जलगांव जिले के दर्शनीय स्थल - Places to visit in Jalgaon / जलगांव जिले के आसपास घूमने वाली प्रमुख जगह
जलगांव महाराष्ट्र का एक प्रमुख जिला है। जलगांव महाराष्ट्र
की राजधानी मुंबई से करीब 413 किलोमीटर दूर है। जलगांव महाराष्ट्र राज्य में, महाराष्ट्र
और मध्य प्रदेश की सीमा के पास स्थित है। जलगांव सतपुड़ा पर्वत श्रंखला और अजंता पर्वत
श्रृंखला से घिरा हुआ है। जलगांव की मुख्य नदी तापी, गिरना और वाघुर है। जलगांव में
आप घूमने के लिए आ सकते हैं। जलगांव जिले में 20 तहसील है। जलगांव जिले में घूमने के
लिए बहुत सारी जगह है। इस ब्लॉग में हमने उन सभी जगह के बारे में बताया है। चलिए जानते हैं - जलगांव में घूमने लायक कौन-कौन
सी जगह है।
जलगांव में घूमने की जगह - Jalgaon mein ghumne ki jagah
मेहरून झील जलगांव - Mehroon Lake Jalgaon
मेहरून झील जलगांव का एक मुख्य आकर्षण स्थल है। यह झील मुख्य
शहर में स्थित है। यह झील बहुत सुंदर है। इस झील में आकर, इसके के सुंदर दृश्य को देख
सकते हैं। यहां पर आपको एक बहुत बड़ा चिड़िया के रहने के लिए टावर बना है। जिसमे चिड़िया
के छोटे छोटे घर बने है। जो बहुत सुंदर लगता है।
मेहरून झील के पास में गार्डन भी बना हुआ है, जिसे स्मृति उद्यान
के नाम से जाना जाता है। यह गार्डन बहुत सुंदर है और हरा भरा है। यहां पर आप आकर अच्छा
समय बिता सकते हैं। शाम के समय यहां पर आकर सूर्यास्त का दृश्य देखना बहुत ही अच्छा
लगता है। झील के किनारे शांति मिलती है। बरसात में यहां पर अच्छा लगता है। बरसात के
समय झील ओवरफ्लो होकर बहती है, जो बहुत सुंदर लगती है। आप स्मृति गार्डन में बैठकर
शांति से अपना समय व्यतीत कर सकते हैं।
कांताई डैम जलगांव - Kantai Dam Jalgaon
कांताई डैम जलगांव का एक टूरिस्ट प्लेस है। यह डैम गिरना नदी
पर बना हुआ है। यहां पर आप घूम सकते हैं। यहां पर डैम का दृश्य बहुत सुंदर है। यहां
पर नदी बड़ी-बड़ी चट्टानों के बीच से बहती है। चट्टानों का दृश्य बहुत ही आकर्षक लगता
है। बरसात में यहां पर आप घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां आकर आप अच्छा समय बिता सकते
हैं। बरसात के समय डैम का पानी ओवरफ्लो होकर रहता है, जो बहुत अच्छा लगता है।
यहां पर आप शाम के समय आ सकते हैं और शांति से अपना वक्त व्यतीत
कर सकते हैं। यहां पर आप आकर नहा भी सकते हैं। यहां पर बहुत सारे लोग आकर नहाते हैं।
कांताई डैम के पास में नागाई जोगाई मंदिर बना हुआ है, जहां पर
आप घूमने के लिए जा सकते हैं और इस मंदिर को देख सकते हैं। यह मंदिर बहुत सुंदर है।
शिव धाम मंदिर जलगांव - Shiv Dham Temple Jalgaon
शिव धाम मंदिर जलगांव का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर जलगांव
में धरणगांव रोड में बना हुआ है। यह मंदिर धरणगांव रोड से कुछ दूरी पर स्थित है। यह
मंदिर भगवान जी को समर्पित है। मंदिर में शिवलिंग और माता पार्वती जी के दर्शन करने
के लिए मिलते हैं। यहां पर श्री विष्णु जी और महालक्ष्मी जी के भी दर्शन किए जा सकते
हैं। यहां पर आकर अच्छा लगता है। यह मंदिर बहुत सुंदर है। यहां पर हनुमान जी, राधा
कृष्ण जी, राम जी सीता जी लक्ष्मण जी, गणेश जी, कार्तिकेय जी के दर्शन किए जा सकते
हैं। यहां पर आकर अच्छा लगता है।
वाघुर डैम जलगांव - Waghur Dam Jalgaon
वाघुर डैम जलगांव का एक मुख्य पर्यटन स्थल है। यह डैम जलगांव
शहर से करीब 20 किलोमीटर दूर होगा। यह बांध वाघुर नदी पर बना हुआ है। यहां पर आप आकर
पिकनिक बना सकते हैं। यह पिकनिक के लिए बहुत बढ़िया जगह है। यह बांध बहुत सुंदर है
और बहुत बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है। यहां पर आप बरसात के समय घूमने के लिए आ सकते
हैं और इस डैम का सुंदर दृश्य को देख सकते हैं। यहां पर आकर अच्छा लगता है।
उमालेश्वर महादेव मंदिर जलगांव - Umaleshwar Mahadev Temple Jalgaon
उमालेश्वर महादेव मंदिर जलगांव का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह
मंदिर जलगांव से करीब 17 किलोमीटर दूर नेरी गडेगांव रोड पर बना हुआ है। यह मंदिर बहुत
सुंदर है। मंदिर के गर्भगृह में शिवलिंग के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां का शिवलिंग
आपको कुछ अलग ही लगेगा। यह शिवलिंग एक बहुत बड़ी सी चट्टान है और इसे शिवलिंग के रूप
में पूजा जाता है। इसके बारे में कहा जाता है, कि आप यहां पर आकर, जो भी मनोकामना मांगते
हैं। वह जरूर पूरी होती है। यहां पर भगवान शिव और देवी पार्वती विराजमान है। इसलिए
शिवलिंग को उनके नाम से उमालेश्वर महादेव मंदिर जाना जाता है। यहां पर सावन सोमवार
में बहुत सारे लोग भगवान शिव के दर्शन करने के लिए आते हैं। यहां पर मेला भी लगता है।
यहां पर आकर अच्छा लगता है। यहां पर गणेश जी, नाग देवता जी, नंदी महाराज जी के दर्शन
किए जा सकते हैं। यह मंदिर प्राचीन है।
गांधी रिसर्च फाउंडेशन जलगांव - Gandhi Research Foundation Jalgaon
गांधी रिसर्च फाउंडेशन जलगांव का एक मुख्य आकर्षण स्थल है। गांधी
रिसर्च फाउंडेशन जलगांव सिटी से करीब 8 किलोमीटर दूर पाचोरा जाने वाली सड़क पर स्थित
है। गांधी रिसर्च फाउंडेशन को गांधी तीर्थ के नाम से भी जाना जाता है। यहां पर आपको
आकर बहुत सारी कृषि से संबंधित जानकारी मिलेगी। यहां पर एक म्यूजियम भी बना हुआ है,
जहां पर महात्मा गांधी से संबंधित वस्तुओं को रखा गया है।
यहां पर आपको महात्मा गांधी के जीवन और कार्यों पर आधारित संग्रहालय
में देखने के लिए मिलेगा। यह विश्व का सबसे बड़े एकमात्र ऑडियो गाइडेड संग्रहालय है।
यहां पर गांधी जी के जीवन के सफर को दिखाया गया है, कि वह किस तरह से मोहन से महात्मा
बने। यहां पर आपको गांधीजी के बहुत सारी प्रतिमाएं देखने के लिए मिलेगी। यहां पर गांधी जी के द्वारा इस्तेमाल किया हुआ सामान
रखा गया है, जिन्हें आप देख सकते हैं। यहां पर आपको कृषि से संबंधित वस्तुएं भी देखने
के लिए मिलेंगे।
गांधी तीर्थ में प्रवेश के लिए टिकट लगता है। यहां पर आप अगर
दूर से आते हैं, तो यहां ठहरने की व्यवस्था भी की गई है। यहां पर खाना की व्यवस्था
भी है। यहां पर कृषि यंत्र, कृषि करने की विधि, फसल लगाने का तरीका, पानी देने का तरीका
और भी बहुत सारी जानकारी दी गई है।
श्री सप्तश्रृंगी देवी मंदिर जलगांव - Shri Saptashringi Devi Temple Jalgaon
श्री सप्तश्रृंगी देवी मंदिर जलगांव का एक प्रसिद्ध मंदिर है।
यह मंदिर शिरागढ में बना हुआ है। यह मंदिर तापी नदी के किनारे बना हुआ है। यहां पर
चारों तरफ का वातावरण प्राकृतिक है। यहां पर देवी सप्तश्रृंगी की प्रतिमा देखने के
लिए मिलती है, जो बहुत सुंदर लगती है। यहां पर मां की बहुत सारी भुजाएं हैं और माँ
का मुख हल्का सा झुका हुआ है। माता की प्रतिमा के दर्शन करने के लिए यहां पर बहुत सारे
श्रद्धालु आते हैं। यहां पर नवरात्रि में भीड़ रहती है। यहां पर आकर आप तापी नदी का
सुंदर दृश्य देख सकते हैं। यहां पर आने के लिए बस की सुविधा उपलब्ध है। यह आप अपने
स्वयं के वाहन से आ सकते हैं।
महर्षि कण्व आश्रम जलगांव - Maharishi Kanva Ashram Jalgaon
महर्षि कण्व आश्रम जलगांव का एक धार्मिक स्थान है। यह आश्रम
प्राचीन है। इस आश्रम के बारे में कहा जाता है, कि यहां महर्षि कण्व निवास किया करते
थे और यहां पर उन्होंने तपस्या की थी। यहां पर आप आकर घूम सकते हैं। यहां पर आपको ऋषि
कण्व की प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं और श्री कृष्ण जी के भी दर्शन करने
के लिए मिलते हैं। यह जगह बहुत ही सुंदर है। यहां पर एक छोटा सा पार्क बना हुआ है,
जो हरियाली से भरा हुआ है। यह जगह गिरना नदी के किनारे बनी हुई है। यहां पर चारों तरफ
पेड़ पौधे लगे हुए हैं।
इस जगह के बारे में कहा जाता है, कि यहां पर प्राचीन समय में
श्री कृष्ण जी ने तपस्या की थी। यहां का इतिहास बहुत ही रोचक है। यहां पर आप गिरना
नदी में जाकर उसकी सुंदर दृश्य को देख सकते हैं और स्नान कर सकते हैं। यहां पर महादेव
का मंदिर भी बना हुआ है। यह जगह बहुत अच्छी है। यह जगह जलगांव में कनालदे में स्थित
है।
रामेश्वर मंदिर जलगांव - Rameshwar Temple Jalgaon
रामेश्वर मंदिर जलगांव का प्रसिद्ध मंदिर है। यहां पर भगवान
राम का प्राचीन मंदिर देखने के लिए मिलता है। यहां पर भगवान राम और श्री लक्ष्मण जी
ने भगवान शिव की स्थापना की थी। यहां पर आपको दो शिवलिंग देखने के लिए मिलेंगे। यहां
पर मंदिर से थोड़ी ही दूरी पर त्रिवेणी संगम भी देखने के लिए मिलता है। यहां पर दो
मुख्य नदियां हैं। यहां पर गिरना और तापी नदी का संगम हुआ है। यहां पर एक नदी अदृश्य
है। यहां पर अंजनी नदी अदृश्य है। इस जगह पर तीन नदियों का संगम हुआ है। इसलिए इसे
त्रिवेणी संगम कहा जाता है।
यह मंदिर प्राचीन है। यहां पर शिवरात्रि और सावन में बहुत सारे
लोग घूमने के लिए आते हैं। यहां पर चारों तरफ आपको हरियाली देखने के लिए मिलेगी। यह
मंदिर जलगांव से करीब 48 किलोमीटर दूर है। यहां पर आने के लिए बस की सुविधा उपलब्ध
है। यह मंदिर पालसोड़ गांव के पास में बना हुआ है। यह पालसोड़ गांव से करीब ढाई किलोमीटर
दूर होगा। यह जगह प्राकृतिक है।
मंगल ग्रह मंदिर जलगांव - Mangal Graha Temple Jalgaon
मंगल ग्रह मंदिर जलगांव का एक फेमस टूरिस्ट प्लेस है। यह धार्मिक
स्थल है। यह मंदिर मंगल ग्रह को समर्पित है। यहां पर मंगल ग्रह के दर्शन करने के लिए
मिलते हैं। मंदिर में मंगल ग्रह से संबंधित पूजा पाठ किए जाते हैं। यहां पर पंडित जी
लोग रहते हैं, जिसका भी मंगल भारी रहता है। वहां यहां पर पूजा करा सकते हैं। यह मंदिर
जलगांव जिले के अमलनेर में स्थित है।
यहां पर एक बहुत बड़ा गार्डन बना है। जहां पर चारों तरफ पेड़
पौधे देखने के लिए मरते हैं। यहां पर गार्डन में खरगोश और कछुए भी पाले गए हैं, जो
इस गार्डन की और भी ज्यादा खूबसूरती को बढ़ा देते हैं। यहां पर एक छोटा सा तालाब बनाया
गया है, जिसमें कमल के फूल लगाए गए हैं, जो बहुत सुंदर लगते है। यहां पर अगर कोई दूर
से घूमने आता है। उसके ठहरने की व्यवस्था यहां पर उपलब्ध है।
ह मंगल देव ग्रह जी का फेमस मंदिर। यहां पर कुंडली दोष से ग्रसित
लोग ज्यादा आते हैं और पूजा करवाते हैं। यह जगह बहुत अच्छी है। यहां पर आकर शांति मिलेगी।
यहां पर और भी बहुत सारे देवी देवताओं के दर्शन किए जा सकते हैं।
श्री क्षेत्र पदमालय जलगांव - Sri Kshetra Padmalaya Jalgaon
श्री क्षेत्र पदमालय जलगांव का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। यहां
पर आपको गणेश जी का एक बहुत ही सुंदर मंदिर देखने के लिए मिलता है। यह मंदिर प्राचीन
है। इस मंदिर के सामने ही एक बड़ा सा तालाब बना हुआ है, जिसमें कमल के बहुत सारे पुष्प
लगे हुए हैं। यह जगह बहुत सुंदर है। यहां आकर अच्छा लगता है। पदमालय का मतलब होता है
- पदम का मतलब होता है कमल और अलाय का मतलब होता है घर। यहां पर आकर अच्छा लगता है।
यहां गणेश भगवान जी की स्वयंभू प्रतिमा देखने के लिए मिलती है।
यहां पर 2 प्रतिमाएं हैं, जिन्हें आमोद और प्रमोद के नाम से जाना जाता है। यह प्रतिमाएं
बहुत सुंदर है। यहां पर आकर बहुत अच्छा लगता है। यहां पर चारों तरफ प्राकृतिक माहौल
देखने के लिए मिलता है। यहां चारों तरफ गांव वाला माहौल है। यहां पर बहुत सारे लोग
मोदक बेचते है। गणेश जी को मोदक का प्रसाद चढ़ाया जाता है। आप यहां पर आकर इंजॉय कर
सकते हैं। यह मंदिर बहुत सुंदर है।
भीमकुंड जलगांव - Bhimkund Jalgaon
भीमकुंड जलगांव का एक मुख्य आकर्षण स्थल है। यह जगह धार्मिक
स्थान है। यह जगह पांडवों से संबंधित है। यह जगह पदमालय मंदिर के आगे है। यह जगह प्राकृतिक
है। यहां पर आकर आपको पहाड़, नदी, झरने और मंदिर देखने के लिए मिलेगा। यहां पर बरसात
के समय नदी बहती है और चारों तरफ हरियाली रहती है।
इस जगह के बारे में कहा जाता है, कि यहां पर पांडु पुत्र भीम
का राक्षस बकासुर से युद्ध हुआ था, जिसमें भीम ने बकासुर राक्षस को मार दिया था। भीम
को युद्ध के बाद बहुत प्यास लगी थी, तो उन्होंने अपनी कोहनी से धरती पर प्रहार किया
था, जिससे एक छोटा सा तालाब बन गया था। जिससे ताजा पानी निकलने लगा और भीम ने पानी पीकर अपनी प्यास बुझाई। इसलिए उनके नाम से
इस जगह को भीमकुण्ड कहा जाता है। यह बहुत सुंदर है और प्राकृतिक सुंदरता से भरी हुई
है। यहां पर अच्छा लगता है। यहां पर आप बरसात और ठंड के समय आकर घूम सकते हैं। यह जगह
जलगॉव जिले के एरंडोल तहसील में स्थित है।
श्री तीर्थ क्षेत्र उनपदेव जलगांव - Shri Teerth Kshetra Unpadev Jalgaon
श्री तीर्थ क्षेत्र उनपदेव जलगांव का एक प्रमुख स्थान है। यहां
पर मुख्य आकर्षण गर्म पानी का कुंड है। यहां पर आपको गर्म पानी का कुंड देखने के लिए
मिलेगा। इसमें आप स्नान कर सकते हैं। यह कुंड सतपुड़ा पहाड़ी श्रंखला में बना हुआ है।
यहां पर स्नान करने से त्वचा संबंधी रोगों से छुटकारा मिलता है। यहां पर बहुत सारे
लोग आकर स्नान करते हैं।
यहां पर गाय के मुख से पानी बहता है। यह जगह बहुत सुंदर है।
यह जगह सतपुड़ा पहाड़ी श्रृंखला पर बनी हुई है। यहां पर गार्डन भी बना हुआ है। यहां
पर चारों तरफ का प्राकृतिक वातावरण बहुत सुंदर है। यहां पर गार्डन में आपको अच्छा लगेगा।
यहां पर जंगली पशु के स्टैचू देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर झूले लगे हुए है। यहां
पर आप अपना समय व्यतीत कर सकते हैं।
यहां पर मंदिर भी बना हुआ है, जो बहुत सुंदर है और जहां पर आप
घूम सकते हैं। यहां पर बहुत सारे लोग आकर कुंड में स्नान करते हैं और अपने रोगों को
दूर करते हैं। यह जगह जलगांव जिले के चोपड़ा तहसील में स्थित है। यह जगह आडगांव में
स्थित है। आप यहां पर बस के द्वारा या अपने स्वयं के वाहन द्वारा पहुंच सकते हैं।
निर्झरदेव महादेव मंदिर - Nirjhar Dev Mahadev Temple
निर्झरदेव महादेव मंदिर जलगांव में चोपड़ा तहसील में स्थित है।
यह मंदिर सतपुड़ा पहाड़ी श्रंखला में बना हुआ है। यह मंदिर बहुत सुंदर है। यह मंदिर
शिव भगवान जी को समर्पित है। यहां पर एक जलकुंड बना हुआ है। यह जलकुंड गर्म पानी का
है। यहां जगह ज्यादा विकसित नहीं की गई है। यहां पर चारों तरफ आपको बड़े-बड़े पत्थर
और पहाड़ी देखने के लिए मिलेगी। यहां पर नदी बहती है। यहां पर आकर आप घूम सकते हैं।
आपको अच्छा लगेगा। यह जगह सतपुड़ा पहाड़ी श्रृंखला में स्थित है।
झूलता हुआ टावर जलगांव - swinging tower jalgaon
झूलता हुआ टावर जलगांव का एक मुख्य आकर्षण स्थल है। यहां पर
आपको एक प्राचीन मस्जिद देखने के लिए मिलती है। यह मस्जिद ढाई सौ वर्ष पुरानी है। यह मस्जिद एक बहुत ही अद्भुत चमत्कार से भरी है। यहां
पर आपको दो मीनारें देखने के लिए मिलती है। यह मीनारें 15 मीटर लंबी है। इन मीनारों
के ऊपर जाने के लिए सीढ़ियां बनी हुई है। जब इन मीनारों पर ऊपर चढ़ा जाता है, तो यह
मीनारें हिलती है। यह बहुत ही अनोखी बात है। यह उस समय की इंजीनियरिंग का एक अद्भुत
नमूना है। इस अनुभव को महसूस करने के लिए यहां पर बहुत सारे लोग आते हैं। यह मीनारें
जलगांव जिले में एरंडोल तहसील से करीब 16 किलोमीटर दूर उतावाड़ी नदी के पास स्थित है।
इन मीनार को स्विंगिंग टावर्स के नाम से जाना जाता है। आप यहां पर आकर घूम सकते हैं।
आप को यहां पर मजा आएगा।
निंबादेवी मंदिर और बांध जलगांव - Nimba Devi Temple and Dam Jalgaon
निंबादेवी मंदिर और बांध जलगांव का एक मुख्य आकर्षण स्थल है।
यह बांध यावल तालुका में स्थित है, जहां पर आप घूमने के लिए आ सकते हैं और अपना बहुत
अच्छा समय बिता सकते हैं। यह जगह सतपुड़ा पर्वत श्रृंखलाओं के बीच में स्थित एक सुंदर
डैम बना हुआ है, जो मुख्य आकर्षण का केंद्र है। जब डैम का पानी ओवरफ्लो होकर बहता है।
तब यह बहुत ही सुंदर लगता है। बरसात के समय यह बहुत आकर्षक रहता है। यहां पर आकर आप
मस्ती कर सकते है।
यहां पर आपको निंबादेवी मंदिर भी देखने के लिए मिलेगा। यहां
चारों तरफ पहाड़ियों का जबरदस्त दृश्य देखा जा सकता है। यहां पर छोटे-छोटे झरने बहते
हैं, जो बहुत सुंदर लगते हैं। यह मानसून में घूमने के लिए एक अच्छी जगह है। आप अगर
तैराकी जानते हैं, तो आप यहां पर तैरने का मजा ले सकते हैं। यहां पर आपको बहुत मजा
आएगा।
श्री मनु देवी मंदिर - Shri Manu Devi Temple
श्री मनु देवी मंदिर जलगांव का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर
जलगांव जिले में यावल तहसील में आडगांव में बना हुआ है। यह मंदिर सतपुड़ा की पहाड़ियों
में बना हुआ है। यहां पर आने के लिए सड़क माध्यम उपलब्ध है। यहां पर आकर आपको मनु देवी
के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यह जगह बहुत सुंदर है। यहां पर चारों तरफ पहाड़ियां
देखने के लिए मिलती है।
यहां पर आपको मनु देवी के दर्शन करने के लिए मिलेंगे। यह जगह
बहुत सुंदर है। यहां पर प्राकृतिक वातावरण देखने के लिए मिलेगा। यहां पर आपको गणेश
जी, शंकर जी, तुलजा भवानी माता, महालक्ष्मी माता, रेणुका माता, सप्तश्रृंगी माता, काल
भैरव जी के दर्शन करने के लिए मिलेंगे। यहां पर बहुत बड़ा और बहुत सुंदर मंदिर बना
हुआ है। यहां पर भक्त लोग आकर माता के दर्शन के लिए लाइन लगाकर इंतजार करते हैं।
यह मंदिर सतपुड़ा पहाड़ी श्रृंखला में बना हुआ है, जहां पर आप
आकर सतपुड़ा की सुंदर पहाड़ियों को देख सकते हैं। यहां चारों तरफ हरियाली देखने के
लिए मिलती है। अगर आप यहां पर बरसात के समय घूमने के लिए आएंगे, तो आपको यहां पर एक
जलप्रपात भी देखने के लिए मिलेगा, जो बहुत सुंदर लगता है। यह मंदिर बहुत अच्छी तरह
से बनाया गया है। मंदिर के बाहर बहुत सारी प्रसाद की दुकान है, जहां से आप माता को
अर्पित करने के लिए प्रसाद ले सकते हैं। यहां नवरात्रि में बहुत भीड़ लगती है। यहां
बहुत सारे भक्त माता के दर्शन करने के लिए आते हैं। मंदिर पहुंचने के लिए रोड बना है।
यह मंदिर जलगांव से 36 किलोमीटर दूर है और यावल तालुका से 28 किलोमीटर दूर है।
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