दुमका जिला के प्रमुख दर्शनीय स्थल - Places to visit in Dumka / दुमका जिले के आसपास घूमने वाली प्रमुख जगह
दुमका झारखंड राज्य का एक प्रमुख जिला है। दुमका झारखंड राज्य की राजधानी रांची से करीब 270 किलोमीटर दूर है। दुमका जिले की मुख्य नदी मयूराक्षी है। दुमका जिला झारखंड राज्य में, झारखंड और बंगाल की सीमा के पास स्थित है। यह जिला जंगल और पहाड़ों से घिरा हुआ है। इस जिले में आपको प्राचीन मंदिर, प्राकृतिक स्थल देखने के लिए मिलते हैं। दुमका जिला में घूमने के लिए बहुत सारी जगह है। चलिए जानते हैं - दुमका जिले में घूमने लायक कौन कौन सी जगह है।
दुमका में घूमने की जगह - Dumka mein ghumne ki jagah
बासुकीनाथ धाम दुमका - Basukinath Dham Dumka
बाबा बासुकीनाथ धाम दुमका जिला का प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यह मंदिर पूरे झारखंड में प्रसिद्ध है। इस मंदिर में पूरे भारत देश के लोग भगवान शिव के दर्शन करने के लिए आते हैं। यह मंदिर दुमका जिले में जरमुंडी नाम के गांव में स्थित है। आप यहां पर आकर भगवान शिव के दर्शन कर सकते हैं। यहां पर सावन के समय बहुत सारे कावड़िया वाले लोग जल भर के लाते हैं और भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं। यह जगह बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग से करीब 45 किलोमीटर दूर है। यहां पर भारत देश विभिन्न भागों से बहुत सारे लोग पहले वैद्यनाथ शिव भगवान जी के दर्शन करने के लिए जाते हैं। उसके बाद बासुकीनाथ भगवान के दर्शन करने के लिए जाते हैं।
बासुकीनाथ मंदिर के बारे में मान्यता है, कि जो भी व्यक्ति वैद्यनाथ मंदिर में ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने के बाद, बासुकीनाथ मंदिर में भगवान भोलेनाथ के दर्शन करता है। तभी उसके दर्शन पूरे माने जाते हैं। अगर वह दर्शन करने नहीं आता है, तो उनके दर्शन अधूरे माने जाते हैं।
बाबा बैद्यनाथ के यहां पर लोग आकर अपनी फरियाद सुनाते हैं। यहां पर लोग आकर दीवानी मुकदमे की सुनवाई करते हैं और बासुकीनाथ में लोग आकर फौजदारी मुकदमे की सुनवाई करते हैं। कहा जाता है, कि बासुकीनाथ मंदिर में फरियाद जल्दी सुनी जाती है और आपकी समस्याओं का समाधान होता है। यहां पर भगवान शिव का स्वरूप नागेश का है। यहां पर आपकी समस्या का छुटकारा जल्दी मिलता है। सावन सोमवार में यहां पर लाखों श्रद्धालु आते हैं और भगवान शिव को जल अर्पित करते हैं। मंदिर के पास ठहरने की व्यवस्था भी है, जहां पर रुक सकते हैं। यहां पर बहुत सारी धर्मशालाएं और होटल है। यहां पर खाने पीने की व्यवस्था भी है। यह मंदिर दुमका जिले की सबसे अच्छी जगह है और आप यहां पर आकर अच्छा अनुभव करेंगे। इस मंदिर में आप सड़क माध्यम से पहुंच सकते हैं। यह दुमका में घूमने की सबसे अच्छी जगह है।
शिव गंगा तालाब दुमका - Shiv Ganga Talab Dumka
शिव गंगा तालाब दुमका में बाबा बासुकीनाथ धाम के पास में स्थित है। यह तालाब बहुत सुंदर है। तालाब के चारों तरफ सीढ़ियां बनी है। यहां पर लोग आकर स्नान करते हैं और भगवान शिव के दर्शन के लिए जाते हैं। यहां पर आकर अच्छा लगता है। शिव गंगा तालाब से थोड़ी ही दूरी पर आपको तारा देवी का मंदिर देखने के लिए मिलता है। तारा देवी का मंदिर बहुत सुंदर है और यहां पर आप घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर बहुत कम लोग घूमने के लिए जाते हैं।
सिरसानाथ महादेव मंदिर दुमका - Sirsanath Mahadev Temple Dumka
सिरसानाथ महादेव मंदिर दुमका जिले का प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर शिव भगवान जी और पार्वती जी को समर्पित है। यह मंदिर दुमका जिले में बरपलासी जामा मार्ग पर स्थित है। यह मंदिर प्राचीन है, मंदिर के पास से मयूराक्षी नदी बहती है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं और मंदिर को देख सकते हैं। मंदिर में शिवरात्रि में बहुत भीड़ लगती है। बहुत सारे लोग यहां पर घूमने के लिए आते हैं। यहां आकर अच्छा लगता है। यहां पर महाशिवरात्रि और सावन में मेला भी लगता है। यहां पर सावन के समय बहुत अच्छा लगता है। चारों तरफ हरियाली देखने के लिए मिलती है। यह दुमका में घूमने लायक जगह है।
शिव पहाड़ मंदिर दुमका - Shiv Pahar Temple Dumka
शिव पहाड़ मंदिर दुमका का टूरिस्ट प्लेस है। यह दुमका जिले का एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यह मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है। यह मंदिर एक पहाड़ी पर बना हुआ है। मंदिर तक पहुंचने के लिए सीढ़ियां बनी हुई है। मंदिर में पहुंचकर शिव भगवान जी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। मंदिर के पास ही नाग मंदिर भी बना हुआ है। यहां नाग देवता के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां शिवरात्रि में बहुत भीड़ लगती है। आपको यहां पर आकर अच्छा लगेगा। अगर आप दुमका में घूमने के लिए आते हैं, तो इस मंदिर में भी आकर भगवान शिव के दर्शन कर सकते हैं।
हिजला मेला दुमका - Hizla Fair Dumka
हिजला मेला दुमका जिला में लगने वाला एक मुख्य मेला है और यह मेला दुमका जिला में फरवरी महीने में लगता है। यह मेला फरवरी में अंतिम सप्ताह में लगता है। यह प्राचीन मेला है। इस मेले की शुरुआत 1890 में की गई थी। इस मेले में बहुत सारी दुकानें लगती है और यहां पर मुख्य तौर पर आदिवासी जनजातियों के द्वारा बहुत सारी दुकानें लगाई जाती है। उनके द्वारा बहुत सारी कलाकृतियां, पौधे, फल, फूल और भी बहुत सारी चीजें प्रदर्शित की जाती है। आप यहां पर आ कर इंजॉय कर सकते हैं। यहां पर आपको मयूराक्षी नदी का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है, जहां पर आप घूम सकते हैं और इंजॉय कर सकते हैं।
यहां पर जनजातीय संग्रहालय देखने के लिए मिलता है। यहां पर आदिवासी जनजातियों के द्वारा नृत्य भी प्रस्तुत किया जाता है। यहां पर बहुत सारे मॉडल भी प्रदर्शित किया जाते हैं। यहां पर बहुत सारे झूले लगते हैं और बहुत सारी दुकानें लगती है, जहां से आप तरह-तरह का सामान ले सकते हैं।
श्री चुटोनाथ बाबा मंदिर दुमका - Shri Chutonath Baba Mandir Dumka
श्री चुटोनाथ नाथ बाबा मंदिर दुमका जिला का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर दुमका जिले में तेलीपाड़ा मार्ग पर बना हुआ है। यह मंदिर मुख्य सड़क से थोड़ी ही दूरी पर स्थित है। इस मंदिर में आप अपने कार और बाइक से आराम से पहुंच सकते हैं। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर प्राकृतिक परिवेश से घिरा हुआ है। यहां पर चारों तरफ आपको जंगल और पहाड़ का दृश्य देखने के लिए मिलता है। यहां पर आपको भगवान शिव का प्राचीन मंदिर देखने के लिए मिलता है। मंदिर के अंदर शिवलिंग विराजमान है। यहां पर आकर बहुत अच्छा लगता है। यहां पर शिवरात्रि में बहुत सारे लोग भगवान शिव के दर्शन करने के लिए आते हैं। यहां पर एक बरगद का बड़ा सा पेड़ लगा है, जिस पर लोग धागा बांधते हैं और मन्नत मागते है।
कहा जाता है, कि यहां पर आकर लोगों की मन्नते पूरी होती हैं इसलिए लोग यहां पर आकर भगवान शिव के दर्शन करते हैं और अपनी मन्नत मांगते हैं। यह पिकनिक मनाने के लिए एक बहुत ही बढ़िया जगह है। यहां पर आपको एक छोटी सी झील भी देखने के लिए मिलती है। झील के पास में बैठने के लिए स्थान बनाया गया है, जहां पर आप बैठकर झील का और पहाड़ों का सुंदर दृश्य देख सकते हैं। यहां पर आकर शांति मिलती है। यह दुमका में घूमने वाली मुख्य जगह है।
तंतलोई गरम पानी कुंड - Tantaloi Hot Water Pool
तंतलोई गर्म पानी कुंड दुमका जिले का एक प्रमुख स्थल है। यह स्थल आश्चर्यजनक है, क्योंकि यहां पर गर्म पानी का कुंड है। यहां पर सरकार की तरफ से गर्म पानी का एक बहुत बड़ा कुंड बना दिया गया है, जहां पर सभी लोग स्नान कर सकते हैं। यहां पर चेंजिंग रूम भी बने हुए हैं। आस-पास यहां पर हरियाली है और यहां पर पर्यटकों के बैठने के लिए दो शेड बनाए गए हैं। यह जगह बहुत अच्छी है।
तंतलोई दुमका जिले में बरप्लासी के पास में स्थित है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। सरकार की अनदेखी के कारण, यहां पर गंदगी बहुत ज्यादा है। यह कुंड खुले एरिया में बना हुआ है। यह कुंड पक्का बना बना दिया गया है। यहां पर मकर संक्रांति के समय बहुत बड़ा मेला भरता है, जिसमें दूर-दूर से लोग आते हैं। मेले में बहुत सारी दुकानें लगती है और मेले में बहुत सारे लोग यहां पर आकर घूमते हैं। यहां पर आपको गर्म पानी के छोटे-छोटे बहुत सारे कुंड देखने के लिए मिलते हैं और एक बड़ा सा कुंड देखने के लिए मिलता है, जिसे पक्का बना दिया गया है। आप यहां पर आ कर इंजॉय कर सकते हैं। यह दुमका में घूमने लायक जगह है।
बाबा दानीनाथ मंदिर दुमका - Baba Daninath Temple Dumka
बाबा दानीनाथ मंदिर दुमका जिले का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर दुमका जिले में काठीकुंड में स्थित है। यहां पर आपको भगवान शिव का प्राचीन मंदिर देखने के लिए मिलता है। इस मंदिर के गर्भ गृह में भगवान शिव की प्राचीन प्रतिमा है। मंदिर परिसर में आपको बहुत सारी प्राचीन मूर्तियां देखने के लिए मिलती हैं। मंदिर में आपको गणेश जी, शंकर जी, नाग देवता, पार्वती माता और भी बहुत सारी प्रतिमाएं देखने के लिए मिलती हैं, जो मंदिर में इधर-उधर रखी गई है। यहां पर नंदी देवता की भी बहुत बड़ी प्रतिमा विराजमान है।
कहा जाता है, कि यहां पर आकर मनोकामना पूरी होती है और इस मंदिर में आप आराम से पहुंच सकते हैं। यह काठीकुंड में मुख्य सड़क में स्थित है। आप यहां पर आकर घूम सकते हैं। यह दुमका साहिबगंज हाईवे सड़क में ही स्थित है। यह दुमका में घूमने वाली मुख्य जगह है।
मसानजोर डैम दुमका - Masanjor Dam Dumka
मसानजोर डैम दुमका का टूरिस्ट प्लेस है। मसानजोर डैम दुमका जिले में मयूराक्षी नदी पर बना हुआ है। यह डैम मुख्य तौर पर बाढ़ नियंत्रण के लिए बनाया गया है। यह डैम बहुत बड़े एरिया में फैला हुआ है। यह डैम बहुत सुंदर है। इस डैम में 22 मेगावाट का हाइड्रो इलेक्ट्रिकल प्लांट लगाया गया है। बरसात के समय आप यहां पर घूमने के लिए आएंगे, तो आपको मानसून के समय, यहां का नजारा बहुत ही जबरदस्त देखने के लिए मिलेगा, क्योंकि बरसात के समय डैम का पानी पूरा फुल भर जाता है और इसकी गेट खोले जाते हैं, तो पानी बहुत तीव्र गति से बहता है, जिसका दृश्य देखने लायक रहता है।
यहां पर बरसात के समय दूर-दूर से लोग आकर, मसानजोर डैम में घूमते हैं। डैम में बोटिंग की सुविधा मिलती है। आप डैम में बोटिंग करके अपना अच्छा मनोरंजन कर सकते हैं। डैम के चारों तरफ पहाड़ियां और जंगल का दृश्य देखने के लिए मिलता है। यहां पर सूर्यास्त का दृश्य देखने लायक रहता है। डैम में बैटिंग का प्राइस बहुत ही कम है, जिससे आप यहां पर बोटिंग इंजॉय कर सकते हैं। यह बांध बंगाल और झारखंड बॉर्डर के करीब दुमका सिटी पर बना हुआ है। यहां पर आप रात के समय कैंपिंग कर सकते हैं, जो काफी मजेदार रहती है। यह दुमका जिला से करीब 31 किलोमीटर दूर है। यह दुमका का पिकनिक स्पॉट है।
बाबा शुम्भेश्वर नाथ मंदिर दुमका - Baba Shumbheshwar Nath Temple Dumka
बाबा शुम्भेश्वर नाथ मंदिर दुमका जिले का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर दुमका जिले में सरैयाहाट ब्लॉक में धौनी गांव में बना हुआ है। यह मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है। मंदिर में आपको शिवलिंग के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर आपको और भी बहुत सारे देवी देवताओं के दर्शन करने के लिए मिल जाते हैं। यहां पर आपको भैरव बाबा जी, हनुमान जी, महावीर स्वामी जी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं।
मंदिर के अंदर गर्भ गृह में, जो आपको शिवलिंग देखने के लिए मिलता है। वह प्राचीन है। यहां पर मां काली की प्रतिमा भी देखने के लिए मिलती है। मंदिर के पास में एक तालाब भी बना हुआ है। मंदिर बहुत सुंदर है। मंदिर में महाशिवरात्रि और सावन सोमवार के समय बहुत सारे भक्त भगवान शिव के दर्शन करने के लिए आते हैं। आप यहां घूमने के लिए आ सकते हैं।
सृष्टि पार्क दुमका - Srishti Park Dumka
सृष्टि पार्क दुमका जिले का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। सृष्टि पार्क दुमका जिले में कुरुवा में स्थित है। सृष्टि पार्क दुमका जिले में, दुमका मुख्य जिले से करीब 3 किलोमीटर दूर है। इस पार्क में आपको पहाड़ी, झील, झूले और एक जूते के आकार की बिल्डिंग देखने के लिए मिलती है। इस पार्क में पहाड़ी की सबसे ऊंची चोटी पर बूट हाउस बना हुआ है। बूट हाउस बहुत सुंदर है और बूट हाउस देखने में आकर्षक लगता है। यहां पर जूते के आकार का एक बड़ी सी स्मारक बनी हुई है। यहां पर व्यूप्वाइंट भी बना हुआ है, जहां से आप दुमका शहर का सुंदर दृश्य देख सकते हैं।
पहाड़ी की तलहटी में आपको झील देखने के लिए मिलती है। झील में नौका विहार की सुविधा उपलब्ध है। आप यहां पर आ कर बोटिंग का मजा ले सकते हैं। पार्क में कॉफी हाउस भी बना हुआ है, जहां पर आप चाय नाश्ता कर सकते हैं। यहां पर भगवान दीनानाथ, शिव और पार्वती का मंदिर भी बना हुआ है। यह जगह बहुत सुंदर है और आप यहां पर आकर अच्छा समय बिता सकते हैं। पार्क में प्रवेश के लिए शुल्क लिया जाता है।
मलूटी मंदिर समूह दुमका - Maluti Temple Group Dumka
मलूटी मंदिर समूह दुमका जिले का एक ऐतिहासिक पर्यटन स्थल है। यहां पर आपको 108 प्राचीन मंदिर देखने के लिए मिलते हैं। वैसे अभी यहां पर 108 प्राचीन मंदिर नहीं रह गए हैं। कुछ मंदिर टूट गए हैं। मगर यहां पर 108 मंदिर बनाए गए थे। मलूटी दुमका जिले के शिकारपाड़ा ब्लॉक में स्थित है। मलूटी दुमका जिला का एक गांव है। यह गांव झारखंड और बंगाल की सीमा के पास स्थित है। यहां पर बहुत सारे मंदिर बने है। इन मंदिरों की वास्तुकला बहुत अद्भुत है। मंदिर देखने में बहुत ही आकर्षक लगते हैं। यहां पर शिव भगवान एवं अन्य देवी देवताओं को समर्पित मंदिर बनाए गए हैं।
इस स्थल को मंदिरों वाला गांव और गुप्तकाशी के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर का निर्माण राजा बाज बसंत के द्वारा करवाया गया था। राजा बाज बसंत एक सामान्य किसान थे। मगर उन्हें राजा बनाया गया, जिसके बाद उन्होंने यहां पर मंदिरों का निर्माण करवाया। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं और इस जगह पर स्थित मंदिरों को देख सकते हैं। उन्होंने इस गांव में 108 मंदिरों का निर्माण किया था । जिस तरह एक माला में 108 मोती रहते हैं। उस तरह इस गांव में 108 मंदिर है। इन मंदिरों का निर्माण 17वीं शताब्दी में हुआ हुआ है। यह दुमका के पास घूमने वाला मुख्य स्थान है।
Please do not enter any spam link in comment box