बैतूल दर्शनीय स्थल - Places to visit near Betul | Betul tourist spot | Betul city
बैतूल जिले की जानकारी - Betul district information
बैतूल मध्यप्रदेश राज्य में स्थित एक जिला है। बैतूल जिला सतपुडा की पहाडियों से घिरा हुआ है। बैतूल जिला के मुलताई में ताप्ती नदी का उदगम हुआ है। ताप्ती मध्यप्रदेश की मुख्य नदी है। बैतूल जिले की सीमा छिंदवाड़ा, नागपुर, अमरावती, बुरहानपुर, खंडवा, हरदा, और होशंगाबाद की सीमाओं को छूती है। बैतूल जिला 10 विकास खंडों में बटा हुआ है। यह विकासखंड है - बैतूल, मुलताई, भैंसदेही, शाहपुर, अमला, प्रभातपट्टन, घोड़ाडोंगरी, चिचोली, भीमपुर, आठनेर,। बैतूल नर्मदापुरम संभाग के अंर्तगत आता है। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से बैतूल की दूरी करीब 178 किलोमीटर है। बैतूल जिलें में घूमने के लिए बहुत सारी दर्शनीय जगह मौजूद है, जहां पर जाकर आप बहुत अच्छा समय बिता सकते है।
बैतूल में घूमने की जगहें
Places to visit in Betul
बालाजीपुरम - Balajipuram betul | Betul ka Balajipuram | Balajipuram temple betul
बालाजीपुरम बैतूल जिले में स्थित दर्शनीय स्थल है। यह भारत का पांचवा धाम है। बालाजीपुरम दक्षिण भारतीय शैली में बना हुआ एक खूबसूरत मंदिर है। बालाजीपुरम नागपुर भोपाल हाईवे रोड पर स्थित है। बालाजीपुरम मंदिर का प्रवेश द्वार बहुत ही सुंदर बना हुआ है। बालाजीपुरम मंदिर बहुत ही भव्य है। मंदिर में आपको बहुत सारी मूर्तियां देखने के लिए मिलती है। यहां पर शिव भगवान जी का शिवलिंग बना हुआ है, जिसमें शिव भगवान जी की प्रतिमा को उकेरा गया है। मंदिर में बालाजी भगवान की मूर्ति स्थापित है। मंदिर में राम भगवान और सीता जी की मूर्ति स्थापित है। यहां पर बच्चों के लिए एक पार्क भी स्थित है। यहां पर वैष्णो माता का मंदिर का भी प्रतिरूप ही बना हुआ है। यहां पर हूबहू वैष्णो माता के मंदिर जैसी गुफा बनाई गई है। यहां पर आकर बहुत शांती मिलती है। इस मंदिर में आप आकर वैष्णो माता के दर्शन करने के लिए मिलता है।
मुक्तागिरी दिगंबर जैन मंदिर - Muktagiri Digambar Jain Temple | Muktagiri Jain Mandir | Muktagiri Betul | Muktagiri
मुक्तागिरी बैतूल जिला का एक दर्शनीय स्थल है। मुक्तागिरी पूरे भारतवर्ष में प्रसिध्द है। यहा पर आपको जैन मंदिर देखने मिलते है। यहां पर 52 जैन मंदिर बने हुए है। यह मंदिर पहाडों के उपर बने हुए है। मुक्तागिरी मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र की सीमा पर पडता है। मुक्तागिरी बैतूल जिले में भैंसदेही तहसील के अंतर्गत आता है। मुक्तागिरी के जैन मंदिर 13 वीं -14 वीं शताब्दी के दौरान बनाया गए थे। मुक्तागिरी के इन जैन मंदिर में जाने के लिए आपको पैदल ही पहाडों पर जाना पडता है। आपको यह कार्य बहुत रोमांचक लगेगा। मुक्तागिरी में जैन मंदिर के अलावा आपको एक जलप्रपात भी देखने मिलता है। यह जलप्रपात आपको बरसात के समय देखने के लिए मिलता है। यहां पर रहने और खाने की भी व्यवस्था उपलब्ध है। यहां पर आप यात्रा के लिए कभी भी आ सकते है। यहां पर यात्रा का निश्चित समय है।
सपना बांध - Sapna Dam Betul | Sapna bandh betul
सपना बांध बैतूल जिले में ही घूमने वाली जगह है। सपना बैतूल जिलें में स्थित एक जलाशय है। सपना बांध में आप बरसात के समय घूम सकते हैं। बरसात के समय यहां का दृश्य बहुत रमणीय होता है। यह बांध बैतूल नागपुर हाईवे रोड पर स्थित है। यह जगह प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर है। इस बांध के पानी का उपयोग सिंचाई के लिए किया जाता है। आप यहां पर पिकनिक मनाने के लिए आ सकते हैं।
कुकरु - Kukru khamla Betul | Kukru hill station | Kukru khamla hill station
कुकरू महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश की सीमा पर स्थित एक खूबसूरत दर्शनीय स्थल है। यह बैतूल जिले की भैसदेही तहसील के अंतर्गत आता है। कुकरू गांव बैतूल जिले की मनोरम जगह है। आप यहां पर घूमने का जा सकते हैं। यहां पर आपको खूबसूरत पहाड़ियों का दृश्य देखने के लिए मिलता है। यहां पर कॉफी का उत्पादन किया जाता है। आप यहां पर कॉफी के बागान भी घूम सकते हैं। कुकरू सूर्यास्त और सूर्योदय के लिए प्रसिद्ध है। यहां पर आप आकर सूर्यास्त का मनोरम दृश्य देख सकते है। यहां पर आप बरसात के समय घूमने के लिए आ सकते हैं। बरसात के समय कुकरू स्वर्ग जैसी लगती है। यहां पर आपको हर जगह पर छोटे-छोटे झरनें देखने के लिए मिल जाते हैं। कुकरू में आपको ठहरने के लिए होटल भी मिल जाते है। आप सरकारी वेवसाईड पर जाकर कुकरू जाने के लिए बुकिंग करा सकते है। इसमें आपको अलग अलग पैकेज मिल जाएगें।
बुच स्थल विहंगम दृश्य - Buch Point | Buch point betul
बुच स्थल कुकरू का एक व्यू पांइट है। कुकरू बैतूल जिला का दर्शनीय स्थल है। आप इस जगह से सतपुडा की हरी भरी वदियां देख सकते है। यहां पर आप बरसात के समय आते है, तो आपको बहुत ही रमणीय नजारा देखने मिलता है। यहां की पूरी घाटियां हरियाली की चादर ओढी रहती है। आपको बुच स्थल से सूर्यास्त और सूर्यादय का बहुत अच्छा नजारा देखने मिलता है। आपको यहां पर पवन चक्की भी देखने मिलती है। पवन चक्की से बिजली बनाई जाती है।
सालबर्डी शिवलिंग गुफाएं - Salbardi shiv gufa | salbardi information | Salbardi Shivlinga Caves
सालबर्डी बैतूल जिले की एक दर्शनीय जगह है। बैतूल जिलें के सालबर्डी को शिवधाम के रूप में जाना जाता है। यहां पर शिव भगवान जी की एक गुफा है, जहां पर आपको ट्रैकिंग करके जाना पड़ता है। गुफा पर शिवलिंग विराजमान है। शिवलिंग पर पहाड से पानी गिरता रहता है और यह पानी कहां से आता है। यहां किसी को नहीं पता है। यहां पर शिवलिंग का आभिषेक स्वयं प्रकृति के द्वारा किया जाता है। यह जगह घने जंगलों के बीच में स्थित है। सालबर्डी महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश की सीमा पर स्थित है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर हर साल मेला का आयोजन होता है और यह मेला आठ दिनों तक चलता है। यहां आकर बहुत शांति और सुकून मिलता है।
पांडव कालीन गुफाएं सालबर्डी - Pandav Caves Salbardi | Salbardi betul
पांडव कालीन गुफाएं सालबर्डी में देखने लायक एक प्राचीन जगह है। यहां पर आपको एक गुफा देखने मिलती है। इन गुफाएं के बारे में कहा जाता है, कि यहां पर पांडव अपने वनवास काल के दौरान रुके थे। यहां पर आपको बहुत सारी प्राचीन गुफाएं देखने मिलती है। यह गुफाएं पत्थर से बनी हुई है। यहां पर बरसात के समय बहुत ही अच्छा नजारा रहता है।
मठारदेव बाबा मंदिर - Mathardev Temple | Mathardev temple sarni | Mathardev mandir
मठारदेव बाबा मंदिर बैतूल जिले की एक दर्शनीय स्थल है। मठारदेव बाबा मंदिर बैतूल जिले के सारणी में स्थित है। यह मंदिर पहाड़ी के शिखर पर स्थित है। यहां पर शिव भगवान जी का मंदिर स्थित है। पहाड़ी के शिखर पर आपको पैदल चलकर जाना पड़ता है। यहां पर सीढियां के द्वारा आप मंदिर तक पहुॅच सकते है। पहाड़ी के शिखर पर पहुॅचकर आपको सारणी का बहुत ही मनोरम दृश्य देखने के लिए मिलता है। यहां पर मकर संक्रांति के समय मेला लगता है, जिसमें भारी संख्या में लोग इकट्ठे होते हैं। मेलें में तरह तरह की दुकानें लगती है।
सतपुड़ा बांध - Satpura Dam betul | Satpura bandh | Sarni dam
सतपुड़ा बांध बैतूल जिले के सारणी में स्थित है। यह बहुत खूबसूरत बांध है। यह बांध चारों तरफ से पहाड़ियों से घिरा हुआ है। सतपुड़ा बांध तवा नदी पर बना हुआ है। सतपुड़ा बांध में 14 गेट हैं। बरसात के समय डैम पानी से भर जाता है और इसके गेट खोले जाते हैं। बांध के गेट खोलने पर नजारा बहुत ही खूबसूरत होता है। बरसात के समय बांध के चारों तरफ का नजारा बहुत ही रमणीय होता है। पहाडों में हरियाली की चादर बिछी होती है। सतपुड़ा डैम के पानी का उपयोग सतपुड़ा पावर प्लांट में किया जाता है।
ताप्ती नदी का उद्गम स्थल - Origin of tapti river | Tapti nadi ka udgam sthal
ताप्ती नदी का उद्गम बैतूल जिलें के मुलताई में हुआ है। ताप्ती मध्यप्रदेश की एक मुख्य नदी है। भारत में नदियों को मां के रूप में पूजा जाता है। ताप्ती नदी को भी पूजा जाता है। ताप्ती सूर्य भगवान की पु़त्री है और शनि देव एवं यमराज की बहन है। ताप्ती नदी का उद्गम एक कुंड से हुआ है। ताप्ती नदी का उद्गम स्थल पर बहुत सारे मंदिर बने हुए है। कुंड के आस पास बहुत सारे मंदिर बने हुए हैं। कुंड पर भी किया जाता है। यहां पर आकर आपको बहुत अच्छा लगेगा। यह बैतूल का एक प्रसिध्द स्थल है। हर वर्ष ताप्ती नदी का जन्मोत्सव पर यहां पर मेलें का आयोजन होता है। पूरे मंदिर को सजाया जाता है। मेलें मे बहुत दूर दूर से लोग आते है।
शिव मंदिर भोपाली - छोटा महादेव भोपाली | Shiv Temple Bhopali - Chhota Mahadev Bhopali | Chhota mahadev Betul
शिव मंदिर भोपाली बैतूल की एक रमणीय जगह है। यह शिव मंदिर सतपुडा की पहाड़ियों पर स्थित है। यहां पर आपको एक गुफा देखने के लिए मिलती है, जिसमें शिवलिंग स्थापित है। यह जगह बरसात में स्वर्ग जैसी हो जाती है। चारों तरफ हरियाली देखने मिलती है। आपको मंदिर तक पहुॅचने के लिए पैदल चलकर जाना पडता है। मंदिर तक पहुॅचने के लिए सीढ़ियां बनी हुई है। रास्तें में आपको जलप्रपात भी देखने मिलता है। यह शिव मंदिर बैतूल जिलें से करीब 30 किलोमीटर दूर है। सारणी से यह शिव मंदिर करीब 20 किलोमीटर दूर होगा।
श्री हनुमान मंदिर केरपानी - Sri Hanuman Temple Kerapani Betul
श्री हनुमान मंदिर बैतूल जिलें का एक धर्मिक स्थल है। यह मंदिर पूरे बैतूल जिलें में प्रसिध्द है। यहां मंदिर बैतूल जिलें से करीब 22 किलोमीटर दूर है। यहां मंदिर भैसदेही मुख्य सडक पर ही स्थित है। आप यहां पर अपनी गाडी या बस से असानी से आ सकते है। मंदिर में शनिवार के दिन बहुत लोग आते है। मंदिर में स्थित हनुमान प्रतिमा स्वयं भू है। हनुमान जयंती के अवसर पर यहां हजारों की संख्या में भक्त आत है और हनुमान जी की पूजा-अर्चना करते है।
पारसडोह बांध - Parasdoh dam betul | Parasdoh bandh betul
पारसडोह बांध बैतूल जिलें में घूमने की एक अच्छी जगह है। यहां एक जलाशय है। इस बांध के पानी का उपयोग पीने के लिए एवं सिचांई के लिए किया जाता है। आप यहां पर पिकनिक मनाने आ सकते है। पारसडोह बांध ताप्ती नदी पर बना हुआ है। इस बांध पर 6 गेट है। बरिश में इस बांध का नजारा बहुत ही अच्छा होता है। बरिश में गेट से पानी छोडा जाता है, जिसका दृश्य बहुत ही सुंदर रहता है। पारसडोह बांध बैतूल की अठनेर तहसील से 14 किलोमीटर दूर है।
पारसडोह जलप्रपात बैतूल - Parsadoh waterfalls Betul | parasdoh jalaprapat betul
पारसडोह जलप्रपात बैतूल जिलें का दर्शनीय स्थल है। यह जलप्रपात तवा नदी पर बना हुआ है। यहां जलप्रपात बहुत खूबसूरत है। आप यहां पर बरसात के समय घूमने के लिए आ सकते है, क्योंकि बरसात में ही इस झरनें में पानी रहता है। पारसडोह झरनें के पास बहुत सारे मंदिर है, जहां पर आप घूम सकते है। पारसडोह जलप्रपात बैतूल जिलें की अठनेर तहसील में स्थित है। पारसडोह जलप्रपात अठनेर तहसील से करीब 12 किलोमीटर की दूरी पर है।
चंडी माता मंदिर चिचोली - Chandi Mata Temple Chicholi Betul | chandi mandir chicholi betul
चंडी माता मंदिर बैतूल जिलें का एक धर्मिक स्थल है। यहां मंदिर बैतूल चिचोली के पास स्थित है। यह मंदिर पूरे बैतूल जिलें में प्रसिध्द मंदिर है। यहां प्राचीन काली मंदिर है। यह मंदिर मुख्य बैतूल शहर से 55 किलोमीटर दूर है। यहां मंदिर नेशनल हाईवे 49 से करीब 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां पर स्थापित काली जी की प्रतिमा अत्यंत सुंदर और मनोहारी है। इस मंदिर में साल भर भीड लगी रहती है। यहां पर आकर बहुत शांती मिलती है। यहां पर मां काली को मुर्गी और बकरी की बली चढाई जाती है। इस मंदिर में मांगी गई दुआ जरूर पूरी होती है। यहां पर लोग अपनी मुराद लेकर आते है।
Aapse bahut hi achi jaankari prapt hui aapkao dhanyavaad
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