिर में गणेश जी की प्रतिमा राजा के द्वारा ही स्थापित की गई थी।
इस मंदिर को बनाने में काले पत्थर का प्रयोग हुआ है। इस मंदिर में नक्काशी की गई है, जो बहुत ही सुंदर लगती है। मंदिर में गार्डन बना हुआ है। मंदिर के सामने फव्वारे लगे हुए हैं, जो बेहद ही आकर्षक लगते हैं। यहां पर हाथी की एक बड़ी सी प्रतिमा देखी जा सकती है। यहां पर गणेश भगवान जी के साथ रिद्धि सिद्धि माता के भी दर्शन करने के लिए मिलते हैं। इस मंदिर का प्रयोग स्वतंत्रता संग्राम के समय महात्मा गांधी, लोकमान्य जैसे स्वतंत्रता सेनानी अपनी मीटिंग करने के लिए किया करते थे। इस मंदिर में लकड़ी का सुंदर काम किया गया है। यह मंदिर 2 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। यह मंदिर सांगली रेलवे स्टेशन से 4 किलोमीटर दूर है।
कृष्णा माई घाट सांगली - Krishna Mai Ghat Sangli
कृष्णा माई घाट सांगली में कृष्णा रिवर के किनारे बना हुआ है। यह घाट बहुत सुंदर है। पूरा घाट पक्का है। इस घाट के किनारे बहुत सारे स्थल है, जहां पर आप घूम सकते हैं। यहां पर आपको रतन प्रकाश बापू पाटिल का मेमोरियल, श्री दत्ता मंदिर, सरकारी घाट, कृष्णा माई मंदिर, रामेश्वर मंदिर, हनुमान मंदिर यह सभी स्थल देखने के लिए मिलेंगे। यह सभी स्थल आसपास बने हुए हैं। आप यहां पर घाट में जाकर स्नान भी कर सकते हैं। यहां पर स्वामी समर्थ मंदिर बना हुआ है। यह मंदिर बहुत सुंदर है।
दंडोबा हिल्स फॉरेस्ट रिजर्व सांगली - Dandoba Hills Forest Reserve Sangli
दंडोबा हिल्स सांगली का एक दर्शनीय स्थल है। यह सांगली से 30 किलोमीटर दूर भोसे गांव में बना हुआ है। यहां पर आप आकर चारों तरफ प्राकृतिक दृश्य देख सकते हैं। यहां पर एक पहाड़ी है, जिसमें आप ट्रैकिंग करके जा सकते हैं। यह जगह ट्रैकिंग करने वालों के लिए एक बेहद ही अच्छी जगह है। यहां पर आप साइकिलिंग भी की जा सकती हैं। यहां पहाड़ी के सबसे ऊपर आपको भगवान शिव का मंदिर देखने के लिए मिलेगा। यह मंदिर प्राचीन है। यहां पर नेचुरल गुफा बनी हुई है, जिसके अंदर शिवलिंग विराजमान है।
दंडोबा हिल्स पर घूमने का सबसे अच्छा समय मॉर्निंग और इवनिंग का है। यहां पर सूर्योदय और सूर्यास्त का बहुत सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। यहां ठंडी ठंडी हवाएं चलती रहती है। यहां पर बहुत सारे पक्षी भी देखे जा सकते हैं। इस जगह पर आप अपनी कार और बाइक से घूम सकते हैं। यहां पर आपको पक्षियों में शिकरा, स्वर्गीय नर्तक, फ्रूट बैट, रातवा बर्ड्स देखने के लिए मिल जाती हैं। यहां पर वॉच टावर बना हुआ है, जहां से आप चारों तरफ का दृश्य देख सकते हैं। यह सांगली के पास स्थित एक एक छोटा मिनी हिल स्टेशन है। यहां चारों तरफ जंगल का दृश्य देखा जा सकता है।
श्री स्वयंभू गणेश मंदिर सांगली - Shree Swayambhu Ganesh Mandir Sangli
श्री स्वयंभू गणेश मंदिर सांगली का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह मंदिर सांगली जिले के रसूलवाडी गांव में बना हुआ है। इस मंदिर में गणेश जी की प्रतिमा है। वह स्वयंभू है। यहां पर बहुत सारे लोग आकर गणेश जी के दर्शन करते हैं। यह मंदिर बहुत अच्छी तरह से बना हुआ है।
बाहुबली मंदिर सांगली - Bahubali Temple Sangli
बाहुबली मंदिर सांगली के पास घूमने का एक मुख्य स्थान है। यह मंदिर कोल्हापुर डिस्ट्रिक्ट के हटकंगाले तालुका में स्थित है। इस मंदिर में भगवान श्री बाहुबली जी की 28 फीट ऊंची प्रतिमा बनी हुई है। यह प्रतिमा मार्बल से बनी हुई है। इस प्रतिमा की स्थापना 1963 में की गई थी। यह प्रतिमा बहुत सुंदर लगती है। प्रतिमा के आसपास आपको मंदिर देखने के लिए मिलते हैं। प्रतिमा ऊंचाई पर बनी हुई है। भगवान बाहुबली जी को कुंभोज के नाम से भी जाना जाता है और बाहुबली जी ने यहां पर तपस्या की थी। यहां पर जाने के लिए सीढ़ियां बनी हुई है और सीढ़ियों के दोनों तरफ हाथी की मूर्तियां बनाई गई है, जो बहुत ही खूबसूरत लगती है।
बाहुबली मंदिर पर आप 11 बजे से 5 बजे तक जा सकते हैं। यहां पर भोजनालय बना हुआ है, जहां पर जैन लोग खाना खा सकते हैं। यहां पर और भी बहुत सारे मंदिर बने हुए हैं। यहां त्रिकूट मंदिर, संभवनाथ जैन श्वेतांबर मंदिर बना हुआ है। यहां पर आप घूमने के लिए आ सकते हैं। यह जगह एक पहाड़ी पर बनी है। यहां पर पहुंचने के लिए सीढ़ियां बनी हुई है। आपको यहां ट्रैकिंग करके मजा आएगा।
संगमेश्वर महादेव मंदिर सांगली - Sangmeshwar Mahadev Temple Sangli
संगमेश्वर महादेव मंदिर सांगली का एक प्रमुख आकर्षण स्थल है। यह मंदिर सांगली में हरिपुर गांव में बना हुआ है। यह मंदिर कृष्णा और वरुणा नदी के संगम पर स्थित है। यह मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है। यह मंदिर बहुत सुंदर है। मंदिर के अंदर शिव भगवान जी का बहुत ही सुंदर शिवलिंग के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर शिव भगवान जी के साथ नाग देवता के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। नाग देवता जी की प्रतिमा धातु की बनी हुई है और बहुत ही सुंदर लगती है। यहां पर वरुणा नदी के संगम स्थल पर आप स्नान भी कर सकते हैं। यहां पर बहुत सारे लोग आते हैं।
चंदोली नेशनल पार्क सांगली - Chandoli National Park Sangli
चंदोली नेशनल पार्क सांगली के पास घूमने का एक मुख्य पर्यटन स्थल है। चंदोली नेशनल पार्क सतारा कोल्हापुर रत्नागिरी डिस्टिक में फैला हुआ है। यह पार्क सहयाद्री पहाड़ पर्वत रेंज में स्थित है। यह नेशनल पार्क 2004 में बना है। इस पार्क का टोटल एरिया 317.67 वर्ग किलोमीटर है।
चंदोली नेशनल पार्क पर आकर आपको बहुत सारे जंगली जीव देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर काला हिरण, बंदर, चित्तीदार हिरण, नीलगाय देखने के लिए मिलती है। यह पार्क बरसात में बहुत ज्यादा खूबसूरत हो जाता है, क्योंकि बरसात में यहां चारों तरफ हरियाली रहती है। यह पर बहुत सारे वॉटरफॉल देख सकते है। यह नेशनल पार्क सांगली से करीब 100 किलोमीटर दूर है।
चंदोली डैम सांगली - Chandoli Dam Sangli
चंदोली डैम सांगली का एक प्रमुख दर्शनीय स्थल है। इस डैम को बसंत सागर जलाशय के नाम से भी जाना जाता है। यह डैम चंदोली नेशनल पार्क के पास बना हुआ है। यह डैम बहुत बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है। यह डैम वरुणा नदी पर बना हुआ है। आप चंदौली में बस, कार और मोटर बाइक से पहुंच सकते हैं। यहां पर आप बरसात में आएंगे, तो ज्यादा अच्छा रहेगा। यहां पर अगर आप डैम के डैम में घूमना चाहते हैं, तो आप अपनी वोटर आईडी अपने पास जरूर रखें। डैम का सबसे अच्छा नजारा बरसात के समय रहता है। डैम में चार गेट बने हुए हैं। यहां जंगल और पहाड़ का मनोरम नजारा देखने के लिए मिलता हैं।
यशवंतराव चव्हाण सागरेश्वर वन्यजीव अभयारण्य सांगली - Yashwantrao Chavan Sagareshwar Wildlife Sanctuary Sangli
यशवंतराव चव्हाण सागरेश्वर वन्यजीव अभ्यारण सांगली का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह अभ्यारण सांगली जिले में तकारी के पास बना हुआ है। यह तकारी रेलवे स्टेशन से ढाई किलोमीटर दूर है। आप यहां पर रेल मार्ग से और सड़क मार्ग से आ सकते हैं। यह अभ्यारण कोल्हापुर से 60 किलोमीटर दूर है। यह अभ्यारण 1086.75 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला हुआ है। इस अभ्यारण की स्थापना 16 अक्टूबर 1985 में की गई थी। यहां पर आपको मंदिर देखने के लिए मिलेगा। यहां श्री लिंगेश्वर मंदिर बना हुआ है, जो शिव शंकर जी को समर्पित है। मंदिर में शिवलिंग के दर्शन करने के लिए मिलते हैं, जो बहुत ही सुंदर लगते हैं।
इस अभयारण्य के अंदर गणेश जी और हनुमान जी के दर्शन करने मिलते है। यहां पर एक प्राचीन कुआ बना हुआ है। यहां पर आपको काला हिरण, चित्तीदार हिरण, तेंदुआ, बंदर, चीतल, सांभर यह सभी जानवर आराम से देखने के लिए मिल जाते हैं। यह पर चीतल सांभर आपको हर जगह देखने के लिए मिल जाएगा। इस अभ्यारण में प्रवेश के लिए शुल्क लगता है। यहां पर बहुत सारे व्यूप्वाइंट बनाए गए हैं, जहां पर आप जाकर चारों तरफ का सुंदर दृश्य देख सकते हैं। यहां पर बरसात के समय और भी ज्यादा सुंदर लगता है।
मछिंद्रनाथ किला सांगली - Machindranath Fort Sangli
मछिंद्रनाथ किला सांगली का एक प्रमुख ऐतिहासिक स्थान है। यह किला सांगली से कराड जाने वाली हाईवे सड़क में स्थित है। यह किला कराड से 16 किलोमीटर दूर है। इस किले का निर्माण छत्रपति शिवाजी महाराज के द्वारा 1676 में किया गया था। यह किला एक ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ है। इस किले के अंदर शिव मंदिर के दर्शन करने के लिए मिलते हैं, जिन्हें मछिंद्रनाथ महादेव मंदिर के नाम से जाना जाता है।
मछिंद्रनाथ किला अपने ऐतिहासिक इतिहास के लिए भी प्रसिद्ध है। यहां पर आकर बहुत अच्छा लगता है। किले का बहुत सारा भाग खंडित हो गया है। यहां पर आप आकर बहुत सारी वस्तुएं देख सकते हैं। यह किला ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ है। इस किले तक पहुंचने के लिए सीढ़ियां है। इस किले में पहुंचकर बहुत अच्छा लगेगा। यहां पर चारों तरफ पहाड़ियों का दृश्य देखा जा सकता है। मानसून के समय यहां पर घूमने के लिए आया जा सकता है और यहां चारों तरफ हरियाली देखी जा सकती है। यहां सूर्यास्त और सूर्योदय का दृश्य देखा जा सकता है। यहां से कृष्णा नदी का दृश्य भी देखने के लिए मिलता है।
चौरंगीनाथ मंदिर सांगली - Chowringinath Temple Sangli
चौरंगीनाथ मंदिर सांगली में घूमने का एक मुख्य स्थान है। यह मंदिर कराड से 20 किलोमीटर दूर सोनसल गांव में बना हुआ है। यह मंदिर पहाड़ी के ऊपर बना हुआ है। यह मंदिर बहुत सुंदर है। मंदिर में आकर चारों तरफ का बहुत ही जबरदस्त दृश्य देखने के लिए मिलता है। इस मंदिर में जाने के लिए, जो रास्ता है। वह सर्पाकार है। यहां पर पहुंचने के लिए खड़ी चट्टाने और खड़ी ढलान भी है। यहां पर आप अपने स्वयं के वाहन से आ सकते हैं।
मंदिर में पहुंचकर आपको शिव भगवान जी के दर्शन करने के लिए मिलेंगे। यहां से आप चारों तरफ का दृश्य देख सकते हैं, जो बहुत ही जबरदस्त रहता है। यहां पर मानसून में आप घूमने के लिए आएंगे, तो आपको बहुत मजा आएगा। यहां पर एक व्यूप्वाइंट बनाया गया है, जहां से जाकर आप चारों तरफ का दृश्य देख सकते हैं। यहां शाम के समय सूर्यास्त का दृश्य देखने में आनंद आता है।
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