मुजफ्फरनगर जिले के दर्शनीय स्थल - Places to visit in Muzaffarnagar / मुजफ्फरनगर जिले के आसपास घूमने वाली प्रमुख जगह
मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख जिला है। मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से करीब 540 किलोमीटर दूर है। मुजफ्फरनगर को भारत का चीनी बाउल कहा जाता है, क्योंकि यहां पर गन्ने की पैदावार सबसे ज्यादा होती है। यहां पर चीनी उद्योग बहुत सारे हैं। यहां पर चीनी और गुड़ का मुख्य उद्योग हैं। मुजफ्फरनगर में घूमने के लिए बहुत सारी जगह है। चलिए जानते हैं - मुजफ्फरनगर में कौन-कौन सी घूमने लायक जगह है।
मुजफ्फरनगर में घूमने वाली जगह - Muzaffarnagar me ghumne ki jagah
कमला नेहरू वाटिका मुजफ्फरनगर - Kamla Nehru Vatika Muzaffarnagar
कमला नेहरू वाटिका मुजफ्फरनगर का एक मुख्य स्थल है। यह एक सुंदर गार्डन है। यह गार्डन बहुत बड़ी एरिया में फैला हुआ है। गार्डन में तरह-तरह के पेड़ पौधे लगे हुए हैं। यहां पर आपको फलों वाले प्लांट भी देखने के लिए मिलते हैं। गार्डन में घूमने के लिए रास्ता बनाया गया है, जहां पर जोगिंग और वाकिंग करने वाले आराम से टहल सकते हैं। आप यहां पर आ कर अपना अच्छा समय बिता सकते हैं। गार्डन के बीच में फाउंटेन भी बना हुआ है, जो बहुत सुंदर लगता है। यह पार्क मुजफ्फरनगर में शहर के बीचोंबीच स्थित है। यह पार्क एसडीएम ऑफिस के पास में स्थित है।
गोलोक धाम मंदिर मुजफ्फरनगर - Golok Dham Temple Muzaffarnagar
गोलोक धाम मंदिर मुजफ्फरनगर का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर मुजफ्फरनगर में गांधी कॉलोनी में स्थित है। यह मंदिर बहुत बड़ा है और मंदिर में बहुत सारे देवी देवताओं के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यह मंदिर मुख्य रुप से श्री राधा कृष्ण जी को समर्पित है। मंदिर में जन्माष्टमी के समय बहुत बड़ा उत्सव मनाया जाता है। यहां पर आकर आपको अच्छा लगेगा। यहां पर राधा कृष्ण जी की बहुत ही सुंदर प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं।
श्री विश्वनाथ शिव मंदिर मुजफ्फरनगर - Shri Vishwanath Shiv Mandir Muzaffarnagar
श्री विश्वनाथ शिव मंदिर मुजफ्फरनगर का एक धार्मिक स्थल है। यह मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है। यह मंदिर मुजफ्फरनगर में छपार में स्थित है। इस मंदिर में शिव भगवान जी की बहुत सुंदर प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर शिव भगवान जी के शिवलिंग के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर, जो गर्भगृह बनाया गया है। वह बहुत ही सुंदर है। पूरा गर्भगृह में कांच का सुंदर काम किया गया है, जो बहुत ही आकर्षक लगता है। यहां पर आकर बहुत अच्छा लगता है। यह मंदिर प्राचीन है। यहां पर और भी बहुत सारे मंदिर बने हुए हैं, जिनके दर्शन किए जा सकते हैं।
गंगा नहर घाट मुजफ्फरनगर - Ganga Canal Ghat Muzaffarnagar
गंगा नहर घाट मुजफ्फरनगर का एक बहुत ही सुंदर स्थल है। यहां पर गंगा नहर पर एक सुंदर घाट बनाया गया है। यह घाट मुजफ्फरनगर में खतौली में स्थित है। यहां पर शाम के समय गंगा नदी की आरती होती है। यहां पर आप घाट में नहा भी सकते हैं। यहां पर पूजा पाठ भी किया जाता है। यहां पर मकर संक्रांति में मेला लगता है और बहुत सारे लोग यहां पर आते हैं। यहां पर आकर बहुत अच्छा लगता है।
श्री ज्ञानेश्वर महादेव मंदिर मुजफ्फरनगर - shree gangeshwar mahadev mandir muzaffarnagar
श्री ज्ञानेश्वर महादेव मंदिर मुजफ्फरनगर का एक प्राचीन मंदिर है। यह मंदिर मुजफ्फरनगर में जानसठ में स्थित है। यह मंदिर शंकर भगवान जी को समर्पित है। इस मंदिर में शिवलिंग के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर राधा कृष्ण जी का मंदिर भी बना हुआ है। इस मंदिर के बारे में कहा जाता है, कि यह मंदिर प्राचीन है और इस मंदिर का संबंध पांडवों से रहा है। इस मंदिर को पांडव कालीन मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यहां पर आपको एक तालाब देखने के लिए मिलता है। इस तालाब के चारों तरफ सीढ़ियां बनी हुई है। इस मंदिर में, तालाब के पास में ही आपको शंकर भगवान जी की बहुत ही सुंदर प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। इस तालाब में बहुत सारी मछलियां हैं और तालाब के किनारे बरगद का एक पेड़ भी लगा हुआ है। यह पेड़ भी पांडवों के समय का है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं और अपना बहुत अच्छा समय व्यतीत कर सकते हैं। यहां आकर बहुत शांति मिलती है। यह मुजफ्फरनगर की सबसे अच्छी जगह है।
हैदरपुर वेटलैंड मुजफ्फरनगर - Hyderpur Wetland Muzaffarnagar
हैदरपुर वेटलैंड मुजफ्फरनगर का एक मुख्य आकर्षण स्थल है। यहां पर आकर आपको गंगा किनारे प्राकृतिक दृश्य देखने के लिए मिलता है। यहां पर आपको बहुत सारी पक्षियों की प्रजातियां देखने के लिए मिल जाती है। यहां पर वॉच टावर बना हुआ है, जहां से आप दूर दूर तक का दृश्य देख सकते हैं। यह जगह बहुत ही सुंदर है। यहां पर बहुत अच्छा लगता है।
वहलना जैन मंदिर मुजफ्फरनगर - Vahlana Jain Temple Muzaffarnagar
वहलना जैन मंदिर मुजफ्फरनगर का एक प्रसिद्ध स्थल है। यह एक दिगंबर जैन मंदिर है। यह मंदिर बहुत बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है। यहां पर जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ जी की 31 फीट ऊंची खडगासन प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। यह प्रतिमा 108 नयनसागर जी मुनिराज जी के द्वारा स्थापित की गई थी। यह प्रतिमा बहुत ही सुंदर लगती है। मंदिर के अंदर बहुत बड़ा गार्डन बना हुआ है। यहां पर आकर बहुत अच्छा लगता है। यहां पर पार्श्वनाथ भगवान जी का सुंदर मंदिर भी देखने के लिए मिलता है और पार्श्वनाथ जी की प्रतिमा के दर्शन करने के लिए भी मिलते हैं। यहां पर भोजशाला भी है, जहां पर सात्विक भोजन मिलता है। यहां पर बहुत बड़ा गार्डन है और मार्बल पर बहुत ही सुंदर सुंदर नक्काशी देखने के लिए मिलती है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर मेडिटेशन हॉल है, जहां पर आप योगा कर सकते हैं। यहां पर ग्रंथालाय है, जहां पर आपको पुस्तकें पढ़ने के लिए मिलती है।
यहां पर आपको मान स्तंभ देखने के लिए मिलता है। यह स्तंभ बहुत ऊंचा है। यह स्तंभ मार्बल का बना हुआ है और पूरे स्तंभ में बहुत ही सुंदर नक्काशी की गई है। इसमें आपको हाथियों, स्वास्तिक और भी बहुत सारी सुंदर सुंदर कारीगरी देखने के लिए मिलती है। मान स्तंभ के पास में ही हाथियों की प्रतिमा देखने के लिए मिलती है, जो बहुत ही जबरदस्त लगती है। यह भी सफेद मार्बल से बनी हुई है। यहां पर बाल वाटिका बनी हुई है, जहां पर बच्चों के लिए बहुत सारे झूले वगैरह है। यह मंदिर मुजफ्फरनगर जिले में मुजफ्फरनगर शामली हाईवे के पास स्थित है। आपको हाईवे से थोड़ा अंदर जाना पड़ेगा। अगर आप मुजफ्फरनगर घूमने के लिए आते हैं, तो आपको इस मंदिर में जरूर आना चाहिए। आपको अच्छा लगेगा। यह मुजफ्फरनगर में घूमने लायक जगह है।
शुकतीर्थ तीर्थ मुजफ्फरनगर - Shukratal Teerth Muzaffarnagar
शुक्रताल मुजफ्फरनगर का एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। इस स्थल का संबंध महाभारत काल से रहा है। इस स्थल को शुक्रताल इसलिए कहा जाता है, क्योंकि यहां पर महान संत श्री शुकदेव जी ने भागवत कथा को एक बरगद के पेड़ के नीचे बैठकर राजा परीक्षित को सुनाया था। राजा परीक्षित को श्राप मिला था, कि वह 1 हफ्ते के अंदर ही उनकी मृत्यु हो जाएगी। इसलिए राजा परीक्षित ने ऋषि शुकदेव से यहां पर भागवत कथा सुना था। इसलिए यह जगह प्रसिद्ध है और इस जगह को शुकतीर्थ या शुक्रताल के नाम से जाना जाता है। यह जगह गंगा किनारे है। शुक्रताल मुजफ्फरनगर से करीब 25 किलोमीटर दूर है। आप यहां पर गाड़ी एवं अन्य साधनों से पहुंच सकते हैं। यहां पर आपको बहुत सारे धार्मिक स्थल देखने के लिए मिलेंगे। शुक्रताल में घूमने वाली जगह
नक्षत्र वाटिका शुकतीर्थ मुजफ्फरनगर - Hanumantdham Nakshatra Vatika Shuktirth Muzaffarnagar
हनुमत धाम नक्षत्र वाटिका मुजफ्फरनगर जिले के शुक्रताल में स्थित है। यह शुक्रताल का एक मुख्य स्थल है। यहां पर आपको बहुत सुंदर बगीचा देखने के लिए मिलता है। यह बगीचा गंगा नदी के किनारे ही बना हुआ है। इस बगीचे में आपको बहुत सारे स्टेचू देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर चारों तरफ पेड़ पौधे लगे हुए हैं और यहां पर आपको जानवरों, इंसानों और देवी-देवताओं के स्टेचू देखने के लिए मिलते हैं। यह स्टेचू बहुत ही सुंदरता से बनाए हुए हैं। आपको यहां पर हाथी, जिराफ, डायनासोर, मगरमच्छ, शेर, कछुआ के स्टेचू देखने के लिए मिल जाएंगे। इसके अलावा यहां पर श्री कृष्ण जी, शंकर जी, और अनेक ऋषियों की प्रतिमाएं देखने के लिए मिलती है। नक्षत्र वाटिका में अलग-अलग औषधीय पौधे भी लगाए गए हैं। यहां पर इनकी पूरी जानकारी दी गई है।
नक्षत्र वाटिका पर इंसानों के भी अलग-अलग गतिविधियां करते हुए प्रतिमाएं बनाई गई हैं, जो बहुत सुंदर लगती हैं। आप अगर शुक्रताल घूमने के लिए आते हैं, तो आपको इस पार्क में भी जरूर घूमने के लिए आना चाहिए।
हनुमत धाम मुजफ्फरनगर - Hanumat Dham Muzaffarnagar
हनुमत धाम मुजफ्फरनगर का एक मुख्य धार्मिक स्थल है। हनुमत धाम मुजफ्फरनगर में शुक्रताल में स्थित है। यह शुक्रताल का एक प्रसिद्ध मंदिर है। इस मंदिर में हनुमान जी की 72 फीट ऊंची प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यह प्रतिमा देखने में बहुत ही सुंदर लगती है। इस प्रतिमा का निर्माण श्री सुदर्शन सिंह चक्र और इंद्र कुमार जी ने करवाया है। आप हनुमान जी के मंदिर घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर एक बंदर की प्रतिमा भी आपको देखने के लिए मिलती है। यहां पर बहुत बड़ा मंदिर बना हुआ है, जहां पर और भी बहुत सारे देवी देवताओं के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर राम जी, कृष्ण जी, मां दुर्गा जी, शिव भगवान जी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। आप यहां पर आकर अपना बहुत अच्छा शांतिपूर्वक समय व्यतीत कर सकते हैं।
गणेश धाम शुक्रताल - Ganesh Dham Shukratal
गणेश धाम शुक्रताल का एक प्रमुख मंदिर है। यह मंदिर शुक्रताल का एक दर्शनीय स्थल है। इस मंदिर में गणेश जी की बहुत बड़ी प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर गणेश जी की 42 फीट ऊंची प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। यह मंदिर हनुमान मंदिर के पास ही में स्थित है और आप यहां पर आकर घूम सकते हैं।
गंगा घाट शुक्रताल - Ganga Ghat Shukratal
गंगा घाट शुक्रताल का एक सुंदर स्थल है। यहां पर घाट बना हुआ है। यह घाट गंगा नदी के किनारे बना हुआ है। यह घाट बहुत ही सुंदर और पूरा पक्का घाट बना हुआ है। आप यहां पर आकर गंगा नदी में स्नान कर सकते हैं। यहां पर आकर बहुत अच्छा लगता है। यहां पर आप बोट राइड का भी मजा ले सकते हैं। यहां पर घाट के किनारे मंदिर बने हुए हैं। आप यहां पर बैठ सकते हैं और शांति का अनुभव कर सकते हैं।
महर्षि श्री शुकदेव आश्रम - Maharishi Shree Shukdev Ashram
महर्षि श्री शुकदेव मंदिर शुक्रताल का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। यहां पर श्री शुकदेव जी ने 5000 साल पहले महाराजा परीक्षित तथा 80000 ऋषियों को श्रीमद् भागवत की कथा सुनाई थी। यहां पर भगवत पीठ श्री सुखदेव जी ने अक्षय वट वृक्ष के नीचे बैठकर भगवत कथा सुनाई थी। यहां पर आपको अक्षय वट वृक्ष देखने के लिए मिलता है। यह वृक्ष बहुत ही सुंदर है और इस वृक्ष की बहुत सारी विशेषताएं हैं। यह वृक्ष बहुत दूर तक फैला हुआ है और यहां पर आश्रम बना हुआ है। आप यहां पर आ कर शुकदेव जी के मंदिर के और इस अक्षय वट वृक्ष के दर्शन कर सकते हैं।
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