औरंगाबाद (महाराष्ट्र) के दर्शनीय स्थल - Places to visit in Aurangabad \ औरंगाबाद जिला के आस पास घूमने वाली प्रमुख जगह
औरंगाबाद महाराष्ट्र का एक प्रमुख जिला है। औरंगाबाद महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई से करीब 340 किलोमीटर दूर है। औरंगाबाद पुणे से करीब 240 किलोमीटर दूर है। औरंगाबाद जिला रोड माध्यम से अन्य जिलों से जुड़ा हुआ है। औरंगाबाद में आप सड़क माध्यम और हवाई मार्ग से पहुंच सकते हैं। औरंगाबाद में गोदावरी नदी बहती है। औरंगाबाद में घूमने के लिए सबसे महत्वपूर्ण जगह अजंता एवं एलोरा की गुफाएं हैं। यह गुफाएं पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। यह गुफाएं प्राचीन है और पूरी तरह पत्थर की बनी हुई है। अधिकतर पर्यटक औरंगाबाद में इन गुफाओं को देखने के लिए ही आते हैं। औरंगाबाद में घूमने के लिए बहुत सारी जगह है, जहां पर जाकर आप अच्छा समय बिता सकते हैं। चलिए जानते हैं - औरंगाबाद में घूमने के लिए कौन-कौन सी जगह हैं।
औरंगाबाद में घूमने की जगह - Aurangabad mein ghumne ki jagah
बीबी का मकबरा औरंगाबाद - Bibi Ka Maqbara Aurangabad
बीवी का मकबरा औरंगाबाद का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह पूरे देश में प्रसिद्ध है। इसे मिनी ताज के नाम से भी जाना जाता है। यह बहुत सुंदर है और इस मकबरे का निर्माण औरंगजेब के पुत्र आजम शाह ने 1651 से 1661 के बीच अपनी मां की स्मृति में बनाया था। यह मकबरा औरंगजेब की पहली पत्नी राबिया उद दौरानी उर्फ दिलराज बानो बेगम की याद में बनाया गया है।
कुछ लोग बीवी के मकबरे को गरीबों का ताजमहल के नाम से भी जानते हैं। बीबी का मकबरा औरंगाबाद रेलवे स्टेशन से करीब 5 किलोमीटर दूर है और यहां पर आप ऑटो के द्वारा पहुंच सकते हैं। यहां पर आप को बहुत बड़ा बगीचा भी देखने के लिए मिलता है। इस बगीचे के बीच में बीवी का मकबरा बना हुआ है। मकबरे के चारों कोने पर मीनारें देखने के लिए मिलती हैं।
राबिया उद दौरानी औरंगजेब की पहली पत्नी थी और औरंगजेब को सबसे प्रिय थी। औरंगजेब की कुल 5 संतानें थी, जिसमें से मोहम्मद आजम शाह को अपनी मां से बहुत ज्यादा लगाव था। इसलिए उन्होंने अपनी मां की याद में अपने दादा शाहजहां से प्रेरित होकर मां के लिए ताजमहल का प्रतिरूप बनाया था। इस मकबरे को ढक्कन के ताज भी कहा जाता है। मकबरे के सामने आपको खूबसूरत फव्वारे देखने के लिए मिलते हैं, जो प्राचीन समय में चला भी करते थे। इस मकबरे में प्रवेश के लिए शुल्क लिया जाता है, जो बहुत ही कम रहता है और आप यहां पर आकर मकबरे में घूम सकते हैं। यह औरंगाबाद में घूमने लायक जगह है।
गोगा बाबा टेकड़ी औरंगाबाद - Goga Baba Tekdi Aurangabad
गोगा बाबा टेकड़ी औरंगाबाद का टूरिस्ट प्लेस है। यहां पर एक पहाड़ी पर गोगा बाबा का मंदिर बना हुआ है। आप इस मंदिर तक ट्रैकिंग करके पहुंच सकते हैं। यहां पर आ कर आपको बहुत मजा आएगा। यहां पर बरसात में इस टेकरी का दृश्य बहुत ही सुंदर रहता है। यहां पर चारों तरफ हरियाली रहती है। यहां पर आप सूर्यास्त का सुंदर दृश्य देख सकते हैं।
पनचक्की औरंगाबाद - Panchakki Aurangabad
पनचक्की औरंगाबाद का एक प्रमुख ऐतिहासिक स्थल है। यहां पर आपको एक पुरानी टेक्नोलॉजी देखने के लिए मिलती है। यहां पर आपको एक प्राचीन चक्की देखने के लिए मिलती है, जो पानी के दबाव के कारण चलती है। यहां पर अंडर ग्राउंड नहर से पानी लाया गया है और इस चक्की पर डाला गया है, जिससे यह चक्की चलती है। आपको यहां पर आकर इस चक्की कार्यप्रणाली के बारे में पता चलेगा। इस चक्की का उपयोग प्राचीन समय में आटा पीसने के लिए किया जाता था। यह चक्की अभी भी कार्यरत है। यहां पर आपको एक बड़ा सा तालाब देखने के लिए मिलता है।
यहां पर आपको बाबा शाह मुसाफिर की दरगाह देखने के लिए मिलती है, जो एक सूफी संत थे। यहां पर 600 साल पुराना बरगद का पेड़ भी लगा हुआ है। यहां पर खूबसूरत गार्डन है। यह बहुत सुंदर है और आप यहां पर आ कर अपना समय बिता सकते हैं। यहां पर एंट्री के लिए शुल्क लगता है। यहां पर बाजार भी लगता है, जहां पर आपको बहुत सारा सामान मिल जाता है और खाने पीने का सामान भी मिलता है। आप औरंगाबाद घूमने के लिए आते हैं, तो आपको इस जगह पर जरूर आना चाहिए और इस चक्की को जरूर देखना चाहिए।
छत्रपति शिवाजी महाराज संग्रहालय औरंगाबाद - Chhatrapati Shivaji Maharaj Museum Aurangabad
छत्रपति शिवाजी महाराज संग्रहालय औरंगाबाद जिले का एक मुख्य पर्यटन स्थल है। यहां पर आपको प्राचीन वस्तुओं का संग्रह देखने के लिए मिलता है। यह संग्रहालय बहुत ही अच्छी तरह से बना हुआ है। संग्रहालय के बाहर आपको शिवाजी महाराज की मूर्ति देखने के लिए मिलती है। इस संग्रहालय में आपको प्राचीन हथियारों, मूर्तियों का कलेक्शन देखने के लिए मिलता है। इस संग्रहालय में बहुत सारी मूर्तियों के द्वारा भी इतिहास को समझाने की कोशिश की गई है। इस संग्रहालय में आपको प्राचीन नक्शे देखने के लिए मिलते हैं। संग्रहालय के इनडोर और आउटडोर बहुत सारी वस्तुएं रखी गई है।
इस संग्रहालय में अगर आप घूमने के लिए आते हैं, तो इस संग्रहालय के खुलने का समय 10:30 बजे से शाम के 6 बजे है। गुरुवार को संग्रहालय बंद रहता है। संग्रहालय में प्रवेश के लिए प्रवेश शुल्क लगता है, जो बहुत ही कम रहता है। यह संग्रहालय मुख्य सड़क में स्थित है। इसलिए आप यहां पर आसानी से पहुंचकर, इस संग्रहालय में घूमते हैं। यहां पर आपको हिस्ट्री के बारे में बहुत सारी जानकारी मिलेगी। संग्रहालय के पास में ही नेहरू उद्यान बना हुआ है, जहां पर आप जाकर बैठ सकते हैं।
औरंगाबाद की गुफाएं - Aurangabad Caves
औरंगाबाद की गुफाएं औरंगाबाद का एक ऐतिहासिक स्थल है। यह जगह प्राकृतिक परिवेश में स्थित है। यहां पर आपको प्राचीन गुफाएं देखने के लिए मिलती है। यह गुफाएं छठवीं से आठवीं शताब्दी में बनाई गई मानी जाती हैं। यह गुफाएं बहुत ही आकर्षक है और पूरी गुफाएं पत्थर को काटकर बनाई गई है। यह गुफाएं बौद्ध भगवान जी को समर्पित है। यहां पर बहुत सारी बौद्ध प्रतिमाएं देखने के लिए मिलती है। इन गुफा तक पहुंचने के लिए सीढ़ियों वाला मार्ग है। आप ट्रैकिंग करके इन गुफाओं तक पहुंच सकते हैं।
औरंगाबाद की गुफाएं मुख्य शहर से करीब 8 किलोमीटर दूर होंगी। यहां पर गुफा में प्रवेश करने के लिए एंट्री शुल्क लिया जाता है। यह गुफाएं पहाड़ी पर दो पार्ट पर बनी हुई है। बरसात में यहां पर आकर इन गुफाओं को देखना बहुत ही अच्छा लगता है। यहां पर आपको एंट्री गेट में बौद्ध भगवान जी की बहुत बड़ी प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। यहां पर आप मेडिटेशन भी कर सकते हैं। यह जगह बहुत सुंदर है और आपको यहां पर आकर मजा आएगा।
सिद्धार्थ गार्डन और जू औरंगाबाद - Siddharth Garden And Zoo Aurangabad
सिद्धार्थ गार्डन औरंगाबाद का एक प्रमुख दर्शनीय स्थल है। यह पार्क मुख्य औरंगाबाद शहर में स्थित है। यह औरंगाबाद रेलवे स्टेशन से करीब 3 किलोमीटर दूर होगा। यह पार्क हरे भरे पेड़ पौधों से घिरा हुआ है। यहां पार्क बहुत बड़े एरिया में फैला हुआ है। यहां पर आपको एक चिड़ियाघर देखने के लिए मिलता है, जहां पर बहुत सारे जंगली जानवर है। यहां पर आपको बाघ, खरगोश, अजगर, शेर, तेंदुआ, बिल्ली, सांप, मगरमच्छ, लोमड़ी, हिरण, लकड़बग्घा, सफेद बाघ, चित्तीदार हिरण, काला हिरण, सांभर, नीलगाय, लेपर्ड, भालू, बंदर, हाथी, देखने के लिए मिल जाते हैं। यहां पर आपका प्रवेश के लिए टिकट लगता है। यहां पर खाने पीने के लिए भी बहुत सारे साधन है।
पार्क में आपको लॉर्ड बुद्ध की प्रतिमा देखने के लिए मिलती है, जो बहुत बड़ी है। यहां पर बहुत सारे फेमस क्रिकेटर और सुपर हीरोस की भी प्रतिमा को लगाया गया है। यहां पर आप आकर इंजॉय कर सकते हैं। यहां पर बहुत सारे झूले भी लगाए हुए हैं। यहां पर बहुत सारे सुंदर-सुंदर झरने देखने के लिए मिलते हैं, जो बहुत ही आकर्षक तरीके से बनाए हुए हैं।
दौलताबाद का किला औरंगाबाद - Daulatabad Fort Aurangabad
दौलताबाद का किला औरंगाबाद का एक प्राचीन ऐतिहासिक स्थल है। यह किला ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ है। इस किले तक पहुंचने के लिए आपको ट्रैकिंग करनी पड़ती है। दौलताबाद किले को प्राचीन समय में देवगिरी के नाम से जाना जाता था। यह किला एक ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ है। इस किले के चारों तरफ एक नहर बनी हुई है, जिसमें प्राचीन समय में मगरमच्छ एवं जहरीले सांप छोड़े जाते थे। जिससे किले की रक्षा हो सके। इस किले की मुख्य इमारतों में चांद मीनार, चीनी महल, आजम शाह पैलेस प्रमुख है, जो बहुत सुंदर है।
यहां पर भूलभुलैया भी है, जो यहां का मुख्य आकर्षण है और इस भूल भुलैया में आप अभी भी जा सकते हैं। इस भूलभुलैया को शत्रुओं को भ्रमित करने के लिए बनाया गया था। आप इस किले में घूमने के लिए जाते हैं, तो आपको पानी जरूर लेकर जाना चाहिए, क्योंकि इस किले पर चढ़ाई करते-करते बहुत ज्यादा थकान हो जाती है। इस किले के अंदर बहुत सारे तालाब बने हुए है। इस किले के अंदर आपको ओपन कैनन गैलरी देखने के लिए मिलती है, जिसमें विभिन्न तरह की तोपों का प्रदर्शन किया गया है। किले के अंदर आपको बहुत सारी प्राचीन मूर्तियां भी देखने के लिए मिलती हैं।
दौलताबाद किले में प्रवेश के लिए शुल्क लिया जाता है। यह किला मुख्य शहर से करीब 20 किलोमीटर दूर है। इस किले में आप पब्लिक ट्रांसपोर्ट से या खुद के वाहन से आ सकते हैं। यह किला मुख्य सड़क में स्थित है और किले तक पहुंचने के लिए अच्छा रास्ता है। किले के, जो प्रवेश द्वार है। बहुत सुंदर है। आप दौलताबाद घूमने के लिए आते हैं, तो आपको यहां पर जरूर घूमने के लिए आना चाहिए।
हिस्ट्री म्यूजियम औरंगाबाद - History Museum Aurangabad
हिस्ट्री म्यूजियम औरंगाबाद में बाबा साहेब आंबेडकर यूनिवर्सिटी के कैंपस में बना हुआ है। यह औरंगाबाद का एक प्रमुख दर्शनीय स्थल है। यहां पर आपको बहुत सारी प्राचीन मूर्तियां देखने के लिए मिलती है, जो बहुत सुंदर लगती है। यहां पर आप आकर बहुत सारी जानकारियां हासिल कर सकते हैं। यहां पर बाहर सुंदर गार्डन भी बना हुआ है। यहां पर एंट्री के लिए शुल्क लगता है। मगर आपको यहां पर आकर हमारे इतिहास के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
सोनेरी महल औरंगाबाद - Soneri Mahal Aurangabad
सोनेरी महल औरंगाबाद का एक प्रमुख स्थल है और यह जगह डॉक्टर बाबा साहब अंबेडकर यूनिवर्सिटी के कैंपस में स्थित है। यह दो मंजिला महल है। इस महल को अब एक संग्रहालय में परिवर्तित किया गया है, जहां पर आपको बहुत सारी जानकारी मिलती है। यहां पर आपको औरंगाबाद के बारे में डिटेल हिस्ट्री मिल जाती है। यहां पर हथियारों का भी अच्छा संग्रह देखने के लिए मिलता है। इस संग्रहालय में प्रवेश के लिए शुल्क लिया जाता है। संग्रहालय के बाहर गार्डन भी बना हुआ है, जो बहुत सुंदर है।
सोनेरी महल में प्रवेश के लिए टाइमिंग है। यहां पर आप 10:30 से 5 बजे तक प्रवेश कर सकते हैं और मंडे को यह संग्रहालय बंद रहता है। यहां पर प्रवेश के लिए एंट्री शुल्क लिया जाता है। आप यहां पर आ कर बहुत सारी जानकारी हासिल कर सकते हैं। इस महल के पीछे बहुत बड़ा पहाड़ है, जो बहुत सुंदर लगता है।
एलोरा की गुफाएं औरंगाबाद - Ellora Caves Aurangabad
एलोरा की गुफाएं औरंगाबाद जिले का एक मुख्य आकर्षण स्थल है। यह गुफाएं प्राचीन है। यहां पर आपको 32 गुफाएं देखने के लिए मिलती हैं, जो पहाड़ों को काटकर बनाई गई है। यहां पर सबसे बड़ी गुफा कैलाश गुफा है। इस गुफा में आपको भगवान शिव का शिवलिंग देखने के लिए मिलता है और नंदी भगवान जी की पत्थर की मूर्ति देखने के लिए मिलती है, जो बहुत ही सुंदर है। मंदिर की दीवारों में भगवान विष्णु एवं अन्य देवी देवताओं की प्रतिमा देखने के लिए मिलती है।
यहां पर भगवान विष्णु के बहुत सारे अवतार के दर्शन करने मिलती है। यहां विष्णु भगवन का वराह अवतार, नरसिंह अवतार, और भगवान विष्णु के नाभि से ब्रह्मा जी की उत्पत्ति के चित्र गुफाओं की दीवारों पर उकेर कर बनाए गए हैं, जो बहुत ही सुंदर लगते हैं। यह गुफाएं यूनेस्को वर्ल्ड हेरीटेज स्थल में शामिल है। यहां पर आपको हाथियों की प्रतिमा देखने के लिए मिलती है, जो पत्थर पर उकेर कर बनाई गई है। यहां पर शिव तांडव की प्रतिमा बनी हुई है। यहां पर जैन, बौद्ध और हिंदू धर्म के देवी-देवताओं की गुफाएं बनी हुई है। यहां पर विष्णु पुराण, महाभारत, रामायण की दृश्य को चट्टानों पर उकेर कर बनाया गया है।
एलोरा की गुफाओं में प्रवेश के लिए शुल्क लिया जाता है। यहां पर आप गाइड कर सकते हैं, जो आपको इन गुफाओं के बारे में अच्छे से जानकारी दे सकता है। यहां पर आपको बहुत ही बारीक नक्काशी देखने के लिए मिलती है, जो अद्भुत लगती है। यह गुफाएं 2 किलोमीटर तक के क्षेत्र में फैली हुई है। इन गुफाओं का निर्माण पांचवी से दसवीं शताब्दी के बीच हुआ था। यह गुफाएं पहाड़ और चट्टानों को काटकर बनाई गई है। वास्तुकला की दृष्टि से यह गुफाएं बहुत ही सुंदर है। आप इन गुफाओं में पब्लिक ट्रांसपोर्ट या अपने स्वयं के वाहन से आ सकते हैं। यहां पर सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध है।
बाघोरा जलप्रपात औरंगाबाद - Baghora Falls Aurangabad
बाघोरा जलप्रपात औरंगाबाद का एक प्रमुख स्थल है। यह जलप्रपात एलोरा गुफाओं के पास में स्थित है। यहां पर आपको एलोरा की गुफाएं देखने के लिए मिलती है। यह गुफाएं बाघोरा जलप्रपात के नीचे बनी है। ऊपर से ये जलप्रपात गिरता है। यह बहुत ही सुंदर लगता है। यहां पर आप बरसात के समय घूमने आएंगे, तो आपको ज्यादा मजा आएगा। यह जगह बरसात के समय हरियाली से घिर जाती है और बहुत ही आकर्षक लगती है।
बानी बेगम गार्डन औरंगाबाद - Bani Begum Garden Aurangabad
बानी बेगम गार्डन औरंगाबाद का एक प्रमुख ऐतिहासिक स्थल है। बानी बेगम औरंगजेब के बेटे आजम शाह की पत्नी थी। उनकी यहां पर कब्र बनाई गई है। यह बहुत सुंदर है। यहां पर कब्र के चारों तरफ बहुत बड़ा बगीचा बना हुआ है और बगीचे के बीच में कब्र बनी हुई है। यहां पर आपको एक झील देखने के लिए मिलती है। इस झील को बानी बेगम झील के नाम से जाना जाता है।
बानी बेगम गार्डन औरंगाबाद से करीब 24 किलोमीटर दूर खुल्दाबाद में स्थित है। आप यहां पर गाड़ी या पब्लिक ट्रांसपोर्ट से पहुंच सकते हैं और इस जगह में घूम सकते हैं। इस जगह पर आकर आपको बानी बेगम की कब्र देखने के लिए मिलती है। यहां पर बहुत सुंदर स्मारक बनी हुई है और यह स्मारक देखने में बहुत ही आकर्षक लगती है।
मुगल सम्राट शहंशाह औरंगजेब आलमगीर की मजार औरंगाबाद - Tomb of the Mughal Emperor Shahenshah Aurangzeb Alamgir Aurangabad
मुगल सम्राट शहंशाह औरंगजेब आलमगीर की मजार औरंगाबाद का एक प्रमुख स्थल है और यह जगह औरंगाबाद में खुल्दाबाद में स्थित है। यह जगह शहर के बीचो-बीच बनी हुई है। यह कब्र मुगल सल्तनत के सबसे ज्यादा 50 सालों तक राज करने वाले शहंशाह औरंगजेब की है। उनकी ख्वाहिश के मुताबिक इस कब्र को बड़ी सादगी के अनुसार बनाया गया है और उनके धर्मगुरु सैयद जैनुद्दीन शिराजी के करीब बनाई गई है। उनकी मृत्यु 23 मार्च 1707 में अहमदनगर में हुई थी। यहां पर आपको मार्बल की सुंदर कारीगरी देखने के लिए मिलती है।
श्री भद्र मारुति मंदिर औरंगाबाद - Shree Bhadra Maruthi Mandir Aurangabad
श्री भद्र मारुति मंदिर औरंगाबाद के खुल्दाबाद में स्थित एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह मंदिर हनुमान जी को समर्पित है। इस मंदिर में हनुमान जी की प्रतिमा बहुत ही अद्भुत है। इस मंदिर में हनुमान जी की प्रतिमा सोई हुई अवस्था में देखने के लिए मिलती है। यह मंदिर बहुत अच्छी तरह बना हुआ है और मंदिर के आस पास बहुत सारी प्रसाद की दुकान है।
यहां पर आप आकर मंदिर में हनुमान जी के दर्शन कर सकते हैं। यह मंदिर मुख्य शहर में खुल्दाबाद बस स्टैंड के पास ही में स्थित है। यहां पर आकर आपको अच्छा लगेगा। यहां पर बहुत सारे खाने पीने की दुकान भी है, जहां पर आप खाने पीने का लुफ्त उठा सकते हैं।
अजंता की गुफाएं औरंगाबाद - Ajanta Caves Aurangabad
अजंता की गुफाएं औरंगाबाद का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। अजंता की गुफाएं पूरे देश और पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। यह एक विश्व धरोहर स्थल है। अजंता की गुफाएं औरंगाबाद से 103 किलोमीटर दूर स्थित है। यह गुफाएं घोड़े की नाल की आकार की पहाड़ी को काटकर बनाई गई है। यह गुफाएं बहुत ही सुंदर है इन गुफाओं में आपको बुद्ध भगवान जी की बहुत सारी मूर्तियां देखने के लिए मिलती है। इन गुफाओं को बौद्ध भिक्षु कारीगर द्वारा कलात्मक रूप से पत्थरों को तराशा कर बनाया गया है, बौद्ध भिक्षु यहीं पर रहना, पूजा करना और शिक्षा देने का कार्य करते थे।
अजंता गुफाओं में, बुद्ध भगवान जी के जीवन की कहानी को आप देख सकते हैं। उनकी जीवन की कहानी को, यहां पर चट्टानों में तराश कर दिखाया गया है। यहां पर आपको हिंदू देवी देवताओं की प्रतिमाएं भी देखने के लिए मिलती है। यहां पर आपको भित्ति चित्र देखने के लिए मिलते हैं, जो वक्त के साथ धीरे-धीरे नष्ट होते जा रहे हैं। यहां पर कुल 30 गुफाएं हैं, जो अभी तक खोजे गए हैं और अच्छी हालत में है। यह गुफाएं बघुर नदी की संकीर्ण प्रवाह के ऊपर 70 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यहां पर घना जंगल है। यह गुफाएं दुनिया से छुपी हुई थी। गुफाओं की खोज एक अंग्रेज अफसर ने 1896 में की थी। यह गुफाएं बहुत सुंदर है। इन गुफाओं में प्रवेश के लिए शुल्क लिया जाता है। यहां पर आपको मुख्य सड़क से बस द्वारा अजंता की गुफाओं तक छोड़ा जाता है। उसके बाद आप यहां पर प्रवेश कर गुफाओं में घूम सकते हैं।
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