सारण जिले के दर्शनीय स्थल - Places to visit in Saran \ सारण जिले के आसपास घूमने वाले प्रमुख जगह
सारण बिहार राज्य का मुख्य जिला है। सारण बिहार की राजधानी पटना से करीब 30 किलोमीटर दूर है। यह राजधानी पटना से बहुत करीब है। आप यहां पर सड़क माध्यम के द्वारा पहुंच सकते हैं और रेल माध्यम के द्वारा भी पहुंच सकते हैं। सारण जिले का मुख्यालय सोनपुर है। सारण जिले का मुख्यालय सोनपुर, गंडक और गंगा नदी के संगम स्थल पर स्थित है। सारण जिले में सोन नदी और घाघरा नदी का संगम स्थल भी स्थित है। सारण जिले में घूमने के लिए बहुत सारी जगह है। चलिए जानते हैं - सारण जिले में घूमने लायक कौन-कौन सी है।
सारण में घूमने की जगह - Saran Mein ghumne ki jagah
बाबा हरिहर नाथ मंदिर सारण - Baba Harihar Nath Temple Saran
बाबा हरिहरनाथ मंदिर सारण जिले का एक प्रमुख मंदिर है। यह मंदिर सारण जिले में सोनपुर में स्थित है। यह एक अनोखा मंदिर है। यहां पर शिव भगवान जी और विष्णु भगवान जी दोनों की प्रतिमाएं एक ही मंदिर पर विराजमान है। ऐसा कम जगह देखने के लिए मिलता है, कि दोनों भगवान की प्रतिमा एक ही जगह देखने के लिए मिलती है। यह मंदिर बहुत अच्छे तरीके से बना हुआ है।
यह मंदिर रंग बिरंगा है और बहुत सुंदर लगता है। मंदिर परिसर में बहुत सारे देवी देवताओं के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर हनुमान जी, शंकर भगवान जी का शिवलिंग, बालाजी भगवान के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर आकर शांति मिलती है। यह मंदिर पूरे बिहार में प्रसिद्ध है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं।
सोनपुर का मेला सारण - Sonpur Fair Saran
सोनपुर का मेला पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। यह मेला सारण जिले में सोनपुर में लगता है। यह मेला हर साल कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित किया जाता है। यहां पर पूरे देश से लोग घूमने के लिए आते हैं। यहां पर कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा नदी में स्नान करने से पुण्य मिलता है। यहां पर पशु मेला लगता है, जिसमें बहुत सारे पशुओं को खरीदा और बेचा जाता है। यहां पर इस समय धार्मिक आयोजन भी होते हैं। आप यहां पर आकर बहुत इंजॉय कर सकते हैं। मेले में तरह-तरह की दुकानें, झूले, और बहुत सारी वस्तुएं रहती है, जो आपका मनोरंजन करती हैं।
दक्षिणेश्वरी काली मंदिर और कालीघाट सारण - Dakshineswari Kali Temple and Kalighat Saran
दक्षिणेश्वरी काली मंदिर और कालीघाट सारण जिले का एक मुख्य स्थल है। यह मंदिर और घाट सारण जिले के सोनपुर में स्थित है। यह मंदिर गंडक नदी के किनारे बना हुआ है और यहां पर मंदिर के पास में ही कालीघाट देखने के लिए मिलता है। घाट बहुत सुंदर है। यहां पर आप स्नान कर सकते हैं और नदी का सुंदर दृश्य देख सकते हैं। यहां पर आप नाव की सवारी का भी मजा ले सकते हैं। यहां पर पार्किंग के लिए अच्छी जगह है।
आप यहां पर काली मंदिर में भी जा सकते हैं, जहां पर आपको काली माता की बहुत ही भव्य प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। काली माता वस्त्र और फूलों से सुसज्जित है। यहां पर आकर बहुत अच्छा लगता है और शांति मिलती है।
नौलखा मंदिर सारण - Naulakha Temple Saran
नौलखा मंदिर सारण जिले का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह मंदिर सारण जिले में सोनपुर में स्थित है। यह मंदिर गंडक नदी के किनारे बना हुआ है। यह मंदिर विष्णु भगवान जी को समर्पित है। यह मंदिर बहुत सुंदर है। मंदिर में स्थापित प्रतिमा बहुत ही आकर्षक लगती है। मंदिर के अंदर गर्भ गृह में विष्णु भगवान जी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर आपको और भी बहुत सुंदर सुंदर प्रतिमाएं देखने के लिए मिलती हैं।
यह मंदिर साउथ इंडियन स्टाइल में बना हुआ है। मंदिर में आपको श्री गजेंद्र मोक्ष भगवान जी और श्री बालाजी के दर्शन करने के लिए मिल जाते हैं। यहां से थोड़ी ही दूरी पर आपको एक सुंदर घाट देखने के लिए मिलता है। यह घाट गंडक नदी के किनारे बना हुआ है।
सोनपुर घाट - Sonpur Ghat
सोनपुर घाट गंडक नदी के किनारे बना हुआ सुंदर घाट है। यह घाट पक्का बना हुआ है। आप यहां पर नहाने का मजा ले सकते हैं। यहां पर आप बोटिंग का भी मजा ले सकते हैं। यहां पर बहुत अच्छा लगता है।
मां कालरात्रि मंदिर सारण - Maa Kalratri Temple Saran
मां कालरात्रि मंदिर सारण जिले का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह मंदिर सारण जिले में सोनपुर में पटना छपरा हाईवे सड़क के पास में स्थित है। इस मंदिर में कालरात्रि माता की बहुत सुंदर प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। मंदिर के पास में ही एक नदी बहती है। आप यहां पर आकर घूम सकते हैं। नवरात्रि में यहां पर भीड़ लगती है।
मां अंबिका स्थान सारण - Maa Ambika Sthan Saran
मां अंबिका स्थान सारण जिले का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह 1 शक्तिपीठ है। यहां पर आपको अंबिका माता के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर माता पिंडी रूप में विराजमान है। यह मंदिर प्राचीन है। मंदिर बहुत सुंदर है। यह मंदिर यहां के राजा के द्वारा बनाया गया था। यह मंदिर सारण जिले में गंगा नदी के किनारे आमी गांव में स्थित है। आप यहां पर आकर घूम सकते हैं। नवरात्रि में यहां पर बहुत ज्यादा भीड़ लगती है।
मंदिर परिसर में आपको शंकर भगवान जी की बहुत बड़ी मूर्ति देखने के लिए मिलती है, जिसमें शंकर भगवान जी बैठी हुई अवस्था में है। शंकर भगवान जी के साथ गणेश जी की मूर्ति भी देखने के लिए मिलती है। यहां पर आपको शिवलिंग पर नाग प्रतिमा भी देखने के लिए मिलती है। यहां पर हनुमान जी के दर्शन भी करने के लिए मिलते हैं। यह मंदिर बहुत सुंदर है। यहां पर आकर आप गंगा नदी का सुंदर दृश्य देख सकते हैं। यहां पर आप गंगा नदी में स्नान कर सकते हैं। आप यहां पर मां के दर्शन करने के लिए आ सकते हैं।
सोन और गंगा नदी संगम स्थल - Son and Ganga river confluence site
सोन और गंगा नदी का संगम स्थल बहुत ही सुंदर है और यह संगम स्थल सारण जिले में छपारा में स्थित है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं और इस संगम स्थल को देख सकते हैं। यहां पर आपको दूर तक फैला रेत का किनारा देखने के लिए मिलता है। यह जगह बहुत सुंदर है।
गंगा जी और घाघरा नदी का संगम स्थल - The confluence of the Ganges and the Ghaghra river
गंगा जी और घाघरा नदी भारत देश की प्रमुख नदियां हैं। यह दोनों नदियों बिहार राज्य के सारण जिले के छपरा ब्लॉक के पास में मिलती हैं। यह छपरा में घूमने लायक एक मुख्य जगह है। आपको यहां पर इन नदियों का संगम स्थल देखने के लिए मिलता है। यहां पर आपको दूर-दूर तक रेत का सुंदर किनारा देखने के लिए मिलता है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं।
गौतम स्थान सारण - Gautam Sthan Saran
गौतम स्थान या गौतम मंदिर सारण जिले का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यहां पर आपको गौतम ऋषि का प्राचीन मंदिर देखने के लिए मिलता है। कहा जाता है कि यह गौतम ऋषि का आश्रम हुआ करता था और यहां पर गौतम ऋषि ने देवी अहिल्या को श्राप दिया था, कि वह पत्थर में परिवर्तित हो जाएं और जब श्रीराम यहां पर आएंगे, तब श्री राम के चरणों के स्पर्श से माता, फिर से पत्थर से इंसान बन जाएंगे। यहां पर सुंदर आश्रम बना हुआ है।
यहां पर आपको अहिल्या जी, गौतम ऋषि, राम लक्ष्मण और सीता जी की सुंदर मूर्तियां देखने के लिए मिल जाती है। यह मंदिर सारण जिले में छपरा प्रखंड के गोदान में स्थित है। आप यहां पर अपनी गाड़ी से पहुंच सकते हैं। यहां पर आकर बहुत अच्छा लगता है। यह मंदिर प्राचीन है।
द्वारिकाधीश मंदिर सारण - Dwarkadhish Temple Saran
द्वारिकाधीश मंदिर सारण जिले का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर सारण जिले में छपरा में स्थित है। यह मंदिर बहुत सुंदर है। इस मंदिर की वास्तुकला बहुत ही आकर्षक लगती है। मंदिर में आपको श्री राधे कृष्ण जी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर और भी बहुत सारे देवी देवता विराजमान है। यहां पर आपको श्री राम जी, माता सीता जी, लक्ष्मण जी, माता दुर्गा जी, भगवान शिव जी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं।
यह मंदिर बहुत ही अच्छी तरह से बना हुआ है। मंदिर में आकर बहुत अच्छा लगता है। यह मंदिर छपरा में घूमने वाली एक मुख्य जगह है। यह मंदिर छपरा से करीब 8 किलोमीटर दूर है। यह मंदिर छपरा जलालपुर हाईवे सड़क पर स्थित है। आप यहां पर अपने वाहन से आ सकते हैं। यहां पर आकर अच्छा लगता है।
वैष्णो माता गुफा मंदिर सारण - Vaishno Mata Cave Temple Saran
वैष्णो माता गुफा मंदिर सारण जिले का एक मुख्य आकर्षण स्थल है। यह सारण जिले में अमनौर में स्थित है। इसे अमनौर धाम के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर बहुत सुंदर है। मंदिर के गर्भ गृह में आपको वैष्णो माता के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यह मंदिर हिमचाल के प्रसिद्ध वैष्णो माता गुफा के समान बनाया गया है। यहां पर आपको आर्टिफिशियल गुफा देखने के लिए मिलती है और यहां पर आकर अच्छा लगता है।
यहां पर बहुत सारे देवी देवताओं के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर आपको हनुमान जी, शंकर भगवान जी, काली जी, दुर्गा जी के दर्शन करने के लिए मिल जाते हैं। यहां पर मंदिर के बाहर बहुत सारे प्रसाद की दुकानें भी लगती हैं। यहां पर और भी बहुत सारे सामान मिलते हैं, जहां से आप अन्य सामान ले सकते हैं। आप यहां पर आकर घूम सकते हैं।
गढ़ देवी मंदिर सारण - Garh Devi Temple Saran
गढ़ देवी मंदिर सारण जिले का एक मुख्य धार्मिक स्थल है। यह मंदिर सारण जिले में मरहौरा में स्थित है। यह मंदिर गढ़ देवी मां को समर्पित है। गढ़ देवी मां पार्वती जी का ही एक स्वरूप है। गढ़ देवी मंदिर में नवरात्रि के दिन बहुत ज्यादा भीड़ रहती है। यहां पर बहुत सारे भक्त आते हैं। इस मंदिर में आकर सभी मनोकामना पूरी होती है। यहां पर बहुत ज्यादा भीड़ लगती है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं।
सिल्हौरी शिव मंदिर सारण - Silhauri Shiva Temple Saran
सिल्हौरी शिव भगवान मंदिर सारण जिले का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर प्राचीन है। यह मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है। इस मंदिर में सावन सोमवार और महाशिवरात्रि के समय बहुत ज्यादा भीड़ लगती है। इस मंदिर के गर्भ गृह में शिवलिंग के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां आकर अच्छा लगता है। यह मंदिर सारण जिले के सिल्हौरी में स्थित है। मंदिर परिसर में आपको हनुमान जी की पंचमुखी प्रतिमा देखने के लिए मिल जाती है। यह मंदिर परिसर बहुत बड़ा है। मंदिर में आकर शांति मिलती है।
Please do not enter any spam link in comment box